29 october 2025 Current Affairs PDF Download | Daily GK Top Questions in Hindi

ANRF, ICMR और गेट्स फाउंडेशन ने शुरू किया ‘MAHA MedTech Mission’ – भारत में मेडिकल टेक्नोलॉजी नवाचार की नई दिशा
Update on : 28 अक्टूबर 2025, शाम 6:12 बजे |
भारत में मेडिकल टेक्नोलॉजी क्षेत्र को गति देने के लिए अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन (ANRF) ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) और गेट्स फाउंडेशन के सहयोग से ‘Mission for Advancement in High-Impact Areas (MAHA)-MedTech Mission’ की शुरुआत की है। यह पहल भारत को आत्मनिर्भर, नवोन्मेषी और वैश्विक प्रतिस्पर्धी मेडिकल टेक्नोलॉजी हब बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
MAHA MedTech Mission का उद्देश्य
इस मिशन का लक्ष्य भारत में मेडिकल टेक्नोलॉजी नवाचार को तेज़ी से आगे बढ़ाना, महंगे आयात पर निर्भरता घटाना और सस्ती व उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा तकनीकों तक समान पहुंच सुनिश्चित करना है।
इस मिशन के अंतर्गत अनुसंधान, विकास और व्यावसायीकरण को बढ़ावा देकर भारत में Affordable, Accessible और Advanced MedTech Solutions तैयार किए जाएंगे।
मुख्य उद्देश्य
- सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रभाव: ऐसी तकनीकों को प्रोत्साहित करना जो प्राथमिक रोग क्षेत्रों में प्रभाव डालें और सुरक्षित, गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाओं की पहुंच बढ़ाएं।
- किफ़ायती समाधान: ऐसे नवाचारों को बढ़ावा देना जो चिकित्सा लागत को कम करें और सभी के लिए सुलभ हों।
- आत्मनिर्भरता व प्रतिस्पर्धा: स्वदेशी MedTech विकास, निर्माण और उद्योग–शैक्षणिक सहयोग को सशक्त बनाना।
MAHA MedTech Mission की प्रमुख विशेषताएँ
मिशन के अंतर्गत शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थान, अस्पताल, स्टार्टअप्स, MSMEs, और MedTech उद्योग को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी ताकि वे प्रभावशाली चिकित्सा तकनीकें बाजार तक पहुंचा सकें।
फंडिंग विवरण
प्रत्येक प्रोजेक्ट को ₹5 से ₹25 करोड़ तक की Milestone-linked फंडिंग दी जाएगी (विशेष मामलों में ₹50 करोड़ तक)। इससे HealthTech और MedTech क्षेत्र में रोजगार, निवेश और नवाचार को प्रोत्साहन मिलेगा।
सहायक राष्ट्रीय पहलें
- Patent Mitra: IP संरक्षण और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के लिए सहायता।
- MedTech Mitra: नियामक मार्गदर्शन और अनुमोदन प्रक्रियाओं में सहयोग।
- Clinical Trial Network: क्लिनिकल वैलिडेशन और एविडेंस जनरेशन के लिए एकीकृत नेटवर्क।
- Industry Mentorship: अनुभवी विशेषज्ञों द्वारा परामर्श और दिशा-निर्देशन।
भारत में HealthTech नवाचार का नया युग
MAHA MedTech Mission से भारत का लक्ष्य 2047 तक चिकित्सा प्रौद्योगिकी में वैश्विक नेतृत्व प्राप्त करना है। यह पहल Make in India, Digital Health Mission, और आत्मनिर्भर भारत के उद्देश्यों को सशक्त बनाएगी।
न्यूज़ीलैंड के तट पर फंसे 25 से अधिक पायलट व्हेल की मौत – समुद्री पारिस्थितिकी के लिए चेतावनी
Update on : 28 अक्टूबर 2025, शाम 6:45 बजे |
