राजस्थान की जलवायु: एक परिचय
राजस्थान की जलवायु मुख्य रूप से शुष्क से उप-आर्द्र प्रकार की है। राज्य के विशाल क्षेत्रफल और भौगोलिक विविधता के कारण यहाँ की जलवायु में काफी विविधता पाई जाती है। अरावली पर्वतमाला राजस्थान की जलवायु को दो भागों में विभाजित करती है - पश्चिमी राजस्थान जहाँ शुष्क और अर्द्ध-शुष्क जलवायु है, और पूर्वी राजस्थान जहाँ उप-आर्द्र जलवायु conditions पाई जाती हैं।
महत्वपूर्ण तथ्य
राजस्थान भारत का सबसे शुष्क राज्य है, जहाँ वार्षिक वर्षा 10 सेमी से 100 सेमी के बीच होती है।
राज्य में सर्वाधिक वर्षा वाला स्थान: माउंट आबू (लगभग 150 सेमी)
न्यूनतम वर्षा वाला स्थान: जैसलमेर (लगभग 10 सेमी)
राजस्थान में ऋतुएँ
राजस्थान में मुख्य रूप से चार ऋतुएँ पाई जाती हैं:
ग्रीष्म ऋतु (मार्च से जून)
ग्रीष्म ऋतु में तापमान 45°C से 48°C तक पहुँच जाता है। पश्चिमी राजस्थान में 'लू' (गर्म हवाएँ) चलती हैं। थार मरुस्थल में दिन का तापमान 50°C तक पहुँच जाता है, जबकि रात में तापमान काफी गिर जाता है।
वर्षा ऋतु (जुलाई से सितम्बर)
दक्षिण-पश्चिम मानसून से राजस्थान में वर्षा होती है। अरावली के पूर्व में अधिक वर्षा होती है, जबकि पश्चिम में कम। राज्य में औसत वार्षिक वर्षा 50-60 सेमी है। माउंट आबू सबसे अधिक वर्षा वाला क्षेत्र है।
शरद ऋतु (अक्टूबर से नवम्बर)
शरद ऋतु में मौसम सुहावना हो जाता है। तापमान 20°C से 30°C के बीच रहता है। इस समय आकाश साफ रहता है और वर्षा बिल्कुल नहीं होती। रातें ठंडी होने लगती हैं।
शीत ऋतु (दिसम्बर से फरवरी)
शीत ऋतु में तापमान 5°C से 15°C के बीच रहता है। जनवरी सबसे ठंडा महीना होता है। पश्चिमी राजस्थान में तापमान कभी-कभी हिमांक बिंदु तक गिर जाता है। इस मौसम में पश्चिमी disturbances के कारण हल्की वर्षा होती है।
राजस्थान में मानसून से पहले 'आम्र वर्षा' होती है जो आमों के पकने में सहायक होती है।
शीत ऋतु में 'मावठ' नामक हल्की वर्षा होती है, जो रबी फसलों के लिए लाभदायक होती है।
राजस्थान के जलवायु प्रदेश
राजस्थान को जलवायु के आधार पर निम्नलिखित प्रदेशों में बाँटा गया है:
जलवायु प्रदेश | विस्तार | वार्षिक वर्षा | मुख्य विशेषताएं |
---|---|---|---|
शुष्क जलवायु | जैसलमेर, पश्चिमी बाड़मेर | 10-20 सेमी | उच्च तापमान, निम्न आर्द्रता, रेतीले तूफान |
अर्द्ध-शुष्क जलवायु | बीकानेर, जोधपुर, गंगानगर, हनुमानगढ़ | 20-40 सेमी | अनिश्चित वर्षा, लू चलना, शीत ऋतु में ठंड |
उप-आर्द्र जलवायु | अलवर, जयपुर, अजमेर, पाली | 40-60 सेमी | मध्यम वर्षा, ग्रीष्म में उच्च तापमान |
आर्द्र जलवायु | दक्षिण-पूर्वी जिले (कोटा, झालावाड़) | 60-80 सेमी | अधिक वर्षा, अपेक्षाकृत कम तापमान |
अति-आर्द्र जलवायु | दक्षिणी राजस्थान (उदयपुर, डूंगरपुर, बाँसवाड़ा) | 80-100 सेमी | सर्वाधिक वर्षा, सम शीतोष्ण जलवायु |
मानसूनी जलवायु | माउंट आबू (सिरोही) | 100-150 सेमी | सबसे अधिक वर्षा, समशीतोष्ण जलवायु |
परीक्षा उपयोगी तथ्य
• राजस्थान का सबसे गर्म स्थान: फलोदी (जोधपुर) - 51°C
• राजस्थान का सबसे ठंडा स्थान: माउंट आबू - न्यूनतम 0°C
• सर्वाधिक वर्षा वाला जिला: झालावाड़
• न्यूनतम वर्षा वाला जिला: जैसलमेर
महत्वपूर्ण परीक्षा बिंदु
राजस्थान की जलवायु से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं:
1. राजस्थान में सर्वप्रथम मानसून की शुरुआत दक्षिणी-पूर्वी जिलों से होती है।
2. राजस्थान में 'लू' गर्म हवाएँ ग्रीष्म ऋतु में चलती हैं।
3. राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा दक्षिण-पश्चिम मानसून से होती है।
4. राजस्थान में शीत ऋतु में होने वाली वर्षा पश्चिमी विक्षोभ के कारण होती है।
5. राजस्थान में सबसे कम वर्षा वाला स्थान सम (जैसलमेर) है।
6. राजस्थान में 'मावठ' वर्षा शीत ऋतु में होती है।
7. अरावली पर्वतमाला मानसून की दिशा के समानान्तर होने के कारण पश्चिमी राजस्थान में वर्षा कम होती है।
8. राजस्थान में सर्वाधिक दैनिक तापान्तर शुष्क क्षेत्र में पाया जाता है।
राजस्थान जलवायु: प्रश्नोत्तरी
राजस्थान की जलवायु पर आधारित महत्वपूर्ण प्रश्न जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जा चुके हैं: