29 November Current Affairs in Hindi | डेली करेंट अफेयर्स क्विज | 29 November महत्वपूर्ण करेंट अफेयर्स क्विज | Current Affairs PDF in Hindi
नमस्कार दोस्तों! इस Daily Current Affairs 29 November 2025 अपडेट में प्रमुख घटनाएँ शामिल हैं:
भारतीय नौसेना को मिला चौथा नीलगिरि श्रेणी स्टील्थ फ्रिगेट ‘तारागिरी’ : Indian Navy Project 17A ‘Taragiri’ Induction 2025 – Swadeshi Stealth Power का नया अध्याय, काशी तमिल संगमम् 4.0 – छात्रों का पहला दल कन्याकुमारी से वाराणसी रवाना : Kashi Tamil Sangamam 4.0 – Kanyakumari to Varanasi Student Delegation ने बढ़ाया North–South Cultural Connect, EIMA Agrimach India 2025 – हरित ईंधन आधारित मशीनरी पर जोर :EIMA Agrimach India 2025 – Green Fuel आधारित Agriculture Machinery से Agri-Innovation को Boost। यह सामग्री UPSC, RPSC, RAS, SSC, Railway, Bank Exams, SBI, RBI, IBPS, State PSC और अन्य Competitive Exams के लिए महत्वपूर्ण Current Affairs, National Events, Government Schemes, Art & Culture Updates और Exam-Oriented Facts प्रदान करती है।

29 November Current Affairs in Hindi PDF Download फॉर्मेट में पढ़ें और साथ में November 2025 Current Affairs Quiz पाये।
Table of Contents
- 29 November Current Affairs in Hindi
- भारतीय नौसेना – प्रोजेक्ट 17A ‘तारागिरी’ फ्रिगेट
- काशी तमिल संगमम् 4.0 – छात्रों का पहला दल रवाना
- EIMA Agrimach India 2025 – सफल समापन
- 29 नवम्बर का इतिहास (29 November in History)
- 29 नवम्बर 2025 करेंट अफेयर्स प्रश्नोत्तरी (29 November Quiz)
29 November 2025 Current Affairs in Hindi
प्रतियोगी परीक्षाओं (Competitive Exams) में सफलता पाने के लिए समय-समय पर अपडेटेड करेंट अफेयर्स (Current Affairs) की गहन समझ होना बेहद आवश्यक है। यहाँ प्रस्तुत करेंट अफेयर्स क्विज़ (Current Affairs Quiz) और प्रश्न आपकी तैयारी को मजबूत बनाने में मदद करेंगे, जिससे आप जनरल अवेयरनेस (General Awareness) के सेक्शन में बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे। हर दिन की नवीनतम घटनाओं (Latest Events) और महत्त्वपूर्ण टॉपिक्स पर आधारित यह सामग्री आपकी नॉलेज बढ़ाने के साथ-साथ त्वरित रिविजन (Quick Revision) का भी प्रभावी स्रोत बनेगी। ध्यानपूर्वक अभ्यास करने से आप न केवल परीक्षा की कटऑफ (Cut-off) से ऊपर अंक हासिल करेंगे, बल्कि करेंट अफेयर्स से जुड़े सवालों में भी आत्मविश्वास (Confidence) के साथ उतर पाएंगे। अधिक सहायता के लिए हमने आपके लिए विस्तारपूर्ण नोट्स (Detailed Notes) और ऑनलाइन क्विज़ (Online Quizzes) उपलब्ध कराए हैं, जिनका उपयोग करके आप अपनी परीक्षा तैयारी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं।
भारतीय नौसेना को मिला चौथा नीलगिरि श्रेणी (प्रोजेक्ट 17A) स्टील्थ फ्रिगेट ‘तारागिरी’ — स्वदेशी युद्धपोत निर्माण में ऐतिहासिक उपलब्धि
Updated On: 29 नवंबर 2025
भारतीय नौसेना ने स्वदेशी युद्धपोत निर्माण क्षमता को और मजबूत करते हुए
नीलगिरि श्रेणी (Project 17A) के चौथे और
मझगांव डॉक शिपबिल्डिंग लिमिटेड (MDL) द्वारा निर्मित तीसरे उन्नत स्टील्थ फ्रिगेट
‘तारागिरी’ (Yard 12653) को 28 नवंबर 2025 को आधिकारिक रूप से अपने बेड़े में शामिल कर लिया।
यह उपलब्धि भारत के ‘आत्मनिर्भर नौसैनिक अवसंरचना’ के विजन को मजबूत बनाती है और भविष्य के
युद्धपोत डिज़ाइन, तकनीक और स्वदेशी निर्माण क्षमता में एक बड़ा कदम है।
🌊 प्रोजेक्ट 17A — भारत का आधुनिक स्टील्थ फ्रिगेट कार्यक्रम
प्रोजेक्ट 17A फ्रिगेट्स को एक
