7 November Current Affairs in Hindi | डेली करेंट अफेयर्स क्विज | 7 november महत्वपूर्ण करेंट अफेयर्स क्विज | Current Affairs PDF in Hindi
नमस्कार दोस्तों! Daily Current Affairs की इस पोस्ट में हमने भारत में हॉकी से एक गौरवशाली पहचान, पीएम केयर्स द्वारा SC, OBC बच्चों के लिए मुफ्त ऑनलाइन कोचिंग, गंगा उत्सव 2025, भारत के पवित्र बुद्ध अवशेष भूटान में प्रदर्शित होंगे, भारत-ईयू FTA वार्ता 2025, NSAP 2025 से संबंधित महत्वपूर्ण articles और प्रश्नों को सम्मिलित किया है। ये सभी Daily Current Affairs, SSC Current Affairs, Railway Current Affairs, Bank Exams Current Affairs, SBI & RBI Current Affairs, IBPS Current Affairs, State Exams Current Affairs और दूसरे सभी Competitive Exams में हेल्प करेंगे।

7 November 2025 के Latest Current Affairs Hindi फॉर्मेट में पढ़ें और साथ में TOP Latest November Current Quiz देवें।
Table of Contents
- 7 नवंबर 2025 करेंट अफेयर्स इन हिंदी
- भारत में हॉकी के 100 साल: ओलंपिक में गौरवशाली पहचान
- SC, OBC और पीएम केयर्स बच्चों के लिए मुफ्त ऑनलाइन कोचिंग
- गंगा उत्सव 2025: अयोध्या में भक्ति और जनसहभागिता
- भारत के पवित्र बुद्ध अवशेष भूटान में प्रदर्शित होंगे 2025
- भारत-ईयू FTA वार्ता 2025: संतुलित और लाभदायक साझेदारी
- NSAP 2025: भारत की सामाजिक सुरक्षा और समावेशी सहायता
- 7 नवंबर का इतिहास
- 7 नवंबर 2025 करेंट अफेयर्स प्रश्नोत्तरी
7 November 2025 Current Affairs in Hindi
प्रतियोगी परीक्षाओं (Competitive Exams) में सफलता पाने के लिए समय-समय पर अपडेटेड करेंट अफेयर्स (Current Affairs) की गहन समझ होना बेहद आवश्यक है। यहाँ प्रस्तुत करेंट अफेयर्स क्विज़ (Current Affairs Quiz) और प्रश्न आपकी तैयारी को मजबूत बनाने में मदद करेंगे, जिससे आप जनरल अवेयरनेस (General Awareness) के सेक्शन में बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे। हर दिन की नवीनतम घटनाओं (Latest Events) और महत्त्वपूर्ण टॉपिक्स पर आधारित यह सामग्री आपकी नॉलेज बढ़ाने के साथ-साथ त्वरित रिविजन (Quick Revision) का भी प्रभावी स्रोत बनेगी। ध्यानपूर्वक अभ्यास करने से आप न केवल परीक्षा की कटऑफ (Cut-off) से ऊपर अंक हासिल करेंगे, बल्कि करेंट अफेयर्स से जुड़े सवालों में भी आत्मविश्वास (Confidence) के साथ उतर पाएंगे। अधिक सहायता के लिए हमने आपके लिए विस्तारपूर्ण नोट्स (Detailed Notes) और ऑनलाइन क्विज़ (Online Quizzes) उपलब्ध कराए हैं, जिनका उपयोग करके आप अपनी परीक्षा तैयारी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं।
भारतीय हॉकी के 100 वर्ष पूरे: डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा – ओलंपिक में भारत की गौरवशाली पहचान हॉकी की देन है
Update on: 07 नवंबर 2025
नई दिल्ली के ऐतिहासिक मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में शुक्रवार को भारतीय हॉकी के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक भव्य समारोह आयोजित किया गया।
इस ऐतिहासिक अवसर पर केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
समारोह में श्री किरेन रिजिजू, तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री थिरु उदयनिधि स्टालिन, ओडिशा के मंत्री श्री सूर्यवंशी सूरज और
एफआईएच अध्यक्ष दातो तैय्यब इकराम सहित कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।
भारतीय हॉकी: गौरव, उत्कृष्टता और एकता की 100 वर्ष की यात्रा
1925 से शुरू हुई भारतीय हॉकी की यात्रा ने देश को ओलंपिक में अनेक स्वर्णिम पल दिए।
इस आयोजन को भारतीय खेल इतिहास का स्वर्ण अध्याय माना गया। डॉ. मंडाविया ने कहा,
“ओलंपिक में भारत की सबसे बड़ी पहचान हॉकी के कारण बनी।
आज भी यह खेल हमारे राष्ट्रीय गर्व और प्रेरणा का प्रतीक है।”
खेल मंत्री मंडाविया का संदेश: ‘हॉकी भारत की आत्मा है’
डॉ. मनसुख मंडाविया ने अपने संबोधन में कहा कि भारत सरकार खेलों को लेकर हरसंभव सहयोग दे रही है।
उन्होंने कहा, “जब देशभर में 1,000 से अधिक हॉकी मैच खेले जा रहे हैं,
तो यह हमारे खेलो इंडिया मिशन और फिट इंडिया मूवमेंट की सच्ची झलक है।
हॉकी केवल एक खेल नहीं बल्कि भारत की आत्मा है।”
प्रदर्शनी मैच और हॉकी दिग्गजों का सम्मान
समारोह की शुरुआत खेल मंत्रालय एकादश और हॉकी इंडिया एकादश के बीच प्रदर्शनी मैच से हुई,
जिसमें ब्यूटी डुंगडुंग, सलीमा टेटे और कृष्णा पाठक के शानदार प्रदर्शन से खेल मंत्रालय की टीम ने 3-1 से जीत दर्ज की।
इसके बाद हॉकी के महान खिलाड़ियों अजित पाल सिंह, ज़फर इकबाल, अशोक कुमार, असुंता लाकड़ा और अन्य दिग्गजों को सम्मानित किया गया।
स्मारक पुस्तक और फोटो प्रदर्शनी का शुभारंभ
‘भारतीय हॉकी के 100 वर्ष’ नामक स्मारक पुस्तक का विमोचन किया गया,
जिसमें 1928 के एम्स्टर्डम ओलंपिक से लेकर आधुनिक युग तक की यात्रा का विस्तार से वर्णन है।
फोटो प्रदर्शनी में भारत के हॉकी इतिहास की दुर्लभ तस्वीरें, पदक और स्मृति चिह्न प्रदर्शित किए गए।
तमिलनाडु एफआईएच हॉकी जूनियर विश्व कप 2025 के लिए तैयार
समारोह में आगामी FIH हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप 2025 की ट्रॉफी का भी अनावरण किया गया।
इस अवसर पर गायक सिद्धार्थ महादेवन के ऊर्जावान गीतों ने समारोह को और भव्य बना दिया।
36,000 खिलाड़ियों की भागीदारी के साथ राष्ट्रव्यापी हॉकी महोत्सव
शताब्दी वर्ष को पूरे देश में मनाने के लिए 500 जिलों में एक साथ राष्ट्रीय हॉकी महोत्सव आयोजित किया गया,
जिसमें 36,000 से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया।
यह आयोजन खेल भावना, टीमवर्क और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बना।
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष डॉ. दिलीप तिर्की का बयान
डॉ. दिलीप तिर्की ने कहा,
“आज का दिन उन सभी खिलाड़ियों और कोचों को समर्पित है जिन्होंने हॉकी को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया।
