21 November Current Affairs in Hindi | डेली करेंट अफेयर्स क्विज | 21 November महत्वपूर्ण करेंट अफेयर्स क्विज | Current Affairs PDF in Hindi
नमस्कार दोस्तों! इस Daily Current Affairs 21 November 2025 अपडेट में प्रमुख घटनाएँ शामिल हैं:
JBIC गवर्नर धोलेरा SIR दौरा 2025: JBIC गवर्नर नोबुमित्सु हयाशी ने धोलेरा SIR का दौरा कर भारत के सेमीकंडक्टर मिशन, ग्रीनफील्ड इंफ्रास्ट्रक्चर और टाटा–PSMC फैब परियोजना की प्रगति पर मजबूत भरोसा जताया। जापानी निवेश और NICDC औद्योगिक शहरों में बढ़ती साझेदारी पर पूरी रिपोर्ट पढ़ें।
राष्ट्रीय ट्रेसेबिलिटी फ्रेमवर्क 2025 लॉन्च:विश्व मत्स्य दिवस 2025 पर भारत ने Blockchain–IoT आधारित ट्रेसेबिलिटी फ्रेमवर्क लॉन्च किया। समुद्री खाद्य निर्यात, PMMSY निवेश, स्थिरता उपायों और डिजिटल ट्रैकिंग की पूरी जानकारी पढ़ें।
IITF 2025 खादी इंडिया मंडप: IITF 2025 में खादी इंडिया मंडप 150 स्टॉलों के साथ स्वदेशी उत्पाद, PMEGP–SFURTI उद्यमियों और पारंपरिक तकनीकों का अनोखा संगम प्रस्तुत कर रहा है।
आयुष मंडप IITF 2025:IITF 2025 में आयुष मंडप ने मुफ्त चिकित्सा परामर्श, योग डेमो, आयुर्वेदिक पोषण, यूनानी डिजिटल मिज़ाज परीक्षण और सिद्ध–होम्योपैथी के नवाचारों से हजारों आगंतुकों को आकर्षित किया।
यह सामग्री UPSC, RPSC, RAS, SSC, Railway, Bank Exams, SBI, RBI, IBPS, State PSC और अन्य Competitive Exams के लिए महत्वपूर्ण Current Affairs, National Events, Government Schemes, Art & Culture Updates और Exam-Oriented Facts प्रदान करती है।

21 November Latest Current Affairs Hindi PDF फॉर्मेट में पढ़ें और साथ में November Current Affairs Questoins पाये।
Table of Contents
- 21 November Current Affairs in Hindi
- JBIC गवर्नर का धोलेरा SIR दौरा 2025 | भारत का सेमीकंडक्टर हब और जापानी निवेश में वृद्धि
- राष्ट्रीय ट्रेसेबिलिटी फ्रेमवर्क 2025 लॉन्च | भारत का समुद्री खाद्य निर्यात और डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम
- IITF 2025 खादी इंडिया मंडप | 150 स्टॉल, स्वदेशी उत्पाद और “हर घर स्वदेशी” अभियान की झलक
- IITF 2025 आयुष मंडप | आयुर्वेद, योग, यूनानी-सिद्ध और होम्योपैथी का सबसे बड़ा हेल्थ आकर्षण
- 21 november का इतिहास (21 November in History)
- 21 november 2025 करेंट अफेयर्स प्रश्नोत्तरी (21 November Quiz)
21 November 2025 Current Affairs in Hindi
प्रतियोगी परीक्षाओं (Competitive Exams) में सफलता पाने के लिए समय-समय पर अपडेटेड करेंट अफेयर्स (Current Affairs) की गहन समझ होना बेहद आवश्यक है। यहाँ प्रस्तुत करेंट अफेयर्स क्विज़ (Current Affairs Quiz) और प्रश्न आपकी तैयारी को मजबूत बनाने में मदद करेंगे, जिससे आप जनरल अवेयरनेस (General Awareness) के सेक्शन में बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे। हर दिन की नवीनतम घटनाओं (Latest Events) और महत्त्वपूर्ण टॉपिक्स पर आधारित यह सामग्री आपकी नॉलेज बढ़ाने के साथ-साथ त्वरित रिविजन (Quick Revision) का भी प्रभावी स्रोत बनेगी। ध्यानपूर्वक अभ्यास करने से आप न केवल परीक्षा की कटऑफ (Cut-off) से ऊपर अंक हासिल करेंगे, बल्कि करेंट अफेयर्स से जुड़े सवालों में भी आत्मविश्वास (Confidence) के साथ उतर पाएंगे। अधिक सहायता के लिए हमने आपके लिए विस्तारपूर्ण नोट्स (Detailed Notes) और ऑनलाइन क्विज़ (Online Quizzes) उपलब्ध कराए हैं, जिनका उपयोग करके आप अपनी परीक्षा तैयारी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं।
जेबीआईसी गवर्नर का धोलेरा एसआईआर दौरा: सेमीकंडक्टर मिशन और वर्ल्ड-क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर पर जापान का भरोसा मजबूत
Updated On: 21 November 2025
जापान बैंक फॉर इंटरनेशनल कोऑपरेशन (JBIC) के गवर्नर श्री नोबुमित्सु हयाशी के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने आज गुजरात स्थित धोलेरा स्पेशल इन्वेस्टमेंट रीजन (Dholera SIR) का दौरा किया। यह दौरा भारत के तेजी से उभरते सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम और धोलेरा के स्मार्ट औद्योगिक विकास की प्रगति का आकलन करने के लिए किया गया।
प्रतिनिधिमंडल ने ग्रीनफील्ड इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर, प्लग-एंड-प्ले सुविधाओं और सेमीकंडक्टर निर्माण के लिए तैयार मजबूत नेटवर्क की सराहना की।
गवर्नर हयाशी ने भारत के बढ़ते सेमीकंडक्टर मिशन पर विश्वास व्यक्त किया और कहा कि धोलेरा का स्केलेबल इंफ्रास्ट्रक्चर, आधुनिक उपयोगिताएँ और भविष्य के लिए तैयार इंडस्ट्रियल सिस्टम वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण निवेश के लिए इसे एक शीर्ष पसंद बनाते हैं।
🔹 प्रशासनिक एवं तकनीकी ढांचे का निरीक्षण
प्रतिनिधिमंडल ने दौरे की शुरुआत ABCD बिल्डिंग से की, जहाँ एकीकृत योजना, डिजिटल प्रशासन और केंद्रीकृत उपयोगिता प्रबंधन प्रणाली का अवलोकन किया गया। इसके बाद ICCC, अनुभव केंद्र और 400 kV Torrent Power Substation जैसे प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर स्थलों का निरीक्षण किया गया।
धोलेरा की इस अत्याधुनिक व्यवस्था को उन्नत विनिर्माण, विशेषकर सेमीकंडक्टर उत्पादन के लिए अत्यंत उपयुक्त माना गया।
🔹 टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के सेमीकंडक्टर प्लांट का निरीक्षण
प्रतिनिधिमंडल ने टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और ताइवान की Powerchip Semiconductor Manufacturing Corporation (PSMC) की साझेदारी से बन रहे ₹91,000 करोड़ के सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन प्लांट का भी दौरा किया।
163 एकड़ में विकसित हो रहा यह प्लांट भारत का पहला वाणिज्यिक सेमीकंडक्टर फैब होगा, जो 2027 से 110nm से 28nm नोड्स पर प्रति माह 50,000 वेफर्स का उत्पादन करेगा और 20,000 से अधिक रोजगार सृजित करेगा।
