20 November Current Affairs in Hindi | डेली करेंट अफेयर्स क्विज | 20 November महत्वपूर्ण करेंट अफेयर्स क्विज | Current Affairs PDF in Hindi
नमस्कार दोस्तों! इस Daily Current Affairs 20 November 2025 अपडेट में प्रमुख घटनाएँ शामिल हैं:
INTACH Gaj-Lok Initiative 2025: INTACH ने ‘गज-लोक’ अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम लॉन्च किया, जिसका उद्देश्य एशिया में हाथियों के सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और पर्यावरणीय महत्व को उजागर करना है।
World Toilet Day 2025 – Hamara Shauchalay Hamara Bhavishya: जल शक्ति मंत्रालय ने देशभर में स्वच्छता जागरूकता और शौचालयों के रखरखाव को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय अभियान शुरू किया।
India at CoP30 – ISA SIDS Leadership: भारत ने CoP30 में छोटे द्वीपीय विकासशील राज्यों (SIDS) के लिए ऊर्जा सुरक्षा पर व्यापक वैश्विक सहयोग का आह्वान किया और अपनी नवीकरणीय ऊर्जा उपलब्धियों को प्रस्तुत किया।
RODHS 2025 – Digital Health Transformation: भारत ने दूसरे क्षेत्रीय मुक्त डिजिटल स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन (RODHS 2025) की मेजबानी करते हुए दक्षिण-पूर्व एशिया में डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, खुले मानकों और GenAI आधारित स्वास्थ्य नवाचारों पर जोर दिया।
यह सामग्री UPSC, RPSC, RAS, SSC, Railway, Bank Exams, SBI, RBI, IBPS, State PSC और अन्य Competitive Exams के लिए महत्वपूर्ण Current Affairs, National Events, Government Schemes, Art & Culture Updates और Exam-Oriented Facts प्रदान करती है।

20 November Latest Current Affairs Hindi PDF फॉर्मेट में पढ़ें और साथ में November Current Affairs Questoins पाये।
Table of Contents
- 20 November Current Affairs in Hindi
- INTACH Launches Gaj-Lok:एशिया में हाथियों के सांस्कृतिक प्रतीकवाद पर अनूठा अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम
- जल शक्ति मंत्रालय ने विश्व शौचालय दिवस 2025 पर शुरू किया देशव्यापी अभियान “हमारा शौचालय, हमारा भविष्य”
- भारत ने CoP30 में ISA नेतृत्व सत्र के दौरान SIDS देशों के लिए ऊर्जा सुरक्षा पर वैश्विक सामूहिक कार्रवाई का आह्वान किया
- भारत करेगा दूसरे क्षेत्रीय मुक्त डिजिटल स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन 2025 (Regional Open Digital Health Summit - RODHS) की मेज़बानी
- 20 november का इतिहास (20 November in History)
- 20 november 2025 करेंट अफेयर्स प्रश्नोत्तरी (20 November Quiz)
20 November 2025 Current Affairs in Hindi
प्रतियोगी परीक्षाओं (Competitive Exams) में सफलता पाने के लिए समय-समय पर अपडेटेड करेंट अफेयर्स (Current Affairs) की गहन समझ होना बेहद आवश्यक है। यहाँ प्रस्तुत करेंट अफेयर्स क्विज़ (Current Affairs Quiz) और प्रश्न आपकी तैयारी को मजबूत बनाने में मदद करेंगे, जिससे आप जनरल अवेयरनेस (General Awareness) के सेक्शन में बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे। हर दिन की नवीनतम घटनाओं (Latest Events) और महत्त्वपूर्ण टॉपिक्स पर आधारित यह सामग्री आपकी नॉलेज बढ़ाने के साथ-साथ त्वरित रिविजन (Quick Revision) का भी प्रभावी स्रोत बनेगी। ध्यानपूर्वक अभ्यास करने से आप न केवल परीक्षा की कटऑफ (Cut-off) से ऊपर अंक हासिल करेंगे, बल्कि करेंट अफेयर्स से जुड़े सवालों में भी आत्मविश्वास (Confidence) के साथ उतर पाएंगे। अधिक सहायता के लिए हमने आपके लिए विस्तारपूर्ण नोट्स (Detailed Notes) और ऑनलाइन क्विज़ (Online Quizzes) उपलब्ध कराए हैं, जिनका उपयोग करके आप अपनी परीक्षा तैयारी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं।
INTACH ने लॉन्च किया ‘गज-लोक’: एशिया में हाथी भूमि और उनके सांस्कृतिक प्रतीकवाद का अनूठा अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम
Updated On: 19 november 2025
भारतीय राष्ट्रीय कला एवं सांस्कृतिक विरासत न्यास (INTACH) ने एक अनोखी अंतरराष्ट्रीय पहल
‘गज-लोक: एशिया में हाथी भूमि और उनके सांस्कृतिक प्रतीकवाद’ की आधिकारिक शुरुआत की है। यह कार्यक्रम एशियाई हाथियों के
ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, पर्यावरणीय और जलवायु-लचीलेपन से जुड़े बहुआयामी संबंधों को सामने लाने के उद्देश्य से तैयार किया गया है।
गज-लोक के माध्यम से INTACH शिक्षाविदों, सांस्कृतिक विशेषज्ञों, इतिहासकारों और संरक्षणवादियों को एक साझा मंच प्रदान कर रहा है,
जहाँ हाथी को न केवल एक सांस्कृतिक प्रतीक बल्कि एशिया की पर्यावरणीय संवेदनशीलता के प्रतिनिधि के रूप में भी समझा जा सके।
यह पहल एशियाई देशों के बीच हाथियों से जुड़े सांस्कृतिक और पारिस्थितिक जुड़ाव पर गहन अंतरराष्ट्रीय संवाद को प्रोत्साहित करेगी।
🔹 प्रदर्शनी: प्रागैतिहासिक कला से आधुनिक नवाचार तक हाथियों की कहानी
कार्यक्रम के अंतर्गत प्रस्तुत प्रदर्शनी में छह विषयगत पैनल शामिल किए गए हैं, जो मानव-हाथी संबंधों की ऐतिहासिक निरंतरता को दर्शाते हैं—
प्राचीन व्यापार मार्गों, पवित्र परंपराओं, विकसित होती प्रतीकात्मक छवियों से लेकर केरल के
रोबोटिक मंदिर हाथी जैसे आधुनिक नवाचारों तक।
ये पैनल दिखाते हैं कि कैसे हाथियों ने सदियों से एशिया में शक्ति, विश्वास और सांस्कृति आदान-प्रदान को प्रभावित किया है।
🔹 गज-लोक का उद्घाटन: प्रतिष्ठित हस्तियों की उपस्थिति
इस अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम का उद्घाटन संस्कृति मंत्रालय के सचिव श्री विवेक अग्रवाल (IAS) द्वारा किया जाएगा।
इस अवसर पर INTACH के अध्यक्ष श्री अशोक जयराज सिंह, सदस्य सचिव श्री रविन्द्र सिंह (IAS, सेवानिवृत्त),
अमूर्त सांस्कृतिक विरासत प्रभाग की प्रधान निदेशक सुश्री नेरुपमा वाई. मोडवेल,
प्राकृतिक विरासत प्रभाग के प्रधान निदेशक श्री मनु भटनागर तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी और आमंत्रित अतिथि उपस्थित रहेंगे।
🔹 गज-लोक गोलमेज सम्मेलन: विशेषज्ञों का अंतरराष्ट्रीय मंथन
गोलमेज सम्मेलन में कई प्रतिष्ठित विद्वान और संरक्षण विशेषज्ञ शामिल हो रहे हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