भारत सरकार और सभी राज्यों के सहयोग से हॉकी का भविष्य और भी उज्जवल होगा।”
मुख्य तथ्य (Exam Oriented Facts)
- घटना: भारतीय हॉकी शताब्दी समारोह 2025
- तारीख: 07 नवंबर 2025
- स्थल: मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम, नई दिल्ली
- मुख्य अतिथि: डॉ. मनसुख मंडाविया, केंद्रीय खेल मंत्री
- अन्य गणमान्य: किरेन रिजिजू, थिरु उदयनिधि स्टालिन, दातो तैय्यब इकराम
- मुख्य आकर्षण: प्रदर्शनी मैच, दिग्गजों का सम्मान, स्मारक पुस्तक और फोटो प्रदर्शनी
- भागीदारी: 500 जिलों से 36,000 खिलाड़ी
- नीति समर्थन: खेलो इंडिया नीति, फिट इंडिया मूवमेंट
हॉकी भारत की शान, आने वाले 100 वर्ष और भी उज्जवल
भारतीय हॉकी शताब्दी समारोह ने यह साबित किया कि भारत में खेलों के प्रति जुनून और समर्पण निरंतर बढ़ रहा है।
हॉकी ने न केवल भारत को ओलंपिक में गौरव दिलाया बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनी।
मुख्य बिंदु: भारतीय हॉकी शताब्दी समारोह 2025, मनसुख मंडाविया, हॉकी इंडिया, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम, ओलंपिक, हॉकी दिग्गज, स्मारक पुस्तक, फोटो प्रदर्शनी, फिट इंडिया मूवमेंट, खेलो इंडिया नीति, भारतीय खेल संस्कृति।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग और फिजिक्स वाला फाउंडेशन के बीच समझौता: SC, OBC और पीएम केयर्स बच्चों को मिलेगी मुफ्त ऑनलाइन कोचिंग
Update on: 07 नवंबर 2025
भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग (Department of Social Justice and Empowerment - DoSJE) ने आज फिजिक्स वाला फाउंडेशन (PW Foundation) के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए।
इस समझौते के तहत SC, OBC और पीएम केयर्स चिल्ड्रन स्कीम के तहत आने वाले 15,000 विद्यार्थियों को मुफ्त ऑनलाइन कोचिंग सुविधा प्रदान की जाएगी।
डिजिटल शिक्षा के माध्यम से समान अवसर की दिशा में बड़ा कदम
यह समझौता 7 नवंबर 2025 को शास्त्री भवन, नई दिल्ली में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सचिव की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। इस पहल का उद्देश्य वंचित वर्गों के छात्रों को UPSC, SSC और बैंकिंग परीक्षाओं की उच्च-गुणवत्ता वाली डिजिटल कोचिंग तक निःशुल्क पहुंच प्रदान करना है।
फिजिक्स वाला फाउंडेशन की भूमिका
PW फाउंडेशन अपने डिजिटल लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से छात्रों को लाइव और रिकॉर्डेड लेक्चर, टेस्ट सीरीज़, मेंटरशिप, करियर काउंसलिंग और अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराएगा। यह सहयोग पूरी तरह से गैर-वित्तीय (Non-Financial Partnership) है,
जिसमें विभाग पात्र विद्यार्थियों का चयन करेगा और PW फाउंडेशन निःशुल्क शैक्षिक संसाधन प्रदान करेगा।
“डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल”
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सचिव ने कहा, “यह साझेदारी समाज के उन वर्गों के लिए आशा की किरण है जिन्हें अब तक गुणवत्तापूर्ण कोचिंग की सुविधा उपलब्ध नहीं थी। डिजिटल शिक्षा के माध्यम से हम समावेशी विकास और समान अवसर की दिशा में ठोस कदम उठा रहे हैं।”
सभी के लिए समावेशी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में पहल
यह समझौता भारत सरकार के “समावेशी मानव संसाधन विकास” के लक्ष्य और संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्य-4 (SDG-4) के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य सभी को समान गुणवत्ता वाली शिक्षा सुनिश्चित करना है। इस पहल से SC, OBC और अनाथ बच्चों को राष्ट्रीय स्तर की
प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिलेगा।
लाभार्थियों की सुविधा और पारदर्शिता
पात्र छात्रों का चयन एक पारदर्शी ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा। चयनित छात्रों को PW फाउंडेशन के पोर्टल पर विशेष लॉगिन प्रदान किया जाएगा जिससे वे किसी भी समय अपनी कोचिंग सामग्री और टेस्ट सीरीज़ तक पहुंच सकेंगे।
मुख्य तथ्य (Exam Oriented Facts)
- घटना: सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग और फिजिक्स वाला फाउंडेशन के बीच MoU
- तारीख: 07 नवंबर 2025
- स्थल: शास्त्री भवन, नई दिल्ली
- लाभार्थी: SC, OBC और पीएम केयर्स चिल्ड्रन योजना के 15,000 विद्यार्थी
- मुख्य उद्देश्य: UPSC, SSC, बैंकिंग परीक्षाओं के लिए निःशुल्क ऑनलाइन कोचिंग
- संस्था: फिजिक्स वाला फाउंडेशन (PW Foundation)
- सहयोग का स्वरूप: गैर-वित्तीय (Non-Financial Partnership)
- नीति समर्थन: समावेशी शिक्षा और डिजिटल सशक्तिकरण
समावेशी भारत की दिशा में एक नया अध्याय
यह पहल न केवल शिक्षा में समानता को बढ़ावा देगी बल्कि
वंचित समुदायों के युवाओं को डिजिटल सशक्तिकरण के माध्यम से
आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भारत सरकार की प्रतिबद्धता को भी मजबूत करेगी।
मुख्य बिंदु: सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, फिजिक्स वाला फाउंडेशन, SC OBC छात्रों के लिए मुफ्त कोचिंग, PM CARES Children Scheme, UPSC SSC Coaching Free, Digital Learning India, Inclusive Education, SDG-4, Online Coaching, Samajik Nyay Ministry।
गंगा उत्सव 2025: भक्ति, आस्था और जनसहभागिता का अद्भुत संगम
पोस्ट किया गया: 07 नवंबर 2025
भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर गंगा नदी के प्रति आस्था और संरक्षण की भावना को साकार करते हुए
गंगा उत्सव 2025 का भव्य आयोजन इस वर्ष पूरे देश में धूमधाम से मनाया गया।
राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (NMCG) और जल शक्ति मंत्रालय के सहयोग से आयोजित यह 9वां संस्करण
“भक्ति, विज्ञान और सहभागिता” का प्रतीक बनकर उभरा।
अयोध्या में मुख्य समारोह: गंगा मां के प्रति कृतज्ञता और एकता का संदेश
मुख्य आयोजन डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या में हुआ,
