30-31 october 2025 Current Affairs PDF Download | Daily Top GK Questions in Hindi Download

“लौह इच्छाशक्ति, अखंड भारत” — श्रीमती रक्षा निखिल खडसे ने सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर मलकापुर और भुसावल में भव्य एकता मार्च का नेतृत्व किया
Update on : 31 October 2025
सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के ऐतिहासिक अवसर पर, केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्य मंत्री श्रीमती रक्षा निखिल खडसे ने महाराष्ट्र के मलकापुर और भुसावल में भव्य ‘एकता मार्च’ का नेतृत्व किया। यह आयोजन युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के माई भारत मंच द्वारा शुरू किए गए राष्ट्रव्यापी सरदार@150 अभियान के अंतर्गत किया गया, जिसमें हजारों युवाओं, छात्रों और स्वयंसेवकों ने भाग लिया।
एकता, अखंडता और राष्ट्र निर्माण का संदेश
मलकापुर में एक विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए, श्रीमती खडसे ने कहा — “आज जिस भारत पर हमें गर्व है — एकजुट, सशक्त और विविधतापूर्ण — वह सरदार वल्लभभाई पटेल की अद्वितीय इच्छाशक्ति और दूरदर्शिता का परिणाम है। यह मार्च केवल प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि एक भारत, श्रेष्ठ भारत के प्रति हमारी सामूहिक प्रतिबद्धता की पुनः पुष्टि है।” उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विज़न से प्रेरित यह आंदोलन युवाओं को राष्ट्र निर्माण के केंद्र में लाता है और जनभागीदारी को सशक्त करता है।
कार्यक्रम के प्रमुख चरण और उपस्थिति
- पहला चरण – मलकापुर: स्थानीय नागरिकों, छात्रों और स्वयंसेवकों की सक्रिय भागीदारी रही। प्रमुख अतिथियों में श्री एकनाथ खडसे (विधान परिषद सदस्य), श्री चैनसुख मदनलाल संचेती (विधायक), डॉ. अरविंद कोलटे, डॉ. अनिल खर्चे, डॉ. सुधीर चव्हाण, श्री प्रणित सांगविकर, श्री रामराव झांबरे, श्री ज्ञानदेव वाघोड़े और जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।
- दूसरा चरण – भुसावल: श्रीमती खडसे ने विशाल भीड़ के साथ एकता यात्रा का नेतृत्व किया, जिसमें महाराष्ट्र सरकार के मंत्री श्री गिरीश महाजन (जल संसाधन एवं आपदा प्रबंधन मंत्री) और श्री संजय सावकारे (कपड़ा मंत्री) उपस्थित रहे।
युवा शक्ति और एकता की झलक
दोनों स्थानों पर हजारों युवाओं, एनएसएस स्वयंसेवकों और माई भारत मंच के सदस्यों ने राष्ट्रभक्ति के नारे लगाते हुए भाग लिया। बैनर, झंडे और संदेशों के माध्यम से एकता, देशभक्ति और राष्ट्रीय गौरव का संदेश गूंज उठा।
युवाओं के लिए प्रेरणा का संदेश
श्रीमती खडसे ने युवाओं से आग्रह किया कि वे ‘एकता यात्रा’ के आदर्शों को अपने दैनिक जीवन में सेवा, नवाचार और नेतृत्व के माध्यम से उतारें। उन्होंने कहा कि माई भारत मंच युवाओं द्वारा संचालित परिवर्तन का प्रतीक बन गया है, जो लाखों युवा मस्तिष्कों को भारत की विकास यात्रा से जोड़ रहा है।
सरदार@150 अभियान का महत्व
यह अभियान भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को समर्पित है, जो राष्ट्रीय एकता, अखंडता और सामूहिक भागीदारी को बढ़ावा देता है। मलकापुर और भुसावल की ये यात्राएं इस अभियान की भावना को सशक्त बनाती हैं और भारत को “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के आदर्श की ओर अग्रसर करती हैं।
भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में 1 नवंबर से शुरू होगा “जनजातीय गौरव वर्ष पखवाड़ा” – देशभर में जनजातीय विरासत और सशक्तिकरण का उत्सव
Update on : 31 October 2025
जनजातीय कार्य मंत्रालय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जनजातीय विरासत और सशक्तिकरण के एक दशक के सम्मान में “जनजातीय गौरव वर्ष पखवाड़ा” की शुरुआत की घोषणा की है। यह उत्सव 1 से 15 नवंबर 2025 तक चलेगा और 15 नवंबर को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर इसका भव्य समापन होगा।
जनजातीय गौरव वर्ष पखवाड़ा का उद्देश्य