प्रो. रमन सुकुमार (भारतीय विज्ञान संस्थान, बैंगलोर),
श्री विवेक मेनन (अध्यक्ष, IUCN Species Survival Commission),
डॉ. विनोद माथुर (पूर्व अध्यक्ष, राष्ट्रीय जैव विविधता प्राधिकरण),
डॉ. खालिद पाशा (IUCN एशिया क्षेत्रीय समन्वयक),
श्री रवि सिंह (महासचिव एवं CEO, WWF-India),
डॉ. शशि बाला,
डॉ. नंदिता कृष्णा,
प्रो. महेश रंगराजन,
सुश्री इना पुरी,
प्रो. अली अनूशहर और
डॉ. सुमन जैन जैसे विशेषज्ञ।
इन विभिन्न सत्रों में एशियाई हाथियों के ऐतिहासिक महत्व, सांस्कृतिक व्याख्यान, पर्यावरणीय चुनौतियाँ तथा उनके संरक्षण के भविष्य पर व्यापक चर्चा की जाएगी।
सम्मेलन से प्राप्त निष्कर्ष गज-लोक डोजियर का मुख्य आधार बनेंगे—जो हाथियों से संबंधित वैश्विक विरासत को संरक्षित करने के लिए तैयार की जा रही एक
बहु-विषयक शोध परियोजना है।
🔹 गज-लोक: केवल कार्यक्रम नहीं, मानव–हाथी संबंधों का उत्सव
गज-लोक का उद्देश्य मानव और हाथियों के बीच इतिहासभर चले आ रहे संबंधों को नए दृष्टिकोण से समझना है।
कला, पर्यावरण, इतिहास, परंपरा और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को जोड़कर INTACH इस पहल को एक व्यापक सांस्कृतिक आंदोलन में बदलना चाहता है,
जो पूरे एशिया में संरक्षण और सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा दे सके।
📌 महत्वपूर्ण बिंदु
- कार्यक्रम: गज-लोक – एशिया में हाथी भूमि और सांस्कृतिक प्रतीकवाद
- लॉन्च तिथि: 19 november 2025
- आयोजक: INTACH – भारतीय राष्ट्रीय कला एवं सांस्कृतिक विरासत न्यास
- मुख्य आकर्षण: 6 थीमैटिक पैनल, प्रदर्शनी, गोलमेज सम्मेलन
- मुख्य उद्देश्य: एशियाई हाथियों के सांस्कृतिक–पारिस्थितिक संबंधों का दस्तावेजीकरण
- प्रमुख प्रतिभागी: शोधकर्ता, संरक्षणवादी, सांस्कृतिक विशेषज्ञ, अंतरराष्ट्रीय विद्वान
Topic Related Key Points : INTACH Gaj-Lok Program, Asian Elephants Cultural Symbolism, Elephant Heritage Asia, Elephant Conservation India, Asian Cultural Exchange, Gaj Lok Exhibition, INTACH Cultural Events, Elephant History Research, Human Elephant Relationship, Asian Ecology.
जल शक्ति मंत्रालय ने विश्व शौचालय दिवस 2025 पर शुरू किया देशव्यापी अभियान “हमारा शौचालय, हमारा भविष्य”
Updated On: 20 november 2025
विश्व शौचालय दिवस 2025 के अवसर पर जल शक्ति मंत्रालय के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने राष्ट्रीय स्तर पर
“हमारा शौचालय, हमारा भविष्य” अभियान की शुरुआत की है। यह अभियान
19 november 2025 से 10 दिसंबर 2025 (मानवाधिकार दिवस) तक देशभर में चलाया जाएगा।
अभियान का उद्देश्य शौचालयों के महत्व, उनके रखरखाव, स्वच्छता व्यवहार और सुरक्षित स्वच्छता प्रणाली को सुनिश्चित करना है।
यह पहल सामुदायिक स्वच्छता परिसरों (CSC) और व्यक्तिगत घरेलू शौचालयों (IHHL) की कार्यक्षमता की जांच, मरम्मत तथा सौंदर्य सुधार
पर विशेष ध्यान देती है। अभियान स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के व्यापक लक्ष्यों के अनुरूप ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता ढांचे को
और अधिक मजबूत बनाने की दिशा में कार्य करेगा।
🔹 अभियान के मुख्य उद्देश्य
- CSC और IHHL की कार्यक्षमता बढ़ाना एवं आवश्यक मरम्मत कार्य करना
- सामुदायिक शौचालयों के संचालन और रखरखाव प्रणाली का मूल्यांकन और सुधार
- ग्राम समुदायों को शौचालयों के सौंदर्य संवर्धन के लिए प्रेरित करना
-
स्कूलों और समुदाय में स्वच्छता जागरूकता बढ़ाना—
(i) स्वच्छता का व्यक्ति, समाज और देश पर प्रभाव
(ii) सुरक्षित मल-अपशिष्ट प्रबंधन और रेट्रोफिटिंग की आवश्यकता
(iii) जलवायु-लचीली स्वच्छता सेवाओं की समझ
- संपूर्ण स्वच्छता के लिए सामुदायिक सहभागिता और जन-जागरूकता को सशक्त बनाना
🔹 स्वच्छ भारत मिशन की प्रगति
2014 में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) शुरू होने के बाद से भारत ने ग्रामीण स्वच्छता में ऐतिहासिक प्रगति की है।
2019 तक 11 करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण कर ग्रामीण क्षेत्रों को खुले में शौच मुक्त (ODF) बनाया गया।
2020 में शुरू हुए SBM-G Phase II का लक्ष्य ODF की स्थिरता को मजबूत करते हुए 'ODF Plus मॉडल गांव' का निर्माण करना है।
“हमारा शौचालय, हमारा भविष्य” अभियान इन्हीं प्रणालियों को जमीनी स्तर पर और मजबूती प्रदान करेगा।
🔹 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की जिम्मेदारी
अभियान के प्रभाव को अधिकतम करने के लिए राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को ग्राम पंचायत, ब्लॉक और जिला स्तर पर
जिम्मेदारियाँ सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए सभी संबंधित विभागों को सक्रिय रूप से शामिल करने की सलाह दी गई है।
मंत्रालय ने राज्यों से अपील की है कि वे स्थानीय प्रतिष्ठित व्यक्तियों—जैसे पद्म पुरस्कार विजेता, सेवानिवृत्त सैन्य एवं अर्द्धसैनिक कर्मी,
वरिष्ठ नागरिक, NSS/NYKS/NCC युवा समूह, एवं स्कूली बच्चों—को अभियान में शामिल करें।
ये समूह शौचालय उपयोग, स्वच्छता आदतों और समुदाय में जागरूकता फैलाने की गतिविधियों का हिस्सा बनेंगे।
अभियान के दौरान स्वच्छता कर्मियों का सम्मान करना और पात्र लाभार्थियों को IHHL स्वीकृति पत्र देना भी प्रमुख गतिविधियों में शामिल है।
इस राष्ट्रीय पहल का समापन 10 दिसंबर 2025 को मानवाधिकार दिवस पर होगा।
📌 महत्वपूर्ण बिंदु
- अभियान का नाम: हमारा शौचालय, हमारा भविष्य
- अवधि: 19 november 2025 – 10 दिसंबर 2025
- आयोजक: जल शक्ति मंत्रालय, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग
- केंद्रबिंदु: CSC और IHHL की मरम्मत, मूल्यांकन और सौंदर्य सुधार
- मुख्य उद्देश्य: सुरक्षित, स्वच्छ और जलवायु-लचीला ग्रामीण स्वच्छता मॉडल
- सहभागिता: राज्यों/UTs, ग्राम पंचायतें, युवा संगठन, स्कूल एवं समुदाय
Topic Related Key Points : World Toilet Day 2025 India, Hamara Shauchalay Hamara Bhavishya, SBM-G Phase II, Rural Sanitation India, CSC IHHL Improvement, ODF Plus Model Village, Swachh Bharat Mission Rural, Climate Resilient Sanitation, Rural Toilet Campaign 2025.
