2 november 2025 Current Affairs PDF Download | Daily GK Top Questions in Hindi

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2 November 2025 Current Affairs in Hindi | डेली करेंट अफेयर्स क्विज | 2 November महत्वपूर्ण करेंट अफेयर्स क्विज | Current Affairs PDF in Hindi

नमस्कार दोस्तों! Daily Current Affairs की इस पोस्ट में हमने NCESS R&D Meeting 2025, IISF 2025 Chandigarh, त्रि-सेवा अभ्यास TSE-2025 “त्रिशूल”, Sehkon Indian Air Force Marathon 2025 से संबंधित महत्वपूर्ण articles और प्रश्नों को सम्मिलित किया है। ये सभी प्रश्न SSC, Railway, Bank, SBI, RBI, IBPS, State Exams और दूसरे सभी Competitive Exams में हेल्प करेंगे।

02 नवम्‍बर  2025 करेंट अफेयर्स in hindi और  GK quiz

2 november 2025 के Latest Current Affairs Hindi फॉर्मेट में पढ़ें और साथ में Latest November Current Quiz देवें।

Table of Contents

  1. 2 November 2025 Current Affairs in Hindi
  2. NCESS R&D Meeting 2025
  3. IISF 2025 Chandigarh
  4. त्रि-सेवा अभ्यास TSE-2025 “त्रिशूल”
  5. Sehkon Indian Air Force Marathon 2025
  6. 2 November Important Current Affair Questons

2 November 2025 Current Affairs in Hindi

Post Title 2 November 2025 Daily Current Affairs update
Total Questions 20 Important current affairs question 02 November
Category 2 November Current Affairs Quiz and Practise
Language केवल हिंदी medium में उपलब्ध
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राष्ट्रीय पृथ्वी विज्ञान अध्ययन केंद्र में 8वीं क्षेत्रीय परामर्श बैठक: अनुसंधान एवं विकास में सुगमता पर चर्चा | तिरुवनंतपुरम, केरल

Update on : 02 नवम्‍बर 2025

राष्ट्रीय पृथ्वी विज्ञान अध्ययन केंद्र 8वीं क्षेत्रीय परामर्श बैठक 2025

नीति आयोग ने 30-31 अक्टूबर 2025 को राष्ट्रीय पृथ्वी विज्ञान अध्ययन केंद्र (NCESS), तिरुवनंतपुरम में “अनुसंधान और विकास (R&D) में सुगमता” पर 8वीं क्षेत्रीय परामर्श बैठक आयोजित की। इस बैठक में संस्थागत नेताओं, कुलपतियों, वैज्ञानिक मंत्रालयों और विभागों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और भारत के अनुसंधान एवं विकास पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के तरीकों पर गहन चर्चा की।

सत्र की शुरुआत और स्वागत भाषण

एनसीईएसएस के निदेशक प्रो. एन.वी. चलपति राव ने स्वागत भाषण दिया और वैज्ञानिक अन्वेषण के लिए अनुकूल वातावरण तथा नवाचार-आधारित विकास में क्षेत्रीय अनुसंधान संस्थानों की भूमिका पर जोर दिया। नीति आयोग के प्रो. विवेक कुमार सिंह ने आरओपीई (ROP Framework) प्रस्तुत किया, जो अनुसंधान में बाधाओं को दूर करना और क्षमताओं को बढ़ाना सुनिश्चित करता है।

अनुसंधान दक्षता और प्रभाव बढ़ाने के सुझाव

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव डॉ. एम. रविचंद्रन ने अनुसंधान प्रभाव और दक्षता बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय-उद्योग-सरकार (U-I-G) पारिस्थितिकी तंत्र को मज़बूत करने, डेटा साझाकरण और विज्ञान संचार सुधार के सुझाव दिए।

अंतर-आयामी दृष्टिकोण

नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. सारस्वत ने बताया कि अनुसंधान एवं विकास में सुगमता आंतरिक और बाह्य कारकों पर निर्भर करती है। आंतरिक कारक संस्थानों की संरचना, प्रशासन और कार्यप्रणाली से संबंधित हैं, जबकि बाह्य कारक नियामक बाधाओं, वित्तपोषण और समन्वय से जुड़ी हैं। उन्होंने दोनों पहलुओं पर ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया।