हाल ही में न्यूज़ीलैंड के एक दूरस्थ समुद्र तट पर 25 से अधिक पायलट व्हेल (Pilot Whales) के फंसने से उनकी मौत हो गई है। स्थानीय अधिकारियों और स्वयंसेवकों ने बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन कई व्हेल को बचाया नहीं जा सका। यह घटना समुद्री जीवन संरक्षण और समुद्री जलवायु परिवर्तन के प्रति एक गंभीर चेतावनी मानी जा रही है।
पायलट व्हेल के बारे में
पायलट व्हेल डॉल्फिन परिवार (Delphinidae) की सबसे बड़ी प्रजातियों में से एक हैं। इनकी दो मुख्य प्रजातियाँ हैं — शॉर्ट-फिन्ड पायलट व्हेल (Globicephala macrorhynchus) और लॉन्ग-फिन्ड पायलट व्हेल (G. melas)।
वासस्थान और वितरण
- शॉर्ट-फिन्ड प्रजातियाँ गर्म और उप-उष्णकटिबंधीय जल में पाई जाती हैं।
- लॉन्ग-फिन्ड प्रजातियाँ ठंडे समशीतोष्ण और उप-ध्रुवीय महासागरों में रहती हैं।
- इनका वितरण प्रशांत, अटलांटिक महासागर और ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, जापान और भारत के समुद्री क्षेत्रों में है।
प्रमुख विशेषताएँ
- इनका सिर गोल और उभरा हुआ होता है, छोटी चोंच जैसी थूथन और पतले पंख होते हैं।
- इनकी लंबाई 4–6 मीटर (13–20 फीट) तक होती है।
- नर मादाओं से बड़े होते हैं और ये झुंड में रहते हैं — जिनकी संख्या सैकड़ों या हज़ारों तक हो सकती है।
- मुख्य आहार: स्क्विड और अन्य गहरे समुद्री जीव।
- इनका समाज मातृसत्तात्मक (Matrilineal) होता है — बच्चे वयस्कता तक अपनी माताओं के साथ रहते हैं।
पर्यावरणीय महत्व
पायलट व्हेल समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इनकी मौतें जलवायु परिवर्तन, समुद्री प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण के बढ़ते प्रभावों की ओर इशारा करती हैं।
भारतीय तटरक्षक बल ने लॉन्च किए दो नए फास्ट पेट्रोल वेसल – ICGS अजित और ICGS अपराजित
Update on : 28 अक्टूबर 2025, शाम 6:50 बजे |
भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard – ICG) ने गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL) में निर्मित दो अत्याधुनिक फास्ट पेट्रोल वेसल (FPVs) – ICGS अजित और ICGS अपराजित – को लॉन्च किया है। ये आठ स्वदेशी FPV श्रृंखला की सातवीं और आठवीं पोत हैं।
ICGS अजित और अपराजित की प्रमुख विशेषताएँ
- डिज़ाइन: 52 मीटर लंबाई और 320 टन वज़न की क्षमता।
- प्रणोदन प्रणाली: कंट्रोल करने योग्य पिच प्रोपेलर (CPP) तकनीक से लैस – जिससे उच्च दक्षता और गतिशीलता मिलती है।
- भूमिकाएँ: ये जहाज मत्स्य संरक्षण, तटीय निगरानी, तस्करी-रोधी, समुद्री डकैती रोधी और खोज व बचाव कार्यों में सक्षम हैं।
- विशेष रूप से भारत के द्वीपीय क्षेत्रों और विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) की सुरक्षा के लिए इनका उपयोग किया जाएगा।
भारतीय तटरक्षक बल के बारे में
तटरक्षक बल की स्थापना वर्ष 1978 में Coast Guard Act, 1978 के तहत एक स्वतंत्र सशस्त्र बल के रूप में की गई थी। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है और इसका संचालन रक्षा मंत्रालय के अधीन होता है। संगठन का नेतृत्व Director General Indian Coast Guard (DGICG) करते हैं।
मुख्य कार्य
- समुद्री क्षेत्रों में कृत्रिम द्वीपों, अपतटीय संरचनाओं और समुद्री परिसंपत्तियों की सुरक्षा।
- समुद्र में संकटग्रस्त मछुआरों की सहायता और बचाव।
- समुद्री पर्यावरण का संरक्षण और प्रदूषण की रोकथाम।
‘मेक इन इंडिया’ के तहत स्वदेशी रक्षा उत्पादन को बढ़ावा
