27 November Current Affairs in Hindi | डेली करेंट अफेयर्स क्विज | 27 November महत्वपूर्ण करेंट अफेयर्स क्विज | Current Affairs PDF in Hindi
नमस्कार दोस्तों! इस Daily Current Affairs 27 November 2025 अपडेट में प्रमुख घटनाएँ शामिल हैं:
उत्तर प्रदेश – Inland Waterways विकास समझौते : उत्तर प्रदेश ने भारत समुद्री सप्ताह 2025 के दौरान अंतर्देशीय जलमार्गों के विकास और लॉजिस्टिक्स सुधार के लिए ऐतिहासिक समझौते किए।
CBDT – Foreign Assets NUDGE Initiative : केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने विदेशी परिसंपत्तियों के निगरानी और रिपोर्टिंग के लिए दूसरी ‘एनयूडीजीई’ पहल शुरू की।
Manipur – 37,000 साल पुराना Prickly Bamboo खोज : मणिपुर में 37,000 साल पुराना कांटेदार बांस खोजा गया, जो एशिया के हिमयुग का नया रहस्य उजागर करता है।यह सामग्री UPSC, RPSC, RAS, SSC, Railway, Bank Exams, SBI, RBI, IBPS, State PSC और अन्य Competitive Exams के लिए महत्वपूर्ण Current Affairs, National Events, Government Schemes, Art & Culture Updates और Exam-Oriented Facts प्रदान करती है।

27 November Current Affairs in Hindi PDF Download फॉर्मेट में पढ़ें और साथ में November 2025 Current Affairs Quiz पाये।
Table of Contents
- 27 November Current Affairs in Hindi
- उत्तर प्रदेश में Inland Waterways विकास समझौते
- CBDT की Foreign Assets NUDGE पहल
- Manipur में 37,000 साल पुराना Prickly Bamboo खोज
- 27 नवम्बर का इतिहास (27 November in History)
- 27 नवम्बर 2025 करेंट अफेयर्स प्रश्नोत्तरी (27 November Quiz)
27 November 2025 Current Affairs in Hindi
प्रतियोगी परीक्षाओं (Competitive Exams) में सफलता पाने के लिए समय-समय पर अपडेटेड करेंट अफेयर्स (Current Affairs) की गहन समझ होना बेहद आवश्यक है। यहाँ प्रस्तुत करेंट अफेयर्स क्विज़ (Current Affairs Quiz) और प्रश्न आपकी तैयारी को मजबूत बनाने में मदद करेंगे, जिससे आप जनरल अवेयरनेस (General Awareness) के सेक्शन में बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे। हर दिन की नवीनतम घटनाओं (Latest Events) और महत्त्वपूर्ण टॉपिक्स पर आधारित यह सामग्री आपकी नॉलेज बढ़ाने के साथ-साथ त्वरित रिविजन (Quick Revision) का भी प्रभावी स्रोत बनेगी। ध्यानपूर्वक अभ्यास करने से आप न केवल परीक्षा की कटऑफ (Cut-off) से ऊपर अंक हासिल करेंगे, बल्कि करेंट अफेयर्स से जुड़े सवालों में भी आत्मविश्वास (Confidence) के साथ उतर पाएंगे। अधिक सहायता के लिए हमने आपके लिए विस्तारपूर्ण नोट्स (Detailed Notes) और ऑनलाइन क्विज़ (Online Quizzes) उपलब्ध कराए हैं, जिनका उपयोग करके आप अपनी परीक्षा तैयारी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं।
उत्तर प्रदेश ने भारत समुद्री सप्ताह 2025 में अंतर्देशीय जलमार्गों के विकास में किए ऐतिहासिक समझौते
Updated On: 27 नवंबर 2025