राज्यपाल का दृष्टिकोण

केरल के राज्यपाल श्री राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि अनुसंधान एवं विकास में सुगमता नागरिकों के जीवन को सुगम बनाने के व्यापक लक्ष्य से जुड़ी है। उन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी को जन-केंद्रित विकास से जोड़ने, और संस्थानों, उद्योगों एवं सरकारों के सहयोगात्मक दृष्टिकोण पर जोर दिया।

बैठक का समापन और निष्कर्ष

दो दिवसीय बैठक में अकादमिक संस्थानों, अनुसंधान प्रयोगशालाओं और सरकारी प्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श सत्र आयोजित किए गए। बैठक के दौरान भारत में सक्षम, कुशल और सहयोगात्मक अनुसंधान एवं विकास पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण के लिए सामूहिक प्रतिबद्धता की पुष्टि हुई।

मुख्य बिंदु: NCESS तिरुवनंतपुरम, अनुसंधान एवं विकास में सुगमता, नीति आयोग, आरओपीई फ्रेमवर्क, विश्वविद्यालय-उद्योग-सरकार सहयोग, वैज्ञानिक नवाचार, क्षेत्रीय अनुसंधान संस्थान, भारत में R&D, समावेशी विकास, नवाचार आधारित विकास।

भारत 6-9 दिसंबर 2025 को चंडीगढ़ में आयोजित करेगा 4 दिवसीय भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (IISF 2025)

Update on : 02 नवम्‍बर 2025

आईआईएसएफ 2025 चंडीगढ़ विज्ञान महोत्सव

डॉ. जितेंद्र सिंह, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने 6 से 9 दिसंबर 2025 तक चंडीगढ़ में आयोजित होने वाले भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (IISF 2025) की तैयारियों की समीक्षा की। इस उच्च स्तरीय बैठक में मंत्रालयों, शिक्षा जगत, उद्योग और स्टार्टअप्स के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

विज्ञान-आधारित शासन और नवाचार पर जोर

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विज्ञान नीति का नेतृत्व कर रही है और अब नीतियाँ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी द्वारा निर्देशित होती हैं। मंत्री ने यह भी बताया कि सरकार अब नियंत्रक के बजाय सुविधा प्रदाता बन गई है, और एक सक्षम पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण किया गया है, जहां निजी क्षेत्र, स्टार्टअप और युवा नवप्रवर्तक डीप टेक, AI, जैव प्रौद्योगिकी, क्वांटम तकनीक और स्वच्छ ऊर्जा नवाचार को आगे बढ़ा रहे हैं।

IISF 2025 का उद्देश्य

यह महोत्सव विज्ञान, नवाचार और प्रौद्योगिकी के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत की ओर भारत की यात्रा का उत्सव मनाएगा। डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि IISF 2025 उन प्रमुख क्षेत्रों में भारत की उपलब्धियों को प्रदर्शित करेगा, जो राष्ट्रीय आत्मनिर्भरता के स्तंभ बन गए हैं। यह कार्यक्रम वैज्ञानिक आदान-प्रदान के साथ-साथ प्रौद्योगिकी और नवाचार में भारत की प्रगति का उत्सव भी होगा।

उच्च स्तरीय सहभागिता

बैठक में प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. अजय कुमार सूद, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव डॉ. एम. रविचंद्रन, परमाणु ऊर्जा विभाग के सचिव डॉ. अजीत कुमार मोहंती, डीएसटी सचिव प्रो. अभय करंदीकर, जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव डॉ. राजेश गोखले, और सीएसआईआर महानिदेशक डॉ. एन. कलैसेल्वी सहित वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान विभाग और विज्ञान भारती के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

आत्मनिर्भर भारत और विज्ञान का जश्न

IISF 2025 विज्ञान, अनुसंधान और नवाचार के माध्यम से भारत को आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूप में प्रदर्शित करेगा। यह महोत्सव छात्रों, शोधकर्ताओं, उद्योग और नीति निर्माताओं के लिए एक मंच होगा, जहां विज्ञान और तकनीक की उपलब्धियों को साझा किया जाएगा।

