5 November 2025 Current Affairs PDF Download | Daily GK Top Questions in Hindi

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5 november Current Affairs in Hindi | डेली करेंट अफेयर्स क्विज | 5 November महत्वपूर्ण करेंट अफेयर्स क्विज | Current Affairs PDF in Hindi

नमस्कार दोस्तों! Daily Current Affairs की इस पोस्ट में हमने Modi Innovations – QSIP Quantum Chip, 25-Qubit QPU, CAR-T Cell Therapy, India AI Governance Guidelines 2025 – MeitY, Indian Navy INS Ikshak – Indigenous Hydrographic Vessel, ESTIC 2025 – 6G Vision and Digital Communication, 5 नवंबर का इतिहास से संबंधित महत्वपूर्ण articles और प्रश्नों को सम्मिलित किया है। ये सभी प्रश्न SSC, Railway, Bank, SBI, RBI, IBPS, State Exams और दूसरे सभी Competitive Exams में हेल्प करेंगे।

05 november 2025 करेंट अफेयर्स in hindi और  GK quiz

5 November 2025 के Latest Current Affairs Hindi फॉर्मेट में पढ़ें और साथ में TOP Latest November Current Quiz देवें।

Table of Contents

  1. 5 नवंबर 2025 करेंट अफेयर्स इन हिंदी
  2. Modi Innovations – QSIP Quantum Chip, 25-Qubit QPU, CAR-T Cell Therapy
  3. India AI Governance Guidelines 2025 – MeitY
  4. Indian Navy INS Ikshak – Indigenous Hydrographic Vessel
  5. ESTIC 2025 – 6G Vision and Digital Communication
  6. 5 नवंबर का इतिहास
  7. 5 नवंबर 2025 करेंट अफेयर्स प्रश्नोत्तरी

5 november 2025 Current Affairs in Hindi

Post Title 5 november 2025 Daily Current Affairs update
Total Questions 25 Important Current Affairs Questions
Category November Current Affair Quiz and Practise
Language केवल हिंदी medium में उपलब्ध
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प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को दिए तीन क्रांतिकारी नवाचार: QSIP क्वांटम सुरक्षा चिप, 25-क्यूबिट QPU और स्वदेशी CAR-T सेल थेरेपी

Update on: 05 नवंबर 2025

PM Modi QSIP QPU CAR-T Therapy 2025

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्र को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तीन ऐतिहासिक नवाचारों का उपहार दिया — QSIP (Quantum Secure Indian Processor), 25-क्यूबिट QPU और CAR-T सेल थेरेपी। ये लॉन्च Emerging Science, Technology and Innovation Conference (ESTIC 2025) के दौरान हुए, जो भारत की वैज्ञानिक क्षमता और नवाचार के भविष्य को नई दिशा देने वाले हैं।

भारत का अपना क्वांटम सुरक्षा समाधान – QSIP

QSIP भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित क्वांटम सुरक्षा चिप है, जिसे साइबर सुरक्षा को नई ऊंचाई देने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है। यह चिप संवेदनशील डेटा ट्रांसमिशन और डिजिटल नेटवर्क्स की सुरक्षा को सुनिश्चित करेगी। यह “Digital India” के मिशन को क्वांटम युग में प्रवेश कराने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

25-क्यूबिट QPU: भारत की पहली क्वांटम कंप्यूटिंग चिप

प्रधानमंत्री द्वारा लॉन्च किया गया 25-क्यूबिट Quantum Processing Unit (QPU) भारत की पहली क्वांटम कंप्यूटिंग चिप है। यह उच्च गति और ऊर्जा-कुशल गणनाओं को संभव बनाएगी, जो भविष्य की AI, मौसम पूर्वानुमान, रक्षा और फार्मास्यूटिकल अनुसंधान जैसी अत्याधुनिक तकनीकों को गति देगी। यह भारत को वैश्विक क्वांटम क्रांति के अग्रणी देशों की पंक्ति में ला खड़ा करेगा।

CAR-T सेल थेरेपी: भारत की पहली स्वदेशी कैंसर उपचार तकनीक

भारत की पहली CAR-T सेल थेरेपी – एक क्रांतिकारी कैंसर उपचार तकनीक – को भारतीय स्टार्टअप ImmunoACT द्वारा विकसित किया गया है, जो IIT बॉम्बे का एक स्पिन-ऑफ है। इस नवाचार को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, DBT (Department of Biotechnology) और BIRAC द्वारा सहयोग प्राप्त है।

इस थेरेपी के अंतर्गत विकसित NexCAR19 दुनिया की पहली मानवीकृत CAR-T थेरेपी है, जो “भारत में निर्मित, विश्व के लिए” दृष्टिकोण का उदाहरण है। यह जीन थेरेपी को सस्ती और सुलभ बनाकर कैंसर उपचार को आम नागरिकों तक पहुँचाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है।

वैज्ञानिक सहयोग और अनुसंधान विस्तार

DBT और BIRAC ने टाटा मेमोरियल सेंटर (TMC) तथा IIT बॉम्बे के साथ साझेदारी में भारत के पहले CAR-T सेल परीक्षण और लेंटिवायरस निर्माण को समर्थन दिया था। अब, DBT की Bio-E3 नीति और Bio-manufacturing Initiative के तहत ImmunoACT को 200-लीटर GMP लेंटिवायरल वेक्टर और प्लास्मिड प्लेटफॉर्म स्थापित करने के लिए धन मुहैया कराया गया है। यह तकनीक प्रति वर्ष 1,000 से अधिक मरीजों के लिए कोशिका एवं जीन थेरेपी उपलब्ध कराने में मदद करेगी।

इसके अतिरिक्त, DBT देशभर में ठोस एवं तरल दोनों प्रकार के कैंसरों के लिए नई पीढ़ी की CAR-T आधारित इम्यूनोथेरेपी विकसित करने हेतु अंतःविषयक टीमों को प्रोत्साहित कर रहा है, जिसमें ग्लियोब्लास्टोमा, एक्यूट लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया, मल्टीपल मायलोमा आदि शामिल हैं।

भारत का नवाचार और आत्मनिर्भर विज्ञान

QSIP, QPU और CAR-T सेल थेरेपी तीनों ही नवाचार भारत के वैज्ञानिक आत्मनिर्भरता के प्रतीक हैं। ये न केवल “Make in India” और “Atmanirbhar Bharat” के विजन को साकार करते हैं बल्कि यह भी दर्शाते हैं कि भारत अब केवल प्रौद्योगिकी उपभोक्ता नहीं, बल्कि एक वैश्विक नवाचार शक्ति बन चुका है।