भारत ने CoP30 में ISA नेतृत्व सत्र के दौरान SIDS देशों के लिए ऊर्जा सुरक्षा पर वैश्विक सामूहिक कार्रवाई का आह्वान किया
Updated On: 20 november 2025
ब्राज़ील के बेलेम में आयोजित UNFCCC CoP30 के अवसर पर भारत ने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) के
SIDS नेतृत्व सत्र में छोटे द्वीपीय विकासशील राज्यों (SIDS) की ऊर्जा सुरक्षा के लिए व्यापक वैश्विक सहयोग की आवश्यकता पर ज़ोर दिया।
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने इस उच्च-स्तरीय मंत्रिस्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए
सौर ऊर्जा को “परिवर्तन और सामाजिक क्रांति का सशक्त माध्यम” बताया।
“द्वीपों को एकजुट करना, कार्रवाई को प्रेरित करना – ऊर्जा सुरक्षा के लिए नेतृत्व” विषय पर आयोजित इस कार्यक्रम में
कई मंत्री, वरिष्ठ प्रतिनिधि और अंतरराष्ट्रीय संगठन एक साथ आए। सत्र में इस तथ्य को रेखांकित किया गया कि SIDS को
ईंधन आयात पर अत्यधिक निर्भरता, जलवायु संकट और कमज़ोर बुनियादी ढांचे जैसी विशेष चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
इन्हीं चुनौतियों से निपटने हेतु ISA का SIDS प्लेटफ़ॉर्म मानकीकृत खरीद, मिश्रित वित्त, कौशल विकास और
सौर तकनीक तक तेज़ पहुँच सुनिश्चित करने वाला डिजिटल एवं वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र बना रहा है।
🔹 भारत की स्वच्छ ऊर्जा प्रगति: SIDS के लिए एक मॉडल
अपने संबोधन में श्री यादव ने कहा कि भारत ने 500 गीगावाट से अधिक की स्थापित विद्युत क्षमता प्राप्त कर ली है,
जिसमें से आधे से अधिक नवीकरणीय ऊर्जा से उत्पन्न होते हैं। उन्होंने उल्लेख किया कि भारत
अपना 50% गैर-जीवाश्म ऊर्जा क्षमता लक्ष्य निर्धारित समय से पाँच वर्ष पहले ही पूरा कर चुका है।
मंत्री महोदय ने साझा किया कि भारत विश्व का चौथा सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादक और तीसरा सबसे बड़ा सौर ऊर्जा उत्पादक बन चुका है।
उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की दूरदृष्टि और जनसहभागिता आधारित ऊर्जा बदलाव को दिया।
🔹 रूफटॉप, कृषि और ग्रामीण सौर मॉडल: भारत का SIDS के साथ साझा अनुभव
भारत ने ISA के माध्यम से SIDS देशों के साथ कई सफल मॉडल साझा किए—जिनमें ग्रामीण सौर समाधान, कृषि सौर पंप,
सौर फीडर और प्रधानमंत्री सूर्य घर रूफटॉप सोलर कार्यक्रम शामिल हैं।
मंत्री ने एक ग्रामीण शिक्षक की कहानी बताते हुए बताया कि कैसे रूफटॉप सोलर ने उसकी बिजली बिल की चिंता को
आय के अवसर में बदल दिया—“अब वह बिजली बिल नहीं, धूप का इंतज़ार करता है।”
उन्होंने कहा कि भारत में 20 लाख से ज़्यादा परिवार रूफटॉप सौर ऊर्जा अपना चुके हैं—
इसे “हर घर की आज़ादी” और “हर छत पर पावर प्लांट” की दृष्टि का हिस्सा बताया गया।
🔹 सौर ऊर्जा: किसानों के लिए नई सुबह
श्री यादव ने बताया कि सौर ऊर्जा आधारित कृषि ढांचा किसानों के लिए विश्वसनीय, किफायती और तनावमुक्त खेती सुनिश्चित कर रहा है—
“कोई डीज़ल नहीं, कोई प्रतीक्षा नहीं, कोई तनाव नहीं।”
सौर पंप और दिन के समय बिजली उपलब्ध कराने वाले सौर फीडर खेती को आधुनिक और टिकाऊ बना रहे हैं।
🔹 दूरस्थ क्षेत्रों को रोशन करने के लिए भारत के प्रयास
मंत्री ने प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत सुदूर एवं वन समुदायों को रोशन करने वाली पहलों का उल्लेख किया।
उन्होंने बताया कि भारत दुनिया की सबसे बड़ी “सौर + बैटरी” परियोजनाओं पर काम कर रहा है,
जिसमें लद्दाख में एक विशाल परियोजना भी शामिल है, जो पूरे शहर को स्वच्छ ऊर्जा से रोशन करने की क्षमता रखती है।
ये मॉडल SIDS देशों के लिए ऊर्जा लागत में कमी, डीज़ल निर्भरता में गिरावट और जलवायु लचीलेपन को बढ़ाने में उपयोगी साबित हो सकते हैं।
🔹 अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन: वैश्विक सौर परिवार
मंत्री महोदय ने बताया कि 124 से अधिक देश अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन का हिस्सा बन चुके हैं,
जो इसे एक मजबूत “वैश्विक सौर परिवार” बनाता है।
ISA परियोजना डिज़ाइन को तेज़ कर रहा है, वित्त जुटा रहा है, स्थानीय रोजगार पैदा कर रहा है
और विश्वभर में स्वच्छ ऊर्जा के रूप में सौर ऊर्जा को प्राथमिक विकल्प बना रहा है।
🔹 सौर ऊर्जा: आशा, स्वतंत्रता और गरिमा का प्रतीक
अपने संबोधन के अंत में श्री यादव ने कहा—
“सौर ऊर्जा केवल तकनीक नहीं है; यह आशा है, सशक्तिकरण है, स्वतंत्रता है, गरिमा है और शांति है।”
सत्र में उपस्थित SIDS प्रतिनिधियों ने भारत के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में तेजी से बढ़ते कदमों की प्रशंसा की और
यह माना कि जलवायु-लचीला ढांचा न केवल पर्यावरणीय बल्कि सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से भी अत्यंत आवश्यक है।
इसके अलावा, ISA SIDS प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से क्षमता निर्माण, व्यवहार्यता अध्ययनों और जलवायु वित्त तक आसान पहुँच
को बढ़ावा देने की दिशा में भी सहमति व्यक्त की गई।