मुख्य बिंदु: IISF 2025, चंडीगढ़, विज्ञान महोत्सव, डॉ. जितेंद्र सिंह, आत्मनिर्भर भारत, विज्ञान-आधारित शासन, नवाचार और प्रौद्योगिकी, AI, जैव प्रौद्योगिकी, क्वांटम तकनीक, स्वच्छ ऊर्जा, स्टार्टअप, विज्ञान और नवाचार का उत्सव।
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भारतीय नौसेना, थल सेना और वायु सेना करेंगी त्रि-सेवा अभ्यास TSE-2025 “त्रिशूल”

Update on : 02 नवम्‍बर 2025

भारतीय नौसेना द्वारा आयोजित त्रि-सेवा अभ्यास (TSE-2025) "त्रिशूल" में भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना के साथ व्यापक बहु-डोमेन परिचालन किया जाएगा। यह अभ्यास नवंबर 2025 की शुरुआत में राजस्थान और गुजरात के खाड़ी एवं रेगिस्तानी क्षेत्रों के साथ उत्तरी अरब सागर में शुरू होगा।

अभ्यास का महत्व और उद्देश्य

TSE-2025 का प्रमुख उद्देश्य तीनों सेनाओं में परिचालन प्रक्रियाओं का सत्यापन और समन्वय सुनिश्चित करना है। इसमें बहु-क्षेत्रीय वातावरण में संयुक्त प्रभाव-आधारित संचालन को मान्य करना, प्लेटफार्मों और बुनियादी ढाँचे की अंतर-संचालनीयता बढ़ाना, नेटवर्क एकीकरण को मज़बूत करना और विभिन्न क्षेत्रों में संचालन में संयुक्तता को बढ़ावा देना शामिल है।

मुख्य संचालन और सहभागिता

अभ्यास में भारतीय नौसेना के युद्धपोत, वायु सेना के लड़ाकू और सहायक विमान, उभयचर घटक (जैसे INS जलाश्व और LCU जहाज) और भारतीय सेना के तैनाती शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, भारतीय तटरक्षक, सीमा सुरक्षा बल और अन्य केंद्रीय एजेंसियां भी अभ्यास में भाग लेंगी।

तकनीकी और सामरिक तैयारी

TSE-2025 संयुक्त खुफिया, निगरानी और टोही (ISR), इलेक्ट्रॉनिक युद्ध (EW) और साइबर युद्ध योजनाओं को भी प्रमाणित करेगा। अभ्यास में स्वदेशी प्रणालियों के प्रभावी उपयोग और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के सिद्धांतों का प्रदर्शन भी होगा। यह अभ्यास उभरते खतरों और भविष्य के युद्ध की विकसित तकनीकों से निपटने पर भी केंद्रित होगा।

राष्ट्रीय सुरक्षा और एकीकृत तत्परता

TSE-2025 "त्रिशूल" भारतीय सशस्त्र बलों की पूर्णतः एकीकृत कार्य प्रणाली को प्रदर्शित करता है, जो संयुक्त परिचालन तत्परता और राष्ट्रीय सुरक्षा तैयारियों को मजबूत करता है। यह अभ्यास तीनों सेनाओं में तालमेल और बहु-डोमेन क्षमता को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कदम है।

मुख्य बिंदु: TSE-2025 त्रिशूल, भारतीय नौसेना, भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना, त्रि-सेवा अभ्यास, बहु-डोमेन संचालन, आत्मनिर्भर भारत, ISR, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध, साइबर युद्ध, राष्ट्रीय सुरक्षा, एकीकृत परिचालन।

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पहली बार आयोजित सेखों भारतीय वायु सेना मैराथन 2025 का शानदार समापन

Update on : 02 नवम्बर 2025

सेखों भारतीय वायु सेना मैराथन 2025

दिल्ली में पहली बार आयोजित सेखों भारतीय वायु सेना मैराथन 2025 (SIM-25) का भव्य समापन हुआ। इस मैराथन ने राष्ट्रीय फिटनेस, वीरता और गौरव के उत्सव को एक साथ जोड़ा।