गवर्नर हयाशी ने कहा कि यह परियोजना भारत–जापान तकनीकी सहयोग को नए स्तर पर ले जाएगी।
🔹 जापानी निवेश का बढ़ता दायरा
एनआईसीडीसी के औद्योगिक शहरों में जापानी कंपनियों की उपस्थिति तेजी से बढ़ रही है। टोयोटा समूह ₹1,700 करोड़ से अधिक के निवेश के साथ प्रमुख निवेशकों में शामिल है।
इसके अलावा, NX Logistics India ने भी शेंद्रा (AURIC) के बाद धोलेरा में नई इकाई स्थापित की है, जिससे कुल निवेश बढ़कर ₹86 करोड़ हुआ है और 400 नई नौकरियाँ बनी हैं।
निप्पॉन एक्सप्रेस, सांगो, नागाटा और फूजी सिल्वरटेक जैसी कंपनियाँ भी लॉजिस्टिक्स और कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग में अपनी उपस्थिति मजबूत कर रही हैं।
🔹 वैश्विक निवेशकों का बढ़ता विश्वास
पिछले वर्ष धोलेरा ने JBIC, JETRO, JICA और जापानी कारोबारी समूहों के कई प्रतिनिधिमंडलों की मेज़बानी की है।
हाल में जापान के राजदूत श्री ओनो केइची ने 70 सदस्यीय टीम के साथ धोलेरा का दौरा किया, जिसमें सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रॉनिक्स, मशीनरी और इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्रों के प्रमुख शामिल थे।
इन यात्राओं ने धोलेरा को वैश्विक तकनीकी निवेश और इंडस्ट्रियल पार्टनरशिप का प्रमुख केंद्र बना दिया है।
🔹 धोलेरा का सामाजिक एवं शहरी विकास
धोलेरा सिर्फ एक औद्योगिक क्षेत्र नहीं, बल्कि एक उभरता हुआ पूर्ण स्मार्ट इंडस्ट्रियल सिटी है।
यहाँ तेजी से विकसित हो रहा सामाजिक ढांचा शामिल है:
- 200-बेड का मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल
- एकीकृत स्कूल और गेस्ट हाउस
- कॉर्पोरेट होटल और इंटरनेशनल टेंट सिटी
- फूड कोर्ट, कमर्शियल कॉम्प्लेक्स और आवासीय टाउनशिप
- आधुनिक फायर स्टेशन और स्मार्ट सिटी सुविधाएँ
भारत के सबसे व्यापक सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम, तेज़ी से विकसित इंफ्रास्ट्रक्चर और बढ़ते अंतरराष्ट्रीय भरोसे के साथ, धोलेरा देश के औद्योगिक बदलाव का प्रमुख चालक बनकर उभर रहा है।
जेबीआईसी का यह दौरा भारत-जापान औद्योगिक सहयोग और वैश्विक सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन में धोलेरा की बढ़ती भूमिका को और मजबूती देता है।
📌 महत्वपूर्ण बिंदु
- मुख्य दौरा: JBIC गवर्नर नोबुमित्सु हयाशी
- स्थान: धोलेरा SIR, गुजरात
- मुख्य परियोजना: टाटा–PSMC सेमीकंडक्टर फैब (₹91,000 करोड़)
- उत्पादन लक्ष्य: 2027 से 28–110 nm चिप निर्माण
- रोजगार: 20,000+
- जापानी निवेश: टोयोटा, NX Logistics, Nippon Express आदि
Topic Related Key Points:
JBIC India Visit 2025, Dholera Semiconductor Hub, Tata PSMC Fab, Japan India Investment, NICDC Industrial Corridor, Dholera SIR Development, Semiconductor Manufacturing India, Electronics Manufacturing Hub, Japan–India Economic Cooperation.
विश्व मत्स्य दिवस 2025: भारत ने मत्स्य पालन और जलीय कृषि में ट्रेसेबिलिटी पर राष्ट्रीय फ्रेमवर्क 2025 लॉन्च किया
Updated On: 21 November 2025
विश्व मत्स्य दिवस 2025 के अवसर पर, भारत सरकार ने आज नई दिल्ली में मत्स्य पालन और जलीय कृषि में ट्रेसेबिलिटी पर राष्ट्रीय फ्रेमवर्क 2025 का औपचारिक अनावरण किया। यह कदम भारत के तेजी से बढ़ते समुद्री खाद्य निर्यात और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह ने अपने संदेश में कहा कि भारत 2030 तक समुद्री खाद्य निर्यात को ₹1 लाख करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। उन्होंने बताया कि निर्यात प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने के लिए नवाचार, पैकेजिंग सुधार, वैश्विक प्रमाणन और एफटीए (Free Trade Agreements) महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
🔹 राष्ट्रीय ट्रेसेबिलिटी फ्रेमवर्क 2025: समुद्री खाद्य निर्यात में पारदर्शिता और गुणवत्ता का नया दौर
नए राष्ट्रीय फ्रेमवर्क का उद्देश्य भारत में एकीकृत डिजिटल ट्रेसेबिलिटी सिस्टम की स्थापना करना है, जो 'खेत से थाली' और 'कैच से कंज़्यूमर' तक समुद्री उत्पादों की वास्तविक समय में ट्रैकिंग सुनिश्चित करेगा।
यह सिस्टम Blockchain, IoT, QR Code और GPS जैसी तकनीकों को एकीकृत करेगा, जिससे खाद्य सुरक्षा, स्थिरता और वैश्विक मानकों के अनुरूप निर्यात क्षमता में बड़ा सुधार होगा।
🔹 मंत्रालय द्वारा जारी प्रमुख SOP और गाइडलाइन
कार्यक्रम के दौरान निम्नलिखित महत्वपूर्ण दस्तावेजों का विमोचन किया गया:
- समुद्री कृषि के लिए SOP
- स्मार्ट व एकीकृत मत्स्य बंदरगाहों के विकास एवं प्रबंधन के लिए SOP
- अधिसूचित समुद्री मछली अवतरण केंद्रों के लिए न्यूनतम इंफ्रास्ट्रक्चर SOP
- जलाशय मत्स्य प्रबंधन दिशानिर्देश
- तटीय जलीय कृषि दिशानिर्देश
इन पहलों का उद्देश्य मत्स्य पालन के बुनियादी ढांचे का आधुनिकीकरण, मूल्य संवर्धन में बढ़ोतरी और स्थिरता मॉडल को मजबूत बनाना है।
🔹 भारत: दुनिया की उभरती समुद्री खाद्य शक्ति
कार्यक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री श्री जॉर्ज कुरियन ने बताया कि पिछले दशक में भारत ने मछली उत्पादन को 96 लाख टन से बढ़ाकर 195 लाख टन तक दोगुना किया है। यह उपलब्धि PMMSY के तहत किए गए ₹38,572 करोड़ के ऐतिहासिक निवेश का परिणाम है।
उन्होंने आगे कहा कि 2030 तक निर्यात लक्ष्य का 30% हिस्सा हाई वैल्यू ऐडेड उत्पादों से आएगा, जो भारत को वैश्विक बाजार में एक प्रमुख प्रतिस्पर्धी बनाएगा।
🔹 विभाग के अनुसार: 9% वार्षिक वृद्धि और रिकॉर्ड निर्यात
मत्स्य पालन विभाग के सचिव डॉ. अभिलक्ष लिखी ने बताया कि भारत का मत्स्य क्षेत्र 9% की सालाना वृद्धि के साथ तेजी से विस्तार कर रहा है। वित्त वर्ष 2024–25 में भारत का समुद्री खाद्य निर्यात 16.85 लाख टन तक पहुंच गया—जो पिछले दशक की तुलना में 88% अधिक है।