मल्टी-मिशन, स्टील्थ-सक्षम और अत्याधुनिक सेंसर-हथियार प्लेटफॉर्म के रूप में विकसित किया गया है।
ये युद्धपोत आधुनिक नौसैनिक युद्ध की चुनौतियों—पनडुब्बी रोधी युद्ध, वायु रक्षा, सतह युद्ध—सभी भूमिकाओं में सक्षम हैं।
तारागिरी का शामिल होना इस बात का प्रमाण है कि भारत अब विश्वस्तरीय युद्धपोतों को स्वदेशी स्तर पर डिजाइन और निर्माण करने में पूर्ण सक्षम है।
🚢 INS Taragiri — एक गौरवशाली इतिहास का आधुनिक पुनर्जन्म
नया ‘तारागिरी’ एक पुनर्जन्म है पूर्व INS Taragiri का,
जो Leander-क्लास फ्रिगेट था और वर्ष 1980 से 2013 तक भारतीय नौसेना की रीढ़ रहा।
33 वर्षों तक सेवा देने वाले पुराने तारागिरी की विरासत को आधुनिक तकनीक,
स्टील्थ डिज़ाइन, और उन्नत मारक क्षमता से लैस इस नए संस्करण ने आगे बढ़ाया है।
⚙️ स्वदेशी डिज़ाइन और उन्नत तकनीक — युद्धपोत डिजाइन ब्यूरो की बड़ी छलांग
तारागिरी को Warship Design Bureau (WDB) ने डिज़ाइन किया और
Warship Oversight Team (Mumbai) की निगरानी में MDL द्वारा तैयार किया गया।
यह युद्धपोत भारत की Integrated Construction Methodology से निर्मित है,
जिससे बड़े युद्धपोतों का उत्पादन समय काफी कम हुआ है।
दूसरे P17A जहाजों से प्राप्त अनुभव के कारण तारागिरी के निर्माण की अवधि घटकर
93 महीनों से 81 महीने हो गई—जो भारतीय नौसेना और MDL दोनों की
उत्पादन क्षमता और दक्षता में वृद्धि को दर्शाता है।
🔱 अत्याधुनिक हथियार और सेंसर — भारतीय नौसेना की उन्नत मारक क्षमता
तारागिरी में विश्वस्तरीय हथियार, सेंसर और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम लगाए गए हैं, जिनमें शामिल हैं:
- ब्रह्मोस सुपरसोनिक एंटी-शिप मिसाइल (SSM)
- MF-STAR मल्टी-फंक्शन रडार
- MRSAM (Medium-Range Surface-to-Air Missile) वायु रक्षा प्रणाली
- 76 mm Super Rapid Gun Mount (SRGM)
- 30mm तथा 12.7mm Close-in Weapon Systems (CIWS)
- Anti-Submarine Warfare (ASW) — रॉकेट लॉन्चर एवं टॉरपीडो
इस तरह तारागिरी भारतीय नौसेना के बेड़े में एक संतुलित, बहुमुखी और अत्याधुनिक युद्ध मंच के रूप में स्थापित हुआ है।
⚡ उन्नत प्रणोदन प्रणाली — गति, चपलता और ऊर्जा दक्षता
इस फ्रिगेट में Combined Diesel or Gas (CODoG) प्रणोदन संयंत्र शामिल है।
इसमें एक शक्तिशाली डीज़ल इंजन और एक गैस टर्बाइन लगी है,
जो दो Controllable Pitch Propellers (CPP) को चलाती है।
साथ ही जहाज में Integrated Platform Management System (IPMS) लगी है
जिससे जहाज का संचालन तेज, सुरक्षित और स्वचालित हो जाता है।
📅 P17A प्रोजेक्ट की प्रगति — अगस्त 2026 तक शेष जहाजों की डिलीवरी निर्धारित
तारागिरी पिछले 11 महीनों में नौसेना को सौंपा गया
चौथा Project 17A फ्रिगेट है।
बाकी के तीन जहाज —
एक MDL में और दो GRSE (कोलकाता) में निर्मित हो रहे हैं,
जिनकी डिलीवरी अगस्त 2026 तक चरणबद्ध रूप से तय की गई है।
🇮🇳 ‘आत्मनिर्भर भारत’ का प्रमाण — 75% स्वदेशीकरण और हजारों रोजगार
तारागिरी का निर्माण भारत की स्वदेशी तकनीकी क्षमता को दर्शाता है।
इस परियोजना में:
- 75% स्वदेशीकरण हासिल किया गया
- 200+ MSMEs शामिल रहे
- 4,000 प्रत्यक्ष रोजगार और
- 10,000+ अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित हुए
यह उपलब्धि न केवल रक्षा निर्माण क्षेत्र को सशक्त बनाती है,
बल्कि भारत को वैश्विक नौसैनिक विनिर्माण शक्ति के रूप में स्थापित करने में सहायक है।
📌 Project 17A Taragiri – Quick Exam Notes (Important for Defence & GK)
- जहाज: Taragiri (Yard 12653)
- श्रेणी: नीलगिरि श्रेणी — Project 17A
- निर्माता: MDL (Mazagon Dock Shipbuilders Limited)
- डिलीवरी तिथि: 28 नवंबर 2025
- स्वदेशीकरण: 75%