अद्भुत भागीदारी

इस आयोजन में सभी उम्र के पुरुष, महिलाएँ और बच्चे शामिल हुए। 12,000 से अधिक धावकों ने दौड़ में भाग लिया, जबकि देश भर के 46 वायु सेना स्टेशनों से 45,000 से अधिक प्रतिभागियों ने 21 किमी, 10 किमी और 5 किमी की विभिन्न श्रेणियों में हिस्सा लिया। यह भारतीय वायु सेना समुदाय की समावेशिता और सामूहिक गौरव को दर्शाता है।

विशिष्ट अतिथि और नेतृत्व

कार्यक्रम में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह समेत वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने स्वयं 21 किमी की दौड़ में भाग लिया और प्रतिभागियों को प्रेरित किया।

उत्सव और मनोरंजन

मैदान पर ज़ुम्बा वार्म-अप सत्र, भारतीय वायु सेना बैंड की प्रस्तुतियाँ, एयर वॉरियर ड्रिल टीम का समकालिक प्रदर्शन और रोमांचक स्काईडाइविंग ने कार्यक्रम को यादगार बनाया।

विशेष आकर्षण

नेटफ्लिक्स के कलाकारों हुमा कुरैशी, शेफाली शाह, अर्चना पूरन सिंह और सुनील ग्रोवर की उपस्थिति ने उत्सव को और रंगीन बनाया। इस अवसर पर ऑपरेशन सफेद सागर का टीज़र भी रिलीज़ किया गया, जो कारगिल युद्ध में भारतीय वायु सेना की वीरता को दर्शाता है।

सम्मान और प्रेरणा

यह मैराथन परमवीर चक्र विजेता फ्लाइंग ऑफिसर निर्मल जीत सिंह सेखों को सच्ची श्रद्धांजलि थी। उनकी वीरता और समर्पण को याद करते हुए, आने वाली पीढ़ियों को साहस और राष्ट्रीय गौरव की प्रेरणा दी गई।

मुख्य बिंदु: SIM-25, सेखों भारतीय वायु सेना मैराथन, दिल्ली मैराथन, 21 किमी दौड़, 10 किमी दौड़, 5 किमी दौड़, एयर चीफ मार्शल एपी सिंह, राष्ट्रीय फिटनेस, वीरता, गौरव, ऑपरेशन सफेद सागर, निर्मल जीत सिंह सेखों, भारतीय वायु सेना।
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2 November

02 नवम्‍बर क्‍या है ?

2 नवंबर भारत के इतिहास और संस्कृति में एक विशेष दिन माना जाता है। इस दिन के कई धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व मनाए जाते हैं। अगर आप जानना चाहते हैं कि 2 नवंबर को भारत में क्या-क्या खास होता है, तो यह लेख आपके लिए है।

तुलसी विवाह (Tulsi Vivah):

यह पर्व अक्सर 2 नवंबर के आसपास या इसी तारीख को पड़ता है (इस वर्ष 2025 में 2 नवंबर को ही है)। देवउठनी एकादशी के अगले दिन, भगवान विष्णु के शालिग्राम रूप का माता तुलसी के साथ प्रतीकात्मक विवाह कराया जाता है। यह विवाह घर में सुख-समृद्धि लाता है और इसके साथ ही विवाह सहित अन्य मांगलिक कार्य विधिवत रूप से शुरू हो जाते हैं।

ऑल सोल्स डे (All Souls' Day

ईसाई समुदाय में 2 नवंबर का दिन मृत आत्माओं को समर्पित होता है। इस दिन लोग कब्रिस्तान जाते हैं, अपने प्रियजनों की कब्रों पर फूल चढ़ाते हैं, मोमबत्तियां जलाते हैं और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं।

राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व

पत्रकारों के खिलाफ अपराधों के लिए दण्डमुक्ति समाप्त करने का अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day to End Impunity for Crimes against Journalists): संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित यह दिवस पत्रकारों के काम के दौरान होने वाली हिंसा और उनके खिलाफ होने वाले अपराधों पर ध्यान केंद्रित करता है। इसका उद्देश्य पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और उनके खिलाफ होने वाले अपराधों में न्याय सुनिश्चित करना है।