मुख्य तथ्य (Exam Oriented Facts)

  • घटना: तीन नवाचारों का शुभारंभ – QSIP, 25-क्यूबिट QPU, CAR-T सेल थेरेपी
  • तारीख: 05 नवंबर 2025
  • कार्यक्रम: Emerging Science, Technology and Innovation Conference (ESTIC 2025)
  • मुख्य संस्थान: IIT बॉम्बे, ImmunoACT, DBT, BIRAC, Tata Memorial Centre
  • मुख्य नवाचार: QSIP (Quantum Secure Indian Processor), 25-क्यूबिट Quantum Processor, NexCAR19 CAR-T Therapy
  • उद्देश्य: क्वांटम सुरक्षा, कंप्यूटिंग और कैंसर उपचार में आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम
  • नीति समर्थन: Bio-E3 Policy और Bio-manufacturing Initiative

भारत: विज्ञान, नवाचार और वैश्विक नेतृत्व की दिशा में

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लॉन्च किए गए ये तीन नवाचार भारत को तकनीकी नेतृत्व के नए युग में प्रवेश कराते हैं। क्वांटम तकनीक से लेकर जीन थेरेपी तक, यह पहल न केवल विज्ञान को समाज के लिए उपयोगी बना रही है, बल्कि भारत को वैश्विक नवाचार शक्ति के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।

मुख्य बिंदु: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, QSIP, Quantum Secure Chip, QPU 25 Qubit, CAR-T Therapy, ImmunoACT, NexCAR19, DBT, BIRAC, IIT Bombay, Tata Memorial Centre, Bio-E3 Policy, Make in India, Atmanirbhar Bharat, ESTIC 2025, Quantum Computing, Cancer Therapy, Biotechnology Innovation.

MeitY ने जारी किए ‘भारत AI गवर्नेंस दिशानिर्देश’: जिम्मेदार, सुरक्षित और समावेशी एआई नवाचार की दिशा में ऐतिहासिक कदम

Update on: 05 नवंबर 2025

IndiaAI Governance Guidelines 2025

भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने आज IndiaAI मिशन के तहत भारत AI गवर्नेंस दिशानिर्देश जारी किए, जिनका उद्देश्य देश में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के सुरक्षित, समावेशी और जिम्मेदारीपूर्ण उपयोग को सुनिश्चित करना है। यह लॉन्च आगामी India AI Impact Summit 2026 से पहले एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है।

‘Do No Harm’: भारत के AI गवर्नेंस फ्रेमवर्क की आधारशिला

भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. अजय कुमार सूद ने इन दिशानिर्देशों का अनावरण किया। उन्होंने कहा कि इस फ्रेमवर्क का मूल सिद्धांत है — “किसी को नुकसान न पहुँचाना” (Do No Harm)। उन्होंने नवाचार सैंडबॉक्स, जोखिम न्यूनीकरण और लचीले नियामक पारिस्थितिकी तंत्र की आवश्यकता पर बल दिया।

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव श्री एस. कृष्णन ने कहा कि यह ढांचा मानव-केंद्रित विकास, जिम्मेदार एआई और संभावित जोखिमों के शमन पर केंद्रित रहेगा। उनका कहना था, “एआई को मानवता की सेवा में लाना और उसके दुष्प्रभावों से सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारा प्रमुख लक्ष्य है।”

IndiaAI मिशन: नवाचार और उत्तरदायित्व का संतुलन

भारत का यह एआई गवर्नेंस फ्रेमवर्क एक मजबूत, पारदर्शी और जवाबदेह नीति ढांचा प्रस्तुत करता है, जिसमें चार प्रमुख घटक शामिल हैं:

  • नैतिक और जिम्मेदार एआई के लिए सात मार्गदर्शक सिद्धांत
  • एआई गवर्नेंस के छह स्तंभों पर रणनीतिक सिफारिशें
  • लघु, मध्यम और दीर्घकालिक कार्य योजनाएँ
  • उद्योग, डेवलपर्स और नियामकों के लिए व्यावहारिक दिशा-निर्देश

इन दिशानिर्देशों को IIT मद्रास के प्रो. बी. रवींद्रन की अध्यक्षता में गठित एक उच्च स्तरीय समिति ने तैयार किया है, जिसमें MeitY, नीति आयोग, Microsoft Research, Trilegal और ISPIRT जैसे संस्थानों के विशेषज्ञ शामिल थे।

AI नीति में सार्वजनिक भागीदारी और पारदर्शिता

MeitY के अतिरिक्त सचिव और IndiaAI मिशन के सीईओ श्री अभिषेक सिंह ने बताया कि दिशानिर्देशों का प्रारंभिक मसौदा व्यापक विचार-विमर्श के बाद तैयार किया गया है और इसे सार्वजनिक परामर्श के लिए भी जारी किया गया। अब, प्राप्त सुझावों के आधार पर एक दूसरी समिति अंतिम मसौदे को और परिष्कृत कर रही है ताकि यह फ्रेमवर्क वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी और उपयोगी बन सके।

यह पहल न केवल भारत में एआई अपनाने को गति देगी बल्कि यह सुनिश्चित करेगी कि एआई सुलभ, किफायती और भरोसेमंद हो। इससे एक ऐसे नवाचार-समर्थक पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण होगा जो AI-driven Economy को मजबूती प्रदान करेगा।

IndiaAI Hackathon: खनिज अन्वेषण में AI का उपयोग

इस अवसर पर IndiaAI Mission के एप्लीकेशन डेवलपमेंट स्तंभ के अंतर्गत, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) और खान मंत्रालय के सहयोग से आयोजित IndiaAI Hackathon for Mineral Targeting के विजेताओं की भी घोषणा की गई।

हैकाथॉन का उद्देश्य था — AI और ML की सहायता से भूवैज्ञानिक, भूभौतिकीय, भू-रासायनिक और सुदूर संवेदन डेटा का विश्लेषण करके खनिज खोज को उन्नत बनाना।

