27 October 2025 Current Affairs PDF Download | Daily GK Top Questions in Hindi

6G के साथ विकसित भारत का निर्माण – 4G आत्मनिर्भरता से 6G वैश्विक नेतृत्व तक
Update on : 26 अक्टूबर 2025, दोपहर 2:07 बजे
भारत सरकार 6G तकनीकों को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से कई रणनीतिक पहलों के माध्यम से देश को अगली पीढ़ी की कनेक्टिविटी की ओर अग्रसर कर रही है। सामर्थ्य, स्थिरता और सर्वव्यापकता के सिद्धांतों पर आधारित, भारत का 6G विज़न स्वदेशी नवाचार, अनुसंधान एवं विकास और वैश्विक सहयोग के माध्यम से समाज को सशक्त बनाने पर केंद्रित है।
6G क्या है?
6G, या छठी पीढ़ी की वायरलेस तकनीक, 5G के बाद की तकनीक है जो इंटरनेट कनेक्शन को कई गुना तेज़ और कुशल बनाएगी। यह माइक्रोसेकंड के भीतर डेटा संचारित करने में सक्षम होगी — 5G की तुलना में 1,000 गुना तेज़। इसका उपयोग रीयल-टाइम रोबोटिक्स, स्मार्ट हेल्थकेयर और इमर्सिव वर्चुअल अनुभवों में किया जाएगा।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के साथ संयोजन में, 6G नेटवर्क अपने आप यह निर्णय ले सकेंगे कि डेटा कहाँ स्टोर, प्रोसेस या शेयर करना है, जिससे संचार अधिक स्मार्ट और सुरक्षित बनेगा।
भारत का 6G विज़न – वैश्विक दूरसंचार नेतृत्व की दिशा में
भारत का 6G विज़न घोषणापत्र देश को उन्नत दूरसंचार प्रौद्योगिकियों का अग्रणी आपूर्तिकर्ता बनाने का उद्देश्य रखता है। 5G के तीव्र प्रसार और घरेलू स्तर पर अपनाने से 6G विकास की ठोस नींव रखी जा चुकी है।
22 मार्च 2023 को जारी “भारत 6G विज़न डॉक्यूमेंट” में 2030 तक भारत को 6G तकनीक के डिज़ाइन, विकास और कार्यान्वयन में प्रमुख योगदानकर्ता के रूप में देखने की परिकल्पना की गई है।
सरकारी पहल और अनुसंधान परियोजनाएँ
- 6G THz टेस्टबेड और एडवांस ऑप्टिकल कम्युनिकेशन टेस्टबेड की स्थापना।
- देशभर में 100 5G प्रयोगशालाओं को मंज़ूरी – 6G तैयार नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र के लिए।
- 104 अनुसंधान प्रस्तावों को स्वीकृति – वैश्विक 6G रोडमैप के अनुरूप।
भारत 6G अलायंस (B6GA)
भारत 6G अलायंस (B6GA) सरकार और उद्योग का एक संयुक्त मंच है जो स्वदेशी 6G अनुसंधान, मानकीकरण और नवाचार को गति दे रहा है। इसमें उद्योग, शिक्षा जगत और अनुसंधान संस्थान शामिल हैं।
B6GA ने अमेरिका, यूरोप, फिनलैंड, दक्षिण कोरिया, जापान, ब्राज़ील सहित कई अंतरराष्ट्रीय गठबंधनों के साथ सहयोग समझौते (MoU) किए हैं ताकि 6G मानकीकरण और सुरक्षा को सुदृढ़ किया जा सके।
भारत का 6G मिशन – नवाचार और आत्मनिर्भरता की दिशा में
भारत 6G मिशन, अनुसंधान, नवाचार और नीति निर्माण के समन्वय से भविष्य की कनेक्टिविटी को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस मिशन का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि 6G केवल भारत के लिए न बने, बल्कि भारत से निकले।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 – 6G पर केंद्रित संगोष्ठी
इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2025 के दौरान आयोजित अंतर्राष्ट्रीय 6G संगोष्ठी ने भारत की 6G तैयारियों को गति दी। इसमें भारत 6G एलायंस द्वारा NASSCOM और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) के साथ दो MoU पर हस्ताक्षर किए गए।
कार्यक्रम में 4 श्वेतपत्र भी जारी किए गए जिनमें स्पेक्ट्रम रोडमैप और RF सेंसिंग आधारित 6G आर्किटेक्चर प्रमुख हैं।
दूरसंचार प्रौद्योगिकी विकास निधि (TTDF)
1 अक्टूबर 2022 को शुरू की गई TTDF योजना का उद्देश्य स्वदेशी दूरसंचार अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देना है। सितंबर 2025 तक ₹310.6 करोड़ की 115 परियोजनाओं को मंज़ूरी दी जा चुकी है।