अन्य घटनाएँ

डेलाइट सेविंग टाइम का अंत: उत्तरी अमेरिका के कई हिस्सों, जैसे संयुक्त राज्य अमेरिका और क्यूबा में, 2 नवंबर को डेलाइट सेविंग टाइम समाप्त हो जाता है और घड़ियाँ एक घंटा पीछे कर दी जाती हैं।

2 november 2025 से बनने वाले Daily Current Affairs Quiz

Question 1:
राष्ट्रीय पृथ्वी विज्ञान अध्ययन केंद्र (NCESS) द्वारा 30-31 अक्टूबर 2025 को तिरुवनंतपुरम में आयोजित 8वीं क्षेत्रीय परामर्श बैठक का मुख्य उद्देश्य क्या था?
A) अंतरिक्ष विज्ञान में निवेश बढ़ाना
B) अनुसंधान और विकास (R&D) में सुगमता सुनिश्चित करना
C) केवल तकनीकी शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करना
D) उद्योगों में रोजगार सृजन बढ़ाना
Answer: B) अनुसंधान और विकास (R&D) में सुगमता सुनिश्चित करना
Explanation:
बैठक का केंद्रीय विषय “अनुसंधान और विकास में सुगमता” था, जिसमें वैज्ञानिकों, नीति आयोग और अन्य संस्थानों ने भारत में R&D पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने पर चर्चा की।

Question 2:
नीति आयोग के प्रो. विवेक कुमार सिंह ने बैठक में कौन-सा फ्रेमवर्क प्रस्तुत किया, जो अनुसंधान में बाधाओं को दूर करने और क्षमता बढ़ाने पर केंद्रित है?
A) NITI Framework
B) ROP (ROP Framework)
C) U-I-G Ecosystem
D) S&T Advancement Framework
Answer: B) ROP (ROP Framework)
Explanation:
ROP Framework का उद्देश्य अनुसंधान में बाधाओं को हटाना और संस्थानों की क्षमताओं को बढ़ाना है। इसे नीति आयोग के प्रो. विवेक कुमार सिंह ने प्रस्तुत किया।

Question 3:
अनुसंधान प्रभाव और दक्षता बढ़ाने के लिए पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव डॉ. एम. रविचंद्रन ने किस पहल को मजबूत करने का सुझाव दिया?
A) विश्वविद्यालय-उद्योग-सरकार (U-I-G) पारिस्थितिकी तंत्र
B) केवल निजी उद्योग निवेश
C) अंतरराष्ट्रीय छात्र विनिमय कार्यक्रम
D) ग्रामीण विज्ञान शिक्षा
Answer: A) विश्वविद्यालय-उद्योग-सरकार (U-I-G) पारिस्थितिकी तंत्र
Explanation:
डॉ. रविचंद्रन ने अनुसंधान प्रभाव बढ़ाने के लिए U-I-G सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया, जिससे डेटा साझा करना, नवाचार और विज्ञान संचार को बढ़ावा मिल सके।

Question 4:
नीति आयोग के डॉ. वी.के. सारस्वत ने अनुसंधान एवं विकास में सुगमता को प्रभावित करने वाले कारकों को कैसे वर्गीकृत किया?
A) केवल तकनीकी और मानव संसाधन कारक
B) आंतरिक और बाह्य कारक
C) स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय कारक
D) आर्थिक और राजनीतिक कारक
Answer: B) आंतरिक और बाह्य कारक
Explanation:
डॉ. सारस्वत ने बताया कि अनुसंधान सुगमता पर आंतरिक कारक (संस्थान की संरचना, प्रशासन) और बाह्य कारक (नियामक बाधाएँ, वित्तपोषण, समन्वय) प्रभाव डालते हैं।