ICGS अजित और अपराजित का निर्माण भारत की आत्मनिर्भर रक्षा उत्पादन नीति को मज़बूती देता है। इससे देश की समुद्री सुरक्षा और तटीय निगरानी क्षमता में महत्वपूर्ण बढ़ोतरी होगी।
टिमोर-लेस्ते को ASEAN की सदस्यता मिली – 1990 के दशक के बाद दक्षिण-पूर्व एशिया में पहला विस्तार
Update on : 28 अक्टूबर 2025, रात 7:10 बजे |
टिमोर-लेस्ते (East Timor) को औपचारिक रूप से दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (ASEAN) का सदस्य बना लिया गया है। यह संगठन का 1990 के दशक के बाद पहला विस्तार है। इस ऐतिहासिक निर्णय से दक्षिण-पूर्व एशिया में क्षेत्रीय एकता और आर्थिक सहयोग को नई गति मिलने की उम्मीद है।
ASEAN में टिमोर-लेस्ते की सदस्यता का महत्व
टिमोर-लेस्ते की सदस्यता से संगठन को प्रशांत क्षेत्र में नई सामरिक गहराई मिलेगी और देश को आर्थिक एकीकरण, व्यापार, निवेश और क्षेत्रीय सुरक्षा ढाँचे का लाभ प्राप्त होगा। यह कदम ASEAN की “One Vision, One Identity, One Community” नीति को सशक्त करेगा।
टिमोर-लेस्ते के बारे में
टिमोर-लेस्ते या ईस्ट टिमोर दक्षिण-पूर्व एशिया में स्थित एक द्वीपीय देश है जो Eastern Lesser Sunda Islands में स्थित है। यह Malay Archipelago के दक्षिणी सिरे पर स्थित है।
भौगोलिक स्थिति
- देश का एक एक्सक्लेव हिस्सा इस द्वीप के उत्तर-पश्चिम भाग में स्थित है, जो इंडोनेशिया के वेस्ट टिमोर से घिरा हुआ है।
- उत्तर में Wetar Strait, उत्तर-पश्चिम में Ombai Strait, दक्षिण-पूर्व में Timor Sea और दक्षिण-पश्चिम में Western Timor है।
जलवायु और जैव विविधता
- यह क्षेत्र उष्णकटिबंधीय शुष्क जलवायु वाला है जिसमें मध्यम वर्षा होती है।
- पहाड़ी क्षेत्रों में चंदन के पेड़ (Sandalwood) पाए जाते हैं।
- मैदानी इलाकों में झाड़ियाँ, घास, नारियल और यूकेलिप्टस के पेड़ उगते हैं।
प्रमुख भौगोलिक तत्व
- सर्वोच्च बिंदु: माउंट टाटामाइलाउ (Mount Tatamailau)
- मुख्य नदियाँ: लाक्ला, लीज़ और साइकाल नदी
प्राकृतिक संसाधन
- सोना, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, मैंगनीज़ और संगमरमर
जनसंख्या और जातीय संरचना
टिमोर-लेस्ते की अधिकांश जनसंख्या पापुआन, मलय और पोलिनेशियन मूल की है। देश की संस्कृति में इंडोनेशियाई और पुर्तगाली प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।
ASEAN में टिमोर-लेस्ते की भूमिका
टिमोर-लेस्ते की सदस्यता से संगठन को न केवल भौगोलिक रूप से विस्तार मिला है, बल्कि यह साझा विकास, शांति और क्षेत्रीय स्थिरता के ASEAN विज़न को भी मजबूत करती है। यह निर्णय ASEAN 2025 के लक्ष्यों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
RBI ने SWAMIH फंड को दी राहत – सख्त AIF नियमों से मिलेगी छूट
Update on : 28 अक्टूबर 2025, रात 7:35 बजे |
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने सरकार समर्थित SWAMIH फंड को अपने हालिया Alternate Investment Fund (AIF) नियमों से छूट देने का निर्णय लिया है। यह कदम आवास क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहित करेगा और फंसे हुए रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स को पुनर्जीवित करने में मदद करेगा।
SWAMIH Fund के बारे में
Special Window for Affordable and Mid-Income Housing (SWAMIH) Investment Fund I की स्थापना वर्ष 2019 में की गई थी। इसका उद्देश्य फंसे हुए और संकटग्रस्त हाउसिंग प्रोजेक्ट्स को कर्ज़ सहायता देकर पूरा कराना है ताकि घर खरीदारों को समय पर घर मिल सके।