जहाँ हजारों लोगों ने मिलकर मां गंगा के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की।
कार्यक्रम की शुरुआत पवित्र जल कलश अर्पण से हुई, जो सामूहिक कृतज्ञता और प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी का प्रतीक था।
मुख्य अतिथि श्री वी. एल. कांता राव, सचिव – जल शक्ति मंत्रालय ने कहा कि
गंगा बेसिन 11 राज्यों, 150 जिलों और 100 प्रमुख शहरों को जोड़ता है,
जो देश की लगभग आधी आबादी के जीवन और अर्थव्यवस्था को सहारा देता है।
उन्होंने बताया कि मंत्रालय की लगभग एक-तिहाई योजनाएँ गंगा के पुनरुद्धार को समर्पित हैं।
इस अवसर पर दो महत्वपूर्ण रिपोर्टें –
“गंगा नदी बेसिन में जलपक्षियों की स्थिति” और
“द्वीपीय घोंसले के शिकार की स्थिति रिपोर्ट” जारी की गईं।
इसके साथ ही स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने समारोह को भक्तिमय माहौल से भर दिया।
एमिटी विश्वविद्यालय, नोएडा: तकनीक और संस्कृति का संगम
एमिटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में
“नदी की आवाज़ें और लय: तकनीकी और सांस्कृतिक अभिव्यक्तियाँ” थीम पर गंगा उत्सव आयोजित हुआ।
यहाँ एनएमसीजी अधिकारियों ने बताया कि
कैसे लीडार सर्वेक्षण, ड्रोन आधारित मूल्यांकन और जल गुणवत्ता निगरानी से गंगा पुनर्जीवन की दिशा में वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाया जा रहा है।
इस मौके पर “ठोस अपशिष्ट जल प्रवाह को रोकने की मार्गदर्शिका”,
“गंगा के रंग – बच्चों की कला श्रद्धांजलि” और
“LiDAR डेटा रिलीज़” जैसी कई उपयोगी सामग्रियाँ भी लॉन्च की गईं।
छात्रों ने कला, संगीत और नृत्य के माध्यम से “नदी की लय” को जीवंत किया।
IIT BHU वाराणसी: वैज्ञानिक संवाद और नदी प्रबंधन पर फोकस
IIT BHU, वाराणसी में आयोजित RHAR 2025 सम्मेलन ने गंगा उत्सव को नई दिशा दी।
यहाँ विशेषज्ञों ने नदी स्वास्थ्य मूल्यांकन, भूजल-सतही जल समन्वय और प्रदूषण नियंत्रण पर गहन चर्चा की।
अनूप कुमार श्रीवास्तव ने "छोटी नदियों के पुनरुद्धार हेतु भूजल प्रबंधन" विषय पर तकनीकी सत्र की अध्यक्षता की और उभरते प्रदूषकों पर एक विशेष पुस्तक जारी की।
गंगा उत्सव 2025: जनजागरूकता और पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक
देशभर में आयोजित कार्यक्रमों ने यह संदेश दिया कि गंगा केवल एक नदी नहीं, बल्कि
भारत की आत्मा, संस्कृति और सतत विकास की धुरी है।
सामुदायिक भागीदारी, शिक्षा संस्थानों की पहल और सरकारी योजनाओं के समन्वय ने
इस उत्सव को एक सशक्त जनआंदोलन का रूप दे दिया।
मुख्य बिंदु:
गंगा उत्सव 2025, अयोध्या समारोह, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, IIT BHU RHAR सम्मेलन, एमिटी गंगा कार्यक्रम, गंगा नदी संरक्षण, नमामि गंगे, जल शक्ति मंत्रालय
भूटान में प्रदर्शित होंगे भारत से लाए गए पवित्र बुद्ध अवशेष – वैश्विक शांति और आध्यात्मिक एकता का प्रतीक
पोस्ट किया गया: 07 नवंबर 2025
भारत और भूटान के बीच आध्यात्मिक बंधन को और गहरा करते हुए,
नई दिल्ली के राष्ट्रीय संग्रहालय में संरक्षित भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेष
आगामी 8 से 18 नवंबर 2025 तक भूटान के थिम्पू में प्रदर्शित किए जाएंगे।
यह ऐतिहासिक आयोजन वैश्विक शांति प्रार्थना महोत्सव (Global Peace Prayer Festival – GPPF) का प्रमुख आकर्षण होगा,
जिसे भूटान के चौथे राजा जिग्मे सिंग्ये वांगचुक की 70वीं जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जा रहा है।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे डॉ. वीरेंद्र कुमार
इस आध्यात्मिक यात्रा का नेतृत्व भारत सरकार के केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार करेंगे।
उनके साथ वरिष्ठ भिक्षुओं और सरकारी अधिकारियों का उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी भूटान जाएगा।
यह आयोजन संस्कृति मंत्रालय और अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (IBC) के संयुक्त प्रयास से आयोजित किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि यह दूसरी बार है जब भारत के ये पवित्र अवशेष भूटान जा रहे हैं – पहली बार यह अवसर वर्ष 2011 में आया था।
ताशिचो द्ज़ोंग में होगा पवित्र अवशेषों का दर्शन
बुद्ध अवशेषों को थिम्पू के प्रसिद्ध ताशिचो द्ज़ोंग के कुएनरे हॉल में स्थापित किया जाएगा,
जो भूटान सरकार का मुख्य प्रशासनिक केंद्र और बौद्ध मठवासी समुदाय का आध्यात्मिक केंद्र है।
भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने इस अवसर पर भारत सरकार और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि
“यह आयोजन दोनों देशों के बीच साझा बौद्ध विरासत और शांति के मूल्यों का उत्सव है।”
तीन विशेष प्रदर्शनियाँ बनेंगी केंद्र बिंदु
अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (IBC) इस आयोजन में तीन प्रमुख प्रदर्शनियाँ प्रस्तुत करेगा,
जिनका उद्देश्य बौद्ध दर्शन, कला और विरासत को आम जनता से जोड़ना है:
- गुरु पद्मसंभव: भारत में उनके जीवन, यात्रा और पवित्र स्थलों की खोज।
- शाक्य विरासत: बुद्ध अवशेषों की पुरातात्त्विक खोजों और उनके ऐतिहासिक महत्व पर केंद्रित प्रदर्शनी।
- बुद्ध का जीवन और शिक्षाएँ: ज्ञान, करुणा और मध्यम मार्ग के सिद्धांतों को दर्शाने वाला इंटरएक्टिव प्रदर्शन।
साथ ही, राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली की बौद्ध कला गैलरी से दुर्लभ मूर्तियों और कलाकृतियों को भी प्रदर्शित किया जाएगा,
जिससे आगंतुक भारत की समृद्ध बौद्ध विरासत का अनुभव कर सकेंगे।
भारत-भूटान की साझा बौद्ध धरोहर
भूटान की सांस्कृतिक पहचान पर बौद्ध धर्म का गहरा प्रभाव है —
क्यीचु लखांग (7वीं शताब्दी) और पारो तकत्संग जैसे प्राचीन मंदिर इसकी जीवित मिसालें हैं।
गुरु पद्मसंभव की शिक्षाओं ने भूटान के “सकल राष्ट्रीय सुख” (Gross National Happiness) के दर्शन को भी दिशा दी है,
जो करुणा और संतुलन पर आधारित एक विशिष्ट विकास मॉडल है।