Question 5:
केरल के राज्यपाल श्री राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने अनुसंधान एवं विकास में सुगमता को किस व्यापक लक्ष्य से जोड़ा?
A) केवल वैज्ञानिक उन्नति
B) नागरिकों के जीवन को सुगम बनाना और जन-केंद्रित विकास
C) सरकारी आय बढ़ाना
D) अंतर्राष्ट्रीय निवेश आकर्षित करना
Answer: B) नागरिकों के जीवन को सुगम बनाना और जन-केंद्रित विकास
Explanation:
राज्यपाल ने R&D सुगमता को नागरिक-केंद्रित विकास से जोड़ते हुए संस्थानों, उद्योग और सरकार के सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया।

Question 6:
भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (IISF 2025) किस स्थान पर और कब आयोजित किया जाएगा?
A) नई दिल्ली, 1–4 दिसंबर 2025
B) चंडीगढ़, 6–9 दिसंबर 2025
C) बेंगलुरु, 10–13 दिसंबर 2025
D) मुंबई, 5–8 दिसंबर 2025
Answer: B) चंडीगढ़, 6–9 दिसंबर 2025
Explanation:
IISF 2025 चार दिवसीय विज्ञान महोत्सव 6 से 9 दिसंबर 2025 तक चंडीगढ़ में आयोजित किया जाएगा, जिसमें वैज्ञानिक, स्टार्टअप और उद्योग प्रतिनिधि भाग लेंगे।

Question 7:
डॉ. जितेंद्र सिंह ने विज्ञान-आधारित शासन के संदर्भ में सरकार की भूमिका में क्या बदलाव बताया?
A) सरकार अब केवल नियामक के रूप में कार्य कर रही है
B) सरकार अब नियंत्रक के बजाय सुविधा प्रदाता बन गई है
C) सरकार ने निजी क्षेत्र को पूरी तरह नियंत्रित कर लिया है
D) सरकार ने केवल शिक्षा नीतियों पर ध्यान केंद्रित किया है
Answer: B) सरकार अब नियंत्रक के बजाय सुविधा प्रदाता बन गई है
Explanation:
मंत्री ने बताया कि अब सरकार एक सक्षम पारिस्थितिकी तंत्र बनाकर नवाचार और निजी क्षेत्र के विकास को बढ़ावा दे रही है।

Question 8:
IISF 2025 का मुख्य उद्देश्य क्या है?
A) केवल अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक पुरस्कार वितरित करना
B) विज्ञान, नवाचार और प्रौद्योगिकी के माध्यम से भारत की आत्मनिर्भरता को प्रदर्शित करना
C) केवल स्टार्टअप निवेश आकर्षित करना
D) विदेशी विज्ञान अनुसंधान संस्थानों के साथ साझेदारी बनाना
Answer: B) विज्ञान, नवाचार और प्रौद्योगिकी के माध्यम से भारत की आत्मनिर्भरता को प्रदर्शित करना
Explanation:
यह महोत्सव भारत में विज्ञान और तकनीक की उपलब्धियों का उत्सव मनाएगा और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में प्रगति को प्रदर्शित करेगा।

Question 9:
IISF 2025 में निम्नलिखित में से कौन-सा क्षेत्र प्रमुख रूप से प्रदर्शित किया जाएगा?
A) केवल सूचना प्रौद्योगिकी
B) डीप टेक, AI, जैव प्रौद्योगिकी, क्वांटम तकनीक और स्वच्छ ऊर्जा
C) केवल कृषि और ग्रामीण विकास
D) केवल अंतरिक्ष विज्ञान
Answer: B) डीप टेक, AI, जैव प्रौद्योगिकी, क्वांटम तकनीक और स्वच्छ ऊर्जा
Explanation:
महोत्सव में भारत की उन्नत तकनीकी उपलब्धियों जैसे AI, डीप टेक, जैव प्रौद्योगिकी, क्वांटम और स्वच्छ ऊर्जा को प्रमुखता दी जाएगी।

Question 10:
IISF 2025 में कौन-से समूहों को एक मंच प्रदान किया जाएगा?
A) केवल सरकारी अधिकारी
B) छात्र, शोधकर्ता, उद्योग और नीति निर्माता
C) केवल अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक
D) केवल विश्वविद्यालय कुलपति
Answer: B) छात्र, शोधकर्ता, उद्योग और नीति निर्माता
Explanation:
महोत्सव में विज्ञान और तकनीक की उपलब्धियों को साझा करने के लिए छात्रों, शोधकर्ताओं, उद्योग और नीति निर्माताओं के लिए व्यापक मंच प्रदान किया जाएगा।