इस समारोह का उद्देश्य भारत के जनजातीय समुदायों की समृद्ध संस्कृति, विरासत, और स्वतंत्रता संग्राम में योगदान का सम्मान करना है। पखवाड़े के दौरान देशभर में आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से जनजातीय गौरव वर्ष की भावना को और सशक्त किया जाएगा।
देशव्यापी आयोजन और भागीदारी
- आयोजक संस्थान: जनजातीय अनुसंधान संस्थान (TRI), एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (EMRS), TRIFED और NSTFDC मिलकर इस उत्सव का संचालन करेंगे।
- कार्यक्रमों की विविधता: देशभर में सांस्कृतिक उत्सव, प्रदर्शनियां, जनजातीय मेले, युवा सम्मलेन और जन-जागरूकता अभियान आयोजित किए जाएंगे।
- राज्य स्तर की पहलें: मणिपुर में जनजातीय फ्रेम्स फिल्म फेस्टिवल, छत्तीसगढ़ में शहीद वीर नारायण सिंह लोक कला महोत्सव, अंडमान-निकोबार में जनजातीय मेला, गुजरात में जनजातीय गौरव यात्रा, उत्तराखंड में आदि खेल दिवस और गोवा में महासम्मेलन शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जनजातीय सशक्तिकरण की उपलब्धियाँ
पिछले एक दशक में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में जनजातीय सशक्तिकरण के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धियाँ हासिल की गई हैं। प्रधानमंत्री जनमन, आदि कर्मयोगी अभियान, राष्ट्रीय सिकलसेल उन्मूलन मिशन, DEJGUYA और अन्य आजीविका एवं उद्यमिता कार्यक्रमों के माध्यम से जनजातीय समुदायों को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार से जोड़ा गया है।
धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि
15 नवंबर 2025 को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा, जिसमें राष्ट्रव्यापी कार्यक्रमों के माध्यम से भगवान बिरसा मुंडा के साहस, बलिदान और योगदान को याद किया जाएगा। वे भारत के जनजातीय स्वतंत्रता आंदोलन के अग्रदूत थे, जिन्होंने देशभर में आदिवासी अस्मिता और अधिकार की ज्योति प्रज्वलित की।
सभी नागरिकों के लिए आमंत्रण
जनजातीय कार्य मंत्रालय ने सभी नागरिकों से इस उत्सव में शामिल होने का आह्वान किया है, ताकि हम सब मिलकर “भगवान बिरसा मुंडा के 150 वर्षों का सम्मान – जनजातीय सशक्तिकरण के 11 वर्षों का उत्सव” की भावना को आगे बढ़ा सकें और समावेशी व सतत विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करें।
‘आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम’ विषय पर राष्ट्रीय सुशासन वेबिनार श्रृंखला 2025-26 का 32वां वेबिनार आयोजित — मध्य प्रदेश और त्रिपुरा की उत्कृष्ट पहलें राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत
Update on : 31 October 2025
प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (DARPG) द्वारा 31 अक्टूबर 2025 को राष्ट्रीय सुशासन वेबिनार श्रृंखला 2025-26 का 32वां वेबिनार आयोजित किया गया। यह वेबिनार ‘आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम’ विषय पर केंद्रित था और इसका उद्देश्य सर्वोत्तम प्रथाओं के प्रसार और प्रतिकृति को बढ़ावा देना था।
वेबिनार में प्रमुख प्रस्तुतियाँ
इस वेबिनार में दो उत्कृष्ट पहलों को राष्ट्रीय दर्शकों के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जिन्हें लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया गया था:
- सुश्री नेहा मीना, कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट, झाबुआ, मध्य प्रदेश द्वारा रामा ब्लॉक पहल।
- श्री साजू वहीद ए., मिशन निदेशक, राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सोसायटी, अगरतला, त्रिपुरा द्वारा गंगानगर ब्लॉक पहल।
प्रधानमंत्री के निर्देशों के अनुरूप पहल
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों के अनुसार, डीएआरपीजी द्वारा जिला कलेक्टरों और अधिकारियों के साथ मासिक वर्चुअल सम्मेलन/वेबिनार आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार प्राप्त पहलें अन्य जिलों और राज्यों में दोहराई जा सकें।
राष्ट्रीय सुशासन वेबिनार श्रृंखला की पृष्ठभूमि
अप्रैल 2022 से अब तक 32 राष्ट्रीय सुशासन वेबिनार आयोजित किए जा चुके हैं। हर वेबिनार का उद्देश्य सफल प्रशासनिक नवाचारों को साझा करना, उनके संस्थागतकरण और विस्तार को बढ़ावा देना और देशभर में सुशासन की संस्कृति को सुदृढ़ करना है।
