राजस्थान खनिज संसाधन: परिचय
राजस्थान खनिज संसाधनों के मामले में भारत के सबसे समृद्ध राज्यों में से एक है। राज्य में 79 विभिन्न प्रकार के खनिज पाए जाते हैं, जिनमें संगमरमर, जस्ता, तांबा, अभ्रक, पन्ना, जिप्सम और अन्य महत्वपूर्ण खनिज शामिल हैं। राजस्थान देश का एकमात्र राज्य है जहाँ जस्ता, सीसा और पन्ना का उत्पादन होता है।
महत्वपूर्ण तथ्य
खनिजों की किस्में: 79 विभिन्न प्रकार
संगमरमर उत्पादन: देश का 90%
जस्ता उत्पादन: देश का 100%
पन्ना उत्पादन: देश का 100%
जिप्सम उत्पादन: देश का 80%
खनिज राजस्व: ₹5,000 करोड़+ वार्षिक
संगमरमर संसाधन
राजस्थान देश का सबसे बड़ा संगमरमर उत्पादक राज्य है और विश्व प्रसिद्ध मकराना संगमरमर का घर है। राज्य में संगमरमर के विशाल भंडार हैं जो देश के कुल उत्पादन का 90% से अधिक हैं।
संगमरमर क्षेत्र
मकराना (नागौर)
राजनगर (उदयपुर)
केसरियाजी (भीलवाड़ा)
बिजोलिया (भीलवाड़ा)
संगमरमर के प्रकार
मकराना सफेद संगमरमर
राजनगर हरा संगमरमर
केसरियाजी गुलाबी संगमरमर
बिजोलिया काला संगमरमर
उत्पादन आँकड़े
वार्षिक उत्पादन: 50 लाख टन
राजस्व: ₹2,000 करोड़+
निर्यात: 40 देशों को
रोजगार: 5 लाख+ लोग
संगमरमर के लाभ
- विश्व प्रसिद्ध मकराना संगमरमर
- उच्च गुणवत्ता और स्थायित्व
- रोजगार सृजन के अवसर
- विदेशी मुद्रा अर्जन
- पर्यटन को बढ़ावा
जस्ता और सीसा संसाधन
राजस्थान देश का एकमात्र जस्ता और सीसा उत्पादक राज्य है। जस्ता-सीसा के प्रमुख भंडार जावर माइन्स (उदयपुर) में स्थित हैं, जो एशिया की सबसे बड़ी जस्ता खदान है।
जस्ता-सीसा क्षेत्र
जावर माइन्स (उदयपुर)
राजपुरा-दरीबा (उदयपुर)
रामपुर-आगुचा (उदयपुर)
सिंदेश्वर-खोलारी (उदयपुर)
उत्पादन आँकड़े
- जस्ता उत्पादन: 8 लाख टन वार्षिक
- सीसा उत्पादन: 1.5 लाख टन वार्षिक
- HZL कंपनी: प्रमुख उत्पादक
- राजस्व: ₹1,500 करोड़+
जस्ता-सीसा के उपयोग
बैटरी निर्माण में उपयोग
जंग रोधी कोटिंग्स
धातु उद्योग में महत्व
पेंट और रसायन उद्योग
जल आपूर्ति प्रणाली
तांबा संसाधन
राजस्थान तांबा उत्पादन में देश का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है। खेतड़ी (झुंझुनू) और दरीबा (उदयपुर) तांबा उत्पादन के प्रमुख केंद्र हैं।
तांबा खनन क्षेत्र
- खेतड़ी (झुंझुनू)
- दरीबा (उदयपुर)
- सिंदेश्वर (उदयपुर)
- बनावास (अलवर)
- संचालन: HCL
- भंडार: 50 मिलियन टन
तांबा उत्पादन
- वार्षिक उत्पादन: 30,000 टन
- देश में हिस्सेदारी: 40%
- राजस्व: ₹500 करोड़
- रोजगार: 10,000+ लोग
- उपयोग: विद्युत, इलेक्ट्रॉनिक्स
अभ्रक (माइका) संसाधन
राजस्थान अभ्रक उत्पादन में देश का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है। भीलवाड़ा जिले के बिजोलिया और कोटडी क्षेत्र अभ्रक उत्पादन के प्रमुख केंद्र हैं।
अभ्रक क्षेत्र | जिला | अभ्रक प्रकार | उत्पादन (टन) | गुणवत्ता |
---|---|---|---|---|
बिजोलिया | भीलवाड़ा | रूबी अभ्रक | 5,000 | उत्तम |