उन्होंने स्थिरता पहलों जैसे Marine Mammal Stock Assessment और Turtle Excluder Devices (TEDs) के उपयोग पर भी जोर दिया।
🔹 FAO ने की भारत की पहल की सराहना
FAO के भारत प्रतिनिधि श्री ताकायुकी हागिवारा ने भारत के ब्लू पोर्ट मॉडल, बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण और खाद्य सुरक्षा को बढ़ाने में हो रहे सुधारों की सराहना की।
उन्होंने Antimicrobial Resistance (AMR) से निपटने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि FAO इस क्षेत्र में भारत के साथ निकट सहयोग कर रहा है।
🔹 वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती भूमिका
कार्यक्रम में 19 दूतावासों और विश्व बैंक, FAO, GIZ, AFD, JICA, MSC जैसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने हिस्सा लिया।
यह भागीदारी भारत के मत्स्य और जलीय कृषि क्षेत्र में बढ़ते अंतरराष्ट्रीय सहयोग और निवेश के अवसरों को रेखांकित करती है।
🔹 तकनीकी सत्र: निर्यात, नवाचार और डिजिटल ट्रैकिंग पर फोकस
सत्रों में मूल्य संवर्धन, गुणवत्ता अनुपालन, ब्रांडिंग, स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल ट्रेसेबिलिटी के माध्यम से समुद्री खाद्य निर्यात को तेज करने पर विस्तृत चर्चा की गई।
ये सुझाव PMMSY Phase-2 के लिए महत्वपूर्ण इनपुट प्रदान करेंगे।
📌 महत्वपूर्ण बिंदु
- मुख्य पहल: मत्स्य एवं जलीय कृषि ट्रेसेबिलिटी फ्रेमवर्क 2025
- 2030 लक्ष्य: ₹1 लाख करोड़ समुद्री खाद्य निर्यात
- तकनीक: Blockchain, IoT, GPS, QR Code आधारित ट्रैकिंग
- PMMSY निवेश: ₹38,572 करोड़
- वर्तमान निर्यात: 16.85 लाख टन (88% वृद्धि)
- मुख्य प्रतिभागी: FAO, विश्व बैंक, JICA, AFD, GIZ, 19 दूतावास
Topic Related Key Points: World Fisheries Day 2025, India Fisheries Policy, Seafood Export India, PMMSY Phase 2, Fisheries Traceability Framework, Aquaculture India, Marine Export Growth, Blockchain Fisheries India, Fisheries Digital Traceability, Blue Economy India.
आईआईटीएफ 2025 में खादी इंडिया की चमक: "हर घर स्वदेशी" और "एक भारत, श्रेष्ठ भारत" के संकल्प को आगे बढ़ाते कारीगर – केवीआईसी अध्यक्ष मनोज कुमार
Updated On: 21 November 2025
नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित 44वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (IITF) 2025 में खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) का “खादी इंडिया मंडप” आत्मनिर्भर भारत, स्वदेशी उत्पादों और नई खादी की शक्ति को जोरदार तरीके से प्रदर्शित कर रहा है।
मेले के हॉल नंबर 6 में स्थापित यह मंडप 150 स्टॉलों के माध्यम से भारत की पारंपरिक शिल्पकला, नवाचार और गांवों की आर्थिक क्षमता को नई ऊँचाइयाँ देता दिखाई दे रहा है।
केवीआईसी के अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने मंडप का औपचारिक निरीक्षण किया और विभिन्न राज्यों के खादी कारीगरों, पीएमईजीपी उद्यमियों और स्फूर्ति क्लस्टरों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि खादी कारीगर प्रधानमंत्री “हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी” और “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” जैसे अभियानों के वास्तविक स्तंभ हैं, जो आधुनिक भारत में खादी की नई पहचान बना रहे हैं।
🔹 "खादी इंडिया मंडप": 150 स्टॉलों में स्वदेशी उत्पादों की प्रदर्शनी
खादी इंडिया मंडप में पारंपरिक और आधुनिक खादी उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शित की गई है, जिनमें—
- वस्त्र और परिधान
- हर्बल और प्राकृतिक सौंदर्य प्रसाधन
- ग्रामीण खाद्य उत्पाद
- बांस एवं बेंत की कलाकृतियाँ
- जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश और पूर्वोत्तर राज्यों की विशिष्ट शिल्पकला
करीब 150 स्टॉल पर देशभर के खादी संस्थान, पीएमईजीपी इकाइयाँ और स्फूर्ति उद्यमी अपने नवीन उत्पादों और नवाचारों को प्रदर्शित कर रहे हैं।
🔹 पारंपरिक तकनीक और आधुनिक खादी का संगम
दौरे के दौरान केवीआईसी अध्यक्ष ने कई लाइव डेमो भी देखे, जिनमें शामिल थे:
- स्वदेशी चरखा
- पेटी चरखा
- विद्युत संचालित कुम्हार चाक
- पारंपरिक घानी आधारित तेल निष्कर्षण तकनीक
ये प्रदर्शन भारत की सदियों पुरानी शिल्प परंपरा, टिकाऊ उत्पादन और ग्रामीण नवाचार की अमूल्य विरासत को उजागर करते हैं।
🔹 “बात खादी की”: कारीगरों की आवाज़ को मंच देने वाला नया पॉडकास्ट स्टूडियो
खादी इंडिया पवेलियन का सबसे आकर्षक नवाचार है—“बात खादी की” पॉडकास्ट स्टूडियो।
यहाँ कारीगर अपने अनुभव, परंपरा और प्रेरक यात्रा को स्वयं अपनी आवाज़ में साझा कर रहे हैं।
केवीआईसी अध्यक्ष ने कहा कि यह पहल आधुनिक तकनीक को भारतीय विरासत से जोड़ते हुए युवाओं को खादी अपनाने के लिए प्रेरित करेगी।
🔹 आत्मनिर्भर भारत और “वोकल फॉर लोकल” का सशक्त मंच
श्री मनोज कुमार ने कहा कि खादी इंडिया मंडप भारतीय उद्यमिता, ग्रामीण रोजगार और स्वदेशी उत्पादों की शक्ति का जीवंत उदाहरण है।
उन्होंने सभी कारीगरों और उद्यमियों से आग्रह किया कि वे प्रधानमंत्री के वोकल फॉर लोकल और आत्मनिर्भर भारत अभियानों को आगे बढ़ाते रहें।
📌 महत्वपूर्ण बिंदु
- कार्यक्रम: IITF 2025, प्रगति मैदान नई दिल्ली
- मंडप: खादी इंडिया मंडप, हॉल नंबर 6
- स्टॉल: कुल 150 स्टॉल
- नेतृत्व: केवीआईसी अध्यक्ष श्री मनोज कुमार
- मुख्य पहल: “बात खादी की” पॉडकास्ट स्टूडियो
- फोकस: स्वदेशी, ग्रामीण उद्यमिता, टिकाऊ उत्पादन
Topic Related Key Points: Khadi India IITF 2025, KVIC News, Aatmanirbhar Bharat, Vocal for Local, Swadeshi Products, Khadi Artisans, PMEGP Success Stories, Khadi Pavilion IITF, Indian Handicrafts, Rural Entrepreneurship India.