32वें वेबिनार की प्रमुख विशेषताएँ
- अध्यक्षता: श्री पुनीत यादव, अपर सचिव, डीएआरपीजी।
- भागीदारी: देशभर के 900 से अधिक स्थानों से राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासनिक सुधार विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, जिला कलेक्टर, राज्य और जिला प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए।
- मुख्य उद्देश्य: आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के तहत स्थानीय नवाचारों का प्रसार और प्रशासनिक स्तर पर उनकी सस्टेनेबिलिटी व स्केलेबिलिटी सुनिश्चित करना।
सुशासन के लिए तकनीकी और सहयोगात्मक दृष्टिकोण
इन वेबिनारों के माध्यम से डीएआरपीजी केंद्र और राज्यों के बीच ज्ञान-साझेदारी का एक प्रभावी मंच बना रहा है। यह पहल न केवल प्रशासनिक नवाचारों को बढ़ावा देती है बल्कि एविडेंस-आधारित गवर्नेंस की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने राष्ट्रीय एकता दिवस 2025 पर नई दिल्ली में 'रन फॉर यूनिटी' को हरी झंडी दिखाई — सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर एकता और अखंडता का संदेश
Update on : 31 अक्टूबर 2025, दोपहर 1:08 बजे | पीआईबी दिल्ली द्वारा
केंद्रीय गृह मंत्री एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज राष्ट्रीय एकता दिवस 2025 के अवसर पर नई दिल्ली में आयोजित ‘रन फॉर यूनिटी’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और उपस्थित नागरिकों को एकता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल, डॉ. मनसुख मंडाविया, दिल्ली के उपराज्यपाल श्री वी.के. सक्सेना, दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री बंदी संजय कुमार सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर एकता का संदेश
अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि सरदार पटेल ने न केवल भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में बल्कि स्वतंत्र भारत के एकीकरण में भी अद्वितीय योगदान दिया। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के आह्वान पर वल्लभभाई पटेल ने बैरिस्टर का करियर त्यागकर स्वतंत्रता संग्राम में प्रवेश किया। 1928 के बारदोली सत्याग्रह में उनके नेतृत्व कौशल ने अंग्रेजों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया, जिसके बाद गांधीजी ने उन्हें “सरदार” की उपाधि दी।
भारत के एकीकरण में सरदार पटेल की भूमिका
श्री शाह ने कहा कि आज का एकीकृत भारत सरदार पटेल की दूरदर्शिता, लौह इच्छाशक्ति और कूटनीति का परिणाम है। स्वतंत्रता के बाद अंग्रेजों ने भारत को 562 रियासतों में विभाजित कर दिया था, लेकिन सरदार पटेल ने अपने अथक प्रयासों से इन सभी रियासतों को एकजुट किया। काठियावाड़, जूनागढ़, भोपाल, त्रावणकोर, हैदराबाद जैसे क्षेत्रों के एकीकरण से अखंड भारत की नींव रखी गई।
अनुच्छेद 370 हटाना — सरदार पटेल के अधूरे कार्य की पूर्ति
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि अनुच्छेद 370 के कारण भारत का एकीकरण अधूरा रह गया था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार पटेल के अधूरे कार्य को पूरा करते हुए जम्मू-कश्मीर को पूर्ण रूप से भारत में समाहित किया। उन्होंने कहा कि आज का भारत सचमुच सरदार साहब के सपनों का एक अखंड भारत है।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी — सरदार पटेल के प्रति राष्ट्र की श्रद्धांजलि
श्री शाह ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के केवड़िया में “स्टैच्यू ऑफ यूनिटी” का निर्माण कराकर सरदार पटेल को सच्ची श्रद्धांजलि दी। यह 182 मीटर ऊँची प्रतिमा न केवल विश्व की सबसे ऊँची मूर्ति है, बल्कि भारत की एकता और संकल्प का प्रतीक भी है। उन्होंने बताया कि यह प्रतिमा 25,000 टन लोहे, 90,000 घन मीटर कंक्रीट और 1,700 टन कांसे से बनी है और अब तक लगभग 2.5 करोड़ लोग इसे देख चुके हैं।
एकता परेड का वार्षिक आयोजन