आईआईआईटी-बी में 6G प्रौद्योगिकी नवाचार केंद्र
IIIT बैंगलोर में स्थापित प्रौद्योगिकी नवाचार केंद्र, भविष्य के 6G नेटवर्क के लिए उन्नत संचार प्रणालियों पर काम कर रहा है — जैसे O-RAN Massive MIMO और Reconfigurable Intelligent Surfaces।
भविष्य के लिए तैयार डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र
सरकार, शिक्षा जगत, उद्योग और स्टार्टअप्स के सहयोग से भारत एक सुरक्षित, समावेशी और भविष्य-सुरक्षित डिजिटल अवसंरचना का निर्माण कर रहा है। यह 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को सशक्त करेगा।
निष्कर्ष
भारत की 6G यात्रा आत्मनिर्भरता, नवाचार और वैश्विक साझेदारी का प्रतीक है। भारत 6G अलायंस, TTDF और 5G लैब्स जैसी पहलों के माध्यम से देश एक तकनीकी निर्माता और मानक निर्धारक राष्ट्र के रूप में उभर रहा है। सामर्थ्य, स्थिरता और सर्वव्यापकता पर आधारित यह विज़न 2047 तक विकसित भारत के निर्माण में मील का पत्थर साबित होगा।
भारत सरकार ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार में उत्कृष्टता को सम्मानित करने के लिए ‘राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025’ की घोषणा की
Update on : 26 अक्टूबर 2025, दोपहर 2:57 बजे
विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के विविध क्षेत्रों में भारतीय वैज्ञानिकों, प्रौद्योगिकीविदों और नवप्रवर्तकों के प्रेरक योगदान को सम्मानित करने के उद्देश्य से भारत सरकार ने राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025 की घोषणा की है। यह देश का सर्वोच्च विज्ञान सम्मान है, जो वैज्ञानिक उत्कृष्टता और तकनीकी नेतृत्व को बढ़ावा देने की दिशा में भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार की श्रेणियाँ
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार चार प्रमुख श्रेणियों में प्रदान किए जाते हैं:
- विज्ञान रत्न (VR) – आजीवन उपलब्धियों और असाधारण योगदान के लिए।
- विज्ञान श्री (VS) – विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में विशिष्ट योगदान के लिए।
- विज्ञान युवा-शांति स्वरूप भटनागर (VY-SSB) – 45 वर्ष तक के युवा वैज्ञानिकों के उत्कृष्ट कार्यों के लिए।
- विज्ञान टीम (VT) – टीम आधारित वैज्ञानिक या तकनीकी उपलब्धियों के लिए।
इन पुरस्कारों को 13 प्रमुख क्षेत्रों में प्रदान किया जाता है, जिनमें भौतिकी, रसायन विज्ञान, जैविक विज्ञान, गणित, चिकित्सा, इंजीनियरिंग, कृषि, पर्यावरण विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष विज्ञान आदि शामिल हैं।
पुरस्कार चयन प्रक्रिया
नामांकन प्रक्रिया 4 अक्टूबर से 17 नवंबर 2024 तक पोर्टल https://awards.gov.in के माध्यम से आमंत्रित की गई थी। चयन प्रक्रिया प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार की अध्यक्षता में गठित राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार समिति द्वारा की गई, जिसमें विज्ञान विभागों के सचिव, अकादमियों के प्रमुख और डोमेन विशेषज्ञ शामिल थे।
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025 के विजेताओं की सूची
🏅 विज्ञान रत्न (VR)
प्रो. जयन्त विष्णु नार्लिकर (भौतिकी) – मरणोपरांत सम्मानित
🥇 विज्ञान श्री (VS)
- डॉ. ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह – कृषि विज्ञान
- डॉ. यूसुफ मोहम्मद शेख – परमाणु ऊर्जा
- डॉ. के थंगराज – जैविक विज्ञान
- प्रो. प्रदीप थलप्पिल – रसायन विज्ञान
- प्रो. अनिरुद्ध भालचंद्र पंडित – इंजीनियरिंग विज्ञान
- डॉ. एस वेंकट मोहन – पर्यावरण विज्ञान