उत्तर प्रदेश ने भारत समुद्री सप्ताह 2025 (India Maritime Week 2025) के अवसर पर अंतर्देशीय जलमार्गों के विकास और विस्तार में महत्वपूर्ण कदम उठाए। पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय (MoPSW) की नोडल एजेंसी, भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI) ने गंगा नदी (National Waterway-1) और ब्रह्मपुत्र नदी (NW-2) पर कुल 6,000 करोड़ रुपये से अधिक के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
मुख्य समझौते और निवेश
- गंगा नदी (NW-1) में क्रूज पर्यटन, जहाज मरम्मत सुविधा और इलेक्ट्रिक चार्जिंग अवसंरचना के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के साथ समझौते।
- वाराणसी में दो नए रिवर क्रूज़ टर्मिनल और एक क्षेत्रीय उत्कृष्टता केंद्र (RCOE) का विकास।
- हेरिटेज रिवर जर्नीज और अलकनंदा क्रूज़ के साथ साझेदारी, NW-1 पर क्रूज परिचालन का विस्तार।
- गंगा और ब्रह्मपुत्र में टग-बार्ज और कार्गो परिवहन के लिए रेनस लॉजिस्टिक्स के साथ 1,000 करोड़ रुपये का समझौता।
- इलेक्ट्रिक पोत चार्जिंग अवसंरचना के लिए 100 करोड़ रुपये की परियोजना, राष्ट्रीय हरित नौवहन मिशन के अनुरूप।
वाराणसी में जलमार्ग अवसंरचना और कौशल केंद्र
वाराणसी में स्थापित किए जा रहे परियोजनाओं में शामिल हैं:
- 350 करोड़ रुपये निवेश से नया जहाज मरम्मत केंद्र।
- 200 करोड़ रुपये से दो नए रिवर क्रूज़ टर्मिनल।
- 200 करोड़ रुपये निवेश से क्षेत्रीय उत्कृष्टता केंद्र (RCOE), जो कौशल विकास, पोत डिजाइन और हरित प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान को बढ़ावा देगा।
इन परियोजनाओं से वाराणसी और गंगा गलियारे में क्रूज पर्यटन और जल परिवहन सेवाओं में उल्लेखनीय सुधार होगा और राज्य को क्षेत्रीय समुद्री सेवा केंद्र के रूप में स्थापित किया जाएगा।
राष्ट्रीय महत्व और रणनीतिक प्रभाव
केन्द्रीय मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि ये समझौते भारत की नदी प्रणालियों के आधुनिकीकरण और सतत, स्वच्छ जलमार्ग परिवहन के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। राष्ट्रीय हरित नौवहन मिशन और कम उत्सर्जन वाले नदी परिवहन के दृष्टिकोण के अनुरूप यह कदम भारत को विश्वस्तरीय जलमार्ग अवसंरचना की दिशा में अग्रसर करता है।
इस पहल से न केवल लॉजिस्टिक्स और मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी मजबूत होगी, बल्कि व्यापार, पर्यटन और क्षेत्रीय एकीकरण के नए अवसर भी खुलेंगे। एनडब्ल्यू-1 पर ड्रेजिंग और मल्टी-मॉडल टर्मिनलों के विकास के लिए IIT मद्रास के NTCPWC के साथ 1,500 करोड़ रुपये का समझौता भी शामिल है।
सारांश – प्रमुख लाभ और निवेश
- गंगा (NW-1) और ब्रह्मपुत्र (NW-2) पर टग-बार्ज और कार्गो परिवहन में सुधार।
- वाराणसी में क्रूज टर्मिनल और जहाज मरम्मत केंद्र का विकास।
- इलेक्ट्रिक पोत चार्जिंग अवसंरचना और हरित नौवहन मिशन का समर्थन।
- हेरिटेज रिवर जर्नीज और अलकनंदा क्रूज़ के साथ क्रूज पर्यटन का विस्तार।
- RCOE के माध्यम से कौशल विकास और नवाचार को बढ़ावा।