केंद्रीय गृह मंत्री ने घोषणा की कि गृह मंत्रालय ने निर्णय लिया है कि सरदार पटेल की जयंती पर केवड़िया में हर वर्ष एक भव्य एकता परेड का आयोजन किया जाएगा। इस वर्ष की एकता परेड में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) और सभी राज्यों के पुलिस बलों ने भाग लिया।
राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका
श्री शाह ने कहा कि सरदार पटेल के विचारों को विशेष रूप से युवाओं तक पहुँचाने के लिए कश्मीर से कन्याकुमारी और द्वारका से कामाख्या तक देशभर में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत की एकता और अखंडता की शपथ लेने वाले युवा ही राष्ट्र के सच्चे निर्माता हैं।
भारत ने “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान के तहत तीन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स™ खिताब बनाए — महिला स्वास्थ्य और जनसहभागिता में ऐतिहासिक उपलब्धि
Update on : 31 October 2025
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राष्ट्रव्यापी “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान (SNSPA)” के अंतर्गत तीन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स™ अपने नाम किए हैं। यह उपलब्धि भारत की महिला-केंद्रित निवारक स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति प्रतिबद्धता और डिजिटल स्वास्थ्य नवाचार में अग्रणी भूमिका को दर्शाती है।
भारत द्वारा प्राप्त तीन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स™
- एक महीने में स्वास्थ्य देखभाल प्लेटफॉर्म पर पंजीकरण कराने वाले सबसे अधिक लोग — 3,21,49,711 (3.21 करोड़ से अधिक)
- एक सप्ताह में ऑनलाइन स्तन कैंसर जांच के लिए साइन अप करने वाले सबसे अधिक लोग — 9,94,349 (9.94 लाख से अधिक)
- एक सप्ताह में ऑनलाइन महत्वपूर्ण संकेतों की जांच के लिए साइन अप करने वाले सबसे अधिक लोग (राज्य स्तर पर) — 1,25,406 (1.25 लाख से अधिक)
अभियान की शुरुआत और उद्देश्य
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक पोषण माह के साथ मिलकर इस राष्ट्रव्यापी अभियान की शुरुआत की गई थी। “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” का लक्ष्य महिलाओं, किशोरियों और बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण में सुधार करना है। इस पहल का उद्देश्य है – शीघ्र रोग पहचान, आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देना।
“हमारी माताएँ-बहनें और हमारी नारी शक्ति हमारे राष्ट्र की प्रगति का आधार हैं। अगर एक माँ स्वस्थ है, तो पूरा परिवार स्वस्थ रहता है।” — प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
देशव्यापी सहभागिता और अभियान का विस्तार
यह अभियान देश के हर जिले तक पहुँचा, जिसमें 19.7 लाख स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए और 11 करोड़ से अधिक नागरिक विभिन्न स्वास्थ्य प्लेटफार्मों से जुड़े। इसमें 20 से अधिक मंत्रालयों, केंद्र सरकार के संस्थानों, मेडिकल कॉलेजों, निजी संगठनों, सांसदों, विधायकों और प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लिया, जिससे यह एक वास्तविक “संपूर्ण सरकार” और “समग्र समाज” दृष्टिकोण बना।
सामुदायिक स्तर पर भी अद्वितीय जनभागीदारी देखने को मिली — 5 लाख पंचायती राज प्रतिनिधि, 1.14 करोड़ स्कूल और कॉलेज छात्र, 94 लाख स्वयं सहायता समूह (SHG) सदस्य और 5 लाख से अधिक सामुदायिक मंच सदस्य इसमें जुड़े। इस प्रकार यह भारत का अब तक का सबसे बड़ा जनस्वास्थ्य जागरूकता अभियान बन गया।
स्वास्थ्य सेवाओं में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ
- 1.78 करोड़ उच्च रक्तचाप जाँच
- 1.73 करोड़ मधुमेह जाँच
- 69.5 लाख मुख कैंसर जाँच
- 62.6 लाख प्रसवपूर्व देखभाल जाँच
- 1.43 करोड़ टीकाकरण
- 1.51 करोड़ एनीमिया परीक्षण
- 85.9 लाख तपेदिक जाँच
- 10.2 लाख सिकल सेल रोग जाँच
- 2.14 करोड़ परामर्श एवं स्वास्थ्य सत्रों में भागीदारी
माई भारत स्वयंसेवकों की सक्रिय भूमिका से अभियान के दौरान 2.68 लाख “निःशयन मित्र” पंजीकृत किए गए, जो जागरूकता और सामुदायिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण नवाचार है।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स™ मान्यता — सामूहिक संकल्प का प्रमाण