- मुख्य हथियार: BrahMos SSM, MRSAM, MF-STAR, SRGM
- प्रणोदन: CODoG + CPP + IPMS
- महत्व: भारतीय नौसेना की स्टील्थ, मारक क्षमता और आत्मनिर्भरता में वृद्धि
काशी तमिल संगमम् 4.0 के लिए छात्रों का पहला दल कन्याकुमारी से वाराणसी रवाना — उत्तर और दक्षिण भारत के सांस्कृतिक संबंधों को नई ऊर्जा
Updated On: 29 नवंबर 2025
काशी तमिल संगमम् (KTS) 4.0 की शुरुआत एक उत्साहपूर्ण और ऐतिहासिक क्षण के साथ हुई,
जब छात्रों का पहला दल आज सुबह 11:45 बजे ट्रेन संख्या 06001 से
कनiyakumari से वाराणसी के लिए रवाना हुआ।
यह दल सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और शैक्षिक आदान-प्रदान के उद्देश्य से उत्तर भारत की इस पवित्र यात्रा का हिस्सा बना है,
जो “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की विचारधारा को जीवंत बनाता है।
🚉 पहला छात्र दल — विभिन्न स्टेशनों से उत्साहपूर्ण सहभागिता
पहला दल कन्याकुमारी स्टेशन पर 43 छात्रों के साथ यात्रा पर निकला।
इसके बाद:
- तिरुचिरापल्ली (TPJ) से 86 छात्र शामिल हुए
- चेन्नई एग्मोर (MS) से 87 छात्र यात्रा में जुड़े
यह युवा प्रतिनिधिमंडल तमिलनाडु के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से संबंधित छात्रों का समूह है,
जो वाराणसी में आयोजित होने वाली सांस्कृतिक, शैक्षणिक, आध्यात्मिक और अनुभवात्मक गतिविधियों में भाग लेकर
कुल मिलाकर लगभग 1400 प्रतिनिधियों की यात्रा का प्रारंभिक हिस्सा है।
📅 Kashi Tamil Sangamam 4.0 — 2 दिसंबर 2025 से भव्य आयोजन
शिक्षा मंत्रालय 2 दिसंबर 2025 से काशी तमिल संगमम् के चौथे संस्करण
KTS 4.0 का आयोजन करने जा रहा है।
यह कार्यक्रम उत्तर भारत के सांस्कृतिक केंद्र काशी और दक्षिण भारत के गौरवशाली तमिल क्षेत्र के
सभ्यतागत, ऐतिहासिक, साहित्यिक और आध्यात्मिक संबंधों का उत्सव मनाता है।
यह आयोजन IIT Madras और Banaras Hindu University (BHU) के संयुक्त समन्वय में होगा,
जिसमें संस्कृति, पर्यटन, सूचना एवं प्रसारण, कपड़ा, MSME, कौशल विकास आदि मंत्रालयों के साथ
उत्तर प्रदेश सरकार भी सक्रिय रूप से शामिल है।
🌺 KTS 4.0 — तमिलनाडु और काशी के बीच प्राचीन संबंधों का पुनर्जीवन
यह पहल प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के उस विज़न को साकार करती है,
जिसमें उत्तर और दक्षिण भारत के बीच सांस्कृतिक, भाषाई और सभ्यतागत बंधनों को
सम्मान, संवर्धन और व्यापक पुनर्जीवन देने पर बल दिया गया है।
काशी और तमिल संस्कृति का संबंध 2000 वर्षों से भी अधिक पुराना माना जाता है,
और यह संगमम् इस प्राचीन धरोहर को आधुनिक भारत में नई महत्ता देता है।
🛕 छात्रों का वाराणसी प्रवास — भारत की सांस्कृतिक विविधता का वास्तविक अनुभव
वाराणसी पहुँचने के बाद छात्रों के लिए कई विशेष कार्यक्रम और यात्राएँ आयोजित की जाएँगी, जिनमें शामिल हैं:
- गंगा के प्राचीन घाटों का भ्रमण
- काशी विश्वनाथ मंदिर, माता अन्नपूर्णा मंदिर जैसे धार्मिक स्थलों की यात्रा
- कवि सुब्रह्मण्य भारती के पैतृक निवास और तमिल धरोहर स्थलों का अवलोकन
- स्थानीय समुदायों, विद्वानों और कलाकारों से संवाद
- काशी के प्रतिष्ठित शैक्षणिक परिसरों का भ्रमण
- साहित्यिक विमर्श एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में सहभागिता
- स्थानीय व्यंजन, हस्तशिल्प और कला रूपों का अनुभव
यह immersive यात्रा छात्रों को भारत की सांस्कृतिक विविधता,
आध्यात्मिक परंपरा और तमिल–काशी संबंधों की गहराई को निकट से समझने का अवसर देगी।
🎭 सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक गतिविधियाँ — ज्ञान, संवाद और अनुभव का संगम