यह प्रदर्शनी भारत द्वारा दुनिया के साथ अपनी बौद्ध विरासत साझा करने की उस परंपरा को आगे बढ़ाती है
जो पहले मंगोलिया, थाईलैंड, वियतनाम और रूस के कलमीकिया क्षेत्र में आयोजित हो चुकी है।
हाल ही में भारत में पिपराहवा रत्न अवशेषों की वापसी के बाद यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक कूटनीति की एक और गौरवपूर्ण मिसाल है।
शांति और मानवता का वैश्विक संदेश
भूटान में आयोजित यह प्रदर्शनी केवल धार्मिक आयोजन नहीं,
बल्कि शांति, सह-अस्तित्व और मानवीय करुणा का विश्वव्यापी संदेश है।
भारत और भूटान के बीच यह साझा आध्यात्मिक पहल एक बार फिर साबित करती है कि
सांस्कृतिक संबंध सीमाओं से परे जाकर भी आत्माओं को जोड़ सकते हैं।
मुख्य बिंदु:
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भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौता वार्ता नई दिल्ली में सम्पन्न — व्यापक और संतुलित साझेदारी की दिशा में प्रगति
पोस्ट किया गया: 07 नवंबर 2025
भारत और यूरोपीय संघ (EU) के बीच मुक्त व्यापार समझौता (Free Trade Agreement – FTA) पर बातचीत का एक महत्वपूर्ण दौर
3 से 7 नवंबर 2025 तक नई दिल्ली में आयोजित किया गया।
दोनों पक्षों ने चर्चाओं के दौरान इस बात पर ज़ोर दिया कि यह समझौता दोनों अर्थव्यवस्थाओं के लिए
संतुलित, आधुनिक और पारस्परिक रूप से लाभदायक होना चाहिए।
मुख्य बिंदु और वार्ता का फोकस
इस वार्ता में वस्तुओं और सेवाओं के व्यापार, निवेश सहयोग, व्यापार एवं सतत विकास,
तकनीकी व्यापार अवरोध, और उत्पत्ति के नियम जैसे कई अध्यायों पर गहन विचार-विमर्श किया गया।
दोनों पक्षों ने जटिल मुद्दों पर व्यावहारिक समाधान तलाशने की दिशा में रचनात्मक संवाद किया।
उच्चस्तरीय बैठकें और समीक्षा
भारत के वाणिज्य सचिव श्री राजेश अग्रवाल और
यूरोपीय आयोग की व्यापार महानिदेशक सुश्री सबाइन वेयंड के बीच द्विपक्षीय बैठकों में
वार्ता की अब तक की प्रगति की समीक्षा की गई।
5 और 6 नवंबर 2025 को हुई समीक्षा बैठकों में दोनों पक्षों ने
लंबित विषयों पर चर्चा करते हुए वार्ता को अगले चरण तक ले जाने का संकल्प दोहराया।
भारत की प्राथमिकताएँ और प्रमुख मुद्दे
वाणिज्य सचिव ने कहा कि भारत ऐसी व्यापारिक साझेदारी चाहता है
जो समावेशी आर्थिक वृद्धि और न्यायसंगत लाभ वितरण को बढ़ावा दे।
उन्होंने कार्बन सीमा समायोजन तंत्र (CBAM) और यूरोपीय संघ के प्रस्तावित
नए इस्पात विनियमन जैसे उपायों में स्पष्टता और स्थिरता की आवश्यकता पर बल दिया,
ताकि भारतीय उद्योगों को अनुमानित और पारदर्शी व्यापार माहौल मिल सके।
प्रगति और आगे की राह
दोनों पक्षों ने कई क्षेत्रों में हुई ठोस प्रगति पर संतोष व्यक्त किया
और इस सकारात्मक गति को बनाए रखने की सहमति जताई।
वार्ता से मतभेदों को कम करने में मदद मिली और
कुछ महत्वपूर्ण विषयों पर प्रारंभिक सहमति भी बनी।
अब आने वाले हफ्तों में तकनीकी विशेषज्ञ स्तर पर
निरंतर चर्चाएँ जारी रहेंगी ताकि शेष मुद्दों को सुलझाया जा सके
और समझौते को जल्द से जल्द अंतिम रूप दिया जा सके।
भारत-ईयू साझेदारी का नया अध्याय
इस वार्ता श्रृंखला ने भारत और यूरोपीय संघ के बीच
आर्थिक और रणनीतिक संबंधों को नई दिशा दी है।
दोनों पक्षों का साझा लक्ष्य है —
एक ऐसा व्यापक, टिकाऊ और भविष्य उन्मुख समझौता
जो वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को सशक्त करे,
हरित प्रौद्योगिकी और डिजिटल व्यापार के अवसरों को बढ़ाए,
तथा दोनों क्षेत्रों में निवेश और रोजगार सृजन को गति दे।
मुख्य शब्द: भारत-ईयू मुक्त व्यापार समझौता, FTA वार्ता 2025, यूरोपीय संघ, भारत वाणिज्य मंत्रालय, Rajesh Agrawal, Sabine Weyand, CBAM, EU Trade Talks
राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम: समावेशी सहायता से मज़बूत हो रहा भारत का सामाजिक सुरक्षा ढांचा
पोस्ट किया गया: 07 नवंबर 2025
राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम (NSAP) की शुरुआत 15 अगस्त 1995 को भारत सरकार ने की थी।
यह एक केंद्रीय रूप से वित्तपोषित योजना है, जिसे ग्रामीण विकास मंत्रालय लागू करता है।
इसका उद्देश्य गरीबी रेखा से नीचे (BPL) जीवन-यापन करने वाले नागरिकों को आर्थिक सहायता देना है,
जिससे वे सम्मानजनक जीवन जी सकें।
कार्यक्रम संविधान के नीति निदेशक सिद्धांतों को मूर्त रूप देता है और
ग्रामीण व शहरी दोनों क्षेत्रों में कार्यरत है।
इसमें वृद्धजन, विधवाओं, दिव्यांगजनों और संकटग्रस्त परिवारों को पेंशन व सहायता प्रदान की जाती है।
NSAP के अंतर्गत 3.09 करोड़ से अधिक लाभार्थी लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
मुख्य उद्देश्य
- बुजुर्ग, विधवा और दिव्यांगजनों जैसे कमजोर वर्गों को नियमित सामाजिक सुरक्षा देना।
- गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को आर्थिक सहारा उपलब्ध कराना।
- सहायता प्रक्रिया में पारदर्शिता और डिजिटल सशक्तिकरण को बढ़ावा देना।
प्रमुख घटक
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना (IGNOAPS) —
60 वर्ष से अधिक आयु के बीपीएल वृद्धों को ₹200 प्रतिमाह,
और 80 वर्ष से अधिक आयु वालों को ₹500 प्रतिमाह की केंद्रीय सहायता दी जाती है।
कई राज्य अतिरिक्त ₹50 से ₹5700 तक की टॉप-अप राशि जोड़ते हैं।
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना (IGNWPS) —
40 से 79 वर्ष की विधवाओं को ₹300 प्रतिमाह और 80 वर्ष से अधिक आयु वालों को ₹500 प्रतिमाह सहायता दी जाती है।
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विकलांगता पेंशन योजना (IGNDPS) —
18 से 79 वर्ष के गंभीर रूप से दिव्यांग बीपीएल व्यक्तियों को ₹300 प्रतिमाह,
और 80 वर्ष से अधिक आयु वालों को ₹500 प्रतिमाह दिया जाता है।
वर्ष 2024–25 में इस योजना के लिए ₹243.74 करोड़ आवंटित किए गए।
- राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना (NFBS) —
यदि किसी बीपीएल परिवार का मुख्य कमाने वाला (18–59 वर्ष आयु) सदस्य निधन हो जाए,
तो परिवार को ₹20,000 की एकमुश्त सहायता दी जाती है।