आईआईटीएफ 2025 में आयुष मंडप बना सबसे बड़ा आकर्षण: मुफ्त परामर्श, आयुर्वेदिक पोषण, योग डेमो और यूनानी-सिद्ध चिकित्सा ने जीता दिल
Updated On: 21 November 2025
भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (IITF) 2025 में आयुष मंत्रालय का “आयुष मंडप” इस वर्ष का प्रमुख आकर्षण बनकर उभरा है। “आयुष के साथ – स्वस्थ भारत, श्रेष्ठ भारत” थीम के साथ प्रस्तुत यह मंडप आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध, सोवा-रिग्पा और होम्योपैथी पर आधारित समग्र स्वास्थ्य समाधानों के लिए हजारों परिवारों का केंद्र बना हुआ है।
आयुष मंडप में मुफ्त परामर्श, मुफ्त दवाएँ, डिजिटल डेमो, बच्चों के लिए गतिविधियाँ, पारंपरिक खाद्य पदार्थ और इंटरैक्टिव योग सत्रों ने सभी आयु वर्ग के आगंतुकों को आकर्षित किया है। प्रत्येक स्टॉल अपनी विशिष्ट चिकित्सा पद्धति, आहार शैली और आधुनिक तकनीक से युक्त गतिविधियों के माध्यम से आयुष प्रणालियों की शक्ति को प्रदर्शित कर रहा है।
🔹 अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA): आयुर्वेद आधारित पोषण का भव्य प्रदर्शन
AIIA का स्टॉल मंडप का मुख्य आकर्षण रहा। यहाँ आगंतुकों ने कार्यात्मक आयुर्वेदिक खाद्य पदार्थों का स्वाद लिया, जिनमें शामिल हैं—
- रागी नाचोस
- सुंथ्यादि लड्डू
- रागी-उड़द लड्डू
- मुडगा सूप प्रीमिक्स
- यवदी सक्तू
आयुर्वेद विशेषज्ञ इन खाद्य पदार्थों के लाभ—जैसे बेहतर पाचन, एनीमिया नियंत्रण, इम्यूनिटी बढ़ाना—के बारे में समझा रहे हैं। साथ ही व्यंजनों, तैयारी विधियों और जड़ी-बूटियों के उपयोग पर आधारित पुस्तिकाएँ भी वितरित की जा रही हैं।
🔹 राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान (NIA), जयपुर: सात्विक आहार और व्यक्तिगत देखभाल उत्पादों की प्रदर्शनी
NIA ने ‘आयुष भोजन’ पर केंद्रित सात्विक उत्पाद प्रदर्शित किए, जिनमें प्रमुख हैं—
- त्रिफला जैम
- कायाकल्प दाने
- रागी बिस्कुट
- एलोवेरा जेल
- लिप बाम एवं फुट क्रीम
संकाय सदस्य सात्विक भोजन के लाभ—मानसिक स्पष्टता, स्थिर ऊर्जा और दीर्घकालिक स्वास्थ्य—के बारे में आगंतुकों को जानकारी दे रहे हैं।
🔹 राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ (RAV): आयुर्वेदिक पोषण और बाजरा क्विज़
RAV के स्टॉल पर बच्चों, युवाओं और अंतर्राष्ट्रीय आगंतुकों की भीड़ रही। उत्पादों में शामिल थे—
- तिल, अजवाइन और जीरा कुकीज़
- एनी ब्रेड
- जीतायु चाय
- एनप्पी ड्रिंक
- फुल मून चॉकलेट
आयुर्वेद में बाजरे के लाभों पर आधारित “बाजरा प्रश्नोत्तरी” आगंतुकों के लिए बड़ा आकर्षण रही।
🔹 मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (MDNIY): योग डेमो और ‘Y-Break’ सत्र
MDNIY ने इंटरैक्टिव गतिविधियों की भरमार लगाई, जिनमें शामिल थे—
- सामान्य योग प्रोटोकॉल
- लयबद्ध योग प्रदर्शन
- योग क्विज़
- 5-मिनट 'वाई-ब्रेक' एक्सरसाइज
इन सत्रों में आगंतुकों को बताया गया कि कैसे छोटे योग अभ्यास तनाव कम कर सकते हैं और जीवनशैली सुधार सकते हैं।
🔹 यूनानी अनुभाग: डिजिटल मिज़ाज परीक्षण और पारंपरिक खाद्य पदार्थ
सीसीआरयूएम और एनआईयूएम के संयुक्त यूनानी स्टॉल पर प्रस्तुत किए गए विशेष आकर्षण—
- डिजिटल मिज़ाज (Temperament) मूल्यांकन
- हरेरा, यूनानी कहवा, गुलकंद
- हलवा घीकवार और तलबीना जौ उत्पाद
चिकित्सक नि:शुल्क दवाएँ और सलाह दे रहे हैं, जिससे आगंतुक अपने व्यक्तिगत मिज़ाज—दमवी, बल्गामी, सफ़रावी, सौदवी—को समझ पा रहे हैं।
🔹 सिद्ध प्रणाली: हिबिस्कस चाय और पौष्टिक ‘पंचमुट्टी कांजी’
सीसीआरएस और NIS द्वारा प्रस्तुत सिद्ध खाद्य पदार्थों में—
- हिबिस्कस इन्फ्यूजन टी
- पंचमुट्टी कांजी
- करिसलाई मिट्टई
- हलीम नाचोस
इन खाद्य पदार्थों ने आगंतुकों की विशेष रुचि आकर्षित की।
🔹 राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड (NMPB): औषधीय पौधों का वितरण
‘अटल आयुष महोत्सव’ के तहत NMPB ने आगंतुकों को औषधीय पौधे वितरित किए और उनकी खेती एवं उपयोग के बारे में जानकारी दी।
🔹 होम्योपैथी, सोवा-रिग्पा और प्राकृतिक चिकित्सा: व्यापक सहभागिता
CCRH ने होम्योपैथिक ओपीडी, जबकि राष्ट्रीय सोवा-रिग्पा संस्थान ने हिमालयी हर्बल चिकित्सा पर मार्गदर्शन प्रदान किया।
CCRYN ने प्राकृतिक चिकित्सा स्नैक्स, योग-नैचुरोपैथी पर डिजिटल कंटेंट और IEC सामग्री वितरित की।
🔹 आयुष स्टार्ट-अप: आधुनिक नवाचार और युवा उद्यमिता का प्रदर्शन
कई आयुर्वेदिक स्टार्ट-अप्स ने—स्किन केयर, हेयर केयर, डिटॉक्स ड्रिंक्स, हर्बल न्यूट्रिशन—जैसे अभिनव उत्पाद प्रदर्शित किए, जिससे आगंतुकों और युवा उद्यमियों में उत्साह देखा गया।
🔹 बच्चों और परिवारों के लिए गतिविधियाँ: आयुष मंडप का मनोरंजक आयाम
छात्रों और परिवारों ने इन गतिविधियों में भाग लिया—