कार्यक्रम के दौरान आयोजित की जाने वाली मुख्य गतिविधियाँ इस प्रकार हैं:
- सेमिनार और इंडोलॉजी आधारित व्याख्यान
- उत्तर–दक्षिण सांस्कृतिक संवाद सत्र
- तमिल और काशी की सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ
- साहित्य, कला, संगीत और आध्यात्मिकता पर विमर्श
- हस्तशिल्प, टेक्सटाइल और पारंपरिक कला प्रदर्शन
यह आयोजन युवाओं में राष्ट्रीय एकता, सांस्कृतिक संवेदनशीलता और सौहार्द की भावना को
और अधिक मजबूत करता है और “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की अवधारणा को व्यवहारिक रूप देता है।
📌 Kashi Tamil Sangamam 4.0 – Quick Exam Notes
- इवेंट: काशी तमिल संगमम् 4.0
- आयोजक: शिक्षा मंत्रालय
- तिथि: 2 दिसंबर 2025 से
- प्रस्थान: कन्याकुमारी से छात्रों का पहला दल रवाना
- मुख्य उद्देश्य: तमिल एवं काशी के सांस्कृतिक, साहित्यिक और सभ्यतागत संबंधों का उत्सव
- प्रतिनिधि संख्या: लगभग 1400 प्रतिभागी
- समन्वय: IIT Madras & BHU
- थीम: एक भारत, श्रेष्ठ भारत
ईआईएमए एग्रीमैच इंडिया 2025 का सफल समापन — कृषि मंत्रालय ने हरित ईंधन आधारित मशीनरी अपनाने पर दिया जोर
Updated On: 29 नवंबर 2025
नई दिल्ली के पूसा स्थित आईएआरआई मैदान में आयोजित
9वीं अंतर्राष्ट्रीय कृषि मशीनरी प्रदर्शनी एवं सम्मेलन – ईआईएमए एग्रीमैच इंडिया 2025
आज सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।
इस तीन दिवसीय आयोजन (27–29 नवंबर 2025) ने कृषि क्षेत्र में
हरित ईंधन आधारित मशीनरी को भविष्य की दिशा बताते हुए
भारत के कृषि मशीनीकरण को एक नए आयाम देने का आह्वान किया।
इस कार्यक्रम का आयोजन फिक्की और FederUnacoma (इटली) ने
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सहयोग से संयुक्त रूप से किया।
👨🌾 अभूतपूर्व भागीदारी — किसानों, डीलरों और अंतरराष्ट्रीय खरीदारों की भारी उपस्थिति
इस मेगा कृषि प्रदर्शनी में देश और विदेश से रिकॉर्ड स्तर की भागीदारी देखने को मिली।
मुख्य आँकड़े इस प्रकार हैं:
- 20,000 से अधिक किसान (UP, पंजाब, हरियाणा, ओडिशा सहित कई राज्यों से)
- 4,000+ घरेलू डीलर एवं वितरक
- 180+ भारतीय और विदेशी कृषि कंपनियाँ
- 100+ विदेशी खरीदार (अल्जीरिया, श्रीलंका, नेपाल, मलेशिया, ओमान, केन्या, नाइजीरिया, दक्षिण कोरिया, वियतनाम, ज़िम्बाब्वे, थाईलैंड आदि देशों से)
इटली इस प्रदर्शनी का PARTNER देश रहा, जबकि
नीदरलैंड, अमेरिका, जापान और पोलैंड ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया।
🚜 कृषि मशीनरी की विस्तृत श्रृंखला — भविष्य उन्मुख समाधान
प्रदर्शनी में अनेक आधुनिक कृषि उपकरण प्रदर्शित किए गए, जिनमें शामिल थे:
- प्रिसिजन फार्मिंग उपकरण
- आधुनिक ट्रैक्टर और पावर-टिलर
- फसल कटाई, बुवाई और थ्रेसिंग मशीनें
- इलेक्ट्रिक एवं CBG आधारित नई पीढ़ी की मशीनरी
- स्प्रेयर, सीडर और उन्नत सिंचाई उपकरण
इन तकनीकों ने किसानों, स्टार्टअप्स, कृषि विज्ञान केंद्रों,
डीलरों और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को एक साझा मंच पर संवाद और व्यवसायिक सहयोग का अवसर प्रदान किया।
🎤 कृषि सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी का संबोधन — “भारतीय कृषि का भविष्य हरित ईंधन आधारित तकनीक में”
उद्घाटन सत्र में कृषि सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने
कृषि उपकरण निर्माताओं से आग्रह किया कि वे
हरित ईंधन (Green Fuels) आधारित मशीनरी और उपकरणों के विकास को प्राथमिकता दें।
उन्होंने कहा:
“अगले 5–10 वर्षों में कृषि मशीनरी को विद्युत ऊर्जा और CBG आधारित
हरित ईंधन पर स्थानांतरित किया जाना चाहिए।
यह किसानों की लागत कम करेगा और पर्यावरणीय स्थिरता को मजबूत करेगा।”