  • प्रथम पुरस्कार (₹10 लाख): CrickSM AI टीम – प्रो. पार्थ प्रतिम मंडल और टीम द्वारा एआई-संचालित रणनीतिक खनिज मानचित्रण समाधान
  • द्वितीय पुरस्कार (₹7 लाख): सौम्या मित्रा और टीम द्वारा डेटा-संचालित खनिज लक्ष्यीकरण दृष्टिकोण
  • तृतीय पुरस्कार (₹5 लाख): SuvARN टीम द्वारा अर्ध-अनसुपरवाइज्ड वैल्यू-एडेप्टिव एआई मॉडल
  • विशेष पुरस्कार (₹5 लाख): दीपा कुमारी और टीम द्वारा REE, Ni-PGE, Copper सहित प्रमुख खनिजों की पहचान हेतु एआई-आधारित समाधान

IndiaAI Impact Summit 2026 की तैयारी

ये घोषणाएँ भारत के लिए एआई के जिम्मेदार उपयोग और नवाचार की दिशा में ऐतिहासिक मील का पत्थर हैं। देश अब 19–20 फरवरी 2026 को नई दिल्ली में आयोजित होने वाले IndiaAI Impact Summit 2026 की तैयारी कर रहा है, जहाँ विश्वभर के नीति निर्माता, उद्योग विशेषज्ञ और शोधकर्ता AI for People, Planet and Progress विषय पर विचार-विमर्श करेंगे।

मुख्य तथ्य (Exam Oriented Facts)

  • कार्यक्रम: भारत AI गवर्नेंस दिशानिर्देशों का शुभारंभ
  • आयोजक: इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY)
  • सहयोगी: प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार का कार्यालय, IndiaAI मिशन, IIT मद्रास
  • तारीख: 05 नवंबर 2025
  • मुख्य वक्ता: प्रो. अजय कुमार सूद, श्री एस. कृष्णन, श्री अभिषेक सिंह
  • मुख्य उद्देश्य: जिम्मेदार, सुरक्षित और समावेशी AI नवाचार हेतु गवर्नेंस फ्रेमवर्क विकसित करना
  • मुख्य इवेंट: IndiaAI Hackathon for Mineral Targeting
  • अगला कदम: IndiaAI Impact Summit 2026, नई दिल्ली

भारत: जिम्मेदार एआई नेतृत्व की ओर

IndiaAI Governance Guidelines भारत के उस विजन को साकार करते हैं, जहाँ एआई केवल तकनीकी विकास का साधन नहीं बल्कि सामाजिक कल्याण और मानव केंद्रित प्रगति का आधार है। यह पहल भारत को वैश्विक स्तर पर Responsible AI Governance के अग्रणी देशों में शामिल करने की दिशा में एक निर्णायक कदम है।

मुख्य बिंदु: MeitY, IndiaAI Mission, AI Governance Guidelines, Ajay Kumar Sood, S Krishnan, Abhishek Singh, IIT Madras, Responsible AI, Do No Harm, Ethical AI, IndiaAI Hackathon, Mineral Targeting, GSI, Safe AI, Inclusive AI, India AI Impact Summit 2026, Artificial Intelligence Policy India.
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भारतीय नौसेना ‘इक्षक’ को करेगी कमीशन – स्वदेशी हाइड्रोग्राफिक उत्कृष्टता का नया अध्याय

Update on: 05 नवंबर 2025

INS Ikshak Commissioning 2025

भारतीय नौसेना 06 नवंबर 2025 को कोच्चि स्थित नौसेना बेस में एक ऐतिहासिक क्षण की साक्षी बनेगी, जब सर्वेक्षण पोत (वृहद) श्रेणी के तीसरे पोत ‘इक्षक’ को औपचारिक रूप से सेवा में शामिल किया जाएगा। यह पोत दक्षिणी नौसेना कमान में तैनात होने वाला पहला SVL जहाज होगा, जो भारत की हाइड्रोग्राफिक और समुद्री सर्वेक्षण क्षमताओं में क्रांतिकारी वृद्धि का प्रतीक है।

‘इक्षक’: सटीकता और आत्मनिर्भरता का प्रतीक

गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE), कोलकाता द्वारा निर्मित यह पोत भारत की बढ़ती स्वदेशी जहाज निर्माण क्षमता और Atmanirbhar Bharat पहल की सफलता को दर्शाता है। ‘इक्षक’ में 80% से अधिक स्वदेशी उपकरण और सामग्रियों का उपयोग किया गया है, जिससे GRSE और भारतीय MSME क्षेत्र के बीच सहयोग का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत हुआ है।

संस्कृत में ‘इक्षक’ का अर्थ ‘मार्गदर्शक’ है — और यह नाम इस पोत के मिशन को पूरी तरह परिभाषित करता है: समुद्री सर्वेक्षण में सटीकता, उद्देश्य और मार्गदर्शन।

अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित सर्वेक्षण पोत

‘इक्षक’ पोत को समुद्री मार्गों, बंदरगाहों और तटीय जल क्षेत्रों के सर्वेक्षण के लिए अत्याधुनिक तकनीकों से सुसज्जित किया गया है। इसमें शामिल हैं:

  • उच्च-रिज़ॉल्यूशन मल्टी-बीम इको साउंडर
  • ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) और रिमोटली ऑपरेटेड व्हीकल (ROV)
  • चार सर्वे मोटर बोट (SMB)
  • एक हेलीकॉप्टर डेक जो पोत की परिचालन पहुँच को बढ़ाता है

इन अत्याधुनिक प्रणालियों के माध्यम से ‘इक्षक’ समुद्र की गहराइयों का मानचित्रण, नौवहन मार्गों की सुरक्षा और रणनीतिक समुद्री जानकारी के संकलन में भारतीय नौसेना की क्षमताओं को नई ऊंचाई देगा।

भारतीय नौसेना के लिए रणनीतिक बढ़त

‘इक्षक’ का कमीशनिंग समारोह नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी की उपस्थिति में आयोजित होगा। यह कदम भारतीय नौसेना के सर्वेक्षण और मानचित्रण अवसंरचना को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

यह पोत न केवल समुद्री सुरक्षा को सशक्त करेगा बल्कि हाइड्रोग्राफिक डेटा संग्रह के माध्यम से तटीय विकास, समुद्री संसाधन प्रबंधन और नौवहन सुरक्षा में भी योगदान देगा।

आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मजबूत कदम

‘इक्षक’ भारतीय नौसेना की उस निरंतर यात्रा का प्रतीक है जिसमें स्वदेशी तकनीक, वैज्ञानिक उत्कृष्टता और राष्ट्रीय संकल्प एक साथ मिलकर भारत को एक वैश्विक समुद्री शक्ति के रूप में स्थापित कर रहे हैं। यह पोत भारत के समुद्री मानचित्रण और हाइड्रोग्राफिक उत्कृष्टता के नए युग की शुरुआत करता है।