- प्रो. महान एम.जे. – गणित और कंप्यूटर विज्ञान
- श्री जयन एन – अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी
🌟 विज्ञान युवा – शांति स्वरूप भटनागर (VY-SSB)
- डॉ. जगदीस गुप्ता कपुगंती – कृषि विज्ञान
- डॉ. सतेन्द्र कुमार मंगरौठिया – कृषि विज्ञान
- श्री देबार्का सेनगुप्ता – जैविक विज्ञान
- डॉ. दीपा अगाशे – जैविक विज्ञान
- डॉ. दिब्येंदु दास – रसायन विज्ञान
- डॉ. वलीउर रहमान – पृथ्वी विज्ञान
- प्रो. अर्कप्रवा बसु – इंजीनियरिंग विज्ञान
- प्रो. सब्यसाची मुखर्जी – गणित और कंप्यूटर विज्ञान
- प्रो. श्वेता प्रेम अग्रवाल – गणित और कंप्यूटर विज्ञान
👩🔬 विज्ञान टीम (VT)
टीम अरोमा मिशन, CSIR – कृषि विज्ञान क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित।
विज्ञान, नवाचार और युवा प्रेरणा की दिशा में भारत की प्रतिबद्धता
इन पुरस्कारों के माध्यम से भारत सरकार का उद्देश्य वैज्ञानिकों के उत्कृष्ट कार्यों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना और युवा वैज्ञानिकों को अनुसंधान, नवाचार और तकनीकी उत्कृष्टता के लिए प्रेरित करना है। यह पहल “विकसित भारत 2047” के दृष्टिकोण के अनुरूप एक सशक्त वैज्ञानिक पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देती है।
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार समारोह
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025 का औपचारिक समारोह शीघ्र आयोजित किया जाएगा, जिसकी जानकारी विजेताओं को अलग से प्रदान की जाएगी। इस अवसर पर देश के अग्रणी वैज्ञानिकों और नवप्रवर्तकों को सम्मानित किया जाएगा।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने ‘सरदार@150’ स्मरणोत्सव अभियान की तैयारियों की समीक्षा की – जम्मू-कश्मीर में जिला-स्तरीय समन्वय की देखरेख
Update on : 26 अक्टूबर 2025, शाम 6:38 बजे
केंद्रीय मंत्री और उधमपुर से सांसद डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित राष्ट्रव्यापी ‘सरदार@150’ स्मरणोत्सव अभियान की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पाँच ज़िलों में व्यक्तिगत रूप से इस अभियान की निगरानी की, ताकि यह आयोजन एकता और राष्ट्रीय अखंडता का प्रतीक बन सके।
जिला-स्तरीय गतिविधियों और सामुदायिक भागीदारी पर बल
बैठक के दौरान डॉ. जितेंद्र सिंह ने आगामी सप्ताहों में प्रभावी सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए जिला स्तरीय समन्वय तंत्र पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह अभियान तभी सफल होगा जब हर ज़िले में युवाओं, शिक्षकों, सामाजिक संगठनों और पंचायतों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
सरदार@150 अभियान – एकता और अखंडता का जन आंदोलन
‘सरदार@150’ अभियान 6 अक्टूबर 2025 से ऑनलाइन रूप में चल रहा है। इसका औपचारिक शुभारंभ डॉ. जितेंद्र सिंह ने 16 अक्टूबर को कठुआ से प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से किया था। इसका अगला चरण 31 अक्टूबर से शुरू होगा, जो राष्ट्रीय एकता दिवस – सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती – के अवसर पर पूरे जम्मू-कश्मीर में मनाया जाएगा।
इस दिन से ज़िला-स्तरीय एकता मार्च आयोजित किए जाएँगे, जिनमें स्कूल, कॉलेज, युवा क्लब और पंचायत प्रतिनिधि सक्रिय रूप से भाग लेंगे। यह आयोजन नवंबर के मध्य तक जारी रहेगा और पटेल के राष्ट्रीय एकता के संदेश को जन-जन तक पहुँचाएगा।
करमसद से एकता नगर तक राष्ट्रीय एकता मार्च
अभियान का समापन 25 नवंबर को सरदार पटेल की जन्मस्थली करमसद में होगा। वहाँ से 26 नवंबर को, जो संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है, एकता नगर (गुजरात) तक राष्ट्रीय एकता मार्च का शुभारंभ होगा।