उन्होंने यह भी जोर दिया कि महिलाओं द्वारा किए जाने वाले कठोर कृषि कार्यों को कम करने के लिए
Gender-Friendly Equipment का निर्माण समय की आवश्यकता है,
क्योंकि 2026 को संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला किसान वर्ष घोषित किया गया है।
🤝 भारत–इटली कृषि सहयोग — नए अवसर और साझेदारी
भारत में इटली के राजदूत एंटोनियो बार्टोली ने घोषणा की कि
भारत–इटली कृषि सहयोग को मज़बूत करने के लिए
भारतीय दूतावास में एक कृषि अताशे की नियुक्ति शीघ्र की जाएगी।
उन्होंने दोनों देशों के कृषि मशीनरी क्षेत्र में निवेश, तकनीकी विकास
और संयुक्त अनुसंधान की immense संभावनाओं पर प्रकाश डाला।
📈 भारतीय कृषि मशीनरी उद्योग — तेज़ी से बढ़ता आर्थिक क्षेत्र
फेडेरुनाकोमा की महानिदेशक सुश्री सिमोना रापस्टेला के अनुसार:
- भारत का कृषि मशीनरी क्षेत्र 2023 में 13.7 अरब अमेरिकी डॉलर का था
- 2033 तक इसके बढ़कर 31.6 अरब डॉलर होने का अनुमान
- वार्षिक वृद्धि दर लगभग 9%
यह दर्शाता है कि भारत विश्व के सबसे तेजी से बढ़ते कृषि मशीनरी बाजारों में से एक है।
🧩 महिला किसानों पर केंद्रित तकनीक — जेंडर बजटिंग को मिलेगा बल
डॉ. चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि नीति निर्माताओं को
जेंडर बजटिंग को केवल स्वामित्व तक सीमित नहीं रखना चाहिए।
उन्हें महिलाओं के लिए ऐसी मशीनें डिजाइन करनी होंगी जो—
- कठिन श्रम को कम करें
- हल्के वजन और एर्गोनॉमिक डिज़ाइन वाली हों
- मैनुअल और मोटराइज्ड दोनों विकल्पों में उपलब्ध हों
इससे महिला किसानों की उत्पादकता बढ़ेगी और कृषि क्षेत्र में उनकी भूमिका और मजबूत होगी।
🌾 “कृषि सेवा” मॉडल की आवश्यकता — TAFE के केसवन का महत्वपूर्ण सुझाव
TAFE के बोर्ड निदेशक टी.आर. केसवन ने सुझाव दिया कि
भारत को Agriculture-as-a-Service मॉडल अपनाना चाहिए।
उन्होंने कहा:
“सीडर जैसी मशीनें किसान साल में केवल कुछ दिनों के लिए उपयोग करते हैं।
इन्हें खरीदी के बजाय सेवा मॉडल में उपलब्ध कराना अधिक फायदेमंद है।”
कृषि मंत्रालय और उद्योग के बीच इस विषय पर बातचीत जारी है और प्रगति भी हो रही है।
📘 फिक्की–PwC रिपोर्ट जारी — “Farm Mechanization: The Path Towards a Future Ready India”
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि:
- मशीनीकरण कृषि उत्पादकता बढ़ाने का मुख्य कारक है
- उच्च गुणवत्ता वाले बीज, सही इनपुट और उन्नत उपकरण किसानों की आय बढ़ाते हैं
- आधुनिक तकनीक और कृषि सुधारों से भारत की खाद्य सुरक्षा मजबूत होगी
रिपोर्ट ने भारत में कृषि मशीनीकरण की भविष्य दिशा और जरूरतों को स्पष्ट किया।
🌍 EIMA Agrimach India — अगले वर्ष इटली में 10वां संस्करण
कार्यक्रम के दौरान यह भी घोषित किया गया कि
10वां EIMA Agrimach India अगले वर्ष इटली में आयोजित किया जाएगा,
जहाँ दोनों देशों के कृषि उद्योगों के बीच सहयोग और अधिक मजबूत होगा।
📌 EIMA Agrimach India 2025 – Quick Exam Notes
- इवेंट: EIMA Agrimach India 2025
- आयोजक: FICCI + FederUnacoma + कृषि मंत्रालय
- स्थान: IARI मैदान, नई दिल्ली
- तारीख: 27–29 नवंबर 2025
- कुल किसान: 20,000+
- डीलर/वितरक: 4,000+
- विदेशी खरीदार: 100+
- फोकस: हरित ईंधन आधारित कृषि मशीनरी, महिला-हितैषी तकनीक
- अगला आयोजन: 2026 में इटली
28 नवंबर का इतिहास: आज के दिन क्या हुआ था? | November 28 Today in History, Important Events & Significance
लेखक: Examseries
प्रकाशन तिथि: 29 November 2025
28 नवंबर: इतिहास, संस्कृति, राजनीति और विज्ञान का बहुआयामी दिन
