राजस्थान कृषि: परिचय
राजस्थान की अर्थव्यवस्था में कृषि का महत्वपूर्ण योगदान है। राज्य की लगभग 70% जनसंख्या कृषि और संबंधित गतिविधियों पर निर्भर है। राजस्थान की कृषि मुख्य रूप से वर्षा आधारित है, जहाँ केवल 30% कृषि भूमि सिंचित है। राज्य में विविध फसल प्रणाली है जिसमें खाद्यान्न, नकदी फसलें, बागवानी और दलहन शामिल हैं।
महत्वपूर्ण तथ्य
कृषि योग्य भूमि: 2.13 करोड़ हेक्टेयर
सिंचित क्षेत्र: 30% कुल कृषि भूमि
कृषि पर निर्भर जनसंख्या: 70%
प्रमुख फसलें: गेहूं, मक्का, सरसों, चना
कृषि विकास दर: 4.5% (2022-23)
कृषि GDP योगदान: 25%
राजस्थान की फसल प्रणाली
राजस्थान में विविध जलवायु और मिट्टी के प्रकारों के कारण विभिन्न प्रकार की फसलें उगाई जाती हैं। राज्य की कृषि को मुख्य रूप से तीन श्रेणियों में बांटा जा सकता है: खरीफ, रबी और जायद फसलें।
खरीफ फसलें
बारिश के मौसम में उगाई जाने वाली फसलें
उदाहरण: बाजरा, मक्का, मूंगफली, कपास
बोआई: जून-जुलाई
कटाई: सितंबर-अक्टूबर
रबी फसलें
सर्दियों में उगाई जाने वाली फसलें
उदाहरण: गेहूं, चना, सरसों, जौ
बोआई: अक्टूबर-नवंबर
कटाई: मार्च-अप्रैल
जायद फसलें
गर्मियों में उगाई जाने वाली फसलें
उदाहरण: तरबूज, खरबूजा, ककड़ी
बोआई: मार्च-अप्रैल
कटाई: जून-जुलाई
फसल उत्पादन आँकड़े (2022-23)
- गेहूं: 90 लाख टन
- बाजरा: 40 लाख टन
- सरसों: 25 लाख टन
- मक्का: 20 लाख टन
- चना: 15 लाख टन
- कपास: 12 लाख गांठें
प्रमुख फसल उत्पादन क्षेत्र
राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट फसलें उगाई जाती हैं जो वहां की मिट्टी और जलवायु के अनुकूल हैं।
खाद्यान्न फसलें
गेहूं: गंगानगर, हनुमानगढ़, कोटा
बाजरा: जोधपुर, नागौर, बीकानेर
मक्का: उदयपुर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़
जौ: अलवर, भरतपुर, धौलपुर
नकदी फसलें
- सरसों: अलवर, भरतपुर, श्रीगंगानगर
- कपास: श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़
- गन्ना: श्रीगंगानगर, कोटा
- तंबाकू: अलवर, भरतपुर
फसल विविधीकरण
बागवानी फसलें: संतरा, अनार, आम
दलहन फसलें: चना, मूंग, मोठ
मसाले: धनिया, मेथी, जीरा
औषधीय पौधे: एलोवेरा, ग्वारपाठा
तिलहन: मूंगफली, तिल, सोयाबीन
सिंचाई सुविधाएं
राजस्थान में सिंचाई के लिए नहरों, कुओं, नलकूपों और तालाबों का उपयोग किया जाता है। राज्य में सिंचाई सुविधाओं का विस्तार कृषि विकास की कुंजी है।
सिंचाई के स्रोत
- नहर सिंचाई: 40% सिंचित क्षेत्र
- कुंए/नलकूप: 35% सिंचित क्षेत्र
- तालाब/बावड़ी: 15% सिंचित क्षेत्र
- वर्षा आधारित: 70% कुल क्षेत्र
- अन्य स्रोत: 10% सिंचित क्षेत्र
प्रमुख सिंचाई परियोजनाएं
- इंदिरा गांधी नहर परियोजना
- भाखड़ा नांगल परियोजना
