23 October 2025 Current Affairs Download [PDF] | Daily GK Questions in Hindi

दीनदयाल अंत्योदय योजना - राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM)
update on: 23 OCT 2025 10:24AM | राष्ट्रीय समाचार
भारत के विभिन्न भागों में 10.05 करोड़ परिवारों को 90.9 लाख स्वयं सहायता समूहों (SHG) में संगठित किया गया है।
उद्यमिता कार्यक्रमों के जरिये 4.62 करोड़ महिला किसानों और 3.74 लाख उद्यमों को सहायता प्रदान की गई।
डीडीयू-जीकेवाई के अंतर्गत 17.5 लाख ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षित किया गया, जिनमें से 11.48 लाख को रोजगार मिला।
47,952 बैंक सखियाँ ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय समावेशन और ऋण सुविधा को बढ़ावा दे रही हैं।
कृषि, वनोपज, पशुधन और गैर-कृषि उद्यमों के जरिये स्थायी आजीविका को प्रोत्साहन।
परिचय
दीनदयाल अंत्योदय योजना - राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा संचालित एक प्रमुख गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम है। इसका लक्ष्य ग्रामीण गरीब परिवारों को स्वयं सहायता समूहों (Self Help Groups - SHG) में संगठित कर, उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना और दीर्घकालिक आजीविका के अवसर प्रदान करना है।
प्रेरक सफलता की कहानी
मेघालय की हीनीदमांकी कनाई ने किरशानलांग स्वयं सहायता समूह से जुड़कर गुलाब, एलोवेरा और लेमनग्रास से साबुन बनाना शुरू किया। कुछ ही महीनों में उन्होंने ₹1.8 लाख का बैंक ऋण प्राप्त कर अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाया। अब वह अपने गांव की अन्य महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उद्यमिता की दिशा में सशक्त बना रही हैं।
DAY-NRLM के प्रमुख घटक
- ग्रामीण महिलाओं की स्व-प्रबंधित सामुदायिक संस्थाओं का सुदृढ़ीकरण।
- वित्तीय समावेशन और बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच।
- स्थायी आजीविका और कौशल विकास।
- सामाजिक समावेशन एवं अधिकारों तक पहुँच।
महिला सशक्तिकरण के लिए विशेष पहल
मिशन के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों को ₹11 लाख करोड़ से अधिक का कोलेटेरल-मुक्त ऋण उपलब्ध कराया गया है, जिसमें 98% पुनर्भुगतान दर दर्ज की गई है। बैंक सखियाँ और बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेंट सखियाँ ग्रामीण महिलाओं को औपचारिक बैंकिंग प्रणाली से जोड़ने में अहम भूमिका निभा रही हैं।
आजीविका और उद्यमिता विकास
- 4.62 करोड़ महिला किसान कृषि-पारिस्थितिक गतिविधियों में संलग्न।
- 3.74 लाख ग्रामीण उद्यम स्टार्ट-अप ग्राम उद्यमिता कार्यक्रम (SVEP) के तहत समर्थित।
- 6,000 कृषि क्लस्टर और 1.95 लाख उत्पादक समूह सक्रिय।
- 47,952 बैंक सखियाँ वित्तीय सेवाओं को गांवों तक पहुंचा रही हैं।
उच्च प्रदर्शन करने वाले राज्य (जून 2025 तक)
- बिहार, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश – सर्वाधिक SHG सदस्यता।
- महाराष्ट्र – महिला किसानों की संख्या में अग्रणी (12.97 लाख)।
- असम – गैर-कृषि सूक्ष्म उद्यमों के क्षेत्र में अग्रणी।
कौशल विकास और रोजगार कार्यक्रम
- दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (DDU-GKY): अब तक 17.5 लाख प्रशिक्षित और 11.48 लाख को रोजगार।
- ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (RSETI): 56.69 लाख प्रशिक्षित, 40.99 लाख स्व-रोजगार में स्थापित।
उन्नत एवं विपणन प्रशिक्षण
सरकार हर वर्ष सरस आजीविका मेला और NIRD&PR के माध्यम से विपणन प्रशिक्षण आयोजित करती है। नवीनतम मेला 5 से 22 सितंबर 2025 तक नई दिल्ली में आयोजित किया गया।