📌 महत्वपूर्ण बिंदु
- कार्यक्रम: ISA SIDS नेतृत्व सत्र, CoP30 – बेलेम, ब्राजील
- मुख्य वक्ता: केंद्रीय मंत्री श्री भूपेंद्र यादव
- केंद्रबिंदु: SIDS के लिए ऊर्जा सुरक्षा, स्वच्छ ऊर्जा और सौर समाधान
- भारत की उपलब्धियाँ: 500 GW से अधिक स्थापित क्षमता, 50% गैर-जीवाश्म ऊर्जा लक्ष्य पूरा
- मुख्य पहल: रूफटॉप सोलर, कृषि सौर, ग्रामीण सौर मॉडल, जनमन योजना
- ISA सदस्यता: 124+ देश
Topic Related Key Points : India at COP30, ISA SIDS Leadership, Solar Energy India, Renewable Energy SIDS, Bhupender Yadav COP30 Speech, Solar Models India, Climate Resilience, Small Island States Energy Security, International Solar Alliance, Global Clean Energy Cooperation.
भारत करेगा दूसरे क्षेत्रीय मुक्त डिजिटल स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन 2025 (RODHS) की मेजबानी
Updated On: 20 november 2025
नई दिल्ली में 19 november से शुरू हुए क्षेत्रीय मुक्त डिजिटल स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन 2025 (RODHS 2025) में दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के वरिष्ठ सरकारी प्रतिनिधि, अंतर्राष्ट्रीय संगठन और स्वास्थ्य-तकनीक नवप्रवर्तक एक साथ आए।
भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, थाईलैंड, मालदीव सहित कई देशों के नेता इस तीन दिवसीय आयोजन में भाग ले रहे हैं, जिसका उद्देश्य डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना (DPI), खुले मानकों और जनरेटिव AI जैसी प्रौद्योगिकियों के माध्यम से
यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज (UHC) और डिजिटल स्वास्थ्य परिवर्तन को गति देना है।
🔹 उद्घाटन सत्र: सहयोग, समानता और अंतर-संचालन को प्रमुख स्तंभ बताया
उद्घाटन सत्र में वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि डिजिटल स्वास्थ्य का स्थायी विकास तभी संभव है जब विभिन्न देशों और संस्थानों के बीच
सहयोग, समानता और इंटरऑपरेबिलिटी को प्राथमिकता दी जाए।
एनईजीडी के सीओओ श्री रजनीश कुमार ने कहा कि डिजिटल स्वास्थ्य प्रणालियों में बाधाओं को हटाना आवश्यक है।
उन्होंने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और आईटी मंत्रालय के बीच संयुक्त शासन मॉडल की ज़रूरत पर बल देते हुए बताया कि
ABDM, CoWIN, आधार और UPI जैसी राष्ट्रीय प्रणालियों की सुरक्षा एवं इंटरऑपरेबिलिटी इसी से सुनिश्चित हो सकती है।
WHO-SEARO के निदेशक श्री मनोज झालानी ने कहा कि यह शिखर सम्मेलन पूरे क्षेत्र में तकनीकी क्षमता निर्माण की दिशा में
महत्वपूर्ण कदम है और भरोसे, निरंतरता एवं इंटरऑपरेबिलिटी को सफलता का आधार बताया।
यूनिसेफ इंडिया के उप-प्रतिनिधि श्री अर्जन डी वाग्ट ने कहा कि डिजिटल स्वास्थ्य सिर्फ तकनीक नहीं, बल्कि
समुदायों और कमजोर बच्चों तक स्वास्थ्य सेवाएँ पहुंचाने का उपकरण है।
उन्होंने डिजिटल स्वास्थ्य को समानता और लचीलेपन के बड़े अवसर के रूप में रेखांकित किया।
🔹 भारत के डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना मॉडल की सराहना
एनएचए के सीईओ डॉ. सुनील कुमार बरनवाल ने कहा कि आधार, UPI, CoWIN और ABDM जैसे
भारत के डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना मॉडल दर्शाते हैं कि स्केलेबल सार्वजनिक डिजिटल प्रणाली कैसे समाज को बड़ा लाभ दे सकती है।
उन्होंने सुरक्षित और इंटरऑपरेबल स्वास्थ्य डेटा नेटवर्क के निर्माण में NeGD की भूमिका को भी रेखांकित किया।
स्वास्थ्य मंत्रालय की सचिव श्रीमती पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि अच्छे स्वास्थ्य परिणाम शिक्षा, स्वच्छता,
पोषण, पानी और सामाजिक सुरक्षा सहित विभिन्न कारकों पर निर्भर करते हैं, इसलिए
विभागों के डिजिटल सिस्टम का एकीकरण बेहद जरूरी है।
उन्होंने NDHB 2019 और NHP 2017 को UHC के लिए मजबूत आधार बताया।
🔹 खुले मानक, फुल-स्टैक और DPI की भूमिका पर हुई विस्तृत चर्चा
पहले प्रमुख पूर्ण सत्र में NeGD, NHA, UNICEF और WHO के विशेषज्ञों ने इस बात पर सहमति जताई कि
खुले मानक, फुल-स्टैक फ्रेमवर्क और डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना
पायलट परियोजनाओं को बड़े पैमाने पर लागू डिजिटल स्वास्थ्य प्रणालियों में बदलने के लिए अनिवार्य हैं।
भारत के CoWIN और ABDM को DPI आधारित सफल स्वास्थ्य समाधानों का वैश्विक उदाहरण बताया गया,
जबकि यूनिसेफ के विशेषज्ञों ने बाल अधिकारों और डेटा संरक्षण के महत्व पर जोर दिया।
🔹 DPI के आधारभूत स्तंभ: डिजिटल पहचान, भुगतान, डेटा विनिमय
दूसरे सत्र में UIDAI, NPCI, ONDC और NeGD के विशेषज्ञों सहित थाईलैंड, मालदीव और नेपाल के प्रतिनिधियों ने बताया कि
डिजिटल पहचान, भुगतान और डेटा एक्सचेंज
मजबूत डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र के मूल स्तंभ हैं।
उन्होंने कहा कि डिजिटल स्वास्थ्य की सफलता केवल अपनाने पर नहीं, बल्कि
बेहतर स्वास्थ्य परिणाम, लागत बचत और नागरिक सशक्तिकरण पर आधारित होनी चाहिए।
🔹 FHIR आधारित अंतर-संचालन: क्षेत्रीय सहयोग की आवश्यकता
सत्र 3 में HL7 इंडिया, C-DAC, बांग्लादेश के DGHS और श्रीलंका स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेषज्ञों ने
FHIR को स्वास्थ्य डेटा विनिमय का वैश्विक मानक बताते हुए कहा कि
सतत उपयोग के लिए कार्यबल विकास, निवेश और शासन सुधार जरूरी हैं।
उन्होंने दक्षिण-पूर्व एशिया में FHIR-आधारित इंटरऑपरेबिलिटी को
क्षेत्रीय सहयोग का अनिवार्य हिस्सा बताया।
🔹 स्वास्थ्य क्षेत्र में DPI: भारत, श्रीलंका और थाईलैंड के अनुभव
चौथे सत्र में यह दर्शाया गया कि विभिन्न डिजिटल परिपक्वता स्तरों वाले देश भी
इंटरऑपरेबिलिटी, गोपनीयता और डेटा-चालित नवाचार
पर आधारित स्वास्थ्य DPI विकसित कर रहे हैं।
🔹 जनरेटिव AI: समान और प्रभावी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए महत्वपूर्ण तकनीक
सत्र 5 में भारत, नेपाल और थाईलैंड के विशेषज्ञों ने बताया कि
GenAI डेटा विखंडन कम कर सकता है और रोगी-केंद्रित सेवाएँ मजबूत बना सकता है।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य में AI की पूर्ण क्षमता तभी संभव है
जब इंटरऑपरेबल और स्केलेबल डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हो।
🔹 GenAI इनोवेशन का लाइव प्रदर्शन
अंतिम सत्र में Eka Care, Google, Niramai, Sunoh.ai और IIT दिल्ली ने
GenAI आधारित स्वास्थ्य नवाचार प्रस्तुत किए—जिनमें शामिल हैं:
- स्वचालित क्लिनिकल डॉक्यूमेंटेशन (Sunoh.ai)
- AI-आधारित निदान
- स्टन कैंसर का प्रारंभिक पता लगाने हेतु थर्मल इमेजिंग (Niramai)
- Google का MedGemma AI मॉडल
- IIT दिल्ली का उन्नत डायग्नोस्टिक प्लेटफ़ॉर्म
इन नवाचारों ने दिखाया कि AI किस प्रकार स्वास्थ्य सेवाओं को
सटीक, तेज़, लागत-कुशल और अधिक समावेशी बना सकता है।
📌 शिखर सम्मेलन का पहला दिन: क्षेत्रीय डिजिटल स्वास्थ्य भविष्य की मजबूत नींव
RODHS 2025 के पहले दिन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि दक्षिण-पूर्व एशिया
खुले मानकों, डिजिटल समानता, मजबूत DPI और GenAI
के माध्यम से क्षेत्रीय स्वास्थ्य प्रणालियों को बदलने के लिए प्रतिबद्ध है।
नेताओं ने एक साझा दृष्टि प्रस्तुत की—
एक ऐसी स्वास्थ्य प्रणाली जो **लचीली, समावेशी और तकनीक-संचालित** हो।
Topic Related Key Points : Digital Health Summit India 2025, RODHS 2025, South-East Asia Digital Health, India DPI Health, ABDM, CoWIN, FHIR Interoperability, Global Health GenAI, WHO SEARO Digital Health, UNICEF Digital Innovation.
20 नवंबर का महत्व: विश्व बाल दिवस, ट्रांसजेंडर डे और ऐतिहासिक घटनाएँ
लेखक: Examseries
Published Date: 20 November 2025
20 नवंबर: प्रमुख दिवस और उनका महत्व
1. विश्व बाल दिवस (World Children's Day)
हर साल 20 नवंबर को, पूरी दुनिया में विश्व बाल दिवस मनाया जाता है। यह दिन बच्चों के अधिकारों की रक्षा, शिक्षा और सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। 1959 में, इसी दिन 'बाल अधिकारों की घोषणा' को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अपनाया गया था। इस दिन का उद्देश्य बच्चों के अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उनके कल्याण के लिए वैश्विक प्रयासों को प्रोत्साहित करना है।
2. ट्रांसजेंडर डे ऑफ रिमेंबरेंस (Transgender Day of Remembrance - TDOR)
20 नवंबर को ट्रांसजेंडर डे ऑफ रिमेंबरेंस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य ट्रांसजेंडर समुदाय के खिलाफ हिंसा और घृणा अपराधों में मारे गए व्यक्तियों को श्रद्धांजलि अर्पित करना है। यह दिवस ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के अधिकारों की रक्षा और उनके खिलाफ बढ़ती हिंसा के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए समर्पित है। यह दिन ट्रांसजेंडर समुदाय के समर्थन में एक सशक्त संदेश भेजता है।
20 नवंबर की ऐतिहासिक घटनाएँ
1. 1863: लिंकन का गेटिसबर्ग भाषण
20 नवंबर 1863 को अमेरिकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने गेटिसबर्ग संबोधन दिया, जो अमेरिकी लोकतंत्र और मानव समानता का प्रतीक माना जाता है। यह भाषण आज भी अमेरिका के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में जाना जाता है।
2. 1985: माइक्रोसॉफ्ट विंडोज 1.0 का लॉन्च
माइक्रोसॉफ्ट ने 20 नवंबर 1985 को अपना पहला ग्राफिकल ऑपरेटिंग सिस्टम, विंडोज 1.0, लॉन्च किया। विंडोज 1.0 ने कंप्यूटर इंटरफेस में एक क्रांति ला दी, जिससे कंप्यूटर के उपयोग में एक नया युग शुरू हुआ। माउस आधारित ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUI) ने व्यक्तिगत कंप्यूटरों की दुनिया में नई दिशा दी।
20 नवंबर के प्रमुख दिवस
1. विश्व बाल दिवस (World Children's Day)
विश्व बाल दिवस हर वर्ष 20 नवंबर को मनाया जाता है। यह बच्चों के अधिकारों और उनके कल्याण के बारे में वैश्विक जागरूकता फैलाने का दिन है। 1959 में, इस दिन बाल अधिकारों की घोषणा को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अपनाया गया था।