- कुल निवेश: ~6,000 करोड़ रुपये + विभिन्न समझौते और परियोजनाएं।
📌 Quick Notes – Inland Waterways Development UP 2025
- इवेंट: India Maritime Week 2025
- स्थान: उत्तर प्रदेश, वाराणसी
- मुख्य एजेंसी: भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI)
- मुख्य समझौते: क्रूज जहाज, जहाज मरम्मत, इलेक्ट्रिक चार्जिंग अवसंरचना, टग-बार्ज परियोजनाएं
- कुल निवेश: 6,000 करोड़ रुपये से अधिक
- प्रमुख लाभ: क्रूज पर्यटन, कार्गो लॉजिस्टिक्स, कौशल विकास, हरित नौवहन मिशन समर्थन
सीबीडीटी ने विदेशी परिसंपत्तियों के लिए दूसरी ‘एनयूडीजीई’ पहल शुरू की
Updated On: 27 नवंबर 2025
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने विदेशी परिसंपत्तियों और विदेशी स्रोत आय (FSI) के सही खुलासे को बढ़ावा देने के लिए दूसरी 'एनयूडीजीई' (NUDGE) पहल 28 नवंबर 2025 से शुरू की। इस पहल के तहत चिन्हित करदाताओं को एसएमएस और ईमेल
पहल का उद्देश्य
- आकलन वर्ष 2025-26 के लिए दाखिल ITR में अनसुचित विदेशी परिसंपत्ति (FA) और विदेशी स्रोत आय (FSI) की सही रिपोर्टिंग सुनिश्चित करना।
- आयकर अधिनियम, 1961 और काला धन (अघोषित विदेशी आय और संपत्ति) अधिनियम, 2015 के तहत सांविधिक अनुपालन को मजबूती प्रदान करना।
- करदाता-केंद्रित, गैर-हस्तक्षेपकारी और डेटा-संचालित अनुपालन प्रक्रिया को सरल बनाना।
- कर प्रशासन में विश्वास, पारदर्शिता और जवाबदेही की संस्कृति को बढ़ावा देना।
एनयूडीजीई पहल के कार्यप्रणाली और तकनीकी दृष्टिकोण
सीबीडीटी इस पहल में उन्नत डेटा एनालिटिक्स का उपयोग करता है, ताकि करदाताओं को समय पर मार्गदर्शन दिया जा सके। इस पहल में अपनाए गए दृष्टिकोण हैं:
- सहानुभूतिपूर्ण और गैर-हस्तक्षेपकारी प्रशासन, जो करदाता को अनुपालन के लिए प्रेरित करे।
- सटीक और समयोचित डेटा-संचालित निर्णय।
- आधुनिक प्रौद्योगिकी और डिजिटल इंटरफेस के माध्यम से पारदर्शिता और विश्वास-उन्मुख प्रक्रिया।
- स्वैच्छिक अनुपालन की संस्कृति को बढ़ावा देना और संभावित दंडों से बचाना।
पहली ‘एनयूडीजीई’ पहल की सफलता
17 नवंबर 2024 को शुरू की गई पहली ‘एनयूडीजीई’ पहल में सफलताएँ शामिल थीं:
- 24,678 करदाताओं ने अपने ITR की समीक्षा की।
- 29,208 करोड़ रुपये मूल्य की विदेशी परिसंपत्तियों का खुलासा।
- 1,089.88 करोड़ रुपये की विदेशी स्रोत आय का खुलासा।
- करदाताओं को समय पर और सटीक अनुपालन हेतु मार्गदर्शन।
पहली पहल ने यह स्पष्ट किया कि डेटा-संचालित, गैर-हस्तक्षेपकारी उपाय करदाताओं को स्वयं अनुपालन की ओर प्रेरित कर सकते हैं।
सूचना के स्वचालित आदान-प्रदान (AEOI) और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग
सीबीडीटी को विदेशी वित्तीय जानकारी प्राप्त होती है:
- कॉमन रिपोर्टिंग स्टैंडर्ड (CRS) के तहत भागीदार जूरिसडिक्शन।
- संयुक्त राज्य अमेरिका के FATCA ढांचे के तहत भारतीय निवासियों की विदेशी वित्तीय परिसंपत्तियाँ।
इस जानकारी से संभावित विसंगतियों की पहचान होती है और करदाताओं को समय पर सटीक अनुपालन के लिए मार्गदर्शन दिया जा सकता है।