मुख्य तथ्य (Exam Oriented Facts)

  • जहाज का नाम: इक्षक (SVL Ikshak)
  • श्रेणी: सर्वेक्षण पोत (वृहद) – SVL श्रेणी
  • कमीशनिंग तिथि: 06 नवंबर 2025
  • स्थान: कोच्चि नौसेना बेस, दक्षिणी नौसेना कमान
  • निर्माता: गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE), कोलकाता
  • स्वदेशी सामग्री: 80% से अधिक
  • मुख्य विशेषताएँ: मल्टी-बीम इको साउंडर, AUV, ROV, SMB, हेलीकॉप्टर डेक
  • नौसेना प्रमुख: एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी
  • उद्देश्य: तटीय और गहरे समुद्री सर्वेक्षण, नौवहन सुरक्षा और रणनीतिक मानचित्रण

इक्षक: स्वदेशी क्षमता और समुद्री नेतृत्व का प्रतीक

‘इक्षक’ भारतीय नौसेना के लिए सिर्फ एक पोत नहीं, बल्कि भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता, रणनीतिक दृष्टि और समुद्री शक्ति के प्रति समर्पण का प्रतीक है। यह भारत को वैश्विक स्तर पर हाइड्रोग्राफिक उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।

मुख्य बिंदु: भारतीय नौसेना, INS Ikshak, Survey Vessel Large, GRSE Kolkata, Admiral Dinesh K Tripathi, Hydrographic Survey, Indigenous Shipbuilding, Atmanirbhar Bharat, Kochi Naval Base, Maritime Security, Naval Technology, Indian Navy News 2025.
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ESTIC 2025 में दूरसंचार विभाग ने 'डिजिटल संचार' पर विषयगत सत्र का नेतृत्व किया — भारत के 6G विज़न और नवाचार क्षमता का प्रदर्शन

Update on: 05 नवंबर 2025

ESTIC 2025 Digital Communication Session

दूरसंचार विभाग (DoT) ने 3-5 नवंबर 2025 तक भारत मंडपम, नई दिल्ली में आयोजित उभरते विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार सम्मेलन (ESTIC) 2025 में सक्रिय भागीदारी दर्ज कराई। सम्मेलन में 'डिजिटल संचार' विषय पर आयोजित विशेष सत्र का नेतृत्व सचिव (दूरसंचार) और डिजिटल संचार आयोग के अध्यक्ष डॉ. नीरज मित्तल ने किया।

“दूरसंचार सभी प्रौद्योगिकियों का सक्षम कारक है” – सचिव (दूरसंचार)

अपने उद्घाटन संबोधन में डॉ. मित्तल ने कहा, “दूरसंचार न केवल अर्थव्यवस्था का, बल्कि विकसित हो रही सभी प्रौद्योगिकियों का भी एक सशक्त माध्यम बन गया है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत की कनेक्टिविटी क्रांति विकसित भारत 2047 के लक्ष्य की दिशा में गति प्रदान कर रही है।

उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री के विज़न के तहत भारत ने विश्व में सबसे तेज़ 5G रोलआउट में से एक हासिल किया है और देशभर में 100 5G प्रयोगशालाएँ स्थापित की गई हैं ताकि भविष्य के उपयोग मामलों और 6G अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र को सशक्त बनाया जा सके।

भारत 6G एलायंस: वैश्विक नेतृत्व की दिशा में

डॉ. मित्तल ने बताया कि भारत 6G एलायंस ने अब तक 10 वैश्विक साझेदारियाँ स्थापित की हैं और इसका लक्ष्य है कि 2030 तक दुनिया के कुल 6G पेटेंट में 10% योगदान भारत का हो। उन्होंने कहा कि सरकार का दृष्टिकोण “शोध से बाजार तक” की समग्र सोच पर आधारित है — जो अनुसंधान, नवाचार, विनिर्माण और नियामक सैंडबॉक्स को एक साथ जोड़ता है।

डिजिटल संचार में नवाचार की दिशा

सत्र में आईआईटी हैदराबाद के प्रोफेसर किरण कुमार कुची ने “भारत के लिए 6G विज़न को साकार करना” विषय पर मुख्य भाषण दिया, जबकि लेखा वायरलेस सॉल्यूशंस के श्री रामू श्रीनिवासैया ने “निजी नेटवर्क की पुनर्कल्पना: 6G नेटवर्क डिज़ाइन में ORAN की भूमिका” विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया।

तेजस नेटवर्क्स के सह-संस्थापक डॉ. कुमार एन. शिवराजन ने “2030 तक भारत को वैश्विक दूरसंचार नेता बनाना” पर अपने विचार साझा किए।

स्वदेशी प्रौद्योगिकियों पर पैनल चर्चा

स्वदेशी प्रौद्योगिकियों को अगले स्तर तक ले जाना” विषय पर पैनल चर्चा का संचालन सी-डॉट के सीईओ डॉ. राजकुमार उपाध्याय ने किया। पैनल में प्रमुख शिक्षाविद् और उद्योग विशेषज्ञ शामिल थे, जिनमें:

  • प्रो. राधाकृष्ण गंती (आईआईटी मद्रास)
  • प्रो. पंगनमाला विजय कुमार (आईआईएससी बेंगलुरु)
  • श्री ए. रॉबर्ट जेरार्ड रवि (अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, बीएसएनएल)
  • डॉ. पराग नाइक (पूर्व सीईओ, सांख्य लैब्स; तेजस नेटवर्क्स)

पैनल ने 5G पारिस्थितिकी तंत्र के विस्तार, NavIC L1 सिग्नल के स्वदेशी उपयोग और D2M से 6G तक विघटनकारी प्रौद्योगिकियों पर चर्चा की।

ESTIC 2025 का व्यापक परिदृश्य

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 3 नवंबर 2025 को ESTIC 2025 का उद्घाटन किया। यह सम्मेलन भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के मार्गदर्शन में 13 मंत्रालयों और विभागों द्वारा आयोजित किया गया।