- प्रायोजक मंत्रालय: भारत सरकार का वित्त मंत्रालय
- फंड प्रबंधन: SBICAP Ventures Ltd द्वारा प्रबंधित
- श्रेणी: Category-II AIF (Debt Fund) – SEBI में पंजीकृत
- स्थापना वर्ष: 2019
यह फंड उन परियोजनाओं के लिए “Lender of Last Resort” के रूप में काम करता है जो विश्वसनीय डेवलपर्स द्वारा संचालित हैं लेकिन वित्तीय कठिनाइयों के कारण रुकी हुई हैं।
RBI की छूट का महत्व
RBI द्वारा दी गई छूट से SWAMIH Fund अब कड़े AIF निवेश प्रतिबंधों से बाहर रहेगा। इससे फंड को अधिक लचीलापन मिलेगा और वह अधिक संख्या में रुके हुए हाउसिंग प्रोजेक्ट्स को वित्तीय सहायता दे सकेगा। यह निर्णय रियल एस्टेट सेक्टर में तरलता (liquidity) बढ़ाने और निवेश प्रवाह में तेजी लाने की दिशा में अहम कदम है।
SWAMIH Fund की पात्रता शर्तें
- परियोजना का पंजीकरण Real Estate (Regulation and Development) Act (RERA) 2016 के तहत होना आवश्यक है।
- परियोजना को Non-Performing Asset (NPA) घोषित किया गया हो या वह Insolvency Proceedings में हो।
- परियोजना को सक्षम प्राधिकरण द्वारा “Stalled” या “Delayed” घोषित किया गया हो।
रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए राहत
इस निर्णय से देशभर के सैकड़ों रुके हुए हाउसिंग प्रोजेक्ट्स को राहत मिलेगी। SWAMIH Fund पहले ही 300 से अधिक परियोजनाओं में निवेश कर चुका है, जिससे लाखों घर खरीदारों को लाभ हुआ है।
Important Topics
29 October 2025 से बनने वाले Latest Current Affairs Questions
Q1. MAHA MedTech Mission भारत में किस उद्देश्य से शुरू किया गया है? A) केवल आयातित मेडिकल उपकरणों की बिक्री बढ़ाने के लिए B) भारत में मेडिकल टेक्नोलॉजी नवाचार को बढ़ावा देने, आत्मनिर्भरता और किफ़ायती स्वास्थ्य समाधान सुनिश्चित करने के लिए C) विदेशी स्टार्टअप्स को भारत में निवेश के लिए प्रोत्साहित करने के लिए D) केवल अनुसंधान संस्थानों को वित्तीय सहायता देने के लिए Answer: B Explanation: MAHA MedTech Mission का मुख्य उद्देश्य भारत में मेडिकल टेक्नोलॉजी नवाचार को तेज़ करना, महंगे आयात पर निर्भरता घटाना और सस्ती व उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाओं तक समान पहुँच सुनिश्चित करना है। Q2. MAHA MedTech Mission में प्रत्येक प्रोजेक्ट को कितनी फंडिंग दी जा सकती है? A) ₹1 से ₹10 करोड़ B) ₹5 से ₹25 करोड़, विशेष मामलों में ₹50 करोड़ तक C) ₹50 से ₹100 करोड़ D) ₹10 से ₹50 लाख Answer: B Explanation: मिशन के तहत प्रोजेक्ट्स को Milestone-linked ₹5–₹25 करोड़ तक की फंडिंग दी जाएगी, और विशेष मामलों में ₹50 करोड़ तक। Q3. MAHA MedTech Mission के अंतर्गत कौन-सी सहायक राष्ट्रीय पहलें हैं? A) Patent Mitra, MedTech Mitra, Clinical Trial Network, Industry Mentorship B) Startup India, Digital India, Skill India C) Make in India, Swachh Bharat, Ayushman Bharat D) Atmanirbhar Bharat, Smart Cities, National Health Mission Answer: A Explanation: मिशन के अंतर्गत Patent Mitra (IP संरक्षण), MedTech Mitra (नियामक मार्गदर्शन), Clinical Trial Network (क्लिनिकल वैलिडेशन), और Industry Mentorship (अनुभवी विशेषज्ञों से सलाह) जैसी सहायक पहलें शामिल हैं। Q4. MAHA MedTech Mission के अंतर्गत भारत 2047 