28 नवंबर विश्व इतिहास में केवल एक दिन भर नहीं, बल्कि मानव सभ्यता की प्रगति, अंतरराष्ट्रीय राजनीति, सामाजिक सुधार, विज्ञान एवं खोजों का एक विशाल अध्याय है। इस तिथि से जुड़ी घटनाएँ दर्शाती हैं कि कैसे विश्व और भारत ने अपने–अपने क्षेत्रों में महत्वपूर्ण परिवर्तन देखे।
चाहे मंगल ग्रह पर पहली सफल फ्लाईबाई हो, द्वितीय विश्व युद्ध के निर्णायक राजनीतिक फैसले हों, महिलाओं के अधिकारों की दिशा में बढ़ाया गया ऐतिहासिक कदम हो, या भारत में समाज सुधार के महानायक—28 नवंबर मानव इतिहास के अनगिनत अध्यायों का मिलन-बिंदु है।
आज के समय में भी यह तिथि विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं, प्रतियोगी परीक्षार्थियों और इतिहास प्रेमियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
28 नवंबर: राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय दिवस (Observances & Significance)
1. लाल ग्रह दिवस (Red Planet Day)
28 नवंबर को Red Planet Day मनाया जाता है, जिसका सीधा संबंध मानव अंतरिक्ष अन्वेषण की एक महान उपलब्धि से है।
28 नवंबर 1964 को नासा ने मेरिनर 4 (Mariner 4) अंतरिक्ष यान को फ्लोरिडा के केप कैनावेरल से लॉन्च किया।
यह मिशन मंगल ग्रह की ओर भेजा गया पहला सफल फ्लाईबाई (Flyby) था, जिसने मंगल की सतह की नज़दीकी तस्वीरें धरती पर भेजीं।
इस खोज ने मानवता की लाल ग्रह के प्रति समझ को पूरी तरह बदल दिया और भविष्य के मंगल अभियानों की नींव रखी।
Red Planet Day का महत्व:
- अंतरिक्ष अन्वेषण और विज्ञान में मानव जिज्ञासा का प्रतीक
- STEM शिक्षा एवं विज्ञान के प्रति युवाओं में रुचि बढ़ाना
- मंगल पर जीवन और भविष्य के मानव मिशनों की संभावना को समझने की प्रेरणा
28 नवंबर: वैश्विक राजनीति और कूटनीति के महत्वपूर्ण अध्याय
1. 1943 – तेहरान सम्मेलन का आरम्भ (Start of the Tehran Conference)
द्वितीय विश्व युद्ध की दिशा बदलने वाले सबसे महत्वपूर्ण क्षणों में से एक 28 नवंबर 1943 से शुरू हुआ तेहरान सम्मेलन (Tehran Conference) था।
इस सम्मेलन में मित्र राष्ट्रों के तीन प्रमुख नेता सम्मिलित हुए—
- फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट (अमेरिकी राष्ट्रपति)
- विंस्टन चर्चिल (ब्रिटिश प्रधानमंत्री)
- जोसेफ स्टालिन (सोवियत संघ के नेता)
मुख्य उद्देश्य:
- नाज़ी जर्मनी को हराने की संयुक्त रणनीति तैयार करना
- यूरोप में “दूसरा मोर्चा” खोलने पर निर्णय
- युद्ध के बाद विश्व व्यवस्था के ढांचे पर प्रारंभिक चर्चा
यह सम्मेलन आने वाले वर्षों में
संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की नींव रखने में भी सहायक साबित हुआ।
2. 1919 – ब्रिटिश संसद में महिला इतिहास का स्वर्णाक्षर
28 नवंबर 1919 को नैन्सी एस्टर (Nancy Astor) ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमन्स की पहली महिला सांसद बनीं, जिन्होंने वास्तविक रूप से संसद में अपनी सीट संभाली।
यह दिन महिलाओं के राजनीतिक अधिकारों और लैंगिक समानता की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम था।
3. 1975 – पूर्वी तिमोर की स्वतंत्रता घोषणा
28 नवंबर 1975 को पूर्वी तिमोर (East Timor) ने पुर्तगाल से स्वतंत्रता की घोषणा की।
हालाँकि कुछ ही दिनों में इंडोनेशिया ने हमला कर नियंत्रण ले लिया, फिर भी यह घोषणा पूर्वी तिमोर की स्वतंत्रता संघर्ष का महत्वपूर्ण मील का पत्थर बन गई।
28 नवंबर: भारतीय इतिहास और सामाजिक परिवर्तन
1. 1890 – समाज सुधारक ज्योतिराव फुले का निधन
28 नवंबर 1890 को भारत के महान समाज सुधारक ज्योतिराव गोविंदराव फुले का निधन हुआ।
उन्होंने सत्यशोधक समाज की स्थापना कर जातिवाद, बाल विवाह और सामाजिक अन्याय के खिलाफ आजीवन संघर्ष किया।
प्रमुख योगदान:
- भारत में महिला शिक्षा की नींव रखना
