राजस्थान प्रशासनिक व्यवस्था: एक परिचय
राजस्थान भारत का सबसे बड़ा राज्य है और इसकी प्रशासनिक व्यवस्था भारतीय संविधान के अनुसार संचालित होती है। राजस्थान प्रशासनिक दृष्टि से 7 संभागों और 50 जिलों में विभाजित है। प्रत्येक संभाग एक संभागीय आयुक्त के अधीन होता है और प्रत्येक जिला एक जिला कलेक्टर/जिला मजिस्ट्रेट के अधीन होता है। राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था तीन स्तरीय है - राज्य स्तर, जिला स्तर और तहसील स्तर।
महत्वपूर्ण तथ्य
राजस्थान की स्थापना: 30 मार्च 1949
संभागों की संख्या: 7
जिलों की संख्या: 50 (2023 तक)
तहसीलों की संख्या: 244
पंचायत समितियाँ: 295
ग्राम पंचायतें: 9,894
राजस्थान के संभाग और जिले
संभागीय व्यवस्था
- राजस्थान में 7 संभाग हैं
- प्रत्येक संभाग में कई जिले शामिल हैं
- संभागीय आयुक्त संभाग का प्रशासनिक प्रमुख होता है
- संभागीय आयुक्त का मुख्यालय संभागीय मुख्यालय में होता है
- संभागीय आयुक्त राजस्व और प्रशासनिक मामलों का प्रमुख होता है
जिला प्रशासन
- राजस्थान में 50 जिले हैं
- जिला कलेक्टर जिले का प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी होता है
- जिला कलेक्टर राजस्व, प्रशासन और विकास के प्रमुख होते हैं
- प्रत्येक जिला कई तहसीलों और पंचायत समितियों में बंटा होता है
- जिला स्तर पर विभिन्न विभागों के अधिकारी कार्यरत होते हैं
संभाग | मुख्यालय | जिलों की संख्या | स्थापना वर्ष | महत्वपूर्ण जिले |
---|---|---|---|---|
जयपुर | जयपुर | 5 | 1949 | जयपुर, दौसा, सीकर |
जोधपुर | जोधपुर | 6 | 1949 | जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर |
अजमेर | अजमेर | 4 | 1949 | अजमेर, भीलवाड़ा, टोंक |
उदयपुर | उदयपुर | 6 | 1949 | उदयपुर, राजसमंद, डूंगरपुर |
बीकानेर | बीकानेर | 4 | 1949 | बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़ |
कोटा | कोटा | 4 | 1949 | कोटा, बूंदी, बाराँ |
भरतपुर | भरतपुर | 4 | 1982 | भरतपुर, धौलपुर, करौली |
जिला प्रशासनिक संरचना
जिला स्तर
- जिला कलेक्टर/जिला मजिस्ट्रेट (DM)
- अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (ADM)
- जिला परिषद अध्यक्ष (Zila Pramukh)
- मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO, Zila Parishad)
- जिला शिक्षा अधिकारी (DEO)
- जिला चिकित्सा अधिकारी (CMO)
- जिला पुलिस अधीक्षक (SP)
उपखंड स्तर
- अपर जिला मजिस्ट्रेट/उपखंड अधिकारी (SDM)
- तहसीलदार
- उपखंड पुलिस अधिकारी (DSP)
- ब्लॉक विकास अधिकारी (BDO)
- पंचायत समिति प्रधान
तहसील स्तर
- तहसीलदार
- नायब तहसीलदार
- तहसील पुलिस थाना प्रभारी
- कानूनगो
ग्राम स्तर
- पटवारी (लेखपाल)
- ग्राम सेवक
- सरपंच
- ग्राम पंचायत सचिव
- पुलिस कांस्टेबल
जिला कलेक्टर के कार्य और शक्तियाँ
राजस्व संबंधी कार्य
- भू-राजस्व का संग्रहण और प्रबंधन
- भूमि अभिलेखों का रखरखाव
- चकबंदी और भूमि सुधार कार्यक्रम
- कृषि ऋण और राहत कार्य
- राजस्व अपीलों का निपटारा
प्रशासनिक कार्य
- कानून और व्यवस्था बनाए रखना
- चुनाव कराना
- आपदा प्रबंधन
- जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम
- विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन
विकास संबंधी कार्य
- जिला योजना समिति के अध्यक्ष
- विकास योजनाओं का क्रियान्वयन
- ग्रामीण विकास कार्यक्रम
- सार्वजनिक निर्माण कार्य
- सामाजिक कल्याण योजनाएं
न्यायिक कार्य
- मजिस्ट्रेट के रूप में कार्य
- कारावासों का निरीक्षण
- अपराध नियंत्रण
- शांति और सद्भावना बनाए रखना