विकसित भारत 2047 - सतत नवाचार, तकनीकी उन्नति और सशक्तिकरण में अग्रणी” विषय पर आधारित इस सम्मेलन में 3,000 से अधिक प्रतिभागियों, नोबेल पुरस्कार विजेताओं, वैज्ञानिकों, नवप्रवर्तकों और नीति निर्माताओं ने भाग लिया। चर्चाएँ 11 प्रमुख क्षेत्रों पर केंद्रित रहीं, जिनमें डिजिटल संचार, एआई, ऊर्जा, स्वास्थ्य, क्वांटम, अंतरिक्ष और सेमीकंडक्टर शामिल हैं।

मुख्य तथ्य (Exam Oriented Facts)

  • कार्यक्रम: ESTIC 2025 – Emerging Science, Technology & Innovation Conference
  • स्थान: भारत मंडपम, नई दिल्ली
  • तिथि: 3–5 नवंबर 2025
  • नेतृत्व: डॉ. नीरज मित्तल, सचिव (दूरसंचार)
  • मुख्य विषय: डिजिटल संचार और 6G विज़न
  • प्रमुख उपलब्धि: 100 5G लैब्स की स्थापना, 10 वैश्विक 6G सहयोग
  • लक्ष्य: 2030 तक 6G पेटेंट में 10% वैश्विक योगदान
  • मुख्य संगठक: दूरसंचार विभाग (DoT), डिजिटल कम्युनिकेशन आयोग
  • थीम: Developed India 2047 – Innovation for Empowerment

डिजिटल भारत से 6G भारत की ओर

ESTIC 2025 में DoT की यह भागीदारी भारत की उस प्रतिबद्धता को दर्शाती है जिसके तहत देश नवाचार, अनुसंधान, और शिक्षा-उद्योग सहयोग के माध्यम से डिजिटल नेतृत्व हासिल कर रहा है। यह सत्र भारत को 6G अनुसंधान और नीति निर्माण में वैश्विक अग्रणी बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है।

मुख्य बिंदु: ESTIC 2025, Digital Communication, DoT India, Neeraj Mittal, India 6G Alliance, 5G Labs, Telecom Innovation, Bharat Mandapam, 6G Vision 2030, Developed India 2047, AI and Telecom, C-DOT, Indigenous Technologies, ORAN, NavIC, India Telecom Leadership.
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5 नवंबर: इतिहास की प्रमुख घटनाएँ, महत्त्व, और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय दिवस

हर वर्ष 5 नवंबर का दिन विभिन्न ऐतिहासिक, सामाजिक और धार्मिक कारणों से विशेष महत्व रखता है। चाहे भारत के संदर्भ में हो या विश्व स्तर पर—इस दिन कई घटनाएँ हुई हैं जिनका आज भी प्रभाव महसूस किया जाता है। इस लेख में हम जानेंगे 5 नवंबर की प्रमुख घटनाएँ, धार्मिक-सांस्कृतिक पक्ष, राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय दिवस तथा इस दिन से जुड़े रोचक तथ्य। यदि आप जानना चाहते हैं कि "5 नवंबर को क्या हुआ था" या "5 नवंबर का इतिहास" क्या है, तो यह लेख आपके लिए है।


5 November का धार्मिक-सांस्कृतिक एवं स्थानीय महत्व

5 नवंबर का दिन कई संस्कृतियों और धर्मों में विशेष महत्व रखता है।

गुरु नानक जयंती 2025:

सिख धर्म के संस्थापक, गुरु नानक देव जी की जयंती भी वर्ष 2025 में 5 नवंबर को मनाई जाएगी। यह दिन सिख समुदाय के लिए सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है, जिसमें नगर कीर्तन, अरदास और गुरुद्वारों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन होता है।

गाइ फॉक्स नाइट (Guy Fawkes Night):

यूनाइटेड किंगडम (यूके) और कुछ अन्य राष्ट्रमंडल देशों में, 5 नवंबर को 'गनपाउडर प्लॉट' (Gunpowder Plot) की विफलता की याद में 'गाइ फॉक्स नाइट' (Guy Fawkes Night) या 'बॉर्नफ़ायर नाइट' (Bonfire Night) मनाई जाती है [6]। 1605 में इसी दिन गाय फॉक्स द्वारा राजा और संसद को उड़ाने की साजिश का भंडाफोड़ हुआ था। लोग इस दिन आतिशबाजी करते हैं और अलाव जलाते हैं।

वर्ल्ड डे ऑफ रोमानी लैंग्वेज (World Day of Romani Language):

यह दिवस भी 5 नवंबर को ही मनाया जाता है, जो रोमानी भाषा, संस्कृति और उनके इतिहास को समर्पित है


5 November की प्रमुख ऐतिहासिक घटनाएँ

  • 1556 - पानीपत का दूसरा युद्ध (Second Battle of Panipat): भारतीय इतिहास की सबसे निर्णायक लड़ाइयों में से एक 5 नवंबर, 1556 को लड़ी गई थी। मुग़ल सम्राट अकबर की सेना ने हेमू (हेमचंद्र विक्रमादित्य) को हराकर दिल्ली पर मुग़ल नियंत्रण स्थापित किया और साम्राज्य की नींव मजबूत की ।
  • 1817 - खड़की की लड़ाई (Battle of Khadki): तीसरे एंग्लो-मराठा युद्ध के दौरान 5 नवंबर, 1817 को खड़की में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और मराठा सेना के बीच एक महत्वपूर्ण लड़ाई हुई, जिसमें ब्रिटिश विजयी रहे ।
  • 1956 - स्वेज संकट और यूएन की भूमिका: 5 नवंबर, 1956 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वेज नहर संकट को समाप्त करने के उद्देश्य से एक प्रस्ताव पारित किया और एक आपातकालीन संयुक्त राष्ट्र बल बनाने की सिफारिश की, जो दुनिया का पहला शांति स्थापना बल बना ।
  • 1605 - गनपाउडर प्लॉट: जैसा कि ऊपर बताया गया है, इंग्लैंड में 5 नवंबर, 1605 को संसद को उड़ाने की साजिश विफल हुई थी ।
  • 1940 - फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट का तीसरा कार्यकाल: 5 नवंबर, 1940 को फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में तीसरे कार्यकाल के लिए चुने गए, जो अमेरिकी इतिहास में एक अभूतपूर्व घटना थी ।
  • 2007 - चीन का चंद्रयान चांग'ई 1: 5 नवंबर, 2007 को, चीन के पहले चंद्र अन्वेषण अंतरिक्ष यान, 'चांग'ई 1' (Chang'e 1), ने सफलतापूर्वक चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया, जो चीनी अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक बड़ी उपलब्धि थी ।
  • 2009 - फोर्ट हुड शूटिंग: 5 नवंबर, 2009 को, अमेरिका के टेक्सास में फोर्ट हुड सैन्य अड्डे पर एक मास शूटिंग की घटना हुई, जिसमें 13 लोगों की जान चली गई ।