यह मान्यता भारत के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है, जहाँ सरकारी तंत्र, डिजिटल स्वास्थ्य नवाचार और सामुदायिक भागीदारी मिलकर “स्वस्थ महिला, सशक्त परिवार, विकसित भारत” की दिशा में काम कर रहे हैं। इन रिकॉर्ड्स ने भारत को वैश्विक स्वास्थ्य अभियानों के मानचित्र पर एक उदाहरण के रूप में स्थापित किया है।
भूमि संसाधन विभाग करेगा ‘राजस्व न्यायालय मामला प्रबंधन प्रणाली (RCCMS)’ के आधुनिकीकरण पर राष्ट्रीय चिंतन शिविर का आयोजन — प्रौद्योगिकी आधारित भूमि प्रशासन और रिकॉर्ड मानकीकरण पर राष्ट्रीय विमर्श
Update on : 30 October 2025
भारत सरकार का भूमि संसाधन विभाग (DoLR) 31 अक्टूबर से 1 नवंबर 2025 तक यशदा, पुणे में दो दिवसीय राष्ट्रीय ‘चिंतन शिविर’ आयोजित कर रहा है। यह कार्यशाला राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक मंच पर लाएगी, ताकि वे राजस्व न्यायालय मामला प्रबंधन प्रणाली (RCCMS) के आधुनिकीकरण और एकीकृत राजस्व शब्दावली पर सहयोगात्मक विचार-विमर्श कर सकें।
भूमि प्रशासन में तकनीकी सुधार की दिशा में बड़ा कदम
जैसे-जैसे भूमि लेन-देन और स्वामित्व विवाद बढ़ रहे हैं, राजस्व न्यायालयों को बढ़ते मामलों, प्रक्रियागत देरी और जटिलताओं का सामना करना पड़ रहा है। यह स्थिति पुरानी भूमि रिकॉर्ड प्रणालियों और औपनिवेशिक काल से चली आ रही प्रक्रियाओं के कारण और भी चुनौतीपूर्ण हो गई है। इस पृष्ठभूमि में, चिंतन शिविर भारत में भूमि प्रशासन को पारदर्शी, त्वरित और नागरिक-केंद्रित बनाने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
राष्ट्रीय कार्यशाला के चार प्रमुख विषय
- 1. RCCMS का आधुनिकीकरण: राज्य स्तरीय नवाचारों और सर्वोत्तम तकनीकी प्रथाओं का प्रदर्शन, ताकि मामलों का त्वरित और पारदर्शी निपटारा हो सके।
- 2. एकीकृत राजस्व शब्दावली: भूमि प्रशासन में प्रयुक्त शब्दों की स्पष्टता और मानकीकरण सुनिश्चित करने के लिए साझा परिभाषाओं पर सहमति बनाना।
- 3. अधिकार अभिलेख (RoR) और भू-संपत्ति मानचित्रों का मानकीकरण: एक समान प्रारूप अपनाकर ऐतिहासिक विसंगतियों को दूर करना।
- 4. लिप्यंतरण और अनुवाद: नागरिकों के लिए भूमि अभिलेखों की बहुभाषीय पहुँच सुनिश्चित करने के उपाय।
कार्यशाला की प्रमुख विशेषताएँ
कार्यशाला में भूमि संसाधन विभाग द्वारा पहले से चल रही राजस्व न्यायालय प्रक्रियाओं के सरलीकरण, अधिकार अभिलेख प्रारूप के मानकीकरण, और ‘राजस्व शब्दावली की एकीकृत शब्दावली’ जैसी पहलों पर चर्चा होगी। इन पहलों का उद्देश्य है कि भूमि अभिलेखों को सभी 22 अनुसूचित भाषाओं में सुलभ बनाया जा सके।
चिंतन शिविर के अपेक्षित परिणाम
- सुसंगत राजस्व शब्दावली का निर्माण, जिससे प्रशासनिक प्रक्रियाओं में समानता लाई जा सके।
- भूमि अभिलेखों, पंजीकरण प्रणालियों और न्यायालय प्रक्रियाओं के बीच एकीकृत डेटा फ्लो का रोडमैप।
- विधायी संशोधनों की पहचान, जो डिजिटल सुधारों और भूमि पारदर्शिता को समर्थन देंगे।
- भूमि विवादों के निपटारे में ई-गवर्नेंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भूमिका पर विमर्श।
यह राष्ट्रीय चिंतन शिविर प्रौद्योगिकी, नीति और सुशासन सुधारों के संगम का प्रतीक है, जो भारत में राजस्व न्यायालय प्रणाली के आधुनिकीकरण और भूमि प्रशासन में क्रांति की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
Important Topics
30-31 October 2025 से बनने वाले Latest Current Affairs Questions