- चित्रकला प्रतियोगिता
- आयुष साँप-सीढ़ी
- मिज़ाज परीक्षण
- पोस्टर मेकिंग
- बाजरा प्रश्नोत्तरी
- फोटो बूथ
इन गतिविधियों ने आगंतुकों को स्वास्थ्य शिक्षा को मज़ेदार तरीके से अनुभव करने का अवसर दिया।
📌 महत्वपूर्ण बिंदु
- कार्यक्रम: IITF 2025
- थीम: आयुष के साथ – स्वस्थ भारत, श्रेष्ठ भारत
- मुख्य आकर्षण: मुफ्त परामर्श, मुफ्त दवाएँ, योग डेमो, आयुर्वेदिक खाद्य पदार्थ
- भाग लेने वाली प्रणालियाँ: आयुर्वेद, यूनानी, सिद्ध, योग, होम्योपैथी, सोवा-रिग्पा, Naturopathy
Topic Related Key Points: Ayush Pavilion IITF 2025, Ayurveda News, Yoga Awareness, Unani Medicine, Siddha Diet, Naturopathy Nutrition, Ayush Startup India, Holistic Health India, Preventive Healthcare, AYUSH Systems India.
21 november के महत्वपूर्ण दिवस और इतिहास | 21 November Important Days & Events
लेखक: Examseries
Published Date: 21 November 2025
21 november का ऐतिहासिक महत्व
21 november इतिहास में एक ऐसी तिथि है जिसने वैश्विक घटनाओं, सामाजिक आंदोलनों, वैज्ञानिक उपलब्धियों और सांस्कृतिक प्रगति के कई महत्वपूर्ण क्षणों को अपने भीतर समेटा है। यह दिन भारतीय और विश्व इतिहास दोनों में अनेक महत्वपूर्ण दिवसों और उल्लेखनीय घटनाओं के कारण खास महत्व रखता है।
21 november के प्रमुख दिवस
1. विश्व टेलीविज़न दिवस (World Television Day)
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 1996 में 21 november को विश्व टेलीविज़न दिवस के रूप में मान्यता दी। यह दिवस टेलीविज़न को एक शक्तिशाली संचार माध्यम के रूप में सम्मान देता है, जिसने सूचना प्रसार, शिक्षा, मनोरंजन और जनमत निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
2. विश्व मत्स्य पालन दिवस (World Fisheries Day)
हर वर्ष 21 november को विश्वभर में मत्स्य पालन समुदाय, मछुआरों और जलीय कृषि से जुड़े हितधारकों का सम्मान करने के लिए विश्व मत्स्य पालन दिवस मनाया जाता है। यह दिन सतत् मछली संसाधन प्रबंधन, समुद्री पारिस्थितिक संतुलन और आर्थिक विकास में मत्स्य उद्योग के महत्व पर जोर देता है।
3. विश्व नमस्कार दिवस (World Hello Day)
1973 में शुरू हुआ यह आयोजन वैश्विक शांति को बढ़ावा देने का प्रतीक है। विश्व नमस्कार दिवस का संदेश सरल है—संघर्ष संवाद से सुलझाए जा सकते हैं। इस दिन लोग कम से कम दस व्यक्तियों को "नमस्कार" कहकर व्यक्तिगत संप्रेषण और शांति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हैं।
21 november की ऐतिहासिक घटनाएँ
भारत से संबंधित प्रमुख घटनाएँ
1. 1921 – प्रिंस ऑफ वेल्स के आगमन पर देशव्यापी हड़ताल
21 november 1921 को बंबई (अब मुंबई) में प्रिंस ऑफ वेल्स के आगमन के विरोध में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने व्यापक हड़ताल का आह्वान किया। यह विरोध आंदोलन स्वतंत्रता संघर्ष में जनता की बढ़ती भागीदारी का प्रतीक था।
2. 1947 – स्वतंत्र भारत का पहला डाक टिकट जारी
स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद 21 november 1947 को भारत का पहला आधिकारिक डाक टिकट जारी किया गया, जिसने नव-स्वतंत्र भारत की पहचान और प्रशासनिक स्वायत्तता का प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व किया।
3. 1962 – भारत-चीन युद्धविराम प्रभावी
भारत-चीन सीमा संघर्ष के दौरान चीन द्वारा 19 november को घोषित एकतरफा युद्धविराम 21 november 1962 से प्रभावी हुआ। यह दिन युद्ध के तीव्र चरण के अंत का संकेतक माना जाता है।
4. 1963 – भारत का पहला रॉकेट प्रक्षेपण
केरल के थुम्बा इक्वेटोरियल रॉकेट लॉन्चिंग स्टेशन (TERLS) से भारत ने 21 november 1963 को अपना पहला रॉकेट ‘नाइके-अपाचे’ सफलतापूर्वक लॉन्च किया। इसी घटना ने भारत के आधुनिक अंतरिक्ष कार्यक्रम की नींव रखी।
5. 1971 – गरीबपुर की निर्णायक लड़ाई
बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान 21 november 1971 को भारतीय सेना और मुक्ति वाहिनी ने गरीबपुर की लड़ाई में पाकिस्तानी बलों को पराजित किया। यह जीत युद्ध में एक रणनीतिक उपलब्धि थी।
विश्व से संबंधित प्रमुख घटनाएँ
1. 1620 – मेफ्लावर कॉम्पैक्ट पर हस्ताक्षर
मेफ्लावर जहाज पर यात्रा कर रहे 41 पुरुष यात्रियों ने 21 november 1620 को मेफ्लावर कॉम्पैक्ट पर हस्ताक्षर किए, जो अमेरिकी लोकतांत्रिक शासन की प्रारंभिक आधारशिला माना जाता है।
2. 1783 – पहली मानवयुक्त गर्म हवा के गुब्बारे की उड़ान
फ्रांस के जीन-फ्रांस्वा पिलट्रे डी रोज़ियर और फ्रांस्वा लॉरेंट डी’आर्लैंड्स ने 21 november 1783 को पेरिस के ऊपर पहली मानवयुक्त मुक्त गर्म हवा के गुब्बारे की सफल उड़ान भरी, जो उड्डयन इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय है।