एनयूडीजीई 2025 – करदाताओं के लिए लाभ
- स्वेच्छा से ITR संशोधन और समीक्षा की सुविधा।
- दंडात्मक परिणामों से बचाव।
- विदेशी परिसंपत्तियों और आय का सही और पूर्ण खुलासा।
- डेटा-संचालित, पारदर्शी और करदाता-केंद्रित प्रशासन।
- स्वैच्छिक अनुपालन की संस्कृति को प्रोत्साहित करना।
📌 Quick Notes – CBDT NUDGE Initiative 2025
- पहल का नाम: दूसरी ‘एनयूडीजीई’ (NUDGE) पहल
- आरंभ तिथि: 28 नवंबर 2025
- मुख्य उद्देश्य: विदेशी परिसंपत्ति और विदेशी स्रोत आय का सही खुलासा
- लक्षित करदाता: जिनके ITR में FA और FSI का खुलासा नहीं हुआ
- समाप्ति तिथि: 31 दिसंबर 2025
- मुख्य लाभ: दंड से बचाव, पारदर्शी कर प्रशासन, स्वैच्छिक अनुपालन को बढ़ावा
मणिपुर में 37,000 साल पुराना कांटेदार बांस खोजा गया: एशिया के हिमयुग का नया रहस्य
Updated On: 27 नवंबर 2025
चित्र 1: 37,000 साल पुराने फॉसिल बांस (Chimonobambusa manipurensis) का माइक्रोस्कोपिक व्यू, जिसमें कांटों के निशान (सफेद तीर) दिख रहे हैं।
खोज का संदर्भ
मणिपुर की इंफाल घाटी में चिरांग नदी के गाद-युक्त निक्षेप में शोधकर्ताओं को एक 37,000 साल पुराना बांस का फॉसिल मिला। यह फॉसिल न केवल संरक्षित है बल्कि इसके तने पर कांटों के निशान भी पाए गए, जो एशिया के हिमयुग में बांस के संरक्षण और जीवविज्ञान का नया अध्याय खोलता है।
विशेषताएँ और पहचान
- फॉसिल बांस की बनावट: नोड्स, कलियाँ और कांटे।
- जीनस पहचान: Chimonobambusa।
- जैविक तुलना: जीवित कांटेदार बांस Bambusa bambos और Chimonobambusa caloosa से।
- इकोलॉजिकल महत्व: हिम युग में ठंड और सूखे मौसम के दौरान शाकाहारी जानवरों से बचाव।
वैज्ञानिक और पर्यावरणीय महत्व
इस खोज ने कई नए तथ्य उजागर किए हैं:
- पहला फॉसिल सबूत कि हिम युग में एशिया में बांस में कांटेदारपन मौजूद था।
- पूर्वोत्तर भारत ने हिम युग के कठिन मौसम के दौरान बांस को सुरक्षित रखा।
- इंडो-बर्मा जैव विविधता हॉटस्पॉट की भूमिका: वैश्विक जैव विविधता के लिए शरणस्थली।
- बॉटैनिकल और जलवायु इतिहास दोनों में नई समझ।
शोध और प्रकाशन
इस खोज को Journal of Paleobotany and Palynology में प्रकाशित किया गया है। शोधकर्ताओं में एच. भाटिया, पी. कुमारी, एन.एच. सिंह और जी. श्रीवास्तव शामिल हैं। शोध ने बांस के विकास, हिम युग के जलवायु इतिहास और एशिया में जैव विविधता के संरक्षण में पूर्वोत्तर भारत की भूमिका पर प्रकाश डाला।
निष्कर्ष
यह फॉसिल न केवल बॉटैनिकल माइलस्टोन है, बल्कि यह हिम युग के दौरान बांस के संरक्षण और क्षेत्रीय जलवायु समझ में महत्वपूर्ण योगदान देता है। यह खोज भविष्य में पुरातात्विक, जैवभौगोलिक और जलवायु अध्ययन के लिए नए मार्ग खोलती है।
🔑 Quick Facts – 37,000 साल पुराना फॉसिल बांस
- स्थान: इंफाल घाटी, मणिपुर, भारत
- उम्र: लगभग 37,000 साल
- जीनस: Chimonobambusa manipurensis
- विशेषताएँ: कांटेदार तना, नोड्स और कलियाँ संरक्षित
- वैज्ञानिक महत्व: हिम युग के एशियाई बांस और जैव विविधता इतिहास में नया अध्याय