- दलित वर्गों के उत्थान के लिए आंदोलन
- शोषण और असमानता के विरुद्ध सामाजिक क्रांति
उनकी विरासत आज भी सामाजिक न्याय और समानता का मार्गदर्शन करती है।
2. 2008 – मुंबई हमलों के शहीदों का स्मरण
26/11 मुंबई आतंकवादी हमला 28 नवंबर 2008 को समाप्त हुआ।
इस दिन भारत ने उन वीरों को याद किया जिन्होंने शहर को आतंक से बचाने के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए।
मुख्य शहीद:
- मेजर संदीप उन्नीकृष्णन – अशोक चक्र से सम्मानित
- एनएसजी कमांडो एवं मुंबई पुलिस के दर्जनों बहादुर अधिकारी
यह तिथि राष्ट्रीय सुरक्षा, वीरता और बलिदान की गहरी स्मृति में अंकित है।
28 नवंबर: जन्मे महान व्यक्तित्व (Famous Birthdays)
- प्रमोद करण सेठी (1927) – ‘जयपुर फुट’ के आविष्कारक, जिन्होंने कृत्रिम अंगों की दुनिया में क्रांति ला दी।
- क्लाउड लेवी-स्ट्रॉस (1908) – संरचनात्मक मानव विज्ञान के जनक, आधुनिक मानवविज्ञान की आधारशिला।
- हेनरी बेकन (1866) – प्रसिद्ध अमेरिकी वास्तुकार, जिन्होंने प्रतिष्ठित लिंकन मेमोरियल का डिजाइन किया।
निष्कर्ष: 28 नवंबर का वैश्विक प्रभाव
28 नवंबर वह तिथि है जो विज्ञान की ऐतिहासिक उपलब्धियों, द्वितीय विश्व युद्ध की निर्णायक राजनीति, भारत में सामाजिक सुधार, और विश्व स्तर पर मानव अधिकारों की प्रगति का सम्मिलित स्वरूप प्रस्तुत करती है।
यह तिथि हमें याद दिलाती है कि इतिहास केवल घटनाओं का संग्रह नहीं, बल्कि समाज, राष्ट्र और विश्व को बदलने वाला निरंतर प्रक्रिया है।
28 नवंबर आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा—खोज करने, सीखने, न्याय के लिए खड़े होने और मानवता के लिए आगे बढ़ने के लिए।
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29 November 2025 से बनने वाले Daily Current Affairs Quiz
29 November 2025 से शुरू होने वाला हमारा Daily Current Affairs Quiz आपके करंट अफेयर्स की तैयारी को अगले लेवल तक ले जाएगा। यह Quiz न सिर्फ UPSC, SSC, Bank, Railway, और State PCS जैसी प्रमुख परीक्षाओं के लिए जरूरी सवालों को आसान और यादगार बनाता है, बल्कि रोज़ाना अभ्यास से आपकी रिवीजन तेज़, स्मार्ट और सटीक होती है। Daily Current Affairs Quiz के जरिए आप MCQ फॉर्मेट में सही जवाब देने की आदत डालेंगे, समय बचाएंगे और परीक्षा में Confidence बढ़ाएंगे। अगर आपकी तैयारी में Edge चाहिए और हर एग्ज़ाम में GK/Current Affairs से फ़ायदा उठाना है, तो यह Quiz आपके लिए सबसे प्रभावी तरीका है।
1. ‘तारागिरी’ फ्रिगेट किस परियोजना के अंतर्गत निर्मित किया गया है?
A. प्रोजेक्ट 15B
B. प्रोजेक्ट 75
C. प्रोजेक्ट 17A
D. प्रोजेक्ट 11356
Answer: C
Explanation: तारागिरी नीलगिरि श्रेणी के अंतर्गत प्रोजेक्ट 17A स्टेल्थ फ्रिगेट परियोजना का हिस्सा है जिसमें उन्नत स्टेल्थ और हथियार प्रणालियाँ शामिल हैं।
2. ‘तारागिरी’ फ्रिगेट के निर्माण में प्रयुक्त प्रणोदन प्रणाली CODAG को सही रूप में कैसे परिभाषित किया जाता है?
A. Combined Diesel and Gas
B. Combined Diesel and Generator
C. Controlled Diesel and Gas
D. Centralized Diesel and Gas
Answer: A
Explanation: CODAG एक Combined Diesel and Gas सिस्टम है जिसमें एक डीज़ल इंजन तथा एक गैस टर्बाइन दोनों मिलकर प्रोपेलर को चलाते हैं।
3. तारागिरी में निम्नलिखित में से कौन-सी मिसाइल प्रणाली स्थापित है?
A. आकाश SAM
B. ब्रह्मोस SSM
C. अस्त्र BVRAAM
D. नाग ATGM
Answer: B
Explanation: तारागिरी में ब्रह्मोस सुपरसोनिक एंटी-शिप मिसाइल लगाई गई है जो इसकी स्ट्राइक क्षमता को अत्यधिक बढ़ाती है।
4. प्रोजेक्ट 17A जहाजों में कौन-सी उन्नत रडार प्रणाली लगी है?