निष्कर्ष
दीनदयाल अंत्योदय योजना - राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) भारत के ग्राम्य विकास, महिला सशक्तिकरण और गरीबी उन्मूलन की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। इस मिशन ने ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता, कौशल और आत्मनिर्भरता प्रदान करके विकसित भारत के लक्ष्य को सशक्त बनाया है।
भारत फिर बना COP10 ब्यूरो का उपाध्यक्ष, अंतरराष्ट्रीय मंच पर स्वच्छ खेल की अगुवाई
update on: 23 OCT 2025 12:26PM | राष्ट्रीय समाचार
भारत को यूनेस्को के खेलों में डोपिंग के विरुद्ध अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (COP10) के एशिया-प्रशांत ब्यूरो का उपाध्यक्ष 2025-27 अवधि के लिए पुनः चुना गया।
यह सत्र 20-22 अक्टूबर 2025 तक पेरिस स्थित यूनेस्को मुख्यालय में आयोजित किया गया।
यह सम्मेलन खेलों में डोपिंग उन्मूलन और निष्पक्षता को बढ़ावा देने के लिए दुनिया का एकमात्र कानूनी रूप से बाध्यकारी अंतर्राष्ट्रीय साधन है।
भारत की सक्रिय भागीदारी
भारतीय प्रतिनिधिमंडल में खेल सचिव श्री हरि रंजन राव और राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) के महानिदेशक श्री अनंत कुमार शामिल थे। उन्होंने 190 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों, अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC), विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (WADA), और अफ्रीकी संघ सहित अनेक संगठनों के साथ विचार-विमर्श किया।
भारत ने इस सत्र में एंटी-डोपिंग कन्वेंशन की 20वीं वर्षगांठ को दर्शाने वाले इंटरैक्टिव डिस्प्ले बोर्ड की सुविधा प्रदान की, जिससे सम्मेलन के इतिहास और उपलब्धियों को प्रभावी ढंग से प्रदर्शित किया गया।
ब्यूरो के नए सदस्य
इस सत्र में अज़रबैजान को COP10 ब्यूरो का अध्यक्ष चुना गया, जबकि ब्राज़ील, ज़ाम्बिया और सऊदी अरब को अपने-अपने क्षेत्रीय समूहों के उपाध्यक्ष के रूप में नामित किया गया। भारत का पुनः चयन इसकी अंतरराष्ट्रीय विश्वसनीयता और खेल नैतिकता के प्रति सतत प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
मुख्य चर्चाएँ और निर्णय
सम्मेलन में 500 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया और खेलों में डोपिंग उन्मूलन, शासन सुधार, अनुपालन, और वित्तीय सहायता पर चर्चा की। इसमें जीन हेरफेर, पारंपरिक औषध कोड और खेलों में नैतिकता जैसे उभरते विषयों पर भी विचार हुआ।
भारत ने खेल के माध्यम से मूल्य शिक्षा (Values Education Through Sport - VETS) को शिक्षा परियोजनाओं में एकीकृत करने का प्रस्ताव रखा, ताकि युवाओं में नैतिक मूल्यों, खेल भावना और निष्पक्षता को प्रोत्साहित किया जा सके। इस प्रस्ताव को व्यापक समर्थन मिला।
भारत की नेतृत्व भूमिका
भारत ने न केवल नीति निर्माण में सहयोग दिया, बल्कि COP10 सम्मेलन की प्रक्रिया को सशक्त बनाने में सक्रिय भागीदारी निभाई। भारतीय पहलें खेलों में पारदर्शिता, नैतिकता और स्वच्छ खेल के वैश्विक एजेंडा को आगे बढ़ा रही हैं।
COP10 सम्मेलन का महत्त्व
यूनेस्को का यह सम्मेलन वैश्विक स्तर पर खेलों में ईमानदारी और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा को बनाए रखने के लिए एक केंद्रीय मंच है। यह सदस्य देशों को तकनीकी सहयोग, शिक्षा और नीतिगत समन्वय के माध्यम से एक साझा रणनीति अपनाने में मदद करता है।
भारत का पुनः उपाध्यक्ष चुना जाना यह दर्शाता है कि देश डोपिंग-रहित खेल वातावरण के निर्माण और अंतरराष्ट्रीय खेल शासन में रचनात्मक योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है।