“सरदार@150 – एक संपूर्ण राष्ट्र अभ्यास”
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि सरदार@150 केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि एक “संपूर्ण राष्ट्र अभ्यास” है जो सरदार पटेल की एकता, अखंडता और सामूहिक जिम्मेदारी के आदर्शों को पुनः स्थापित करता है। उन्होंने बताया कि स्थानीय प्रशासन के नेतृत्व में जिला-स्तरीय टीमें गठित की जा चुकी हैं, जिनमें नागरिक समाज, निर्वाचित प्रतिनिधि और जिला विकास परिषद के सदस्य शामिल हैं।
जमीनी निगरानी और डिजिटल जुड़ाव
केंद्रीय मंत्री के रूप में डॉ. जितेंद्र सिंह प्रतिदिन अधिकारियों, युवा संगठनों और स्वयंसेवकों के साथ बैठकें कर रहे हैं ताकि अभियान की प्रगति की वास्तविक समय निगरानी की जा सके। उन्होंने यह भी बताया कि एकता मार्च, निबंध प्रतियोगिताएँ और ‘माई भारत’ पोर्टल पर डिजिटल जुड़ाव अभियान जैसी गतिविधियाँ तेज़ी से आगे बढ़ रही हैं।
जम्मू-कश्मीर की भागीदारी – एकता का प्रतीक
डॉ. सिंह ने कहा कि इस राष्ट्रीय अभियान में जम्मू-कश्मीर के युवाओं की सक्रिय भागीदारी समावेशिता और सशक्तिकरण का प्रतीक बनेगी। उन्होंने जिला अधिकारियों और स्वयंसेवकों के प्रयासों की सराहना करते हुए उनसे आग्रह किया कि इस गति को बनाए रखें और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प को साकार करें।
राष्ट्रीय एकता और सरदार पटेल की विरासत
अपने संबोधन के अंत में डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि सरदार@150 स्मरणोत्सव अखंड भारत के उस दृष्टिकोण की याद दिलाता है जिसे सरदार पटेल ने अपने जीवन से साकार किया था। यह अभियान देशभर में राष्ट्रीय एकता और साझा उद्देश्य के भाव को नई दिशा देगा।
Important Topics
27 October 2025 से बनने वाले Latest Current Affirs Questions
प्रश्न 1: भारत सरकार द्वारा घोषित “राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025” का उद्देश्य क्या है? A) केवल अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों को सम्मानित करना B) भारतीय वैज्ञानिकों, प्रौद्योगिकीविदों और नवप्रवर्तकों के योगदान को पहचानना C) केवल युवा छात्रों को प्रोत्साहित करना D) विज्ञान शिक्षा को प्राथमिक स्तर तक सीमित करना उत्तर: B) भारतीय वैज्ञानिकों, प्रौद्योगिकीविदों और नवप्रवर्तकों के योगदान को पहचानना व्याख्या: राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार का उद्देश्य भारतीय वैज्ञानिकों, प्रौद्योगिकीविदों और नवप्रवर्तकों के प्रेरक योगदान को सम्मानित करना है। यह पुरस्कार वैज्ञानिक उत्कृष्टता और तकनीकी नेतृत्व को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। प्रश्न 2: राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025 की “विज्ञान रत्न (VR)” श्रेणी किसके लिए है? A) 45 वर्ष तक के युवा वैज्ञानिकों के लिए B) टीम आधारित वैज्ञानिक उपलब्धियों के लिए C) आजीवन उपलब्धियों और असाधारण योगदान के लिए D) केवल अंतरिक्ष विज्ञान में योगदान के लिए उत्तर: C) आजीवन उपलब्धियों और असाधारण योगदान के लिए व्याख्या: विज्ञान रत्न (VR) पुरस्कार उन वैज्ञानिकों के लिए है जिन्होंने जीवन भर असाधारण योगदान दिया हो और वैज्ञानिक उत्कृष्टता में मिसाल कायम की हो। प्रश्न 3: राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025 में कितनी प्रमुख श्रेणियाँ हैं? A) 2 B) 3 C) 4 D) 5 उत्तर: C) 4 व्याख्या: राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार चार प्रमुख श्रेणियों में प्रदान किए जाते हैं: विज्ञान रत्न (VR), विज्ञान श्री (VS), विज्ञान युवा – शांति स्वरूप भटनागर (VY-SSB), और विज्ञान टीम (VT)। प्रश्न 4: विज्ञान युवा – शांति स्वरूप भटनागर (VY-SSB) पुरस्कार किसके लिए है? A) आजीवन योगदान देने वाले वरिष्ठ वैज्ञानिक B) टीम आधारित तकनीकी उपलब्धियों के लिए C) 45 वर्ष तक के युवा वैज्ञानिकों के उत्कृष्ट कार्यों के लिए D) केवल गणित और कंप्यूटर विज्ञान में योगदान के लिए उत्तर: C) 45 वर्ष तक के युवा वैज्ञानिकों के उत्कृष्ट कार्यों के लिए व्याख्या: विज्ञान युवा – शांति स्वरूप भटनागर (VY-SSB) पुरस्कार उन युवा वैज्ञानिकों को दिया जाता है जिनकी आयु 45 वर्ष तक है और जिन्होंने अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान किया है। प्रश्न 5: राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार विजेताओं का चयन कौन करता है? A) भारत का प्रधानमंत्री B) राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार समिति, प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार की अध्यक्षता में C) केवल विज्ञान अकादमियों के सदस्य D) जनता द्वारा ऑनलाइन मतदान उत्तर: B) राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार समिति, प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार की अध्यक्षता में व्याख्या: विजेताओं का चयन राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार समिति द्वारा किया जाता है, जिसमें विज्ञान विभागों के सचिव, अकादमियों के प्रमुख और डोमेन विशेषज्ञ शामिल होते हैं। यह समिति प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार की अध्यक्षता में कार्य करती है। प्रश्न 6: ‘सरदार@150’ स्मरणोत्सव अभियान का उद्देश्य क्या है? A) केवल सरदार पटेल की मूर्तियों का निर्माण करना B) राष्ट्रीय एकता और अखंडता को बढ़ावा देना C) केवल जम्मू-कश्मीर में युवाओं को प्रोत्साहित करना D) केवल डिजिटल प्रतियोगिताएँ आयोजित करना उत्तर: B) राष्ट्रीय एकता और अखंडता को बढ़ावा देना व्याख्या: ‘सरदार@150’ अभियान का मुख्य उद्देश्य सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर राष्ट्रीय एकता और अखंडता को बढ़ावा देना है। यह अभियान युवाओं, शिक्षकों, सामाजिक संगठनों और पंचायतों की भागीदारी से देशभर में जन जागरूकता फैलाता है। प्रश्न 7: केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने ‘सरदार@150’ अभियान की समीक्षा किस माध्यम से की? A) प्रेस कांफ्रेंस B) वीडियो कॉन्फ्रेंस C) पत्राचार के माध्यम से D) रेडियो संदेश उत्तर: B) वीडियो कॉन्फ्रेंस व्याख्या: डॉ. जितेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर में जिला-स्तरीय समन्वय और अभियान की तैयारियों की समीक्षा वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से की। प्रश्न 8: ‘सरदार@150’ अभियान का अगला चरण कब और किस अवसर पर शुरू होगा? A) 16 अक्टूबर, राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर B) 31 अक्टूबर, राष्ट्रीय एकता दिवस – सरदार पटेल की जयंती पर C) 25 नवंबर, करमसद में समापन समारोह पर D) 26 नवंबर, संविधान दिवस पर उत्तर: B) 31 अक्टूबर, राष्ट्रीय एकता दिवस – सरदार पटेल की जयंती पर व्याख्या: अभियान का अगला चरण 31 अक्टूबर से शुरू होगा, जो सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर पूरे जम्मू-कश्मीर में मनाया जाएगा, जिसमें ज़िला-स्तरीय एकता मार्च आयोजित किए जाएँगे। प्रश्न 9: ‘सरदार@150’ अभियान का समापन कहां और कब होगा? A) नई दिल्ली, 31 अक्टूबर 2025 B) करमसद, 25 नवंबर 2025 C) जम्मू, 26 नवंबर 2025 D) एकता नगर, 16 अक्टूबर 2025 उत्तर: B) करमसद, 25 नवंबर 2025 व्याख्या: अभियान का