A. EL/M–2084
B. MF-STAR
C. APAR
D. SPY–1D
Answer: B
Explanation: MF-STAR (Multi-Function Surveillance Threat Alert Radar) भारतीय नौसेना के स्टेल्थ फ्रिगेट्स की मुख्य रडार प्रणाली है।
5. प्रोजेक्ट 17A फ्रिगेट्स में स्वदेशीकरण का स्तर लगभग कितना बताया गया है?
A. 40%
B. 55%
C. 75%
D. 90%
Answer: C
Explanation: सरकार के अनुसार P17A जहाजों में 75% तक स्वदेशी सामग्री का उपयोग किया गया है जो आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम की सफलता दर्शाता है।
6. काशी तमिल संगमम् (KTS) 4.0 का आयोजन किस मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है?
A. संस्कृति मंत्रालय
B. पर्यटन मंत्रालय
C. शिक्षा मंत्रालय
D. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय
Answer: C
Explanation: शिक्षा मंत्रालय KTS–4.0 का मुख्य आयोजक है, जबकि IIT मद्रास और BHU सह-संयोजक हैं।
7. KTS 4.0 का मुख्य उद्देश्य क्या है?
A. उत्तर भारत में कौशल प्रशिक्षण को बढ़ावा देना
B. तमिलनाडु और काशी के बीच सांस्कृतिक–सभ्यतागत संबंधों को सुदृढ़ करना
C. धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना
D. आर्थिक सहयोग बढ़ाना
Answer: B
Explanation: यह कार्यक्रम तमिलनाडु और उत्तर भारत के ऐतिहासिक सांस्कृतिक संबंधों को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से आयोजित होता है।
8. KTS 4.0 के लिए रवाना हुए पहले छात्र दल में कुल कितने छात्रों ने तीन स्टेशनों से मिलकर भाग लिया?
A. 187
B. 200
C. 216
D. 250
Answer: C
Explanation: 43 (कन्याकुमारी) + 86 (तिरुचिरापल्ली) + 87 (चेन्नई) = कुल 216 छात्र।
9. छात्रों को KTS 4.0 के दौरान काशी में किस तमिल धरोहर स्थल का भ्रमण कराया जाएगा?
A. वेलंकन्नी चर्च
B. सुब्रह्मण्य भारती का निवास
C. स्कंदाश्रम
D. जंबूकेश्वर मंदिर
Answer: B
Explanation: महाकवि सुब्रह्मण्य भारती का पैतृक निवास काशी में तमिल धरोहर का प्रमुख स्थान है।
10. KTS 4.0 किस राष्ट्रीय पहल के सिद्धांत को आगे बढ़ाता है?
A. आत्मनिर्भर भारत
B. सबका प्रयास
C. एक भारत, श्रेष्ठ भारत
D. डिजिटल इंडिया
Answer: C
Explanation: KTS "एक भारत, श्रेष्ठ भारत" की अवधारणा पर आधारित है, जो सांस्कृतिक एकीकरण पर केंद्रित है।
11. EIMA Agrimach India 2025 का प्रमुख फोकस किस क्षेत्र से संबंधित था?
A. जैविक खाद उत्पादन
B. हरित ईंधन आधारित कृषि मशीनरी
C. ग्रामीण वित्तीय समावेशन
D. कृषि निर्यात
Answer: B
Explanation: इस कार्यक्रम में कृषि सचिव ने हरित ईंधन (Electric + CBG) आधारित मशीनरी पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की।
12. EIMA Agrimach India 2025 का आयोजन किस संस्थान के परिसर में हुआ?
A. ICAR–NAARM
B. IARI, पूसा
C. NDRI, करनाल
D. CSSRI, करनाल
Answer: B
Explanation: यह आयोजन नई दिल्ली के पूसा स्थित IARI मैदान में 27–29 नवंबर 2025 को हुआ।
13. डॉ. देवेश चतुर्वेदी के अनुसार किस वर्ष तक कृषि मशीनरी को पूर्णतः हरित ईंधन आधारित बनाने का लक्ष्य रखा गया है?
A. 2028–29
B. 2030–31
C. अगले 5–10 वर्षों में
D. 2050 तक
Answer: C
Explanation: सचिव ने अगले 5–10 वर्षों में हरित ईंधन आधारित कृषि मशीनरी की आवश्यकता पर जोर दिया।
14. EIMA Agrimach 2025 में महिला किसानों के संदर्भ में किस पहल पर विशेष बल दिया गया?
A. महिला मंडी प्रणाली
B. महिलाओं के लिए विशेष MSP
C. महिला-अनुकूल कृषि उपकरण
D. महिला कृषि ऋण कार्ड
Answer: C
Explanation: सचिव ने महिला-पुरुष समानता आधारित उपकरणों के विकास पर जोर दिया ताकि महिला किसानों का श्रम कम हो सके।
15. कार्यक्रम के दौरान जारी FICCI–PwC रिपोर्ट का विषय क्या था?
A. डिजिटल कृषि
B. जल संरक्षण तकनीक
C. फार्म मेकेनाइजेशन
D. फसल सुरक्षा तकनीक
Answer: C
Explanation: रिपोर्ट का शीर्षक था:
"Farm Mechanisation: The Path Towards Future Ready India"