सत्र का निष्कर्ष
COP10 का समापन सदस्य देशों द्वारा स्वच्छ, पारदर्शी और निष्पक्ष खेल संस्कृति को बढ़ावा देने की सामूहिक प्रतिबद्धता के साथ हुआ। भारत ने यह दोहराया कि वह युवा खिलाड़ियों के विकास, नैतिक खेल व्यवहार और वैश्विक सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए हर स्तर पर कार्यरत रहेगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तिरुवनंतपुरम राजभवन में पूर्व राष्ट्रपति के.आर. नारायणन की प्रतिमा का अनावरण किया
update on: 23 OCT 2025 11:12AM | राष्ट्रीय समाचार
- भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने 23 अक्टूबर 2025 को राजभवन, तिरुवनंतपुरम में आयोजित एक विशेष समारोह में पूर्व राष्ट्रपति श्री के.आर. नारायणन की आवक्ष प्रतिमा का अनावरण किया। यह कार्यक्रम देश के लोकतांत्रिक मूल्यों और शिक्षा की शक्ति को समर्पित रहा।
- इस ऐतिहासिक अवसर पर पूर्व राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद, केरल के राज्यपाल श्री राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, बिहार के राज्यपाल श्री आरिफ मोहम्मद खान सहित कई विशिष्ट अतिथि और वरिष्ठ गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। सभी ने श्री नारायणन के योगदान को नमन किया और उन्हें आधुनिक भारत के प्रेरक व्यक्तित्व के रूप में याद किया।
श्री के.आर. नारायणन का जीवन – साहस, दृढ़ता और आत्मविश्वास की प्रेरणा
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा कि श्री के.आर. नारायणन का जीवन साहस, दृढ़ता और आत्मविश्वास की मिसाल है। उन्होंने शिक्षा और समर्पण के बल पर समाज के हर वर्ग के लिए प्रेरणादायक मार्ग प्रशस्त किया।
- राष्ट्रपति ने कहा कि श्री नारायणन की शैक्षणिक उत्कृष्टता और कर्तव्यनिष्ठा ने यह सिद्ध किया कि दृढ़ संकल्प, अवसर और उद्देश्यपूर्ण मार्गदर्शन के माध्यम से व्यक्ति क्या कुछ हासिल कर सकता है।
राजनयिक और संवैधानिक जीवन में उत्कृष्ट योगदान
- राजनीति में प्रवेश से पहले भारतीय विदेश सेवा में उनके शानदार करियर का उल्लेख करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि श्री नारायणन ने सदैव भारत के शांति, न्याय और सहयोग के मूल्यों को बनाए रखा।
- उन्होंने बताया कि सार्वजनिक जीवन में रहते हुए भी श्री नारायणन निष्पक्षता, समानता और समावेशिता के सिद्धांतों के प्रति समर्पित रहे।
केरल से गहरा जुड़ाव और शिक्षा पर विशेष बल
- राष्ट्रपति ने कहा कि श्री नारायणन अपने गृह राज्य केरल से गहराई से जुड़े हुए थे। केरल की सामाजिक प्रगति, शिक्षा और समावेशिता की भावना से वे सदैव प्रेरित रहे।
- उन्होंने आगे कहा कि श्री नारायणन ने जीवन भर शिक्षा को मानव और राष्ट्रीय विकास का आधार माना। उनके लिए शिक्षा केवल कुछ लोगों का विशेषाधिकार नहीं, बल्कि सभी नागरिकों का अधिकार थी।
- राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि श्री नारायणन का विश्वास था कि मानवीय मूल्य किसी भी सभ्यता की प्रगति के मूल स्तंभ हैं।
नैतिकता, सत्यनिष्ठा और करुणा की विरासत
- अपने संबोधन के अंत में राष्ट्रपति ने कहा कि श्री के.आर. नारायणन ने नैतिकता, सत्यनिष्ठा, करुणा और लोकतांत्रिक भावना की ऐसी समृद्ध विरासत छोड़ी है जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।
- उन्होंने आह्वान किया कि हम सभी को उनके आदर्शों से प्रेरणा लेकर एक न्यायपूर्ण, समावेशी और करुणामय भारत के निर्माण में योगदान देना चाहिए।