- प्रकाशन: Journal of Paleobotany and Palynology
27 नवंबर: इतिहास, वैश्विक महत्व, जन्म-दिवस और राष्ट्रीय संदर्भ | 27 November History, Significance & Observances
लेखक: Examseries
प्रकाशन तिथि: 27 November 2025
27 नवंबर का ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और वैश्विक महत्व
27 नवंबर केवल एक कैलेंडर की तारीख नहीं है, बल्कि यह दिन इतिहास की अनेक महत्वपूर्ण घटनाओं, महान विभूतियों के जन्म-दिवस और निधन, तथा भूगोल और विज्ञान से जुड़े परिवर्तनों का प्रतीक है। 2025 में यह तारीख गुरु नानक जयंती और अमेरिकी थैंक्सगिविंग डे जैसे बड़े आयोजनों के साथ मेल खाती है, जिससे यह दिन ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बन जाता है।
27 नवंबर 2025 को मनाए जाने वाले प्रमुख दिवस और त्योहार
1. गुरु नानक जयंती (प्रकाश पर्व)
सिख समुदाय के लिए गुरु नानक जयंती अत्यंत पवित्र त्योहार है। 2025 में यह कार्तिक पूर्णिमा के दिन पड़ रही है। सिखों के पहले गुरु, गुरु नानक देव जी का जन्म इसी दिन हुआ था। करतारपुर साहिब और अन्य पवित्र स्थलों पर विशेष प्रार्थना, नगर कीर्तन और लंगर का आयोजन किया जाता है। यह दिन भाईचारे, सेवा और आध्यात्मिक समर्पण का संदेश देता है।
2. थैंक्सगिविंग डे (संयुक्त राज्य अमेरिका)
नवंबर के चौथे गुरुवार को मनाया जाने वाला यह अमेरिकी राष्ट्रीय अवकाश आभार व्यक्त करने, पारिवारिक पुनर्मिलन और पारंपरिक दावतों का प्रतीक है। 1924 में न्यूयॉर्क में पहली मेसीज़ परेड आयोजित की गई थी। आज भी यह परंपरा पूरी दुनिया में अपने उत्सव, खाने-पीने और परेड के आयोजन के लिए जानी जाती है।
3. कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली
हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान और दान का विधान होता है। वाराणसी में घाटों पर भव्य 'देव दीपावली' का आयोजन होता है। यह दिन धर्म, संस्कृति और आध्यात्मिकता का प्रतीक है।
27 नवंबर का भारतीय इतिहास में महत्व
भारत के इतिहास में 27 नवंबर ने कई महान विभूतियों और घटनाओं को जन्म दिया है। यह दिन साहित्य, संगीत और राजनीति के क्षेत्र में अमिट छाप छोड़ चुका है।
प्रसिद्ध जन्म-दिवस
- हरिवंश राय बच्चन (1907): हिंदी साहित्य के महान कवि, 'मधुशाला' रचना के लेखक और अमिताभ बच्चन के पिता।
- काशी प्रसाद जायसवाल (1881): इतिहासकार, साहित्यकार और पुरातत्वविद्, जिन्होंने भारतीय इतिहास के अनछुए पहलुओं को उजागर किया।
- बप्पी लाहिड़ी (1952): भारतीय संगीत जगत में 'डिस्को किंग', जिन्होंने बॉलीवुड संगीत को नई पहचान दी।
प्रमुख निधन
- विश्वनाथ प्रताप सिंह (2008): भारत के पूर्व प्रधानमंत्री, जिन्होंने मंडल कमीशन की सिफारिशों को लागू किया।
- लक्ष्मीबाई केलकर: राष्ट्रीय सेविका समिति की संस्थापक।
विश्व इतिहास में 27 नवंबर की महत्वपूर्ण घटनाएँ
भू-राजनीतिक और सामाजिक घटनाएँ
- प्रथम धर्मयुद्ध (1095): पोप अर्बन II ने काउंसिल ऑफ क्लेरमोंट में पहला धर्मयुद्ध शुरू करने का आह्वान किया।