- चंबल परियोजना
- महi बजाज सागर परियोजना
- जाखम परियोजना
कृषि जलवायु क्षेत्र
राजस्थान को कृषि के दृष्टिकोण से 10 जलवायु क्षेत्रों में बांटा गया है, जिनकी अपनी विशेषताएं और फसल प्रणालियाँ हैं।
जलवायु क्षेत्र | जिले | वार्षिक वर्षा | प्रमुख फसलें |
---|---|---|---|
शुष्क पश्चिमी मैदान | जैसलमेर, बाड़मेर | 10-25 सेमी | बाजरा, मूंग, मोठ |
अर्द्धशुष्क पश्चिमी मैदान | बीकानेर, चुरू | 25-40 सेमी | बाजरा, ग्वार, मूंगफली |
आंतरिक शुष्क क्षेत्र | नागौर, सीकर, झुंझुनू | 30-50 सेमी | बाजरा, चना, सरसों |
अर्द्धशुष्क पूर्वी मैदान | जयपुर, अजमेर | 50-60 सेमी | बाजरा, मक्का, गेहूं |
उप-आर्द्र दक्षिणी पठार | उदयपुर, चित्तौड़गढ़ | 60-80 सेमी | मक्का, गेहूं, चना |
आर्द्र दक्षिणी पठार | बांसवाड़ा, डूंगरपुर | 80-100 सेमी | धान, मक्का, गेहूं |
कृषि नीतियां और योजनाएं
2000
राजस्थान कृषि नीति की शुरुआत
2005
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY) लागू
2010
मुख्यमंत्री कृषि सिंचाई योजना शुरू
2015
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना लागू
2018
किसान समृद्धि योजना की शुरुआत
2020
किसान क्रेडिट कार्ड योजना का विस्तार
2022
प्राकृतिक खेती को बढ़ावा
प्रमुख कृषि योजनाएं
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि
- परंपरागत कृषि विकास योजना
- मुख्यमंत्री कृषि सिंचाई योजना
- सौर ऊर्जा आधारित सिंचाई
- जैविक खेती को प्रोत्साहन
- किसान उत्पादक संगठन
कृषि उत्पादन और आँकड़े
फसल श्रेणी | उत्पादन (लाख टन) | क्षेत्रफल (लाख हेक्टेयर) | उत्पादकता (क्विंटल/हेक्टेयर) | राज्य में रैंक |
---|---|---|---|---|
खाद्यान्न | 180 | 120 | 15.0 | 8 |
तिलहन | 35 | 45 | 7.8 | 3 |
दलहन | 25 | 30 | 8.3 | 5 |
कपास | 12 (लाख गांठें) | 5 | 2.4 (गांठ/हेक्टेयर) | 4 |
गन्ना | 80 | 1.5 | 533.3 | 7 |
बागवानी | 40 | 3 | 133.3 | 6 |
कृषि विकास के लक्ष्य
2030 तक कृषि विकास दर 6% करना
सिंचित क्षेत्र को 50% तक बढ़ाना
जैविक खेती को 20% क्षेत्र तक विस्तार
फसल उत्पादकता में 50% वृद्धि
किसान आय को दोगुना करना
राजस्थान कृषि: परीक्षा उपयोगी महत्वपूर्ण तथ्य
महत्वपूर्ण तथ्य संग्रह
राजस्थान में कुल कृषि योग्य भूमि: 2.13 करोड़ हेक्टेयर
सबसे अधिक सिंचित क्षेत्र वाला जिला: श्रीगंगानगर
सबसे कम सिंचित क्षेत्र वाला जिला: जैसलमेर
राज्य की सबसे लंबी नहर: इंदिरा गांधी नहर
सबसे अधिक बाजरा उत्पादक जिला: जोधपुर
सबसे अधिक सरसों उत्पादक जिला: अलवर
राज्य का प्रथम कृषि विश्वविद्यालय: स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर
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