तक क्या हासिल करना चाहता है? A) वैश्विक वित्तीय नेतृत्व B) चिकित्सा प्रौद्योगिकी में वैश्विक नेतृत्व C) केवल घरेलू बाजार पर निर्भरता D) विदेशी टेक्नोलॉजी पर पूर्ण निर्भरता Answer: B Explanation: मिशन का लक्ष्य 2047 तक भारत को मेडिकल टेक्नोलॉजी में वैश्विक नेतृत्व हासिल कराना है। Q5. MAHA MedTech Mission भारत की किस राष्ट्रीय पहल के साथ जुड़ा हुआ है? A) Make in India, Digital Health Mission, Atmanirbhar Bharat B) Swachh Bharat, Digital India, Skill India C) Startup India, Smart Cities Mission, Ujjwala Yojana D) Ayushman Bharat, BharatNet, Jal Jeevan Mission Answer: A Explanation: MAHA MedTech Mission Make in India, Digital Health Mission और Atmanirbhar Bharat जैसे उद्देश्यों को सशक्त करता है। Q6. भारतीय तटरक्षक बल (ICG) में ICGS अजित और अपराजित किस श्रेणी के पोत हैं? A) रॉकेट-प्रणोदित रक्षात्मक पोत B) फास्ट पेट्रोल वेसल (FPV) C) एयरक्राफ्ट कैरियर D) पनडुब्बी Answer: B Explanation: ICGS अजित और अपराजित दो फास्ट पेट्रोल वेसल (FPVs) हैं, जो तटीय सुरक्षा, खोज और बचाव, और समुद्री निगरानी में उपयोग किए जाते हैं। Q7. ICGS अजित और अपराजित की लंबाई और वज़न क्षमता क्या है? A) 45 मीटर लंबाई और 250 टन वज़न B) 52 मीटर लंबाई और 320 टन वज़न C) 60 मीटर लंबाई और 400 टन वज़न D) 35 मीटर लंबाई और 150 टन वज़न Answer: B Explanation: ये पोत 52 मीटर लंबाई और 320 टन वज़न क्षमता के हैं, जो FPV की उच्च गतिशीलता और कार्यकुशलता के लिए उपयुक्त है। Q8. भारतीय तटरक्षक बल की स्थापना किस वर्ष और किस अधिनियम के तहत हुई थी? A) 1975, Defence Services Act B) 1978, Coast Guard Act C) 1980, Maritime Security Act D) 1990, Coastal Defence Act Answer: B Explanation: भारतीय तटरक्षक बल की स्थापना 1978 में Coast Guard Act, 1978 के तहत हुई और यह रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। Q9. ICGS अजित और अपराजित के निर्माण का मुख्य उद्देश्य क्या है? A) विदेशी जहाजों पर निर्भरता बढ़ाना B) भारत की आत्मनिर्भर रक्षा उत्पादन नीति और समुद्री सुरक्षा को मज़बूत करना C) केवल मछुआरों के लिए नौकायन सुविधाएँ बढ़ाना D) अंतर्राष्ट्रीय जल सीमाओं पर कब्ज़ा करना Answer: B Explanation: इन FPVs का निर्माण ‘मेक इन इंडिया’ और Atmanirbhar Bharat पहल के तहत किया गया ताकि भारत की समुद्री सुरक्षा और तटीय निगरानी क्षमता मजबूत हो। Q10. ICGS अजित और अपराजित किन भूमिकाओं में इस्तेमाल किए जा सकते हैं? A) मत्स्य संरक्षण, तटीय निगरानी, तस्करी-रोधी, समुद्री डकैती रोधी और खोज व बचाव कार्य B) केवल समुद्री प्रदूषण निगरानी C) एयरक्राफ्ट संचालन और विमानवाहक नौका संचालन D) केवल युद्धाभ्यास और हमले के लिए Answer: A Explanation: ये पोत मत्स्य संरक्षण, तटीय निगरानी, तस्करी-रोधी, समुद्री डकैती रोधी, और खोज व बचाव जैसे बहुआयामी कार्यों में सक्षम हैं। Q11. टिमोर-लेस्ते (East Timor) किस वर्ष ASEAN का सदस्य बना? A) 1999 B) 2025 C) 2015 D) 2005 Answer: B Explanation: टिमोर-लेस्ते को 2025 में औपचारिक रूप से ASEAN सदस्य बनाया गया है। यह 1990 के दशक के बाद संगठन का पहला विस्तार है। Q12. ASEAN में टिमोर-लेस्ते की सदस्यता से किस क्षेत्र में संगठन को सामरिक लाभ मिलेगा? A) अटलांटिक महासागर