5 November : राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय दिवस

  • विश्व सुनामी जागरूकता दिवस (World Tsunami Awareness Day): प्रत्येक वर्ष 5 नवंबर को 'विश्व सुनामी जागरूकता दिवस' मनाया जाता है [6]। इसका उद्देश्य सुनामी के खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और आपदा जोखिम में कमी लाने के लिए समुदायों को तैयार करना है।
  • वर्ल्ड डे ऑफ रोमानी लैंग्वेज: यह दिन भी वैश्विक स्तर पर मनाया जाता है।

5 november 2025 से बनने वाले Daily Current Affairs Quiz



Q1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नवंबर 2025 में लॉन्च किए गए “QSIP” का पूरा नाम क्या है?
(UPSC, RPSC, SSC, Defence Exams – 2025)
A. Quantum Security Interface Protocol
B. Quantum Secure Indian Processor
C. Quantum Smart Integrated Platform
D. Quantum Signal Integrity Project
उत्तर: ✅ B. Quantum Secure Indian Processor
व्याख्या:
QSIP भारत का पहला स्वदेशी क्वांटम सिक्योरिटी चिप (Quantum Secure Indian Processor) है जिसे साइबर सुरक्षा और डिजिटल नेटवर्क की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विकसित किया गया। यह भारत को क्वांटम युग में प्रवेश कराने का ऐतिहासिक कदम है।

Q2. निम्नलिखित में से कौन-सा भारत का पहला Quantum Processing Unit (QPU) है जिसे नवंबर 2025 में लॉन्च किया गया?
A. 10-क्यूबिट QPU
B. 15-क्यूबिट QPU
C. 25-क्यूबिट QPU
D. 50-क्यूबिट QPU
उत्तर: ✅ C. 25-क्यूबिट QPU
व्याख्या:
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत का पहला 25-क्यूबिट Quantum Processing Unit लॉन्च किया। यह क्वांटम कंप्यूटिंग में भारत की ऐतिहासिक उपलब्धि है जो AI, मौसम पूर्वानुमान, रक्षा एवं दवा अनुसंधान में उपयोगी होगी।

Q3. भारत की पहली स्वदेशी CAR-T सेल थेरेपी का नाम क्या है?
A. GeneACT19
B. NexCAR19
C. Immuno19-T
D. CAR-India-25
उत्तर: ✅ B. NexCAR19
व्याख्या:
NexCAR19 दुनिया की पहली मानवीकृत CAR-T सेल थेरेपी है, जिसे IIT बॉम्बे के स्टार्टअप ImmunoACT ने विकसित किया। यह जीन थेरेपी को सस्ती और सुलभ बनाकर कैंसर उपचार को क्रांतिकारी रूप से बदल देगी।

Q4. CAR-T सेल थेरेपी के विकास में निम्नलिखित में से कौन-से संस्थान प्रमुख साझेदार हैं?
A. IIT दिल्ली, NITI आयोग, CSIR
B. IIT बॉम्बे, Tata Memorial Centre, DBT, BIRAC
C. IISc बेंगलुरु, AIIMS दिल्ली, ISRO
D. NIPER मोहाली, DRDO, ICMR
उत्तर: ✅ B. IIT बॉम्बे, Tata Memorial Centre, DBT, BIRAC
व्याख्या:
CAR-T थेरेपी परियोजना में IIT Bombay, Tata Memorial Centre, DBT (Department of Biotechnology) और BIRAC का सहयोग रहा। इससे भारत में जीन-आधारित कैंसर उपचार की नई दिशा मिली।

Q5. भारत सरकार की कौन-सी नीति CAR-T और जैव-निर्माण (Bio-manufacturing) पहलों को समर्थन देती है?
A. Bio-E3 Policy
B. Biotech-2025 Vision Policy
C. Gene-India Mission
D. Make-in-Bio Initiative
उत्तर: ✅ A. Bio-E3 Policy
व्याख्या:
DBT की Bio-E3 Policy और Bio-manufacturing Initiative के तहत ImmunoACT को CAR-T सेल थेरेपी के निर्माण हेतु फंडिंग दी गई है। इसका उद्देश्य भारत को जीन और सेल थेरेपी निर्माण में आत्मनिर्भर बनाना है।

Q6. Emerging Science, Technology and Innovation Conference (ESTIC 2025) के दौरान लॉन्च हुए तीनों नवाचार कौन-से हैं?
A. QSIP, 25-क्यूबिट QPU, NexCAR19 CAR-T Therapy
B. Digital Bharat OS, Quantum 10-QPU, GeneAct Therapy
C. BioChip-21, Quantum AI, ImmunoNext Therapy
D. QSIP-II, SuperQPU-50, GenT-Therapy
उत्तर: ✅ A. QSIP, 25-क्यूबिट QPU, NexCAR19 CAR-T Therapy
व्याख्या:
05 नवंबर 2025 को ESTIC 2025 में PM मोदी ने तीन ऐतिहासिक तकनीकी नवाचार लॉन्च किए —
1️⃣ QSIP (Quantum Secure Indian Processor)
2️⃣ 25-क्यूबिट Quantum Processing Unit (QPU)
3️⃣ NexCAR19 CAR-T Cell Therapy

Q7. NexCAR19 थेरेपी किस प्रकार की बीमारी के उपचार से संबंधित है?
A. हृदय रोग
B. कैंसर
C. मधुमेह
D. हड्डियों की दुर्बलता
उत्तर: ✅ B. कैंसर
व्याख्या:
CAR-T (Chimeric Antigen Receptor-T) सेल थेरेपी एक जीन-आधारित इम्यूनोथेरेपी तकनीक है जो कैंसर (जैसे ल्यूकेमिया, ग्लियोब्लास्टोमा आदि) के उपचार में उपयोगी है।

Q8. “QSIP, QPU और CAR-T सेल थेरेपी” तीनों नवाचार किस राष्ट्रीय मिशन से सबसे अधिक मेल खाते हैं?
A. Startup India
B. Make in India और Atmanirbhar Bharat
C. Digital Literacy Mission
D. Bharat Genome Project
उत्तर: ✅ B. Make in India और Atmanirbhar Bharat
व्याख्या:
तीनों नवाचार — QSIP, QPU और CAR-T थेरेपी — भारत के Atmanirbhar Bharat और Make in India विज़न के प्रतीक हैं, जो विज्ञान, तकनीक और स्वास्थ्य क्षेत्र में आत्मनिर्भरता का संदेश देते हैं।