TNPSC Group 4 परीक्षा 2025 का परिणाम जारी, कटऑफ और विश्लेषण
तमिलनाडु लोक सेवा आयोग (TNPSC) ने ग्रुप 4 भर्ती परीक्षा 2025 के परिणाम आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दिए हैं। यह परीक्षा राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में बहु-कार्यस्थल पदों के लिए आयोजित की गई थी। उम्मीदवार अब आधिकारिक वेबसाइट पर लॉगिन करके अपना परिणाम देख सकते हैं।
परीक्षा का संक्षिप्त विश्लेषण-
- परीक्षा तिथि: जुलाई 2025
- प्रश्नपत्र का स्वरूप: वस्तुनिष्ठ प्रकार, कुल 200 अंक
- परीक्षा की कठिनाई: सामान्य रूप से मध्यम स्तर की थी, हालांकि समय प्रबंधन चुनौतीपूर्ण रहा
- प्रमुख विषय: सामान्य अध्ययन, तमिल भाषा, भारतीय इतिहास, गणित और रीजनिंग
- उम्मीदवारों की संख्या: लगभग 10 लाख से अधिक
कटऑफ मार्क्स और सफलता के रुझान-
2025 के TNPSC Group 4 परीक्षा के लिए कटऑफ सामान्यतः पिछले वर्षों के मुकाबले लगभग समान बनी रही। सामान्य श्रेणी के लिए कटऑफ अंक 130 के आसपास अनुमानित हैं, जबकि आरक्षित वर्गों के लिए यह थोड़ी कम हो सकती है। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे अपना मार्क्स शीट ध्यानपूर्वक जांचें और अगले चरण के लिए तैयार रहें।
अगले कदम-
- जो उम्मीदवार इस परीक्षा में सफल हुए हैं, उन्हें दस्तावेज सत्यापन और मेडिकल परीक्षण के लिए बुलाया जाएगा। आयोग ने भविष्य के नोटिफिकेशन में इस प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी देने का आश्वासन दिया है।
- TNPSC Group 4 परीक्षा का यह परिणाम लाखों उम्मीदवारों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा, जो तमिलनाडु सरकार की सेवा में योगदान देना चाहते हैं।
Important Topics
23 October 2025 से बनने वाले Current Affirs Questions
1. दीनदयाल अंत्योदय योजना - राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) का मुख्य उद्देश्य क्या है? A) ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल बनाना B) ग्रामीण गरीब परिवारों को स्वयं सहायता समूहों में संगठित कर आर्थिक सशक्तिकरण करना C) केवल शहरी बेरोजगारी कम करना D) ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क निर्माण करना Answer: B) ग्रामीण गरीब परिवारों को स्वयं सहायता समूहों में संगठित कर आर्थिक सशक्तिकरण करना Explanation: DAY-NRLM का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण गरीब परिवारों को SHG में संगठित कर आत्मनिर्भर बनाना है। 2. दिनांक 23 अक्टूबर 2025 तक भारत में कुल कितने परिवारों को DAY-NRLM के तहत स्वयं सहायता समूहों में संगठित किया गया है? A) 5 करोड़ B) 10.05 करोड़ C) 15 करोड़ D) 8.5 करोड़ Answer: B) 10.05 करोड़ Explanation: देशभर में 10.05 करोड़ परिवारों को 90.9 लाख SHGs में जोड़ा गया है। 3. DAY-NRLM के तहत महिला किसानों को कितने उद्यमिता कार्यक्रमों के माध्यम से सहायता प्रदान की गई है? A) 2.5 करोड़ B) 3.5 करोड़ C) 4.62 करोड़ D) 5.5 करोड़ Answer: C) 4.62 करोड़ Explanation: 4.62 करोड़ महिला किसान कृषि एवं उद्यमिता कार्यक्रमों से जुड़े हुए हैं। 4. DDU-GKY (दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना) के अंतर्गत अब तक कितने ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है? A) 10 लाख B) 15 लाख C) 17.5 लाख D) 20 लाख Answer: C) 17.5 लाख Explanation: DDU-GKY के तहत 17.5 लाख ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है। 