3. 1877 – एडिसन का फोनोग्राफ आविष्कार
थॉमस अल्वा एडिसन ने 21 november 1877 को दुनिया को फोनोग्राफ का परिचय कराया, जिसने ध्वनि रिकॉर्डिंग और प्लेबैक तकनीक में क्रांतिकारी परिवर्तन किया।
4. 1912 – "पिल्टडाउन मैन" की खोज की खबर
21 november 1912 को मानव विकास में महत्वपूर्ण माने जाने वाले “पिल्टडाउन मैन” जीवाश्म की खोज की खबर सामने आई, जो बाद में एक वैज्ञानिक धोखा साबित हुआ, लेकिन उस समय शोध जगत में सनसनी का विषय बना।
5. 1916 – एचएमएचएस ब्रिटानिक का डूबना
टाइटैनिक की बहन जहाज एचएमएचएस ब्रिटानिक 21 november 1916 को एजियन सागर में समुद्री खदान से टकराकर डूब गई। इस दुर्घटना में 30 लोगों की मौत हुई, हालांकि अधिकांश चालक दल सुरक्षित बचा लिया गया।
6. 1920 – डबलिन का "ब्लडी संडे"
आयरिश स्वतंत्रता संग्राम के दौरान 21 november 1920 को डबलिन में हुई हिंसा में 31 लोगों की मौत हुई। यह घटना संघर्ष के इतिहास में एक निर्णायक और अत्यंत दुखद मोड़ मानी जाती है।
7. 1969 – ARPANET का पहला स्थायी लिंक
इंटरनेट के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण पड़ाव तब आया जब 21 november 1969 को UCLA और SRI के बीच ARPANET का पहला स्थायी लिंक स्थापित किया गया। यही नेटवर्क आगे चलकर इंटरनेट का आधार बना।
21 november को जन्मे एवं दिवंगत प्रमुख व्यक्तित्व
- 1694 – वोल्टेयर: फ्रांस के प्रसिद्ध दार्शनिक, लेखक और सामाजिक सुधारक, जिन्होंने आधुनिक विचारधारा को नई दिशा दी।
- 1916 – हवलदार जदुनाथ सिंह: परमवीर चक्र प्राप्त भारतीय सैनिक, जिन्होंने अपने वीरतापूर्ण योगदान से देश का गौरव बढ़ाया।
- 1941 – आनंदीबेन पटेल: भारतीय राजनीतिज्ञ और उत्तर प्रदेश की वर्तमान राज्यपाल।
- 1908 – सत्येंद्र नाथ बोस: स्वतंत्रता आंदोलन के बहादुर सेनानी, जिन्होंने देश के लिए प्राण न्यौछावर किए।
- 1970 – सी. वी. रमन: भारत के महान भौतिक विज्ञानी और नोबेल पुरस्कार विजेता, जो रमन प्रभाव की खोज के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध हैं।
निष्कर्ष
21 november इतिहास, विज्ञान, राजनीति और संस्कृति के अनेक मील के पत्थरों का दिन है। यह तिथि हमें उन घटनाओं की याद दिलाती है जिन्होंने मानव समाज को नई दिशा दी और विश्व इतिहास में स्थायी छाप छोड़ी। चाहे महत्वपूर्ण दिवस हों, वैज्ञानिक उपलब्धियाँ, स्वतंत्रता संघर्ष के क्षण या अंतर्राष्ट्रीय विकास—21 november हर वर्ष सीख, जागरूकता और प्रेरणा का संदेश देता है।
21 November 2025 से बनने वाले Daily Current Affairs Quiz
1. हाल ही में JBIC गवर्नर द्वारा धोलेरा SIR के दौरे को किस मुख्य उद्देश्य से जोड़ा गया था?
A. भारत–जापान रक्षा सहयोग का मूल्यांकन
B. भारत में उभरते सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम और औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर की प्रगति का आकलन
C. दक्षिण एशिया में जापानी कृषि निवेश को बढ़ावा देना
D. भारतीय बंदरगाह सुधार परियोजनाओं का निरीक्षण
उत्तर: B
व्याख्या:
JBIC गवर्नर नोबुमित्सु हयाशी का दौरा मुख्यतः भारत के सेमीकंडक्टर मिशन, ग्रीनफील्ड औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर और धोलेरा की आधुनिक स्मार्ट-सुविधाओं का मूल्यांकन करने पर केंद्रित था। अन्य विकल्प समाचार से मेल नहीं खाते।
2. टाटा–PSMC सेमीकंडक्टर फैब, जिसे भारत का पहला वाणिज्यिक सेमीकंडक्टर प्लांट माना जा रहा है, उसकी अधिकतम उत्पादन क्षमता क्या बताई गई है?
A. प्रति माह 1 लाख वेफर्स
B. प्रति माह 50,000 वेफर्स
C. प्रति माह 10,000 वेफर्स
D. प्रति माह 2 लाख वेफर्स
उत्तर: B
व्याख्या:
समाचार के अनुसार, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और ताइवान की PSMC द्वारा विकसित यह फैब प्रति माह लगभग 50,000 वेफर्स का उत्पादन करेगा और 28nm से 110nm नोड्स पर चिप निर्माण करेगा।
3. धोलेरा SIR में जापानी निवेश को बढ़ावा मिलने का मुख्य कारण कौन-सा है?
A. भारत में जापानी कंपनियों के लिए शून्य कर नीति
B. धोलेरा में तैयार प्लग-एंड-प्ले इंफ्रास्ट्रक्चर और NICDC औद्योगिक गलियारों में बढ़ती जापानी उपस्थिति
C. भारत–जापान मुक्त व्यापार समझौता
D. गुजरात सरकार द्वारा सभी जापानी कंपनियों का अधिग्रहण
उत्तर: B
व्याख्या:
धोलेरा में नवीनतम इंफ्रास्ट्रक्चर, ग्रीनफील्ड इंडस्ट्रियल सिस्टम, और NICDC शहरों में जापानी कंपनियों जैसे टोयोटा, NX Logistics, Nippon Express आदि की उपस्थिति तेजी से बढ़ रही है, जो इसे निवेश-अनुकूल बनाती है।
4. धोलेरा SIR में प्रतिनिधिमंडल द्वारा निरीक्षण किया गया ABCD बिल्डिंग किस विशेषता के लिए जानी जाती है?