- नोबेल पुरस्कार की स्थापना (1895): अल्फ्रेड नोबेल ने अपनी वसीयत पर हस्ताक्षर किए और नोबेल फाउंडेशन की स्थापना की।
- सैन फ्रांसिस्को की त्रासदी (1978): हार्वे मिल्क और जॉर्ज मोस्कोन की हत्या ने अमेरिकी समाज में समलैंगिक अधिकारों पर बहस छेड़ी।
अन्य राजनीतिक घटनाएँ
- 1942: द्वितीय विश्व युद्ध में फ्रांसीसी नौसेना ने जहाजों को नाजियों से बचाने के लिए टूलॉन में डुबो दिया।
- 1960: मॉरिटानिया ने फ्रांस से स्वतंत्रता की घोषणा की।
विज्ञान, प्रौद्योगिकी और खेल
- 1971: सोवियत संघ का मार्स 2 ऑर्बिटर मंगल ग्रह पर उतरा।
- 2001: हबल स्पेस टेलीस्कोप ने एक्सोप्लैनेट HD 209458 b के वातावरण में सोडियम की पुष्टि की।
- 2005: दुनिया का पहला सफल आंशिक चेहरा प्रत्यारोपण फ्रांस में किया गया।
- 2014: ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर फिलिप ह्यूज की दुखद मृत्यु।
भौगोलिक और प्राकृतिक घटनाएँ
- 1703: इंग्लैंड में 'द ग्रेट स्टॉर्म' की विनाशकारी घटना, हजारों लोगों की मृत्यु।
- 1945: ईरान में 8.2 तीव्रता का भूकंप, लगभग 4,000 लोगों की मौत।
- 2025: वैश्विक मौसम और भूगर्भीय घटनाओं पर बढ़ती चिंता जैसे इंडोनेशिया में भूकंप और इथियोपिया में ज्वालामुखी विस्फोट।
प्रसिद्ध जन्म और निधन (Summary)
- ब्रूस ली (1940): महान मार्शल आर्टिस्ट और अभिनेता।
- जिमी हेंड्रिक्स (1942): सर्वकालिक महान रॉक गिटारवादक।
- गणेश वासुदेव मावलंकर (1888): भारत की पहली लोकसभा के अध्यक्ष।
- यूजीन ओ'नील (1953): नोबेल पुरस्कार विजेता अमेरिकी नाटककार।
- रॉस मैकविर्टर (1975): 'गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स' के सह-संस्थापक, हत्या कर दी गई।
निष्कर्ष
27 नवंबर इतिहास, विज्ञान, भूगोल, संस्कृति और मानव प्रगति का अद्भुत मिश्रण प्रस्तुत करता है। यह दिन हमें महान विभूतियों की याद, प्राकृतिक आपदाओं की चेतावनी और सामाजिक-सांस्कृतिक घटनाओं की महत्वपूर्ण सीख देता है। चाहे वह गुरु नानक जयंती का आध्यात्मिक संदेश हो, थैंक्सगिविंग डे का पारिवारिक उत्सव हो या नोबेल पुरस्कार की स्थापना हो, 27 नवंबर मानवता और ज्ञान की दिशा में एक प्रेरक प्रतीक के रूप में हमेशा याद रखा जाएगा।
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27 November 2025 से बनने वाले Daily Current Affairs Quiz
27 November 2025 से शुरू होने वाला हमारा Daily Current Affairs Quiz आपके करंट अफेयर्स की तैयारी को अगले लेवल तक ले जाएगा। यह Quiz न सिर्फ UPSC, SSC, Bank, Railway, और State PCS जैसी प्रमुख परीक्षाओं के लिए जरूरी सवालों को आसान और यादगार बनाता है, बल्कि रोज़ाना अभ्यास से आपकी रिवीजन तेज़, स्मार्ट और सटीक होती है। Daily Current Affairs Quiz के जरिए आप MCQ फॉर्मेट में सही जवाब देने की आदत डालेंगे, समय बचाएंगे और परीक्षा में Confidence बढ़ाएंगे। अगर आपकी तैयारी में Edge चाहिए और हर एग्ज़ाम में GK/Current Affairs से फ़ायदा उठाना है, तो यह Quiz आपके लिए सबसे प्रभावी तरीका है।
1️⃣ Question: राष्ट्रीय जलमार्ग-1 (NW-1) किस नदी पर आधारित है?