5. निम्नलिखित में से कौन सा राज्य 2025 तक महिला किसानों की संख्या में अग्रणी रहा है? A) बिहार B) महाराष्ट्र C) असम D) उत्तर प्रदेश Answer: B) महाराष्ट्र Explanation: महाराष्ट्र में 12.97 लाख महिला किसान DAY-NRLM से जुड़े हुए हैं, जो सबसे अधिक हैं। 6. DAY-NRLM के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों को कितना कोलेटेरल-मुक्त ऋण उपलब्ध कराया गया है? A) ₹5 लाख करोड़ B) ₹8 लाख करोड़ C) ₹11 लाख करोड़ D) ₹15 लाख करोड़ Answer: C) ₹11 लाख करोड़ Explanation: महिला SHGs को ₹11 लाख करोड़ से अधिक का कोलेटेरल-मुक्त ऋण दिया गया है। 7. DAY-NRLM में ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय समावेशन के लिए किनकी भूमिका अहम है? A) बैंक अधिकारी B) बैंक सखियाँ और बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेंट सखियाँ C) सरकारी कर्मचारी D) NGO प्रतिनिधि Answer: B) बैंक सखियाँ और बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेंट सखियाँ Explanation: बैंक सखियाँ ग्रामीण महिलाओं को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। 8. DDU-GKY के अंतर्गत प्रशिक्षित युवाओं में से कितने को रोजगार मिला है? A) 9 लाख B) 11.48 लाख C) 13 लाख D) 15 लाख Answer: B) 11.48 लाख Explanation: DDU-GKY के तहत प्रशिक्षित 17.5 लाख युवाओं में से 11.48 लाख को रोजगार मिला है। 9. निम्नलिखित में से कौन सा घटक DAY-NRLM का हिस्सा नहीं है? A) महिला सशक्तिकरण B) वित्तीय समावेशन C) शहरी विकास D) स्थायी आजीविका और कौशल विकास Answer: C) शहरी विकास Explanation: DAY-NRLM का मुख्य फोकस ग्रामीण क्षेत्रों पर है, शहरी विकास इसका हिस्सा नहीं है। 10. भारत को COP10 ब्यूरो का उपाध्यक्ष कब और किस अवधि के लिए पुनः चुना गया है? A) 2024-26 B) 2025-27 C) 2023-25 D) 2026-28 Answer: B) 2025-27 Explanation: भारत को यूनेस्को के COP10 ब्यूरो का उपाध्यक्ष 2025 से 2027 तक की अवधि के लिए पुनः चुना गया। 11. COP10 सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य क्या है? A) खेलों में तकनीकी सुधार B) खेलों में डोपिंग उन्मूलन और निष्पक्षता को बढ़ावा देना C) खेल आयोजन की तैयारी D) खिलाड़ियों को वित्तीय सहायता देना Answer: B) खेलों में डोपिंग उन्मूलन और निष्पक्षता को बढ़ावा देना Explanation: COP10 विश्व का एकमात्र कानूनी बाध्यकारी मंच है जो खेलों में डोपिंग को खत्म करने पर केंद्रित है। 12. भारत ने COP10 सम्मेलन में कौन सी शिक्षा परियोजना को खेल के माध्यम से एकीकृत करने का प्रस्ताव रखा? A) शिक्षा का डिजिटलीकरण B) Values Education Through Sport (VETS) C) खेल में तकनीकी प्रशिक्षण D) महिला सशक्तिकरण Answer: B) Values Education Through Sport (VETS) Explanation: भारत ने युवाओं में नैतिक मूल्य और निष्पक्ष खेल भावना बढ़ाने के लिए VETS को शिक्षा में शामिल करने का प्रस्ताव रखा। 13. भारत के प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन शामिल थे? A) खेल सचिव हरि रंजन राव और NADA के महानिदेशक अनंत कुमार B) खेल मंत्री और खेल सचिव C) प्रधानमंत्री और खेल मंत्री D) NADA के प्रमुख और खेल मंत्री Answer: A) खेल सचिव हरि रंजन राव और NADA के महानिदेशक अनंत कुमार Explanation: भारतीय टीम में खेल सचिव और NADA के महानिदेशक प्रमुख प्रतिनिधि थे। 14. COP10 सम्मेलन कहाँ और कब आयोजित किया गया था? A) न्यूयॉर्क, नवंबर 2025 B) पेरिस, अक्टूबर 2025 C) जिनेवा, सितंबर 2025 D) लॉस एंजेलिस, अगस्त 2025 Answer: B) पेरिस, अक्टूबर 2025 Explanation: COP10 सम्मेलन 20-22 अक्टूबर 2025 को पेरिस स्थित यूनेस्को मुख्यालय में आयोजित हुआ।