- अन्नपूर्णा योजना —
वे वृद्धजन जो IGNOAPS के पात्र हैं लेकिन पेंशन नहीं पा रहे,
उन्हें प्रतिमाह 10 किलोग्राम निःशुल्क खाद्यान्न प्रदान किया जाता है।
योजना का संचालन और पारदर्शिता
ग्राम पंचायतें और नगरपालिकाएँ पात्र लाभार्थियों की पहचान में प्रमुख भूमिका निभाती हैं।
लगभग 94% भुगतान प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) प्रणाली के माध्यम से
लाभार्थियों के बैंक या डाकघर खातों में किए जाते हैं।
विशेष परिस्थितियों में, भुगतान घर पर भी किया जा सकता है।
राज्यों को योजना लागू करने के लिए एक राज्य नोडल सचिव नियुक्त करना आवश्यक है,
जो तिमाही प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करता है।
समय पर रिपोर्ट न देने की स्थिति में केंद्र से अतिरिक्त सहायता रोक दी जा सकती है।
वित्तीय आवंटन (वर्ष 2025–26)
| क्रमांक |
घटक |
बजट (₹ करोड़) |
| 1 | इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना (IGNOAPS) | 6645.90 |
| 2 | इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना (IGNWPS) | 2026.99 |
| 3 | राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना (NFBS) | 659.00 |
| 4 | इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विकलांगता पेंशन योजना (IGNDPS) | 290.00 |
| 5 | अन्नपूर्णा योजना | 10.00 |
| 6 | प्रबंधन प्रकोष्ठ | 20.11 |
| कुल | 9652.00 |
डिजिटल पहल और पारदर्शिता
NSAP के तहत लाभार्थियों की जानकारी को पूरी तरह डिजिटाइज कर दिया गया है।
अब तक 2.5 करोड़ से अधिक लाभार्थियों ने अपने खातों को आधार से लिंक किया है।
इसके परिणामस्वरूप पेंशन और सहायता सीधे लाभार्थियों के खातों में सुरक्षित रूप से पहुँच रही है।
जुलाई 2025 में ग्रामीण विकास मंत्री द्वारा लॉन्च किया गया
आधार-आधारित डिजिटल जीवन प्रमाणीकरण (DLC) मोबाइल ऐप
अब पेंशनधारकों को वार्षिक सत्यापन के लिए बैंक या कार्यालय जाने की आवश्यकता से मुक्त करता है।
निष्कर्ष
राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम भारत की सामाजिक सुरक्षा प्रणाली का एक सशक्त आधार है।
यह योजना सुनिश्चित करती है कि समाज के कमजोर वर्गों को नियमित वित्तीय सहायता, खाद्य सुरक्षा
और डिजिटल पारदर्शिता के माध्यम से समान अवसर प्राप्त हों।
DBT और आधार प्रमाणीकरण जैसे नवाचारों ने न केवल पारदर्शिता बढ़ाई है,
बल्कि सहायता वितरण की गति और विश्वसनीयता को भी मजबूत किया है।
यह पहल भारत के समावेशी विकास और सामाजिक न्याय के दृष्टिकोण को साकार करती है।
मुख्य शब्द: राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम, NSAP 2025, सामाजिक सुरक्षा, ग्रामीण विकास मंत्रालय, वृद्धावस्था पेंशन, DBT, डिजिटल प्रमाणीकरण
7 नवंबर: इतिहास की प्रमुख घटनाएँ, महत्त्व, और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय दिवस
7 नवंबर का दिन इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दिवसों के कारण याद किया जाता है। यह दिन न केवल ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसके साथ जुड़ी कई सामाजिक और सांस्कृतिक परंपराएं भी हैं। साथ ही, विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दिवसों के माध्यम से सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों पर जागरूकता फैलाने का अवसर प्रदान करता है तथा इस दिन से जुड़े रोचक तथ्य। यदि आप जानना चाहते हैं कि "7 नवंबर को क्या हुआ था" या "7 नवंबर का इतिहास" क्या है, तो यह लेख आपके लिए है।
7 नवंबर का इतिहास (Important Historical Events)
7 नवंबर को इतिहास में कई राजनीतिक और ऐतिहासिक घटनाएँ हुईं हैं, जो आज भी याद की जाती हैं।
1917 – रशियन बोल्शेविक क्रांति:
- 7 नवंबर 1917 को रूस में बोल्शेविक पार्टी ने त्सार शासन को समाप्त कर कम्युनिस्ट शासन की नींव रखी। इसे ‘अक्टूबर क्रांति’ भी कहा जाता है क्योंकि रूस के पुराने कैलेंडर के अनुसार यह अक्टूबर में हुआ था। यह घटना विश्व इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई।
1944 – अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव:
- इस दिन फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट को चौथी बार अमेरिकी राष्ट्रपति चुना गया। यह इतिहास में एक अनूठा रिकॉर्ड है क्योंकि किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने चार बार तक चुनाव नहीं जीता।
1950 – क्यूबा में शीत युद्ध का असर:
- 7 नवंबर को शीत युद्ध के दौर में क्यूबा में महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाएँ हुईं, जिसने अंतरराष्ट्रीय राजनीति को प्रभावित किया।
7 नवंबर : विज्ञान और तकनीकी उपलब्धियाँ
7 नवंबर का दिन कई दृष्टिकोणों से महत्वपूर्ण है:
- सैटेलाइट लॉन्च और अनुसंधान: 7 नवंबर को कई देशों ने महत्वपूर्ण वैज्ञानिक परियोजनाओं की शुरुआत की। उदाहरण के लिए, यह दिन अंतरिक्ष अनुसंधान में भी कई उपलब्धियों के लिए याद किया जाता है।
- नवीन आविष्कार और खोजें: विज्ञान के क्षेत्र में 7 नवंबर को कई नई खोजों और पेटेंट्स का ऐतिहासिक महत्व रहा।
7 नवंबर के प्रमुख राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दिवस
7 नवंबर के दिन कुछ विशेष राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाए जाते हैं, जिनका उद्देश्य समाज में जागरूकता और शिक्षित करना है।
- राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस: यह दिन भारत में कैंसर की रोकथाम, शीघ्र पहचान और उपचार के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है।
- शिशु संरक्षण दिवस: यह दिवस शिशुओं की सुरक्षा, देखभाल और स्वास्थ्य के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर केंद्रित है।
- विद्यार्थी दिवस (महाराष्ट्र): यह दिवस महाराष्ट्र में डॉ. बी. आर. अम्बेडकर के सम्मान में मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन उन्होंने स्कूल में दाखिला लिया था।
- रोहिणी व्रत: जैन धर्म के अनुयायी इस दिन व्रत रखते हैं।