B) प्रशांत क्षेत्र C) यूरोपीय क्षेत्र D) अरब सागर Answer: B Explanation: टिमोर-लेस्ते की सदस्यता से ASEAN को प्रशांत क्षेत्र में नई सामरिक गहराई मिलती है, साथ ही आर्थिक और सुरक्षा सहयोग भी बढ़ता है। Q13. टिमोर-लेस्ते किस द्वीप समूह में स्थित है? A) Nicobar Islands B) Andaman Islands C) Eastern Lesser Sunda Islands D) Maluku Islands Answer: C Explanation: टिमोर-लेस्ते Eastern Lesser Sunda Islands में स्थित है और Malay Archipelago के दक्षिणी सिरे पर है। Q14. टिमोर-लेस्ते के सर्वोच्च बिंदु का नाम क्या है? A) Mount Kinabalu B) Mount Tatamailau C) Mount Agung D) Mount Rinjani Answer: B Explanation: टिमोर-लेस्ते का सबसे ऊँचा बिंदु Mount Tatamailau है। Q15. ASEAN की “One Vision, One Identity, One Community” नीति में टिमोर-लेस्ते की भूमिका क्या है? A) संगठन के भीतर शांति, साझा विकास और क्षेत्रीय स्थिरता को मजबूत करना B) केवल व्यापारिक लाभ प्राप्त करना C) केवल पर्यावरण संरक्षण करना D) केवल विदेशी निवेश को आकर्षित करना Answer: A Explanation: टिमोर-लेस्ते की सदस्यता ASEAN के साझा विकास, शांति और क्षेत्रीय स्थिरता की दिशा को मजबूत करती है और संगठन के विज़न को सशक्त बनाती है। Q16. SWAMIH फंड की स्थापना किस वर्ष हुई थी? A) 2015 B) 2019 C) 2020 D) 2022 Answer: B Explanation: SWAMIH (Special Window for Affordable and Mid-Income Housing) Investment Fund I की स्थापना 2019 में की गई थी, ताकि फंसे हुए और संकटग्रस्त हाउसिंग प्रोजेक्ट्स को पूरा किया जा सके। Q17. SWAMIH Fund किस श्रेणी के AIF (Alternate Investment Fund) में आता है? A) Category-I Equity Fund B) Category-II Debt Fund C) Category-III Hedge Fund D) Category-IV Venture Fund Answer: B Explanation: SWAMIH Fund Category-II AIF (Debt Fund) के अंतर्गत आता है और SEBI में पंजीकृत है। Q18. RBI द्वारा SWAMIH Fund को दी गई छूट का मुख्य उद्देश्य क्या है? A) फंड के विदेशी निवेश को प्रतिबंधित करना B) AIF के सख्त निवेश नियमों से छूट देकर अधिक लचीलापन देना और रुके हुए हाउसिंग प्रोजेक्ट्स में निवेश बढ़ाना C) फंड को केवल सरकारी परियोजनाओं में निवेश करने के लिए मजबूर करना D) फंड को शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करना Answer: B Explanation: RBI की छूट से SWAMIH Fund अब कड़े AIF नियमों से मुक्त रहेगा, जिससे वह अधिक लचीलापन के साथ रुके हुए हाउसिंग प्रोजेक्ट्स में निवेश कर सकेगा। Q19. SWAMIH Fund के तहत किन परियोजनाओं को निवेश के लिए पात्र माना जाता है? A) सभी नई रियल एस्टेट परियोजनाएँ B) केवल RERA 2016 के तहत पंजीकृत और NPA या Insolvency Proceedings में फंसी परियोजनाएँ C) केवल विदेश में स्थित रियल एस्टेट परियोजनाएँ D) केवल सरकारी आवास परियोजनाएँ Answer: B Explanation: पात्र परियोजनाएँ RERA 2016 के तहत पंजीकृत, NPA घोषित या Insolvency Proceedings में फंसी हुई, और सक्षम प्राधिकरण द्वारा “Stalled” या “Delayed” घोषित परियोजनाएँ होती हैं। Q20. SWAMIH Fund का प्रबंधन कौन करता है? A) LIC Housing Finance B) HDFC Ltd C) SBICAP Ventures Ltd D) Axis Bank Answer: C Explanation: SWAMIH Fund का प्रबंधन SBICAP Ventures Ltd द्वारा किया जाता है और यह सरकार समर्थित पहल है।