A. अंतरराष्ट्रीय व्यापार केंद्र के रूप में
B. एकीकृत योजना, डिजिटल प्रशासन और केंद्रीकृत उपयोगिता प्रबंधन के लिए
C. भारत के सबसे बड़े खेल परिसर के लिए
D. समुद्री सुरक्षा के लिए स्मार्ट नियंत्रण केंद्र के रूप में
उत्तर: B
व्याख्या:
ABCD बिल्डिंग धोलेरा SIR की डिजिटल प्रशासन इकाई है, जहाँ एकीकृत योजना, प्रशासनिक प्रबंधन और यूटिलिटी सिस्टम का नियंत्रण होता है। इसे स्मार्ट-सिटी मॉडल का प्रमुख स्तंभ माना जाता है।
5. नीचे दिए गए में से किस कंपनी का धोलेरा में निवेश NICDC औद्योगिक शहरों में बढ़ते जापानी निवेश का प्रमुख उदाहरण माना गया है?
A. ह्युंडई मोटर्स
B. NX Logistics India
C. एप्पल इंडिया
D. इंटेल फाउंड्री सर्विसेज
उत्तर: B
व्याख्या:
NX Logistics India ने शेंद्रा (AURIC) के बाद धोलेरा में नई इकाई स्थापित की, जिससे ₹86 करोड़ का निवेश और 400 नौकरियाँ बनीं। यह NICDC गलियारों में जापानी उपस्थिति के विस्तार को दर्शाता है।
6. भारत द्वारा लॉन्च किया गया “राष्ट्रीय ट्रेसेबिलिटी फ्रेमवर्क 2025” मुख्यतः किस उद्देश्य के लिए विकसित किया गया है?
A. तटीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए
B. समुद्री उत्पादों की ‘खेत से थाली’ और ‘कैच से कंज़्यूमर’ तक डिजिटल ट्रैकिंग को सुनिश्चित करने के लिए
C. मत्स्य बंदरगाहों का निजीकरण करने के लिए
D. भारत के नदी-आधारित मत्स्य संसाधनों का राष्ट्रीयरण करने के लिए
उत्तर: B
व्याख्या:
यह फ्रेमवर्क डिजिटल ट्रेसेबिलिटी सिस्टम को लागू करने के लिए बनाया गया है, जिसमें Blockchain, IoT, GPS और QR Code जैसी तकनीकों का उपयोग कर उत्पाद की गुणवत्ता, सुरक्षा और निर्यात मानकों को मजबूत किया जाएगा। इसका पर्यटन या निजीकरण से कोई संबंध नहीं।
7. भारत सरकार ने समुद्री खाद्य निर्यात को 2030 तक किस स्तर तक पहुँचाने का लक्ष्य रखा है?
A. ₹50,000 करोड़
B. ₹75,000 करोड़
C. ₹1 लाख करोड़
D. ₹2 लाख करोड़
उत्तर: C
व्याख्या:
केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह ने घोषणा की कि भारत 2030 तक ₹1 लाख करोड़ समुद्री खाद्य निर्यात का लक्ष्य लेकर चल रहा है। यह लक्ष्य हाई वैल्यू ऐडेड उत्पादों, आधुनिक पैकेजिंग और एफटीए के माध्यम से प्राप्त किया जाएगा।
8. PMMSY के तहत किए गए निवेश का प्रभाव किस उपलब्धि के रूप में समाचार में उल्लेखित है?
A. भारत में समुद्री मत्स्य आबादी 400% बढ़ी
B. भारत का मछली उत्पादन 96 लाख टन से बढ़कर 195 लाख टन तक पहुँचा
C. भारत में मत्स्य रोजगार दोगुना हो गया
D. भारत ने मत्स्य आयात पर निर्भरता समाप्त कर दी
उत्तर: B
व्याख्या:
समाचार के अनुसार, PMMSY के तहत ₹38,572 करोड़ के निवेश से भारत का मछली उत्पादन 96 लाख टन से बढ़कर 195 लाख टन तक पहुँचा है। अन्य विकल्प समाचार से मेल नहीं खाते।
9. समुद्री खाद्य निर्यात में स्थिरता बढ़ाने के लिए भारत किन पहलों पर विशेष रूप से कार्य कर रहा है?
A. समुद्री जीवों का जेनेटिक मॉडिफिकेशन
B. Marine Mammal Stock Assessment और Turtle Excluder Devices (TEDs) का उपयोग
C. समुद्री मत्स्य क्षेत्रों का पूर्ण सैन्यीकरण
D. तटीय प्रदेशों में मत्स्य गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध
उत्तर: B
व्याख्या:
मत्स्य विभाग के सचिव ने बताया कि Marine Mammal Stock Assessment और TEDs जैसे उपकरणों का उपयोग समुद्री पारिस्थितिकी की रक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है। इनका GM तकनीक या सैन्यीकरण से कोई संबंध नहीं।
10. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन भारत के समुद्री खाद्य निर्यात के वर्तमान परिदृश्य के संदर्भ में सही है?
A. भारत का निर्यात पिछले दशक में 20% बढ़ा है
B. भारत का समुद्री खाद्य निर्यात 16.85 लाख टन है, जो पिछले दशक की तुलना में 88% अधिक है
C. भारत का निर्यात 2025 में घटकर 5 लाख टन रह गया
D. भारत ने केवल एशियाई बाजारों में निर्यात किया है
उत्तर: B
व्याख्या:
समाचार में स्पष्ट उल्लेख है कि भारत का समुद्री खाद्य निर्यात 16.85 लाख टन पहुँच गया है, जो 88% की वृद्धि को दर्शाता है। विकल्प A, C और D तथ्यात्मक रूप से गलत हैं।
11. IITF 2025 में “खादी इंडिया मंडप” किस प्रमुख राष्ट्रीय संकल्प के साथ प्रतिध्वनित होता है?
A. भारत–अफ्रीका तकनीकी सहयोग
B. “हर घर स्वदेशी” और “एक भारत, श्रेष्ठ भारत”
C. डिजिटल इंडिया 2047 रोडमैप
D. भारत का विदेशी व्यापार संतुलन सुधार अभियान
उत्तर: B
व्याख्या:
KVIC अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि खादी कारीगर “हर घर स्वदेशी” और “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” जैसे राष्ट्रीय अभियानों के वास्तविक वाहक हैं, जो खादी की नई पहचान को मजबूत करते हैं।
12. खादी इंडिया मंडप में प्रदर्शित उत्पादों में से कौन-सा विकल्प समाचार में उल्लेखित नहीं है?
A. हर्बल और प्राकृतिक कॉस्मेटिक्स
B. ग्रामीण खाद्य उत्पाद
C. बांस एवं बेंत की कलाकृतियाँ
D. 3D-प्रिंटेड आभूषण
उत्तर: D
व्याख्या:
समाचार में वस्त्र, हर्बल उत्पाद, खाद्य वस्तुएँ और बांस-बेंत की कलाकृतियाँ शामिल हैं। 3D-प्रिंटेड ज्वेलरी का उल्लेख कहीं नहीं किया गया, इसलिए यह सही उत्तर है।
13. “बात खादी की” पहल IITF 2025 में किस रूप में प्रस्तुत की गई है?