- अंतर्राष्ट्रीय चिकित्सा भौतिकी दिवस: चिकित्सा विज्ञान में भौतिकी की भूमिका को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है।
- अंतर्राष्ट्रीय मर्लोट दिवस: यह दिवस मर्लोट वाइन के उत्सव के लिए समर्पित है।
- राष्ट्रीय रिटिनोल दिवस:7 नवंबर को राष्ट्रीय रिटिनोल दिवस मनाया जाता है।
7 नवंबर की ऐतिहासिक घटनाएँ
7 नवंबर की ऐतिहासिक घटनाआं का क्रम कुछ इस तरह है -
- सी. वी. रमन का जन्मदिन: भारत के महान वैज्ञानिक सर चंद्रशेखर वेंकटरमन का जन्म 7 नवंबर, 1888 को हुआ था।
- बिपिन चंद्र पाल का जन्मदिन: भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, पत्रकार और शिक्षक बिपिन चंद्र पाल का जन्म 7 नवंबर, 1858 को हुआ था।
- वंदे मातरम् की रचना (1876): 7 नवंबर, 1876 को बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने राष्ट्रगीत 'वंदे मातरम्' की रचना की थी।
- मैरी क्यूरी का जन्मदिन (1867):प्रसिद्ध वैज्ञानिक मैरी क्यूरी का जन्म 7 नवंबर, 1867 को हुआ था।
- बोल्शेविक क्रांति (1917): रूस में व्लादिमीर लेनिन के नेतृत्व में बोल्शेविकों ने सत्ता पर कब्जा कर लिया।
7 नवंबर से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण घटनाएँ
- 1966 – भारत में गौहत्या विरोधी दंगा: 7 नवंबर, 1966 को गौहत्या पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए हिंदू प्रदर्शनकारियों ने भारतीय संसद के सामने एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया था।
- 1862 – अंतिम मुगल बादशाह का निधन: अंतिम मुगल बादशाह बहादुर शाह द्वितीय का 7 नवंबर, 1862 को रंगून (वर्तमान यांगून, म्यांमार) में निधन हो गया था। उन्हें ब्रिटिश हुकूमत ने निर्वासित कर दिया था।
- 1876 – 'वंदे मातरम्' की रचना: बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने 7 नवंबर, 1876 को 'वंदे मातरम्' गीत की रचना की। यह गीत भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान क्रांतिकारियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना।
- 1978 – इंदिरा गांधी का चुनाव: भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को 7 नवंबर, 1978 को भारतीय संसद के लिए फिर से चुना गया था, जो भारतीय राजनीति में उनके मजबूत प्रभाव को दर्शाता है।
7 november 2025 से बनने वाले Daily Current Affairs Quiz
Q.1: भारतीय हॉकी की शताब्दी समारोह 2025 किस स्टेडियम में आयोजित की गई थी?
a) सरदार वल्लभभाई पटेल स्टेडियम
b) मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम
c) जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम
d) फिरोज़ शाह कोटला स्टेडियम
Answer: b) मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम
Explanation: यह समारोह नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में आयोजित किया गया। यह स्टेडियम हॉकी के महानायक मेजर ध्यानचंद के नाम पर है।
Q.2: भारतीय हॉकी शताब्दी समारोह 2025 में मुख्य अतिथि कौन थे?
a) किरेन रिजिजू
b) डॉ. मनसुख मंडाविया
c) थिरु उदयनिधि स्टालिन
d) दातो तैय्यब इकराम
Answer: b) डॉ. मनसुख मंडाविया
Explanation: केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने हॉकी को भारत की आत्मा और राष्ट्रीय पहचान का प्रतीक बताया।
Q.3: भारतीय हॉकी की यात्रा कब शुरू हुई और किस खेल में भारत को प्रमुख पहचान दिलाई?
a) 1920, क्रिकेट
b) 1925, हॉकी
c) 1932, फुटबॉल
d) 1948, हॉकी
Answer: b) 1925, हॉकी
Explanation: भारतीय हॉकी की यात्रा 1925 से शुरू हुई और इसके कारण भारत को ओलंपिक में गौरवशाली पहचान प्राप्त हुई। हॉकी ने भारत को कई स्वर्ण पदक दिलाए।
Q.4: भारतीय हॉकी शताब्दी समारोह में प्रदर्शनी मैच किसके बीच खेला गया?
a) भारत और पाकिस्तान
b) खेल मंत्रालय एकादश और हॉकी इंडिया एकादश
c) दिल्ली टीम और महाराष्ट्र टीम
d) राष्ट्रीय हॉकी अकादमी और हॉकी इंडिया टीम
Answer: b) खेल मंत्रालय एकादश और हॉकी इंडिया एकादश
Explanation: समारोह की शुरुआत खेल मंत्रालय एकादश और हॉकी इंडिया एकादश के बीच प्रदर्शनी मैच से हुई। खेल मंत्रालय की टीम ने 3-1 से जीत दर्ज की।
Q.5: भारतीय हॉकी शताब्दी समारोह 2025 में कितने जिलों और खिलाड़ियों ने भाग लिया?
a) 100 जिलों, 10,000 खिलाड़ी
b) 250 जिलों, 20,000 खिलाड़ी
c) 500 जिलों, 36,000 खिलाड़ी
d) 600 जिलों, 50,000 खिलाड़ी
Answer: c) 500 जिलों, 36,000 खिलाड़ी
Explanation: शताब्दी वर्ष को पूरे देश में मनाने के लिए 500 जिलों में राष्ट्रीय हॉकी महोत्सव आयोजित किया गया, जिसमें 36,000 से अधिक खिलाड़ी शामिल हुए। यह आयोजन खेल भावना और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बना।
Q.6: सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने फिजिक्स वाला फाउंडेशन के साथ समझौता ज्ञापन (MoU) किस उद्देश्य से किया?
a) सरकारी स्कूलों का निर्माण
b) SC, OBC और पीएम केयर्स बच्चों को UPSC, SSC और बैंकिंग परीक्षाओं की मुफ्त ऑनलाइन कोचिंग प्रदान करना
c) नए डिजिटल पाठ्यक्रम तैयार करना
d) विज्ञान अनुसंधान को बढ़ावा देना
Answer: b) SC, OBC और पीएम केयर्स बच्चों को UPSC, SSC और बैंकिंग परीक्षाओं की मुफ्त ऑनलाइन कोचिंग प्रदान करना
Explanation: यह MoU 15,000 पात्र विद्यार्थियों को डिजिटल शिक्षा के माध्यम से समान अवसर देने और प्रतियोगी परीक्षाओं की गुणवत्ता वाली निःशुल्क कोचिंग प्रदान करने के लिए किया गया।
Q.7: यह MoU कब और कहां हस्ताक्षरित किया गया?
a) 05 नवंबर 2025, राष्ट्रपति भवन
b) 07 नवंबर 2025, शास्त्री भवन, नई दिल्ली
c) 10 नवंबर 2025, विज्ञान भवन, मुंबई
d) 07 नवंबर 2025, गांधी भवन, कोलकाता
Answer: b) 07 नवंबर 2025, शास्त्री भवन, नई दिल्ली
Explanation: MoU 07 नवंबर 2025 को शास्त्री भवन, नई दिल्ली में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सचिव की उपस्थिति में हस्ताक्षरित किया गया।
Q.8: फिजिक्स वाला फाउंडेशन इस सहयोग में क्या भूमिका निभाएगा?