A) गोदावरी
B) गंगा
C) यमुना
D) ब्रह्मपुत्र
Answer: B) गंगा
Explanation: राष्ट्रीय जलमार्ग-1 गंगा नदी पर आधारित है, जिसका मार्ग हापुड़ से हुसैनीगंज तक है और यह उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल से होकर गुजरता है।
2️⃣ Question: भारत समुद्री सप्ताह 2025 में उत्तर प्रदेश में कितने नए रिवर क्रूज़ टर्मिनल विकसित किए जाएंगे?
A) 1
B) 2
C) 3
D) 4
Answer: B) 2
Explanation: वाराणसी में दो नए रिवर क्रूज़ टर्मिनल और एक क्षेत्रीय उत्कृष्टता केन्द्र स्थापित किए जाएंगे।
3️⃣ Question: NW-1 और NW-2 पर कार्गो परिवहन क्षमता बढ़ाने के लिए किस प्रकार के जहाज शामिल किए जाएंगे?
A) कंटेनर जहाज
B) टग-बार्ज
C) क्रूज़ जहाज
D) डीज़ल फेरी
Answer: B) टग-बार्ज
Explanation: गंगा (NW-1) और ब्रह्मपुत्र (NW-2) में कार्गो परिवहन के लिए टग-बार्ज शामिल किए जाएंगे, जिससे माल परिवहन क्षमता और मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स दक्षता में सुधार होगा।
4️⃣ Question: एनडब्ल्यू-1 पर इलेक्ट्रिक पोत चार्जिंग अवसंरचना के लिए कितने करोड़ रुपये का समझौता किया गया है?
A) 50 करोड़
B) 100 करोड़
C) 200 करोड़
D) 350 करोड़
Answer: B) 100 करोड़
Explanation: स्वच्छ और सतत नदी परिवहन को बढ़ावा देने हेतु एनडब्ल्यू-1 पर इलेक्ट्रिक पोत चार्जिंग अवसंरचना के लिए 100 करोड़ रुपये का समझौता किया गया।
5️⃣ Question: आईडब्ल्यूएआई और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा NW-1 पर क्रूज़ पर्यटन विस्तार के लिए कुल कितने करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है?
A) 800 करोड़
B) 1,000 करोड़
C) 1,350 करोड़
D) 6,000 करोड़
Answer: C) 1,350 करोड़
Explanation: आईडब्ल्यूएआई ने उत्तर प्रदेश में अंतर्देशीय जल परिवहन और नदी क्रूज़ अवसंरचना को गति देने हेतु 1,350 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की।
6️⃣ Question: सीबीडीटी की दूसरी ‘एनयूडीजीई’ पहल का मुख्य उद्देश्य क्या है?
A) विदेशी निवेश बढ़ाना
B) विदेशी परिसंपत्ति और विदेशी स्रोत आय की सही रिपोर्टिंग सुनिश्चित करना
C) GST संग्रह बढ़ाना
D) बैंकिंग धोखाधड़ी रोकना
Answer: B) विदेशी परिसंपत्ति और विदेशी स्रोत आय की सही रिपोर्टिंग सुनिश्चित करना
Explanation: इस पहल के तहत उच्च जोखिम वाले करदाताओं को SMS और ईमेल भेजकर आयकर रिटर्न में विदेशी संपत्ति और विदेशी स्रोत आय का सही खुलासा करने के लिए प्रेरित किया जाता है।
7️⃣ Question: एनयूडीजीई पहल किस अधिनियम के अंतर्गत विदेशी परिसंपत्तियों का खुलासा अनिवार्य बनाती है?
A) आयकर अधिनियम, 1961
B) GST अधिनियम, 2017
C) भारतीय सविनय कर अधिनियम, 1992
D) कंपनी अधिनियम, 2013
Answer: A) आयकर अधिनियम, 1961
Explanation: आयकर अधिनियम, 1961 और काला धन (अघोषित विदेशी आय और संपत्ति) एवं कर अधिरोपण अधिनियम, 2015 के तहत विदेशी संपत्ति और आय का सही खुलासा अनिवार्य है।
8️⃣ Question: पहले एनयूडीजीई अभियान में कितने करदाताओं ने अपने ITR की समीक्षा की?