Question 11:
TSE-2025 “त्रिशूल” अभ्यास किसके नेतृत्व में और किस क्षेत्र में आयोजित किया जाएगा?
A) भारतीय वायु सेना, पूर्वी बंगाल क्षेत्र
B) भारतीय नौसेना, राजस्थान और गुजरात के खाड़ी एवं रेगिस्तानी क्षेत्र और उत्तरी अरब सागर
C) भारतीय सेना, मध्य भारत
D) भारतीय तटरक्षक बल, पश्चिमी तट
Answer: B) भारतीय नौसेना, राजस्थान और गुजरात के खाड़ी एवं रेगिस्तानी क्षेत्र और उत्तरी अरब सागर
Explanation:
TSE-2025 का आयोजन भारतीय नौसेना द्वारा किया जा रहा है और यह राजस्थान, गुजरात के खाड़ी एवं रेगिस्तानी क्षेत्रों और उत्तरी अरब सागर में शुरू होगा।

Question 12:
TSE-2025 अभ्यास का प्रमुख उद्देश्य क्या है?
A) केवल नौसेना की समुद्री शक्ति दिखाना
B) तीनों सेनाओं में परिचालन प्रक्रियाओं का सत्यापन और समन्वय सुनिश्चित करना
C) विदेशी देशों के साथ संयुक्त अभ्यास करना
D) केवल ड्रोन तकनीक का परीक्षण करना
Answer: B) तीनों सेनाओं में परिचालन प्रक्रियाओं का सत्यापन और समन्वय सुनिश्चित करना
Explanation:
TSE-2025 का उद्देश्य बहु-क्षेत्रीय संचालन, प्लेटफॉर्म और बुनियादी ढाँचे की अंतर-संचालनीयता, और नेटवर्क एकीकरण को मज़बूत करना है।

Question 13:
अभ्यास में कौन-सी सेनाएँ और घटक प्रमुख रूप से भाग लेंगी?
A) केवल भारतीय नौसेना
B) भारतीय नौसेना, भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना, तटरक्षक और केंद्रीय एजेंसियाँ
C) केवल भारतीय वायु सेना और नौसेना
D) केवल सेना और ड्रोन यूनिट्स
Answer: B) भारतीय नौसेना, भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना, तटरक्षक और केंद्रीय एजेंसियाँ
Explanation:
अभ्यास में तीनों सेनाओं के अलावा तटरक्षक, सीमा सुरक्षा बल और अन्य केंद्रीय एजेंसियों की भागीदारी भी शामिल है।

Question 14:
TSE-2025 अभ्यास में तकनीकी और सामरिक तैयारियों में किन प्रमुख क्षेत्रों को प्रमाणित किया जाएगा?
A) केवल समुद्री हथियार प्रणाली
B) ISR (खुफिया, निगरानी, टोही), इलेक्ट्रॉनिक युद्ध (EW), साइबर युद्ध और स्वदेशी प्रणालियों का उपयोग
C) केवल ड्रोन संचालन
D) केवल परमाणु हथियार परीक्षण
Answer: B) ISR (खुफिया, निगरानी, टोही), इलेक्ट्रॉनिक युद्ध (EW), साइबर युद्ध और स्वदेशी प्रणालियों का उपयोग
Explanation:
अभ्यास बहु-डोमेन क्षमता के तहत ISR, EW, साइबर युद्ध और आत्मनिर्भर भारत की स्वदेशी प्रणालियों का प्रभावी उपयोग प्रमाणित करेगा।