Q9. भारत के AI Governance Guidelines 2025 किस मंत्रालय द्वारा जारी किए गए हैं?
(UPSC, RPSC, SSC – Current Affairs 2025)
A. विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय
B. नीति आयोग
C. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY)
D. गृह मंत्रालय
उत्तर: ✅ C. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY)
व्याख्या:
05 नवंबर 2025 को MeitY ने IndiaAI मिशन के अंतर्गत भारत AI गवर्नेंस दिशानिर्देश जारी किए। इसका उद्देश्य देश में सुरक्षित, समावेशी और जिम्मेदार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) उपयोग सुनिश्चित करना है।

Q10. भारत के AI गवर्नेंस फ्रेमवर्क का मूल सिद्धांत क्या है, जिसे प्रो. अजय कुमार सूद ने “आधारशिला” कहा?
A. Digital Freedom for All
B. AI for Growth and GDP
C. Do No Harm (किसी को नुकसान न पहुँचाना)
D. Human Beyond AI
उत्तर: ✅ C. Do No Harm (किसी को नुकसान न पहुँचाना)
व्याख्या:
भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. अजय कुमार सूद ने कहा कि इस फ्रेमवर्क का मूल सिद्धांत है — “Do No Harm” यानी AI का उपयोग ऐसा हो जो किसी व्यक्ति या समाज को हानि न पहुँचाए। यह Responsible AI का मूल दर्शन है।

Q11.IndiaAI Governance Guidelines तैयार करने वाली उच्च स्तरीय समिति की अध्यक्षता किसने की?
A. प्रो. अजय कुमार सूद
B. प्रो. बी. रवींद्रन (IIT मद्रास)
C. श्री एस. कृष्णन
D. श्री अभिषेक सिंह
उत्तर: ✅ B. प्रो. बी. रवींद्रन (IIT मद्रास)
व्याख्या:
AI गवर्नेंस दिशानिर्देशों को IIT मद्रास के प्रो. बी. रवींद्रन की अध्यक्षता में बनी समिति ने तैयार किया। इसमें MeitY, NITI Aayog, Microsoft Research, Trilegal और iSPIRT जैसे संस्थानों के विशेषज्ञ शामिल थे।

Q12. “IndiaAI Hackathon for Mineral Targeting” का आयोजन किस संस्थान के सहयोग से किया गया?
A. GSI (Geological Survey of India) और खान मंत्रालय
B. DRDO और ISRO
C. NITI आयोग और IIT खड़गपुर
D. CSIR और Coal India
उत्तर: ✅ A. GSI (Geological Survey of India) और खान मंत्रालय
व्याख्या:
IndiaAI Mission के तहत आयोजित Hackathon for Mineral Targeting में GSI और खान मंत्रालय साझेदार थे। इसका उद्देश्य था — AI/ML तकनीक से खनिज खोज और मानचित्रण को उन्नत बनाना।

Q13.भारत में जिम्मेदार एआई नवाचार के लिए जारी दिशानिर्देशों का अगला प्रमुख अंतरराष्ट्रीय आयोजन कौन-सा है?
A. Global AI Ethics Summit 2025
B. IndiaAI Impact Summit 2026
C. Responsible Tech Forum 2026
D. Bharat AI Policy Meet 2025
उत्तर: ✅ B. IndiaAI Impact Summit 2026
व्याख्या:
भारत अब 19–20 फरवरी 2026 को नई दिल्ली में आयोजित होने वाले IndiaAI Impact Summit 2026 की तैयारी कर रहा है। इस सम्मेलन का विषय होगा — “AI for People, Planet and Progress.”

Q14.‘INS इक्षक’ किस श्रेणी (Class) के पोत से संबंधित है, जिसे भारतीय नौसेना 06 नवंबर 2025 को कमीशन करेगी?
(UPSC, CDS, CAPF, RPSC Defence Awareness – 2025)
A. Corvette Class
B. Survey Vessel (Large) Class
C. Offshore Patrol Vessel
D. Frigate Class
उत्तर: ✅ B. Survey Vessel (Large) Class
व्याख्या:
‘इक्षक’ Survey Vessel (Large) श्रेणी का तीसरा पोत है, जिसे 06 नवंबर 2025 को कोच्चि नौसेना बेस में कमीशन किया जाएगा। यह भारत की समुद्री सर्वेक्षण और हाइड्रोग्राफिक क्षमताओं को सुदृढ़ करेगा।

Q15.INS ‘इक्षक’ का निर्माण किस भारतीय शिपयार्ड द्वारा किया गया है?
A. गोवा शिपयार्ड लिमिटेड
B. हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड, विशाखापत्तनम
C. गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE), कोलकाता
D. मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDL), मुंबई
उत्तर: ✅ C. गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE), कोलकाता
व्याख्या:
‘इक्षक’ का निर्माण GRSE, कोलकाता द्वारा किया गया है। यह जहाज निर्माण में भारत की स्वदेशी क्षमता और Atmanirbhar Bharat पहल की सफलता को दर्शाता है।

Q16.‘इक्षक’ नाम का संस्कृत में क्या अर्थ है, जो इस पोत के मिशन को परिभाषित करता है?
A. रक्षक (Protector)
B. मार्गदर्शक (Guide)
C. प्रहरी (Guardian)
D. विजेता (Victor)
उत्तर: ✅ B. मार्गदर्शक (Guide)
व्याख्या:
संस्कृत शब्द ‘इक्षक’ का अर्थ है “मार्गदर्शक”। यह नाम इस पोत के मिशन — सटीकता, दिशा और समुद्री मार्गदर्शन — को पूरी तरह व्यक्त करता है।

Q17.INS इक्षक में निम्नलिखित में से कौन-सी प्रमुख तकनीकें सम्मिलित हैं?
A. हाई-रिज़ॉल्यूशन मल्टी-बीम इको साउंडर
B. ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV)
C. रिमोटली ऑपरेटेड व्हीकल (ROV)
D. उपर्युक्त सभी
उत्तर: ✅ D. उपर्युक्त सभी
व्याख्या:
INS इक्षक में उच्च-रिज़ॉल्यूशन मल्टी-बीम इको साउंडर, AUV, ROV, चार सर्वे मोटर बोट (SMB) और हेलीकॉप्टर डेक जैसी अत्याधुनिक प्रणालियाँ हैं। ये इसे समुद्री सर्वेक्षण और मानचित्रण में अत्यधिक सक्षम बनाती हैं।