2. ट्रांसजेंडर डे ऑफ रिमेंबरेंस (Transgender Day of Remembrance)
ट्रांसजेंडर डे ऑफ रिमेंबरेंस 20 नवंबर को मनाया जाता है, और इसका उद्देश्य ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के खिलाफ होने वाली हिंसा को लेकर जागरूकता फैलाना है। यह दिन उन व्यक्तियों की याद में मनाया जाता है जो ट्रांसफोबिक हिंसा के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं।
20 नवंबर की ऐतिहासिक घटनाएँ
1. 1750: टीपू सुल्तान का जन्म
20 नवंबर 1750 को टीपू सुल्तान का जन्म हुआ, जो मैसूर साम्राज्य के शासक थे। टीपू सुल्तान ने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ बहादुरी से युद्ध लड़ा और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
2. 1917: बोस अनुसंधान संस्थान की स्थापना
20 नवंबर 1917 को जगदीश चंद्र बसु ने कोलकाता में बोस अनुसंधान संस्थान की स्थापना की। यह संस्थान भारतीय वैज्ञानिक अनुसंधान का महत्वपूर्ण केंद्र बना और भारत में विज्ञान के क्षेत्र में नए योगदान की दिशा तय की।
3. 1945: नुरेमबर्ग ट्रायल की शुरुआत
20 नवंबर 1945 को नुरेमबर्ग ट्रायल की शुरुआत हुई, जिसमें जर्मन नाजी नेताओं को युद्ध अपराधों के लिए न्याय के कटघरे में खड़ा किया गया। यह ट्रायल अंतरराष्ट्रीय कानून की नींव रखने वाला महत्वपूर्ण कदम था।
20 नवंबर: प्रसिद्ध व्यक्तियों के जन्म और निधन
- टीपू सुल्तान (1750): भारत के महान शासक और स्वतंत्रता सेनानी।
- सेल्मा लेगरलोफ (1858): स्वीडिश लेखिका और नोबेल पुरस्कार विजेता।
- पॉली उमरीगर (1923): भारतीय क्रिकेटर और भारत के पहले दोहरे शतक लगाने वाले खिलाड़ी।
निष्कर्ष
20 नवंबर का दिन वैश्विक इतिहास में कई ऐतिहासिक घटनाओं और महत्वपूर्ण दिवसों का गवाह रहा है। यह दिन बच्चों के अधिकारों की वकालत करने के साथ-साथ समाज के विभिन्न पहलुओं में बदलाव लाने वाले महत्वपूर्ण क्षणों का प्रतीक भी है। चाहे वह विश्व बाल दिवस हो या ट्रांसजेंडर डे, यह दिन हमेशा जागरूकता और बदलाव की ओर प्रेरित करता है।
20 November 2025 से बनने वाले Daily Current Affairs Quiz
1. ‘गज-लोक’ पहल मुख्यतः किस उद्देश्य के लिए शुरू की गई है?
A. एशिया में हाथियों के शिकार को समाप्त करने के लिए केवल कानूनी सुधारों को बढ़ावा देना
B. एशियाई हाथियों के सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और पारिस्थितिक संबंधों पर अंतरराष्ट्रीय संवाद को प्रोत्साहित करना
C. भारत में हाथियों के पुनर्वास के लिए समर्पित फंड बनाना
D. एशिया में हाथी-आधारित पर्यटन को बढ़ावा देना
उत्तर: B
व्याख्या:
गज-लोक कार्यक्रम INTACH द्वारा शुरू किया गया एक बहुआयामी सांस्कृतिक-पर्यावरणीय मंच है जिसका उद्देश्य एशियाई हाथियों के सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, पारिस्थितिक और जलवायु-लचीलेपन जैसे पहलुओं पर अंतरराष्ट्रीय संवाद को गहरा करना है। यह पहल संरक्षण, सांस्कृतिक विरासत और मानवीय अध्ययनों को एक साथ लाती है।
2. ‘गज-लोक’ प्रदर्शनी के छह थीमैटिक पैनल किस विशेष ऐतिहासिक यात्रा को दर्शाते हैं?
A. भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में हाथियों की भूमिका
B. एशिया में हाथियों की जैविक विकास यात्रा
C. प्रागैतिहासिक कला से आधुनिक तकनीकी नवाचारों तक मानव-हाथी संबंधों की निरंतरता
D. हाथियों के सैन्य उपयोग के चरण
उत्तर: C
व्याख्या:
प्रदर्शनी प्रागैतिहासिक कला, व्यापार मार्गों, पवित्र परंपराओं, प्रतीकात्मक छवियों से लेकर केरल के रोबोटिक मंदिर हाथी जैसे वर्तमान नवाचारों तक मानव-हाथी संबंधों की लंबी सांस्कृतिक यात्रा को दर्शाती है।
3. ‘गज-लोक’ का उद्घाटन किसके द्वारा किया जाना प्रस्तावित है?
A. INTACH के अध्यक्ष
B. पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री
C. संस्कृति मंत्रालय के सचिव
D. IUCN एशिया क्षेत्रीय समन्वयक
उत्तर: C
व्याख्या:
इस कार्यक्रम का उद्घाटन भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के सचिव श्री विवेक अग्रवाल (IAS) द्वारा किया जा रहा है, जो इसे सरकारी-सांस्कृतिक साझेदारी का उच्च-स्तरीय कार्यक्रम बनाता है।
4. निम्नलिखित में से कौन ‘गज-लोक’ गोलमेज सम्मेलन से संबंधित है?
A. यह केवल भारत-स्थित विद्वानों को शामिल करता है
B. इसमें अंतरराष्ट्रीय संरक्षण विशेषज्ञ तथा IUCN व WWF से जुड़े नेता शामिल हैं
C. यह केवल पर्यावरणीय चुनौतियों पर आधारित है, सांस्कृतिक पक्ष शामिल नहीं किया गया
D. इसका उद्देश्य केवल एशियाई देशों की नीतियों की समीक्षा करना है
उत्तर: B
व्याख्या:
गोलमेज सम्मेलन में प्रो. रमन सुकुमार, विवेक मेनन (IUCN SSC), रवि सिंह (WWF-India), डॉ. खालिद पाशा समेत कई अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ शामिल हैं और चर्चा सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, पारिस्थितिक सभी पहलुओं को सम्मिलित करती है।
5. ‘गज-लोक डोजियर’ किससे संबंधित है?