Question 15:
TSE-2025 “त्रिशूल” का राष्ट्रीय सुरक्षा और परिचालन तत्परता में क्या योगदान है?
A) केवल नौसेना के प्रशिक्षण का मूल्यांकन
B) तीनों सेनाओं में तालमेल और बहु-डोमेन क्षमता बढ़ाना तथा राष्ट्रीय सुरक्षा तैयारियों को मजबूत करना
C) केवल वायु सेना की सामरिक शक्ति बढ़ाना
D) केवल स्थानीय रक्षा उत्पादन की समीक्षा
Answer: B) तीनों सेनाओं में तालमेल और बहु-डोमेन क्षमता बढ़ाना तथा राष्ट्रीय सुरक्षा तैयारियों को मजबूत करना
Explanation:
अभ्यास भारतीय सशस्त्र बलों की संयुक्त परिचालन क्षमता और राष्ट्रीय सुरक्षा तत्परता को प्रदर्शित और मजबूत करता है।

Question 16:
सेखों भारतीय वायु सेना मैराथन 2025 (SIM-25) का आयोजन पहली बार कहाँ और कब हुआ?
A) मुंबई, 2024
B) दिल्ली, 2025
C) चेन्नई, 2025
D) कोलकाता, 2024
Answer: B) दिल्ली, 2025
Explanation:
SIM-25 का आयोजन पहली बार दिल्ली में हुआ, जिसमें राष्ट्रीय फिटनेस, वीरता और गौरव का उत्सव मनाया गया।

Question 17:
इस मैराथन में कुल कितने प्रतिभागियों ने भाग लिया और कितने वायु सेना स्टेशनों से प्रतिनिधि आए?
A) 12,000 प्रतिभागी, 30 वायु सेना स्टेशन
B) 45,000 प्रतिभागी, 46 वायु सेना स्टेशन
C) 60,000 प्रतिभागी, 50 वायु सेना स्टेशन
D) 25,000 प्रतिभागी, 40 वायु सेना स्टेशन
Answer: B) 45,000 प्रतिभागी, 46 वायु सेना स्टेशन
Explanation:
देश भर के 46 वायु सेना स्टेशनों से 45,000 से अधिक प्रतिभागियों ने 21 किमी, 10 किमी और 5 किमी की दौड़ में हिस्सा लिया।

Question 18:
AIR चीफ मार्शल एपी सिंह ने SIM-25 में किस भूमिका में भाग लिया?
A) केवल उद्घाटन भाषण दिया
B) स्वयं 21 किमी की दौड़ में भाग लिया
C) पुरस्कार वितरण समिति के सदस्य थे
D) कार्यक्रम का संचालन किया
Answer: B) स्वयं 21 किमी की दौड़ में भाग लिया
Explanation:
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने 21 किमी की दौड़ में भाग लेकर प्रतिभागियों को प्रेरित किया।

Question 19:
SIM-25 मैराथन का आयोजन किस वीर भारतीय वायु सेना अधिकारी को श्रद्धांजलि देने के लिए किया गया?
A) फ्लाइंग ऑफिसर अभिनंदन वर्धमान
B) फ्लाइंग ऑफिसर निर्मल जीत सिंह सेखों
C) एयर मार्शल एपी सिंह
D) चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान
Answer: B) फ्लाइंग ऑफिसर निर्मल जीत सिंह सेखों
Explanation:
मैथनोन का आयोजन परमवीर चक्र विजेता फ्लाइंग ऑफिसर निर्मल जीत सिंह सेखों की वीरता और समर्पण को याद करने के लिए किया गया।

Question 20:
SIM-25 मैराथन में किन प्रमुख आकर्षणों ने कार्यक्रम को यादगार बनाया?
A) केवल दौड़ प्रतियोगिता
B) ज़ुम्बा वार्म-अप, भारतीय वायु सेना बैंड, एयर वॉरियर ड्रिल टीम और स्काईडाइविंग
C) केवल पुरस्कार वितरण समारोह
D) केवल ऑपरेशन सफेद सागर का टीज़र
Answer: B) ज़ुम्बा वार्म-अप, भारतीय वायु सेना बैंड, एयर वॉरियर ड्रिल टीम और स्काईडाइविंग
Explanation:
मैदान पर आयोजित ज़ुम्बा वार्म-अप, वायु सेना बैंड, ड्रिल टीम और रोमांचक स्काईडाइविंग ने कार्यक्रम को यादगार बनाया, साथ ही ऑपरेशन सफेद सागर का टीज़र भी जारी किया गया।