Q18.INS ‘इक्षक’ के कमीशनिंग समारोह में भारतीय नौसेना की ओर से कौन उपस्थित रहेंगे?
A. वाइस एडमिरल संजय जसजीत सिंह
B. एडमिरल आर. हरिकुमार
C. एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी
D. वाइस एडमिरल के. एस. बाली
उत्तर: ✅ C. एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी
व्याख्या:
INS इक्षक का कमीशनिंग समारोह 06 नवंबर 2025 को कोच्चि नौसेना बेस में नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी की उपस्थिति में आयोजित होगा। यह भारतीय नौसेना की हाइड्रोग्राफिक उत्कृष्टता के नए अध्याय की शुरुआत करेगा।

Q19. ESTIC 2025 सम्मेलन कहाँ आयोजित किया गया था, जिसमें डिजिटल संचार पर विषयगत सत्र का नेतृत्व दूरसंचार विभाग ने किया?
A. इंडिया गेट, नई दिल्ली
B. भारत मंडपम, नई दिल्ली
C. विज्ञान भवन, नई दिल्ली
D. जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, नई दिल्ली
उत्तर: ✅ B. भारत मंडपम, नई दिल्ली
व्याख्या:
ESTIC 2025 सम्मेलन 3–5 नवंबर 2025 तक भारत मंडपम, नई दिल्ली में आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में डिजिटल संचार पर विशेष सत्र का नेतृत्व डॉ. नीरज मित्तल, सचिव (दूरसंचार) ने किया।

Q20. डॉ. नीरज मित्तल के अनुसार भारत ने 5G रोलआउट में किस प्रकार की उपलब्धि हासिल की है?
A. विश्व में सबसे धीमा रोलआउट
B. विश्व में सबसे तेज़ 5G रोलआउट में से एक
C. केवल शहरी क्षेत्रों में 5G रोलआउट
D. केवल ग्रामीण क्षेत्रों में 5G रोलआउट
उत्तर: ✅ B. विश्व में सबसे तेज़ 5G रोलआउट में से एक
व्याख्या:
डॉ. नीरज मित्तल ने कहा कि भारत ने विश्व में सबसे तेज़ 5G रोलआउट में से एक हासिल किया है और देशभर में 100 5G प्रयोगशालाएँ स्थापित की गई हैं।

Q21. भारत 6G एलायंस का लक्ष्य 2030 तक वैश्विक 6G पेटेंट में भारत का कितना योगदान सुनिश्चित करना है?
A. 5%
B. 10%
C. 15%
D. 20%
उत्तर: ✅ B. 10%
व्याख्या:
भारत 6G एलायंस ने 10 वैश्विक साझेदारियाँ स्थापित की हैं और इसका लक्ष्य है कि 2030 तक दुनिया के कुल 6G पेटेंट में 10% योगदान भारत का हो।

Q22. ESTIC 2025 में डिजिटल संचार सत्र के दौरान निजी नेटवर्क और 6G डिज़ाइन में ORAN की भूमिका पर व्याख्यान किसने दिया?
A. प्रो. किरण कुमार कुची, IIT हैदराबाद
B. श्री रामू श्रीनिवासैया, लेकहा वायरलेस सॉल्यूशंस
C. डॉ. कुमार एन. शिवराजन, तेजस नेटवर्क्स
D. डॉ. राजकुमार उपाध्याय, C-DOT
उत्तर: ✅ B. श्री रामू श्रीनिवासैया, लेकहा वायरलेस सॉल्यूशंस
व्याख्या:
श्री रामू श्रीनिवासैया ने विषय “निजी नेटवर्क की पुनर्कल्पना: 6G नेटवर्क डिज़ाइन में ORAN की भूमिका” पर व्याख्यान प्रस्तुत किया।

Q23. ESTIC 2025 की मुख्य थीम क्या थी, जो भारत के 2047 के विज़न से जुड़ी थी?
A. Digital India 2025 – Connectivity for All
B. Developed India 2047 – Innovation for Empowerment
C. India 2047 – Science for Sustainability
D. Technology India 2030 – Smart Future
उत्तर: ✅ B. Developed India 2047 – Innovation for Empowerment
व्याख्या:
ESTIC 2025 की थीम थी “Developed India 2047 – Innovation for Empowerment”, जिसमें नवाचार, प्रौद्योगिकी उन्नति और सशक्तिकरण पर जोर दिया गया।

Q24. भारतीय नौसेना का सर्वेक्षण पोत ‘इक्षक’ किस पोत श्रेणी में आता है और इसका मुख्य उद्देश्य क्या है?
A. रॉकेट-लॉन्चिंग पोत; समुद्री सुरक्षा
B. सर्वेक्षण पोत (SVL); समुद्री सर्वेक्षण और मानचित्रण
C. एयरक्राफ्ट कैरियर; विमान संचालन
D. पनडुब्बी; गहरे समुद्री मिशन
उत्तर: ✅ B. सर्वेक्षण पोत (SVL); समुद्री सर्वेक्षण और मानचित्रण
व्याख्या:
‘इक्षक’ पोत सर्वेक्षण पोत (Vessel Large – SVL) श्रेणी में आता है। इसका उद्देश्य तटीय और गहरे समुद्री क्षेत्रों का सर्वेक्षण, नौवहन सुरक्षा और रणनीतिक मानचित्रण है।

Q25. IndiaAI Governance Guidelines 2025 का मूल सिद्धांत क्या है, जिसे प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. अजय कुमार सूद ने भी रेखांकित किया?
A. AI को केवल व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए लागू करना
B. किसी को नुकसान न पहुँचाना (Do No Harm)
C. AI को पूरी तरह से स्वचालित और अनियंत्रित छोड़ देना
D. AI विकास को केवल तकनीकी नवाचार तक सीमित रखना
उत्तर: ✅ B. किसी को नुकसान न पहुँचाना (Do No Harm)
व्याख्या:
IndiaAI गवर्नेंस दिशानिर्देशों का मूल सिद्धांत है “Do No Harm”, जो एआई नवाचार को जिम्मेदार, सुरक्षित और मानव-केंद्रित तरीके से लागू करने पर जोर देता है।