- विभिन्न अधिनियमों का क्रियान्वयन
राजस्थान के प्रमुख प्रशासनिक पद
पद | कार्य | नियुक्ति | वर्ग |
---|---|---|---|
जिला कलेक्टर | जिले का मुख्य प्रशासनिक अधिकारी | राज्य सरकार (IAS) | प्रशासनिक |
एसपी/पुलिस अधीक्षक | जिले का मुख्य पुलिस अधिकारी | राज्य सरकार (IPS) | पुलिस |
सीईओ, जिला परिषद | जिला परिषद के कार्यों का संचालन | राज्य सरकार (IAS) | प्रशासनिक |
एसडीएम | उपखंड का प्रशासनिक प्रमुख | राज्य सरकार (RAS/IAS) | प्रशासनिक |
तहसीलदार | तहसील का प्रशासनिक प्रमुख | राज्य सरकार (RAS) | राजस्व |
बीडीओ | ब्लॉक विकास अधिकारी | राज्य सरकार (RAS) | विकास |
पटवारी | ग्राम स्तर का राजस्व अधिकारी | राज्य सरकार | राजस्व |
राजस्थान सिविल सेवा
राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS)
राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) राज्य की प्रमुख सिविल सेवा है। RAS अधिकारी जिला और उपखंड स्तर पर महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों पर कार्यरत होते हैं। RAS की भर्ती Rajasthan Public Service Commission (RPSC) द्वारा आयोजित की जाती है।
RAS चयन प्रक्रिया
- प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam)
- मुख्य परीक्षा (Main Exam)
- साक्षात्कार (Interview)
- चयनित उम्मीदवारों का प्रशिक्षण
- विभिन्न पदों पर नियुक्ति
RAS अधिकारियों के पद
- अपर जिला कलेक्टर
- उपखंड अधिकारी (SDM)
- तहसीलदार
- ब्लॉक विकास अधिकारी (BDO)
- जिला स्तरीय विभागों के प्रमुख
राजस्थान पुलिस प्रशासन
पुलिस प्रशासनिक संरचना
राजस्थान पुलिस का प्रमुख Director General of Police (DGP) होता है। पुलिस प्रशासन जिलों में विभाजित है, प्रत्येक जिले का प्रमुख Superintendent of Police (SP) होता है। पुलिस प्रशासन की संरचना में Additional DGPs, IGs, DIGs, SPs, DSPs और Inspector शामिल हैं। राजस्थान पुलिस में कई विशिष्ट इकाइयाँ जैसे कि Special Task Force (STF), Anti-Terrorism Squad (ATS), और Traffic Police शामिल हैं।
पद | स्तर | उत्तरदायित्व | नियुक्ति |
---|---|---|---|
DGP (महानिदेशक पुलिस) | राज्य स्तर | संपूर्ण राज्य की पुलिस व्यवस्था | केंद्र सरकार |
IG/ADGP (अतिरिक्त महानिदेशक) | जोन स्तर | कई जिलों की पुलिस व्यवस्था | राज्य सरकार |
DIG (उप महानिदेशक) | रेंज स्तर | कुछ जिलों की पुलिस व्यवस्था | राज्य सरकार |
SP (पुलिस अधीक्षक) | जिला स्तर | जिले की पुलिस व्यवस्था | राज्य सरकार |
DSP (उप पुलिस अधीक्षक) | उपखंड स्तर | उपखंड की पुलिस व्यवस्था | राज्य सरकार |
Inspector | थाना स्तर | थाने की पुलिस व्यवस्था | राज्य सरकार |
स्थानीय स्वशासन संस्थाएं
ग्रामीण स्वशासन
- ग्राम पंचायत - ग्राम स्तर
- पंचायत समिति - ब्लॉक स्तर
- जिला परिषद - जिला स्तर
- सरपंच - ग्राम पंचायत प्रमुख
- प्रधान - पंचायत समिति प्रमुख
- जिला प्रमुख - जिला परिषद प्रमुख
शहरी स्वशासन
- नगर निगम - बड़े शहर
- नगर परिषद - छोटे शहर
- नगर पालिका - कस्बे
- मेयर - नगर निगम प्रमुख
- अध्यक्ष - नगर परिषद/पालिका प्रमुख
- मुख्य नगर अधिकारी - नगर निगम प्रशासनिक प्रमुख
स्थानीय स्वशासन के कार्य
सड़कों, पुलों और भवनों का निर्माण और रखरखाव
पेयजल और स्वच्छता व्यवस्था
स्ट्रीट लाइट और बिजली व्यवस्था
प्राथमिक शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं
पार्क और सार्वजनिक स्थलों का रखरखाव
महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर (FAQs)
उत्तर:
1. (c) 7
2. (b) जिला कलेक्टर
3. (b) 50