A. एशिया में हाथियों की गिनती पर आधारित जनसंख्या आँकड़ों का दस्तावेज
B. हाथियों की विरासत पर एक अंतरराष्ट्रीय शोध-आधारित रिपोर्ट
C. हाथियों से जुड़े पर्यटन मॉडलों का आर्थिक विश्लेषण
D. भारत में हाथियों के संघर्ष मानचित्रों का संकलन
उत्तर: B
व्याख्या:
कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों से प्राप्त निष्कर्षों को मिलाकर एक बहु-विषयक ‘गज-लोक डोजियर’ तैयार किया जाएगा, जो एशियाई हाथियों की सांस्कृतिक-पर्यावरणीय विरासत को संरक्षित करने के उद्देश्य से बनाया जा रहा एक वैश्विक शोध दस्तावेज है।
6. “हमारा शौचालय, हमारा भविष्य” अभियान का मुख्य उद्देश्य क्या है?
A. सभी ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालयों का निर्माण करना
B. शौचालयों के रखरखाव, सौंदर्य संवर्धन और स्वच्छता आदतों को बढ़ावा देना
C. स्वच्छता कर्मियों को वेतन में वृद्धि देना
D. सभी गांवों में सामुदायिक स्वच्छता परिसरों का निर्माण करना
उत्तर: B
व्याख्या:
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य शौचालयों की कार्यक्षमता बढ़ाना, उनकी मरम्मत और सौंदर्य संवर्धन करना है, साथ ही स्वच्छता आदतों को बढ़ावा देना और सुरक्षित स्वच्छता प्रणालियों को लागू करना है।
7. "हमारा शौचालय, हमारा भविष्य" अभियान का समापन कब होगा?
A. 25 दिसंबर 2025
B. 10 दिसंबर 2025
C. 19 नवंबर 2025
D. 31 दिसंबर 2025
उत्तर: B
व्याख्या:
अभियान का समापन 10 दिसंबर 2025 को मानवाधिकार दिवस पर किया जाएगा, जो इस अभियान के जागरूकता और समाज में इसके प्रभाव को बढ़ाने के लिए एक प्रमुख दिन है।
8. “हमारा शौचालय, हमारा भविष्य” अभियान के तहत स्वच्छता कर्मियों को किस प्रकार सम्मानित किया जाएगा?
A. उन्हें वित्तीय पुरस्कार दिया जाएगा
B. उन्हें IHHL स्वीकृति पत्र प्रदान किया जाएगा
C. उन्हें सरकारी नौकरी दी जाएगी
D. उन्हें पुरस्कार और प्रमाणपत्र दिया जाएगा
उत्तर: B
व्याख्या:
अभियान के दौरान स्वच्छता कर्मियों का सम्मान करते हुए उन्हें IHHL स्वीकृति पत्र दिया जाएगा, जो इस पहल के महत्वपूर्ण योगदान को सम्मानित करने का एक तरीका है।
9. स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत 'ODF Plus मॉडल' का मुख्य उद्देश्य क्या है?
A. केवल खुले में शौच मुक्त (ODF) गांवों का निर्माण
B. ODF गांवों में स्थिरता और विकास को सुनिश्चित करना
C. सभी गांवों में शौचालयों का निर्माण
D. शहरों में स्वच्छता सुधारना
उत्तर: B
व्याख्या:
'ODF Plus मॉडल' का उद्देश्य ODF गांवों की स्थिरता को मजबूत करना और उन्हें जलवायु-लचीला, स्वच्छ, और सुरक्षित स्वच्छता मॉडल बनाना है, जो दीर्घकालिक स्वच्छता की दिशा में एक मजबूत कदम है।
10. "हमारा शौचालय, हमारा भविष्य" अभियान में किस प्रकार के समुदायों की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है?
A. केवल सरकारी कर्मचारियों की
B. केवल स्कूलों और कॉलेजों की
C. स्थानीय प्रतिष्ठित व्यक्तियों, युवा समूहों, और स्कूलों की
D. केवल महिलाओं और बच्चों की
उत्तर: C
व्याख्या:
अभियान में स्थानीय प्रतिष्ठित व्यक्तियों, जैसे पद्म पुरस्कार विजेता, सेवानिवृत्त सैन्य कर्मी, NSS/NYKS/NCC के युवा समूहों और स्कूलों को शामिल किया जाएगा। ये समुदाय शौचालयों के उपयोग और स्वच्छता आदतों को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय रूप से अभियान में भाग लेंगे।
11. CoP30 में ISA SIDS नेतृत्व सत्र के दौरान भारत ने छोटे द्वीपीय विकासशील राज्यों (SIDS) के संदर्भ में किस प्रमुख चुनौती पर वैश्विक एकजुटता की आवश्यकता पर विशेष ज़ोर दिया?
A. वैश्विक व्यापार उदारीकरण
B. ऊर्जा सुरक्षा और सौर अवसंरचना
C. पर्यटन उद्योग का विस्तार
D. समुद्री मत्स्य व्यवसाय का नियमन
उत्तर: B
व्याख्या:
भारत ने इस उच्च-स्तरीय बैठक में SIDS की ऊर्जा सुरक्षा को केंद्र में रखा, क्योंकि वे ईंधन आयात निर्भरता, जलवायु जोखिम और कमज़ोर बुनियादी ढांचे जैसी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। सौर ऊर्जा को इन द्वीपीय राष्ट्रों के लिए परिवर्तनकारी समाधान बताया गया।
12. भारत ने 500 GW से अधिक स्थापित विद्युत क्षमता में से किस अनुपात को नवीकरणीय ऊर्जा के रूप में प्रस्तुत किया?
A. लगभग 20%
B. लगभग 35%
C. लगभग 50%
D. लगभग 75%
उत्तर: C
व्याख्या:
मंत्री भूपेंद्र यादव के अनुसार भारत ने 500 GW से अधिक स्थापित क्षमता प्राप्त कर ली है और इसका अर्धांश अर्थात लगभग 50% नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से आता है, जो वैश्विक जलवायु प्रतिबद्धताओं में भारत को अग्रणी बनाता है।
13. निम्नलिखित में से कौन-सा घटक ISA SIDS प्लेटफ़ॉर्म द्वारा विकसित किए जा रहे डिजिटल एवं वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र का हिस्सा है?
A. वैश्विक कार्बन टैक्स
B. मानकीकृत खरीद और मिश्रित वित्त (Blended Finance)
C. जीवाश्म ईंधन आधारित उत्पादन तकनीक
D. समुद्री खनन परियोजनाएँ
उत्तर: B
व्याख्या:
ISA का SIDS प्लेटफ़ॉर्म मानकीकृत खरीद, मिश्रित वित्त, सौर तकनीक की तेज़ उपलब्धता और कौशल विकास पर केंद्रित है ताकि SIDS देशों में सौर ऊर्जा अवसंरचना को सुलभ और विश्वसनीय बनाया जा सके।
14. भारत द्वारा SIDS देशों के साथ साझा किए गए सौर मॉडलों में निम्नलिखित में से कौन शामिल नहीं है?