A) 12,345
B) 18,500
C) 24,678
D) 30,000
Answer: C) 24,678
Explanation: पहले अभियान में 24,678 करदाताओं ने अपने आयकर रिटर्न की समीक्षा की और विदेशी परिसंपत्ति एवं विदेशी स्रोत आय का खुलासा किया।
9️⃣ Question: एनयूडीजीई पहल के तहत डेटा मुख्यतः किस स्रोत से आता है?
A) GST पोर्टल
B) AEoI और FATCA
C) SEBI रिपोर्ट
D) RBI बैंकिंग डेटा
Answer: B) AEoI और FATCA
Explanation: सीबीडीटी को कॉमन रिपोर्टिंग स्टैंडर्ड (CRS) और संयुक्त राज्य अमेरिका से FATCA के तहत भारतीय निवासियों की विदेशी वित्तीय परिसंपत्तियों की जानकारी प्राप्त होती है।
10️⃣ Question: दूसरी एनयूडीजीई पहल में करदाताओं को ITR संशोधन करने की अंतिम तिथि क्या है?
A) 15 दिसंबर 2025
B) 31 दिसंबर 2025
C) 31 जनवरी 2026
D) 28 फरवरी 2026
Answer: B) 31 दिसंबर 2025
Explanation: करदाताओं को दंडात्मक परिणाम से बचने हेतु 31 दिसंबर 2025 तक या उससे पहले अपने ITR की समीक्षा और संशोधन करने की सलाह दी गई है।
11️⃣ Question: मणिपुर में मिला 37,000 साल पुराना बांस किस जीनस का है?
A) Dendrocalamus
B) Bambusa
C) Chimonobambusa
D) Phyllostachys
Answer: C) Chimonobambusa
Explanation: लैब में इसकी मॉर्फोलॉजी और नोड्स-बड्स की जांच करके इसे Chimonobambusa जीनस का बताया गया।
12️⃣ Question: फॉसिल में पाए गए कांटे किस उद्देश्य से थे?
A) जल अवशोषण
B) शाकाहारी जानवरों से बचाव
C) फूलों के लिए सहारा
D) मिट्टी पकड़ने के लिए
Answer: B) शाकाहारी जानवरों से बचाव
Explanation: फॉसिल में कांटों के निशान इस बात का प्रमाण हैं कि हिमयुग में बांस में शाकाहारी जानवरों से बचाव का तरीका मौजूद था।
13️⃣ Question: यह फॉसिल किस नदी के गाद वाले जमाव में मिला?
A) बराक
B) इरिल
C) चिरांग
D) तुइ
Answer: C) चिरांग
Explanation: मणिपुर की इंफाल घाटी में शोधकर्ताओं को चिरांग नदी के गाद वाले जमाव में बांस का फॉसिल मिला।
14️⃣ Question: यह खोज किस जर्नल में प्रकाशित हुई?
A) Journal of Paleobotany and Palynology
B) Indian Journal of Botany
C) Nature Plants
D) Science Advances
Answer: A) Journal of Paleobotany and Palynology
Explanation: शोध को Journal of Paleobotany and Palynology में प्रकाशित किया गया, जो पौधों के प्राचीन इतिहास और फॉसिल अध्ययन के लिए प्रसिद्ध है।
15️⃣ Question: हिमयुग में बांस के वैश्विक फैलाव को रोकने वाली मुख्य वजह क्या थी?
A) इंसानी गतिविधियाँ
B) ठंडे और सूखे मौसम
C) ज्वालामुखी विस्फोट
D) समुद्री स्तर में वृद्धि
Answer: B) ठंडे और सूखे मौसम
Explanation: फॉसिल यह दिखाता है कि हिमयुग के ठंडे और सूखे मौसम के कारण यूरोप सहित कई जगहों से बांस खत्म हो गया, जबकि पूर्वोत्तर भारत ने इसे संरक्षित रखा।