Q1. ‘आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम’ (Aspirational Block Programme) का मुख्य उद्देश्य क्या है? A) केवल स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाना B) राज्य सरकारों के राजस्व संग्रह को बढ़ाना C) लोक प्रशासन में उत्कृष्ट पहलें साझा करना और उन्हें दोहराने योग्य बनाना D) केवल ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल शिक्षा लागू करना Answer: C) लोक प्रशासन में उत्कृष्ट पहलें साझा करना और उन्हें दोहराने योग्य बनाना Explanation: ‘आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम’ का उद्देश्य जिला और ब्लॉक स्तर पर सफल प्रशासनिक नवाचारों को पहचानना, साझा करना और अन्य जिलों/राज्यों में उनकी दोहराने योग्य (replicable) पहलें सुनिश्चित करना है। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री पुरस्कार विजेता पहलों को प्रसारित करने पर केंद्रित है। Q2. 32वें राष्ट्रीय सुशासन वेबिनार में प्रस्तुत मध्य प्रदेश की उत्कृष्ट पहल कौन सी थी? A) गंगानगर ब्लॉक पहल B) रामा ब्लॉक पहल C) उज्जैन स्मार्ट सिटी पहल D) झाबुआ डिजिटल शिक्षा पहल Answer: B) रामा ब्लॉक पहल Explanation: मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले की कलेक्टर सुश्री नेहा मीना ने ‘रामा ब्लॉक पहल’ को प्रस्तुत किया। इसे प्रधानमंत्री पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया गया। Q3. डीएआरपीजी द्वारा राष्ट्रीय सुशासन वेबिनार आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य क्या है? A) केवल तकनीकी उपकरणों का प्रचार करना B) सफल प्रशासनिक नवाचारों को साझा करना और सुशासन की संस्कृति को सुदृढ़ करना C) केवल राज्यों के बजट पर नियंत्रण रखना D) राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव प्रक्रिया को नियंत्रित करना Answer: B) सफल प्रशासनिक नवाचारों को साझा करना और सुशासन की संस्कृति को सुदृढ़ करना Explanation: अप्रैल 2022 से डीएआरपीजी ने 32 राष्ट्रीय वेबिनार आयोजित किए हैं। इनका उद्देश्य प्रशासनिक नवाचारों का प्रसार, उनके संस्थागतकरण को बढ़ावा और देशभर में सुशासन की संस्कृति को मजबूत करना है। Q4. त्रिपुरा की गंगानगर ब्लॉक पहल किस विभाग के अंतर्गत प्रस्तुत की गई थी? A) शिक्षा विभाग B) स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सोसायटी C) वित्त विभाग D) कृषि विभाग Answer: B) स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सोसायटी Explanation: त्रिपुरा के अगरतला से श्री साजू वहीद ए. ने ‘गंगानगर ब्लॉक पहल’ प्रस्तुत की, जो राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सोसायटी के अंतर्गत थी। इसका उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं में नवाचार को बढ़ावा देना था। Q5. “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान (SNSPA) का मुख्य उद्देश्य क्या है? A) केवल महिलाओं के लिए रोजगार सृजन B) महिलाओं, किशोरियों और बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण में सुधार करना C) केवल डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देना D) केवल टीकाकरण अभियान चलाना Answer: B) महिलाओं, किशोरियों और बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण में सुधार करना Explanation: SNSPA का उद्देश्य महिला-केंद्रित स्वास्थ्य सेवाओं, शीघ्र रोग पहचान, आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देना है। यह अभियान प्रधानमंत्री पोषण माह से मिलकर राष्ट्रव्यापी स्वास्थ्य सुधार के लिए चलाया गया। Q6. भारत ने इस अभियान के तहत कितने गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स™ प्राप्त किए? A) 1 B) 2 C) 3 D) 4 Answer: C) 3 Explanation: भारत ने इस अभियान के तहत तीन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स™ बनाए: एक महीने में स्वास्थ्य देखभाल प्लेटफॉर्म पर सबसे अधिक पंजीकरण। एक सप्ताह में ऑनलाइन स्तन कैंसर जांच के लिए सबसे अधिक साइन अप। एक सप्ताह में राज्य स्तर पर ऑनलाइन महत्वपूर्ण संकेतों की जांच के लिए सबसे अधिक साइन अप। Q7. इस अभियान में सामुदायिक स्तर पर कितने पंचायती राज प्रतिनिधि जुड़े? A) 1 लाख B) 3 लाख C) 5 लाख D) 10 लाख Answer: C) 5 लाख Explanation: अभियान में 5 लाख पंचायती राज प्रतिनिधि सक्रिय रूप से जुड़े। इसके अलावा 1.14 करोड़ स्कूल और कॉलेज छात्र, 94 लाख स्वयं सहायता समूह सदस्य और 5 लाख से अधिक सामुदायिक मंच सदस्य भी शामिल थे। यह अभियान व्यापक सामूहिक भागीदारी का उदाहरण है। Q8. “निःशयन मित्र” पंजीकरण में कितने स्वयंसेवक जुड़े? A) 1 लाख B) 