a) वित्तीय सहायता देना
b) डिजिटल लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से लाइव और रिकॉर्डेड लेक्चर, टेस्ट सीरीज़, मेंटरशिप और अध्ययन सामग्री प्रदान करना
c) स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति
d) छात्रवृत्ति प्रदान करना
Answer: b) डिजिटल लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से लाइव और रिकॉर्डेड लेक्चर, टेस्ट सीरीज़, मेंटरशिप और अध्ययन सामग्री प्रदान करना
Explanation: PW Foundation छात्रों को कोचिंग सामग्री और टेस्ट सीरीज़ उपलब्ध कराएगा। यह पूरी तरह Non-Financial Partnership है।
Q.9: इस पहल का भारत सरकार के किस वैश्विक लक्ष्य से संबंध है?
a) SDG-1 (गरीबी उन्मूलन)
b) SDG-4 (गुणवत्तापूर्ण शिक्षा)
c) SDG-5 (लैंगिक समानता)
d) SDG-7 (सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा)
Answer: b) SDG-4 (गुणवत्तापूर्ण शिक्षा)
Explanation: इस पहल का उद्देश्य सभी को समान गुणवत्ता वाली शिक्षा सुनिश्चित करना है और यह United Nations Sustainable Development Goal-4 (SDG-4) के अनुरूप है।
Q.10: चयनित छात्रों को कोचिंग सामग्री तक पहुंच कैसे मिलेगी?
a) स्कूलों में कक्षाएं लेकर
b) विशेष लॉगिन के माध्यम से PW Foundation के पोर्टल पर
c) मोबाइल एप के जरिए विज्ञापन देखकर
d) केवल पुस्तकें वितरित कर
Answer: b) विशेष लॉगिन के माध्यम से PW Foundation के पोर्टल पर
Explanation: चयनित छात्र PW Foundation के पोर्टल पर लॉगिन प्राप्त करेंगे, जिससे वे कभी भी कोचिंग सामग्री और टेस्ट सीरीज़ तक पहुँच सकेंगे।
Q.11: गंगा उत्सव 2025 का मुख्य आयोजन कहाँ हुआ?
a) एमिटी विश्वविद्यालय, नोएडा
b) IIT BHU, वाराणसी
c) डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या
d) जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
Answer: c) डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या
Explanation: मुख्य समारोह अयोध्या में डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में आयोजित हुआ, जहाँ हजारों लोगों ने मां गंगा के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की।
Q.12: गंगा बेसिन कितने राज्यों, जिलों और प्रमुख शहरों को जोड़ता है, जैसा कि जल शक्ति मंत्रालय ने बताया?
a) 10 राज्य, 100 जिले, 50 शहर
b) 11 राज्य, 150 जिले, 100 शहर
c) 12 राज्य, 120 जिले, 80 शहर
d) 9 राज्य, 90 जिले, 60 शहर
Answer: b) 11 राज्य, 150 जिले, 100 शहर
Explanation: जल शक्ति मंत्रालय के अनुसार गंगा बेसिन 11 राज्यों, 150 जिलों और 100 प्रमुख शहरों को जोड़ता है, जो देश की लगभग आधी आबादी के जीवन और अर्थव्यवस्था को सहारा देता है।
Q.13: एमिटी विश्वविद्यालय, नोएडा में आयोजित गंगा उत्सव का मुख्य थीम क्या था?
a) नदी की सुरक्षा और सफाई
b) नदी की आवाज़ें और लय: तकनीकी और सांस्कृतिक अभिव्यक्तियाँ
c) जल प्रदूषण और जल नीति
d) गंगा के तटों पर पर्यटन
Answer: b) नदी की आवाज़ें और लय: तकनीकी और सांस्कृतिक अभिव्यक्तियाँ
Explanation: एमिटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में “नदी की आवाज़ें और लय: तकनीकी और सांस्कृतिक अभिव्यक्तियाँ” थीम पर गंगा उत्सव आयोजित हुआ, जिसमें तकनीक और कला का संगम देखा गया।
Q.14: IIT BHU, वाराणसी में आयोजित RHAR 2025 सम्मेलन का मुख्य फोकस क्या था?
a) खेल और युवा सशक्तिकरण
b) नदी स्वास्थ्य मूल्यांकन, भूजल-सतही जल समन्वय और प्रदूषण नियंत्रण
c) कृषि और जल संरक्षण
d) पर्यावरण शिक्षा और सामुदायिक भागीदारी
Answer: b) नदी स्वास्थ्य मूल्यांकन, भूजल-सतही जल समन्वय और प्रदूषण नियंत्रण
Explanation: IIT BHU में RHAR 2025 सम्मेलन में विशेषज्ञों ने नदी स्वास्थ्य, भूजल-सतही जल समन्वय और प्रदूषण नियंत्रण पर चर्चा की और तकनीकी सत्रों का आयोजन किया।
Q.15: गंगा उत्सव 2025 के प्रमुख संदेश में क्या शामिल था?
a) केवल सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
b) गंगा को केवल पर्यटन स्थल बनाना
c) गंगा के प्रति आस्था, जनजागरूकता और पर्यावरण संरक्षण
d) व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देना
Answer: c) गंगा के प्रति आस्था, जनजागरूकता और पर्यावरण संरक्षण
Explanation: गंगा उत्सव 2025 ने यह संदेश दिया कि गंगा केवल नदी नहीं, बल्कि भारत की आत्मा, संस्कृति और सतत विकास की धुरी है। सामुदायिक भागीदारी, शिक्षा संस्थानों और सरकारी योजनाओं के समन्वय ने इसे जनआंदोलन का रूप दिया।
Q.16: भारत के पवित्र बुद्ध अवशेष भूटान में कब प्रदर्शित किए जाएंगे?
a) 5-15 नवंबर 2025
b) 8-18 नवंबर 2025
c) 10-20 नवंबर 2025
d) 1-10 नवंबर 2025
Answer: b) 8-18 नवंबर 2025
Explanation: यह ऐतिहासिक आयोजन 8 से 18 नवंबर 2025 तक भूटान के थिम्पू में आयोजित होगा।
Q.17: इस आध्यात्मिक यात्रा का नेतृत्व कौन करेंगे?
a) डॉ. मनसुख मंडाविया
b) डॉ. वीरेंद्र कुमार
c) किरेन रिजिजू
d) शेरिंग तोबगे
Answer: b) डॉ. वीरेंद्र कुमार
Explanation: भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार करेंगे।
Q.18: पवित्र बुद्ध अवशेष किस भूटानी स्थल पर स्थापित किए जाएंगे?
a) पारो तकत्संग
b) क्यीचु लखांग
c) ताशिचो द्ज़ोंग के कुएनरे हॉल
d) थिंपू राष्ट्रीय संग्रहालय
Answer: c) ताशिचो द्ज़ोंग के कुएनरे हॉल
Explanation: अवशेष थिम्पू के प्रसिद्ध ताशिचो द्ज़ोंग के कुएनरे हॉल में स्थापित किए जाएंगे।
Q.19: इस आयोजन में अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (IBC) द्वारा प्रस्तुत तीन मुख्य प्रदर्शनियों में कौन-सी शामिल नहीं है?