कोटडी | भीलवाड़ा | सफेद अभ्रक | 3,000 | अच्छी |
गोविंदगढ़ | अजमेर | हरा अभ्रक | 2,000 | मध्यम |
केसरियाजी | भीलवाड़ा | रूबी अभ्रक | 1,500 | उत्तम |
पन्ना (एमराल्ड) संसाधन
राजस्थान देश का एकमात्र पन्ना उत्पादक राज्य है। राजसमंद जिले के राशमपुर और काजली क्षेत्र विश्व प्रसिद्ध पन्ना के लिए जाने जाते हैं।
पन्ना खनन क्षेत्र
- राशमपुर (राजसमंद)
- काजली (राजसमंद)
- तिक्की (उदयपुर)
- गुड्डा (भीलवाड़ा)
पन्ना उत्पादन
वार्षिक उत्पादन: 1,000 कैरेट
मूल्य: ₹500 करोड़+
निर्यात: अंतर्राष्ट्रीय बाजार
गुणवत्ता: विश्व स्तरीय
रोजगार: 5,000+ कारीगर
जिप्सम संसाधन
राजस्थान जिप्सम उत्पादन में देश का अग्रणी राज्य है और देश के कुल उत्पादन का 80% से अधिक योगदान देता है। जैसलमेर और बीकानेर जिले जिप्सम उत्पादन के प्रमुख केंद्र हैं।
जिप्सम क्षेत्र
जैसलमेर
बीकानेर
नागौर
चुरू
जिप्सम उपयोग
सीमेंट उद्योग
उर्वरक निर्माण
प्लास्टर ऑफ पेरिस
निर्माण सामग्री
उत्पादन आँकड़े
वार्षिक उत्पादन: 50 लाख टन
राजस्व: ₹300 करोड़
भंडार: 1 अरब टन+
रोजगार: 20,000+ लोग
राजस्थान खनिज नीति और विकास
1952
खान और खनिज विकास निगम की स्थापना
1976
राजस्थान खनिज नीति की घोषणा
1994
राजस्थान खनिज नीति में संशोधन
2015
राष्ट्रीय खनिज नीति का क्रियान्वयन
2021
राजस्थान खनिज नीति 2021 जारी
2023
ई-खनन पोर्टल की शुरुआत
खनिज नीति के प्रमुख बिंदु
- खनिज अन्वेषण को बढ़ावा
- पर्यावरण अनुकूल खनन
- स्थानीय लोगों को रोजगार
- खनिज आधारित उद्योग विकास
- ई-खनन पोर्टल के माध्यम से पारदर्शिता
राजस्थान खनिज संसाधन: महत्वपूर्ण आँकड़े
खनिज | उत्पादन (वार्षिक) | राज्य में हिस्सेदारी | देश में हिस्सेदारी | मुख्य क्षेत्र |
---|---|---|---|---|
संगमरमर | 50 लाख टन | 100% | 90% | मकराना, राजनगर |
जस्ता | 8 लाख टन | 100% | 100% | जावर, राजपुरा-दरीबा |
तांबा | 30,000 टन | 100% | 40% | खेतड़ी, दरीबा |
अभ्रक | 10,000 टन | 100% | 60% | बिजोलिया, कोटडी |
पन्ना | 1,000 कैरेट | 100% | 100% | राशमपुर, काजली |
जिप्सम | 50 लाख टन | 100% | 80% | जैसलमेर, बीकानेर |
लिग्नाइट | 80 लाख टन | 100% | 40% | पलाना, कपूरडी |
भविष्य की योजनाएं
खनिज अन्वेषण को बढ़ावा
खनिज आधारित उद्योग स्थापित करना
पर्यावरण अनुकूल खनन तकनीक
स्थानीय लोगों को प्रशिक्षण
अंतर्राष्ट्रीय बाजार तक पहुंच
राजस्थान खनिज संसाधन: परीक्षा उपयोगी महत्वपूर्ण तथ्य
महत्वपूर्ण तथ्य संग्रह
राजस्थान में 79 विभिन्न प्रकार के खनिज पाए जाते हैं
मकराना संगमरमर विश्व प्रसिद्ध है
जावर माइन्स एशिया की सबसे बड़ी जस्ता खदान है
राजस्थान देश का एकमात्र पन्ना उत्पादक राज्य है
राजस्थान खनिज विकास निगम की स्थापना 1975 में हुई
राजस्थान का खनिज राजस्व ₹5,000 करोड़ से अधिक है
खनिज क्षेत्र में 10 लाख से अधिक लोग कार्यरत हैं
ज्ञान परीक्षण
आपका स्कोर: 0/3
बेहतर समझ के लिए पाठ को फिर से पढ़ें!