समापन सरदार पटेल की जन्मस्थली करमसद में 25 नवंबर को होगा। उसके अगले दिन, 26 नवंबर को राष्ट्रीय एकता मार्च का शुभारंभ एकता नगर (गुजरात) से किया जाएगा। प्रश्न 10: ‘सरदार@150’ अभियान में डिजिटल जुड़ाव किस माध्यम से बढ़ाया जा रहा है? A) केवल सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से B) ‘माई भारत’ पोर्टल पर गतिविधियों के माध्यम से C) टीवी विज्ञापनों के माध्यम से D) केवल स्कूल नोटिस बोर्ड के माध्यम से उत्तर: B) ‘माई भारत’ पोर्टल पर गतिविधियों के माध्यम से व्याख्या: अभियान में डिजिटल जुड़ाव अभियान ‘माई भारत’ पोर्टल पर चल रहा है, जिसमें निबंध प्रतियोगिताएँ और अन्य ऑनलाइन गतिविधियाँ शामिल हैं, ताकि युवाओं और नागरिकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। प्रश्न 11: भारत का 6G विज़न मुख्य रूप से किस दिशा में केंद्रित है? A) केवल 5G नेटवर्क का विस्तार B) वैश्विक दूरसंचार नेतृत्व और स्वदेशी नवाचार C) केवल मोबाइल फोन की कीमतें कम करना D) केवल अंतरिक्ष संचार परियोजनाएँ उत्तर: B) वैश्विक दूरसंचार नेतृत्व और स्वदेशी नवाचार व्याख्या: भारत का 6G विज़न देश को अगली पीढ़ी की कनेक्टिविटी में वैश्विक अग्रणी बनाने और स्वदेशी नवाचार, अनुसंधान एवं विकास को प्रोत्साहित करने पर केंद्रित है। प्रश्न 12: 6G नेटवर्क 5G की तुलना में कितनी तेज़ डेटा संचार क्षमता प्रदान करेगा? A) 10 गुना B) 100 गुना C) 1,000 गुना D) 5 गुना उत्तर: C) 1,000 गुना व्याख्या: 6G नेटवर्क माइक्रोसेकंड स्तर पर डेटा संचारित कर सकेगा, जो 5G की तुलना में लगभग 1,000 गुना तेज़ है। इसका उपयोग रीयल-टाइम रोबोटिक्स, स्मार्ट हेल्थकेयर और इमर्सिव वर्चुअल अनुभवों में किया जाएगा। प्रश्न 13: भारत 6G अलायंस (B6GA) का मुख्य उद्देश्य क्या है? A) केवल मोबाइल फोन बेचने का मंच बनाना B) स्वदेशी 6G अनुसंधान, मानकीकरण और नवाचार को गति देना C) केवल विदेशी 6G तकनीकों को भारत में इम्पोर्ट करना D) केवल सरकारी नेटवर्क की निगरानी करना उत्तर: B) स्वदेशी 6G अनुसंधान, मानकीकरण और नवाचार को गति देना व्याख्या: B6GA सरकार और उद्योग का संयुक्त मंच है, जो भारत में 6G अनुसंधान, मानकीकरण और नवाचार को गति देने के लिए बनाया गया है। इसमें शिक्षा जगत, उद्योग और अनुसंधान संस्थान शामिल हैं। प्रश्न 14: दूरसंचार प्रौद्योगिकी विकास निधि (TTDF) योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है? A) केवल विदेशी निवेश आकर्षित करना B) स्वदेशी दूरसंचार अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देना C) केवल मोबाइल टावरों की स्थापना D) केवल सरकार के दूरसंचार विभाग को वित्तीय सहायता देना उत्तर: B) स्वदेशी दूरसंचार अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देना व्याख्या: TTDF योजना (1 अक्टूबर 2022 से) का उद्देश्य भारत में स्वदेशी दूरसंचार अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करना है। इसके तहत 115 परियोजनाओं को ₹310.6 करोड़ की मंज़ूरी दी जा चुकी है। प्रश्न 15: भारत 6G मिशन और 6G तैयारियों में डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण के लिए किन संस्थाओं का सहयोग ले रहा है? A) केवल सरकारी विभाग B) सरकार, शिक्षा जगत, उद्योग और स्टार्टअप्स C) केवल विदेशी कंपनियाँ D) केवल निजी मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर उत्तर: B) सरकार, शिक्षा जगत, उद्योग और स्टार्टअप्स व्याख्या: भारत एक सुरक्षित, समावेशी और भविष्य-सुरक्षित डिजिटल अवसंरचना के निर्माण के लिए सरकार, शिक्षा जगत, उद्योग और स्टार्टअप्स के सहयोग से 6G मिशन और नवाचार गतिविधियाँ आगे बढ़ा रहा है।