A. कृषि सौर पंप
B. सौर फीडर
C. ग्रामीण सौर समाधान
D. परमाणु सूक्ष्म-रिएक्टर मॉडल
उत्तर: D
व्याख्या:
भारत ने ISA के माध्यम से SIDS देशों को कृषि सौर पंप, सौर फीडर, ग्रामीण सौर मॉडल और सूर्य घर रूफटॉप सोलर जैसे मॉडल साझा किए। परमाणु सूक्ष्म-रिएक्टर मॉडल इस सूची का हिस्सा नहीं है।
15. भारत की लद्दाख परियोजना, जिसका उल्लेख सत्र में किया गया, किस विशेषता के कारण SIDS देशों के लिए एक मॉडल मानी जा रही है?
A. यह विश्व की सबसे बड़ी पवन ऊर्जा परियोजना है
B. यह “सौर + बैटरी” मॉडल पर आधारित विश्व की सबसे बड़ी परियोजनाओं में से एक है
C. यह पूर्णतः जैव ईंधन आधारित परियोजना है
D. यह केवल जलविद्युत क्षमता पर आधारित है
उत्तर: B
व्याख्या:
लद्दाख में भारत एक विशाल “सौर + बैटरी” परियोजना विकसित कर रहा है जो दूरस्थ एवं अत्यधिक संवेदनशील क्षेत्रों को स्वच्छ, विश्वसनीय और निरंतर ऊर्जा प्रदान कर सकती है। यही मॉडल SIDS देशों के लिए डीज़ल निर्भरता कम करने और जलवायु-लचीलापन बढ़ाने में सहायक माना जा रहा है।
16. RODHS 2025 के मुख्य उद्देश्यों में से कौन-सा सही है?
A. चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा देना
B. डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना (DPI), खुले मानकों और GenAI के माध्यम से यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज को गति देना
C. पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को डिजिटल प्लेटफॉर्म से बाहर रखना
D. स्वास्थ्य बीमा योजनाओं का निजीकरण करना
उत्तर: B
व्याख्या:
RODHS 2025 का मुख्य लक्ष्य डिजिटल स्वास्थ्य परिवर्तन को तेज़ करना है, जिसके केंद्र में DPI, खुले मानक, इंटरऑपरेबिलिटी और GenAI जैसी आधुनिक तकनीकें हैं, ताकि दक्षिण-पूर्व एशिया में UHC को और प्रभावी बनाया जा सके।
17. उद्घाटन सत्र में ABDM, CoWIN, UPI और आधार जैसी प्रणालियों के संदर्भ में ‘संयुक्त शासन मॉडल’ की आवश्यकता क्यों बताई गई?
A. क्योंकि ये सभी प्रणालियाँ विदेशी कंपनियों द्वारा संचालित हैं
B. क्योंकि स्वास्थ्य मंत्रालय के पास इनका प्रबंधन करने की क्षमता नहीं है
C. क्योंकि इन प्रणालियों की सुरक्षा और इंटरऑपरेबिलिटी सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय एवं आईटी मंत्रालय का सहयोग आवश्यक है
D. क्योंकि डिजिटल स्वास्थ्य को केवल निजी क्षेत्र द्वारा नियंत्रित किया जाना चाहिए
उत्तर: C
व्याख्या:
NeGD के COO ने कहा कि डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी की सुरक्षा, स्केलेबिलिटी और इंटरऑपरेबिलिटी तभी सुनिश्चित की जा सकती है जब स्वास्थ्य मंत्रालय और आईटी मंत्रालय मिलकर संयुक्त शासन मॉडल अपनाएँ।
18. FHIR (Fast Healthcare Interoperability Resources) के संदर्भ में RODHS 2025 में क्या निष्कर्ष निकाला गया?
A. FHIR केवल विकसित देशों में उपयोगी है
B. यह स्वास्थ्य डेटा विनिमय के लिए वैश्विक मानक है और दक्षिण-पूर्व एशिया में इसके लिए कार्यबल विकास और शासन सुधार आवश्यक हैं
C. यह केवल निजी अस्पतालों के लिए बनाया गया था
D. इसका उपयोग केवल AI-आधारित निदान में होता है
उत्तर: B
व्याख्या:
सत्र में HL7 इंडिया, बांग्लादेश DGHS और श्रीलंका के विशेषज्ञों ने FHIR को स्वास्थ्य डेटा इंटरऑपरेबिलिटी का वैश्विक मानक बताया और इसके सफल अपनाने के लिए क्षेत्रीय सहयोग, कार्यबल क्षमता और निवेश की आवश्यकता पर जोर दिया।
19. RODHS 2025 में DPI के ‘आधारभूत स्तंभ’ किन-किन को बताया गया?
A. डिजिटल पहचान, जल आपूर्ति प्रबंधन और कृषि डेटा
B. डिजिटल पहचान, भुगतान और डेटा एक्सचेंज
C. क्लाउड स्टोरेज, 5G और ब्लॉकचेन
D. डिजिटल मार्केटिंग, ई-कॉमर्स और रोबोटिक्स
उत्तर: B
व्याख्या:
UIDAI, NPCI और ONDC के विशेषज्ञों ने कहा कि डिजिटल स्वास्थ्य को सक्षम बनाने वाले DPI स्तंभ हैं — डिजिटल पहचान (Aadhaar जैसे मॉडल), डिजिटल भुगतान (UPI), और डेटा एक्सचेंज ढांचा — जिनसे स्वास्थ्य प्रणालियाँ इंटरऑपरेबल और नागरिक-केंद्रित बनती हैं।
20. GenAI के संदर्भ में RODHS 2025 में निम्न में से कौन-सा कथन सही है?
A. GenAI केवल प्रशासनिक कार्यों तक सीमित है
B. यह डेटा विखंडन बढ़ाता है और व्यक्तिगत स्वास्थ्य सेवाओं को कमजोर करता है
C. यह स्वास्थ्य सेवाओं को सटीक, तेज़ और समावेशी बनाने की क्षमता रखता है, बशर्ते मजबूत इंटरऑपरेबल डेटा ढांचा उपलब्ध हो
D. यह सिर्फ निजी स्वास्थ्य स्टार्टअप्स के लिए उपयोगी है
उत्तर: C
व्याख्या:
GenAI सत्र में यह स्पष्ट किया गया कि सही डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर और इंटरऑपरेबिलिटी होने पर AI रोगी-केंद्रित सेवाओं को तेज़, सटीक, कम लागत और अधिक समान बना सकता है। Sunoh.ai, Niramai और Google के मॉडलों ने इसका लाइव प्रदर्शन भी प्रस्तुत किया।