2.68 लाख C) 5 लाख D) 10 लाख Answer: B) 2.68 लाख Explanation: माई भारत स्वयंसेवकों की सक्रिय भूमिका से अभियान के दौरान 2.68 लाख “निःशयन मित्र” पंजीकृत किए गए। यह नवाचार सामुदायिक स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने और व्यवहारिक स्वास्थ्य हस्तक्षेप के लिए महत्वपूर्ण था। Q9. राजस्व न्यायालय मामला प्रबंधन प्रणाली (RCCMS) के राष्ट्रीय चिंतन शिविर का मुख्य उद्देश्य क्या है? A) भूमि कर दरों को बढ़ाना B) भूमि प्रशासन में तकनीकी सुधार और मामलों का त्वरित निपटारा सुनिश्चित करना C) केवल नए भूमि कानून बनाना D) निजी भूमि निवेश को बढ़ावा देना Answer: B) भूमि प्रशासन में तकनीकी सुधार और मामलों का त्वरित निपटारा सुनिश्चित करना Explanation: चिंतन शिविर का उद्देश्य RCCMS का आधुनिकीकरण करना, भूमि अभिलेखों और न्यायालय प्रक्रियाओं में पारदर्शिता, त्वरित निपटारा और नागरिक-केंद्रित सेवा सुनिश्चित करना है। यह पुराने और जटिल भूमि रिकॉर्ड प्रणालियों में सुधार का राष्ट्रीय प्रयास है। Q10. RCCMS चिंतन शिविर में निम्नलिखित में से कौन सा विषय शामिल नहीं है? A) RCCMS का आधुनिकीकरण B) एकीकृत राजस्व शब्दावली का निर्माण C) अधिकार अभिलेख और भू-संपत्ति मानचित्रों का मानकीकरण D) कृषि उपज विपणन सुधार Answer: D) कृषि उपज विपणन सुधार Explanation: राष्ट्रीय चिंतन शिविर में मुख्य विषय RCCMS आधुनिकीकरण, एकीकृत राजस्व शब्दावली, RoR और भू-संपत्ति मानचित्रों का मानकीकरण, और भूमि अभिलेखों की बहुभाषीय पहुँच थे। कृषि उपज विपणन इसमें शामिल नहीं था। Q11. RCCMS के सुधार में बहुभाषीय पहुँच का उद्देश्य क्या है? A) नागरिकों को भूमि अभिलेखों तक सभी अनुसूचित भाषाओं में सरल पहुँच देना B) केवल अंग्रेज़ी भाषा में भूमि रिकॉर्ड तैयार करना C) भूमि अभिलेखों को केवल डिजिटल रूप में उपलब्ध कराना D) भूमि विवादों में न्यायाधीशों की संख्या बढ़ाना Answer: A) नागरिकों को भूमि अभिलेखों तक सभी अनुसूचित भाषाओं में सरल पहुँच देना Explanation: शिविर में बहुभाषीय पहुँच पर जोर दिया गया ताकि भूमि अभिलेख सभी 22 अनुसूचित भाषाओं में सुलभ हों। इससे नागरिक आसानी से अपने अधिकारों और रिकॉर्ड की जानकारी प्राप्त कर सकें। Q12. RCCMS चिंतन शिविर में डिजिटल सुधारों के लिए कौन-कौन सी तकनीकों पर विमर्श किया गया? A) केवल ब्लॉकचेन B) ई-गवर्नेंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस C) केवल मोबाइल ऐप्स D) रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन (RPA) Answer: B) ई-गवर्नेंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस Explanation: शिविर में भूमि विवादों के निपटारे और प्रशासनिक सुधारों में ई-गवर्नेंस और AI के प्रयोग पर विचार-विमर्श किया गया। इसका उद्देश्य डिजिटल साधनों के माध्यम से न्यायालय प्रक्रियाओं और भूमि रिकॉर्ड सिस्टम को पारदर्शी और प्रभावी बनाना है। Q13. “एकता मार्च” का नेतृत्व किसने किया और किस अवसर पर? A) श्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर B) श्रीमती रक्षा निखिल खडसे ने सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर C) श्रीमती उमा भारती ने गणतंत्र दिवस पर D) श्री अमित शाह ने राष्ट्रीय युवा दिवस पर Answer: B) श्रीमती रक्षा निखिल खडसे ने सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर Explanation: मालकापुर और भुसावल में आयोजित भव्य एकता मार्च का नेतृत्व केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्य मंत्री श्रीमती रक्षा निखिल खडसे ने किया। यह आयोजन सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर हुआ। Q14. “सरदार@150 अभियान” का मुख्य उद्देश्य क्या है? A) केवल खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन B) राष्ट्रीय एकता, अखंडता और युवाओं में जनभागीदारी बढ़ाना C) केवल युवाओं को रोजगार प्रदान करना D) केवल सरदार पटेल पर शोध करना Answer: B) राष्ट्रीय एकता, अखंडता और युवाओं में जनभागीदारी बढ़ाना Explanation: सरदार@150 अभियान का उद्देश्य सरदार पटेल के आदर्शों के