a) गुरु पद्मसंभव
b) शाक्य विरासत
c) बुद्ध का जीवन और शिक्षाएँ
d) भारतीय स्वतंत्रता संग्राम
Answer: d) भारतीय स्वतंत्रता संग्राम
Explanation: तीन प्रमुख प्रदर्शनियाँ हैं: गुरु पद्मसंभव, शाक्य विरासत, और बुद्ध का जीवन और शिक्षाएँ। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम इसमें शामिल नहीं है।
Q.20: भूटान में आयोजित इस प्रदर्शनी का वैश्विक संदेश क्या है?
a) केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना
b) शांति, सह-अस्तित्व और मानवीय करुणा का संदेश
c) व्यापारिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान
d) केवल भारत की बौद्ध कला प्रदर्शित करना
Answer: b) शांति, सह-अस्तित्व और मानवीय करुणा का संदेश
Explanation: यह प्रदर्शनी केवल धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि शांति, सह-अस्तित्व और मानवता का वैश्विक संदेश देती है, और भारत-भूटान के साझा आध्यात्मिक संबंधों को प्रकट करती है।
Q.21: भारत और यूरोपीय संघ के बीच FTA वार्ता नई दिल्ली में कब सम्पन्न हुई?
a) 1-5 नवंबर 2025
b) 3-7 नवंबर 2025
c) 5-10 नवंबर 2025
d) 7-12 नवंबर 2025
Answer: b) 3-7 नवंबर 2025
Explanation: वार्ता 3 से 7 नवंबर 2025 तक नई दिल्ली में आयोजित हुई।
Q.22: इस वार्ता में किन मुख्य विषयों पर गहन विचार-विमर्श हुआ?
a) केवल वस्तुओं का व्यापार
b) केवल सेवाओं का व्यापार
c) वस्तु व सेवा व्यापार, निवेश, सतत विकास, तकनीकी व्यापार अवरोध, उत्पत्ति के नियम
d) केवल डिजिटल व्यापार
Answer: c) वस्तु व सेवा व्यापार, निवेश, सतत विकास, तकनीकी व्यापार अवरोध, उत्पत्ति के नियम
Explanation: वार्ता में कई अध्यायों पर गहन विचार-विमर्श किया गया, जैसे व्यापार, निवेश, सतत विकास, तकनीकी अवरोध, और उत्पत्ति के नियम।
Q.23: भारत के वाणिज्य सचिव कौन थे जिन्होंने इस वार्ता में भाग लिया?
a) डॉ. वीरेंद्र कुमार
b) श्री राजेश अग्रवाल
c) सुश्री सबाइन वेयंड
d) किरेन रिजिजू
Answer: b) श्री राजेश अग्रवाल
Explanation: भारत के वाणिज्य सचिव श्री राजेश अग्रवाल ने द्विपक्षीय बैठकों में वार्ता की प्रगति की समीक्षा की।
Q.24: वार्ता में भारत ने यूरोपीय संघ के किस प्रस्तावित उपाय में स्पष्टता और स्थिरता की आवश्यकता बताई?
a) डिजिटल व्यापार नियम
b) कार्बन सीमा समायोजन तंत्र (CBAM) और इस्पात विनियमन
c) कृषि निर्यात नीति
d) बौद्धिक संपदा अधिकार
Answer: b) कार्बन सीमा समायोजन तंत्र (CBAM) और इस्पात विनियमन
Explanation: वाणिज्य सचिव ने CBAM और EU के प्रस्तावित इस्पात विनियमन में स्पष्टता और स्थिरता की आवश्यकता पर जोर दिया।
Q.25: इस FTA वार्ता का मुख्य उद्देश्य क्या है?
a) केवल भारत के निर्यात को बढ़ाना
b) व्यापक, टिकाऊ और भविष्य उन्मुख समझौता, निवेश व रोजगार सृजन को बढ़ावा
c) केवल डिजिटल व्यापार बढ़ाना
d) केवल यूरोपीय उद्योगों को लाभ पहुंचाना
Answer: b) व्यापक, टिकाऊ और भविष्य उन्मुख समझौता, निवेश व रोजगार सृजन को बढ़ावा
Explanation: साझा लक्ष्य एक व्यापक, टिकाऊ और भविष्य उन्मुख समझौता बनाना है, जो वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को मजबूत करे और निवेश व रोजगार सृजन को बढ़ाए।
Q.26: राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम (NSAP) की शुरुआत कब हुई थी?
a) 26 जनवरी 1990
b) 15 अगस्त 1995
c) 2 अक्टूबर 2000
d) 1 जनवरी 2005
Answer: b) 15 अगस्त 1995
Explanation: NSAP 15 अगस्त 1995 को भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया था।
Q.27: NSAP के अंतर्गत कुल कितने से अधिक लाभार्थी लाभ प्राप्त कर रहे हैं?
a) 1 करोड़
b) 2.5 करोड़
c) 3.09 करोड़
d) 5 करोड़
Answer: c) 3.09 करोड़
Explanation: NSAP के अंतर्गत 3.09 करोड़ से अधिक लाभार्थी लाभ उठा रहे हैं।
Q.28: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना (IGNOAPS) के तहत 80 वर्ष से अधिक आयु वाले बीपीएल वृद्धों को प्रतिमाह कितनी केंद्रीय सहायता दी जाती है?
a) ₹200
b) ₹300
c) ₹500
d) ₹1000
Answer: c) ₹500
Explanation: IGNOAPS में 80 वर्ष से अधिक आयु वाले बीपीएल वृद्धों को ₹500 प्रतिमाह दी जाती है।
Q.29: NSAP में लाभार्थियों के भुगतान के लिए कौन-सा प्रमुख माध्यम प्रयोग किया जाता है?
a) नकद भुगतान केवल
b) चेक द्वारा भुगतान
c) प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) प्रणाली
d) केवल ऑनलाइन वॉलेट
Answer: c) प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) प्रणाली
Explanation: लगभग 94% भुगतान DBT प्रणाली के माध्यम से लाभार्थियों के बैंक या डाकघर खातों में सीधे किए जाते हैं।
Q.30: जुलाई 2025 में ग्रामीण विकास मंत्री द्वारा लॉन्च किया गया ऐप NSAP के लिए किस उद्देश्य से है?
a) लाभार्थियों के खाते बंद करने के लिए
b) वार्षिक सत्यापन हेतु बैंक या कार्यालय जाने की आवश्यकता खत्म करने के लिए
c) केवल डिजिटल पेंशन राशि बढ़ाने के लिए
d) लाभार्थियों की आय बढ़ाने के लिए
Answer: b) वार्षिक सत्यापन हेतु बैंक या कार्यालय जाने की आवश्यकता खत्म करने के लिए
Explanation: आधार-आधारित डिजिटल जीवन प्रमाणीकरण (DLC) मोबाइल ऐप पेंशनधारकों को वार्षिक सत्यापन हेतु बैंक या कार्यालय जाने की आवश्यकता से मुक्त करता है।