A. डिजिटल भुगतान प्लेटफ़ॉर्म
B. कारीगरों के लिए पॉडकास्ट स्टूडियो
C. खादी ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस
D. खादी तकनीकी अनुसंधान प्रयोगशाला
उत्तर: B
व्याख्या:
“बात खादी की” एक पॉडकास्ट स्टूडियो है, जहाँ कारीगर अपनी कहानियाँ और अनुभव साझा करते हैं। यह पहल आधुनिक तकनीक को भारतीय विरासत से जोड़ने का माध्यम है।
14. खादी इंडिया मंडप में प्रदर्शित पारंपरिक तकनीकों में से कौन-सी तकनीक आधुनिक ऊर्जा स्रोतों का उपयोग करती है?
A. स्वदेशी चरखा
B. पारंपरिक घानी
C. पेटी चरखा
D. विद्युत संचालित कुम्हार चाक
उत्तर: D
व्याख्या:
चार प्रदर्शनों में विद्युत संचालित कुम्हार चाक ही वह तकनीक है जो आधुनिक ऊर्जा स्रोत (बिजली) का उपयोग करती है, जबकि बाकी तीन पूर्णतः पारंपरिक या मैनुअल आधारित हैं।
15. IITF 2025 में खादी इंडिया मंडप को ग्रामीण उद्यमिता के मजबूत मंच के रूप में क्यों माना गया है?
A. क्योंकि इसमें केवल शहरी स्टार्टअप शामिल थे
B. क्योंकि यहाँ 150 स्टॉलों में PMEGP, SFURTI और खादी संस्थानों के उत्पाद प्रदर्शित हुए
C. क्योंकि मंडप में कृषि मशीनरी का बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुआ
D. क्योंकि यह केवल निर्यात-उन्मुख कंपनियों को समर्पित था
उत्तर: B
व्याख्या:
मंडप में देशभर के खादी संस्थान, PMEGP इकाइयाँ और SFURTI क्लस्टर शामिल थे, जो ग्रामीण उद्यमिता और स्वदेशी उत्पादन की वास्तविक ताकत को प्रदर्शित करते हैं। यही कारण है कि इसे ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सशक्त मंच के रूप में माना गया।
16. IITF 2025 के आयुष मंडप की थीम क्या थी, जिसने इसे स्वास्थ्य शिक्षा और समग्र चिकित्सा का प्रमुख केंद्र बनाया?
A. “डिजिटल हेल्थ – डिजिटल भारत”
B. “आयुष के साथ – स्वस्थ भारत, श्रेष्ठ भारत”
C. “पोषण अभियान – सबका स्वास्थ्य”
D. “मेड इन इंडिया – हेल्थकेयर 5.0”
उत्तर: B
व्याख्या:
आयुष मंडप ने इस वर्ष “आयुष के साथ – स्वस्थ भारत, श्रेष्ठ भारत” थीम के साथ समग्र चिकित्सा प्रणालियों—आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्ध, होम्योपैथी और प्राकृतिक चिकित्सा—का प्रदर्शन किया। यह व्यापक थीम इसे स्वास्थ्य-जागरूकता के सबसे बड़े आकर्षणों में से एक बनाती है।
17. अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA) द्वारा प्रदर्शित आयुर्वेदिक खाद्य नवाचारों का मुख्य उद्देश्य क्या था?
A. केवल स्टार्ट-अप्स के उत्पाद बेचना
B. आयुर्वेदिक पोषण के व्यावहारिक लाभों जैसे इम्यूनिटी, पाचन और एनीमिया नियंत्रण को प्रचारित करना
C. आधुनिक फास्ट-फूड चेन के साथ प्रतिस्पर्धा करना
D. ग्लूटेन-फ्री खाद्य पदार्थों का विशेष प्रदर्शन
उत्तर: B
व्याख्या:
AIIA के स्टॉल पर रागी नाचोस, सुंथ्यादि लड्डू, यवदी सक्तू, मुडगा सूप जैसे पोषक पदार्थ प्रस्तुत किए गए, जिनका उद्देश्य आयुर्वेद-आधारित पाचन सुधार, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और पारंपरिक आहार विज्ञान को जन-सामान्य तक पहुँचाना था।
18. यूनानी अनुभाग में “डिजिटल मिज़ाज परीक्षण” किस पर आधारित है?
A. आधुनिक जीनोमिक प्रोफाइलिंग
B. व्यक्ति के चार मूलभूत मिज़ाजों—दमवी, बल्गामी, सफ़रावी और सौदवी—का मूल्यांकन
C. मानसिक स्वास्थ्य स्कोरिंग
D. शरीर की कैलोरी आवश्यकता मापना
उत्तर: B
व्याख्या:
यूनानी चिकित्सा प्रणाली चार आधारभूत मिज़ाजों की अवधारणा पर आधारित है।
डिजिटल मिज़ाज मूल्यांकन आगंतुकों के दमवी (Sanguine), बल्गामी (Phlegmatic), सफ़रावी (Choleric), सौदवी (Melancholic) स्वभाव का परीक्षण करके व्यक्तिगत चिकित्सा सलाह प्रदान करता है।
19. MDNIY द्वारा प्रस्तुत “Y-Break” सत्रों का मुख्य उद्देश्य क्या था?
A. लम्बे योग प्रशिक्षण प्रदान करना
B. व्यावसायिक कर्मचारियों और आम नागरिकों के लिए 5-मिनट के योग अभ्यासों के माध्यम से तनाव कम करना
C. योग शिक्षकों का प्रमाणन करना
D. केवल पारंपरिक आसनों का प्रदर्शन करना
उत्तर: B
व्याख्या:
“Y-Break” एक पहल है जो 5-मिनट के छोटे योग ब्रेक के माध्यम से कार्यस्थल और दैनिक जीवन में तनाव-management को बढ़ावा देती है। इसका उद्देश्य व्यस्त दिनचर्या में भी योग को सुलभ बनाना है।
20. आयुष मंडप में विभिन्न आयुष संस्थानों और प्रणालियों की एक साथ भागीदारी किस व्यापक संदेश को दर्शाती है?
A. सभी प्रणालियाँ एक समान उपचार विधि अपनाती हैं
B. भारत समग्र, बहु-चिकित्सा (Integrative) दृष्टिकोण के साथ स्वास्थ्य क्षेत्र को सुदृढ़ कर रहा है
C. केवल पारंपरिक चिकित्सा ही विश्वसनीय है
D. आधुनिक चिकित्सा प्रणालियों को स्थानापन्न किया जा रहा है
उत्तर: B
व्याख्या:
आयुर्वेद, योग, सिद्ध, यूनानी, सोवा-रिग्पा, होम्योपैथी, प्राकृतिक चिकित्सा और कई आयुष स्टार्ट-अप्स की संयुक्त भागीदारी से संदेश स्पष्ट है—भारत समग्र स्वास्थ्य मॉडल, बहु-चिकित्सा प्रणालियों और Integrative Healthcare को बढ़ावा दे रहा है। विकल्प A, C और D समाचार में वर्णित दृष्टिकोण से मेल नहीं खाते।