माध्यम से राष्ट्रीय एकता, अखंडता और सामूहिक भागीदारी को बढ़ावा देना है। अभियान युवाओं को राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करता है। Q15. मलकापुर और भुसावल में एकता मार्च में किस प्रकार के समूहों ने सक्रिय भाग लिया? A) केवल सरकारी अधिकारी B) छात्र, एनएसएस स्वयंसेवक और माई भारत मंच के सदस्य C) केवल राजनीतिज्ञ D) केवल खेल संगठन Answer: B) छात्र, एनएसएस स्वयंसेवक और माई भारत मंच के सदस्य Explanation: दोनों स्थानों पर हजारों युवाओं, एनएसएस स्वयंसेवकों और माई भारत मंच के सदस्यों ने राष्ट्रभक्ति के नारे लगाते हुए भाग लिया। यह युवाओं की सक्रिय जनभागीदारी का उदाहरण है। Q16. एकता मार्च के माध्यम से युवाओं को किस संदेश को अपने जीवन में उतारने का आग्रह किया गया? A) केवल खेल में उत्कृष्टता प्राप्त करना B) सेवा, नवाचार और नेतृत्व के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में योगदान देना C) केवल पढ़ाई में ध्यान देना D) राजनीतिक विरोधाभास पैदा करना Answer: B) सेवा, नवाचार और नेतृत्व के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में योगदान देना Explanation: श्रीमती खडसे ने युवाओं से आग्रह किया कि वे ‘एकता यात्रा’ के आदर्शों को अपने दैनिक जीवन में सेवा, नवाचार और नेतृत्व के माध्यम से अपनाएं। यह अभियान युवाओं में राष्ट्रभक्ति और सामाजिक जिम्मेदारी को बढ़ावा देता है। Q17. “जनजातीय गौरव वर्ष पखवाड़ा 2025” किस अवसर पर आयोजित किया जा रहा है? A) 100वीं जयंती महात्मा गांधी B) भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती C) भारतीय संविधान दिवस D) स्वतंत्रता दिवस Answer: B) भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती Explanation: जनजातीय गौरव वर्ष पखवाड़ा 1 से 15 नवंबर 2025 तक मनाया जाएगा, जिसमें 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर भव्य समापन होगा। यह अवसर उनके साहस, बलिदान और जनजातीय स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान को याद करने के लिए चुना गया है। Q18. “जनजातीय गौरव वर्ष पखवाड़ा” के आयोजन में कौन-कौन सी संस्थाएँ शामिल हैं? A) केवल जनजातीय अनुसंधान संस्थान (TRI) B) TRIFED, NSTFDC, EMRS और TRI C) केवल केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय D) केवल राज्य सरकारें Answer: B) TRIFED, NSTFDC, EMRS और TRI Explanation: देशव्यापी इस उत्सव का संचालन TRIFED, NSTFDC, एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (EMRS) और जनजातीय अनुसंधान संस्थान (TRI) मिलकर कर रहे हैं। यह सुनिश्चित करता है कि कार्यक्रम समग्र और व्यापक रूप से जनजातीय समुदायों तक पहुंचे। Q19. “जनजातीय गौरव वर्ष पखवाड़ा” के तहत किस प्रकार की गतिविधियाँ आयोजित की जाएँगी? A) केवल खेल प्रतियोगिताएँ B) सांस्कृतिक उत्सव, प्रदर्शनियां, मेले, युवा सम्मलेन और जन-जागरूकता अभियान C) केवल रोजगार मेलें D) केवल ऑनलाइन वेबिनार Answer: B) सांस्कृतिक उत्सव, प्रदर्शनियां, मेले, युवा सम्मलेन और जन-जागरूकता अभियान Explanation: पखवाड़े के दौरान पूरे देश में विविध कार्यक्रम होंगे जैसे सांस्कृतिक उत्सव, जनजातीय मेले, युवा सम्मलेन और जन-जागरूकता अभियान। इसका उद्देश्य जनजातीय विरासत और गौरव को प्रदर्शित करना और युवाओं तथा नागरिकों को शामिल करना है। Q20. पिछले एक दशक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जनजातीय सशक्तिकरण के लिए कौन-सी प्रमुख योजनाएँ लागू हुई हैं? A) जनमन, आदि कर्मयोगी अभियान, राष्ट्रीय सिकलसेल उन्मूलन मिशन, DEJGUYA B) केवल प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना C) केवल डिजिटल इंडिया योजना D) केवल स्मार्ट सिटी मिशन Answer: A) जनमन, आदि कर्मयोगी अभियान, राष्ट्रीय सिकलसेल उन्मूलन मिशन, DEJGUYA Explanation: इन योजनाओं के माध्यम से जनजातीय समुदायों को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार से जोड़ा गया है। यह अभियान उनके समग्र सशक्तिकरण और आजीविका सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।